सारण : कोरोनावासरस के प्रकोप के कारण देश में लॉकडाउन की स्थिति है, जिस कारण से गरीब लोगों के दाना—पानी पर संकट आ गया है। ऐसे में बिहार सरकार का यह नैतिक कर्तव्य है कि राशन कार्ड की बाध्यता खत्म कर, सभी अहाय एवं गरीब जनता को तत्काल राशन उपलब्ध कराए। सारण जिले के एकमा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व निर्दलीय प्रत्याशी व राजद नेता रंजीत सिंह ने शनिवार को बयान जारी कर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उक्त आग्रह किया।
रंजीत सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह है कि प्रदेश में जीवनयापन के लिए दैनिक आय पर निर्भर रहने वाले करोड़ों असहाय ग़रीब लोगों का एक बड़ा वर्ग है, जिनके पास राशन कार्ड नहीं हैं या जिनके नाम राशन कार्ड में नहीं हैं और पूर्व के लालकार्डधारी जिनका राशन कार्ड अभी बन नहीं पाया है। ऐसे गरीब लोगों को सरकार प्रदत्त सुविधाओं और राशन की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। अत: इन असहाय लोगों को यथाशीघ्र राशन और आर्थिक मदद की व्यवस्था करना अनिवार्य है।
उन्होंने कहा कि बिहार के कामगार प्रवासी और अन्य मज़दूर भाइयों के आधार कार्ड में मोबाईल नंबर अपडेट नहीं रहने के कारण 1000 रुपये की प्राप्ति में भी समस्या उत्पन्न होगी। किसी के पास आधार नहीं है, किसी का मोबाइल अपडेट नहीं है, किसी के पास बैंक खाता नहीं है। अतः इन सब व्यवहारिक समस्याओं का समाधान ढूंढते हुए हर परिस्थिति में इन तक आर्थिक सहायता प्रदान करने के वैकल्पिक उपायों पर भी विचार किया जाए, तभी सही मायने में सरकारी प्रयास का लाभ बिहार की गरीब जनता तक पहुंच पाएगा।