आंल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियन ने कई मांगों को लेकर किया प्रदर्शन
छपरा : आंल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियन जिला इकाई छपरा द्वारा जिलाधिकारी के कार्यालय के बाहर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया गया। बताया जाता है कि यह कार्यक्रम केंद्रीय कमेटी के आदेश अनुसार क्या किया गया।
जहां प्रदर्शन में कालाजार छिड़काव कर्मी को नियमित करने, श्रम कोड संख्या 4 को, निरस्त करने कृषि कानून को वापस करने, तथा रसोइयों का वेतनमान बढ़ाने को लेकर किया गया। वहीं इस अवसर पर राज्य कमेटी के सदस्य पुरुषोत्तम प्रसाद सिंह, कालाजार छिड़काव कर्मी संघ के जिला अध्यक्ष विजय रजक तथा जिला मनरेगा कमेटी के विजय शर्मा तथा जिला रसोईया संघ के अध्यक्ष मनीता देवी सहित हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी व समर्थक शामिल रहे।
टीबी एवं कुष्ठ रोग तलाशने की जिम्मेवारी भी आरबीएसके टीम को
छपरा : कोरोना काल से राहत मिलने के बाद सभी स्कूल व आंगनबाड़ी केन्द्र खुलने के साथ ही आरबीएसके के टीम को भी स्क्रीनिंग के लिए सक्रिय किया जा रहा है। अब सभी स्कूलों व आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बच्चों की स्क्रीनिंग करने का निर्देश जारी कर दिया गया है। लेकिन स्क्रीनिंग के दायरे को इस बार बढ़ा दिया गया है। अब 0-18 साल के बच्चे में टीबी एवं कुष्ठ रोग तलाशने की जिम्मेवारी भी आरबीएसके के टीम को दी गई है।
टीबी व कुष्ठ रोग की पहचान, उपचार व अन्य महत्वपूर्ण जानकारी से अवगत कराने के लिए सदर अस्पताल के सभागार में दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।जिसमें मास्टर ट्रेनर डॉ. गुंजन कुमार व डॉ. विकास कुमार सिंह के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। दो दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान टीबी व कुष्ठ रोग के लक्षण, प्रकार, जांच की विधि व अन्य प्रकार की जानकारी दी जानी है। पहले दिन टीबी रोग के बारे में प्रशिक्षण दिया गया है। साथ ही आबीएसके के ऐप के बारे में भी जानकारी दी जा रही है। ताकि मरीज मिलने पर नाम, पता व अन्य संबंधित जानकारी लोड किया जा सके।
प्रारंभिक अवस्था मे ही बच्चों में टीबी की पहचान करना आवश्यक :
सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने कहा 0-18 साल के बच्चो में सामान्य रोग की तरह टीबी की समस्या भी फैलती जा रही है। यह काफी चिंता की बात है। खासकर गरीब वर्ग के बच्चों में इसकी ज्यादा समस्या देखी जा रही है।इस रोग का सबसे बड़ा कारण रहन- सहन और खान-पान में अनियमितता है।
बचाव के लिए पोषक तत्व के साथ पानी पर भी ध्यान दें। शरीर में कभी भी पानी की कमी होने न दें। जागरूकता और जानकारी के अभाव में भी लोग शुरुआती दौर में ही इसकी पहचान नही कर पाते हैं।जिसके कारण आगे चलकर यह गम्भीर रूप ले लेता है। उन्होंने कहा कि बच्चों में प्रारंभिक अवस्था मे ही इसकी पहचान हो जाने से इसपर नियंत्रण में काफी साहूलियत होगी।
अपनी जिम्मेदारियों को निभाएं :
आरबीएसके के जिला समन्वयक डॉ. अमरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कोरोना में आरबीएसके टीम का बहुत बड़ा सहयोग रहा है। जो जिम्मेवारी दी गई थी उसे बखूबी निर्वहन किया गया है। अब बच्चों में कुष्ठ एवं टीबी के मरीज भी खोजने की जिम्मेवारी दी जा रही है। उन्होने कहा प्रशिक्षण के दौरान दी जाने वाली जानकारी को अच्छी तरह समझें और जो भी समस्या लगती है उसका निदान भी प्रशिक्षण के दौरान ही कर लें ताकि स्क्रीनिंग के दौरान कोई परेशानी न हो।
टीबी उन्मूलन में आरबीएसके की सहभागिता जरूरी :
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम अरविन्द कुमार ने कहा टीबी मुक्त भारत बनाने के लिए जो अभियान चलाया जा रहा है उसमें आरबीएसके के टीम की सहभागित बहुत जरूरी है। हलांकि जिला स्तर पर विभाग द्वारा मरीज खोजे जा रहे हैं लेकिन बच्चों में बढ़ रहे टीबी की समस्या को ढूंढने में परेशानी हो रही है।
इसलिए आंगनबड़ी केन्द्र और स्कूलों में आपके द्वारा किए जाने वाले स्क्रीनिंग के दौरान अगर किसी बच्चे में टीबी या कुष्ठ रोग का लक्षण दिखता है तो उसकी सूचना पीएचसी या जिला स्तर पर जरूर दें।इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा, डीपीएम अरविन्द कुमार, डीपीसी रमेशचंद्र कुमार, डॉ. अमरेंद्र कुमार सिंह समेत अन्य मौजूद थे।
हरसंभव स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के लिए विभाग प्रयासरत
छपरा : जन-समुदाय को बेहतर स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के लिए विभाग की ओर से हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। इसको लेकर सरकार भी प्रतिबद्ध है। सुदुर ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन की सुविधा प्रारंभ की जायेगी। रविवार को सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कई कार्यक्रमों का शुभारंभ करेंगे। मुख्यमंत्री के द्वारा रविवार को ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन, अश्विन पोर्टल, वंडर ऐप, 102 बिहार इमरजेंसी एंबुलेंस पोर्टल की लॉन्चिंग की जाएगी । इसको लेकर विभागीय तैयारी लगभग पूरी कर ली गयी है।
मुख्यमंत्री के द्वारा राज्य के 1700 स्पोक्स (स्वास्थ्य उपकेंद्रों) पर ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन सेवा का शुभारंभ किया जायेगा। शुभारंभ के लिए चिह्नित 1700 स्पोक्स (स्वास्थ्य उपकेंद्रों) एवं 221 हब्स ( प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों/अन्य अस्पताल ) को ई-संजीवनी पोर्टल पर एएनएम एवं चिकित्सा पदाधिकारियों को मैप करते हुए सूची उपलब्ध करायी गयी है। सभी स्तर पर प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है| साथ ही ड्राई रन भी किया जा चुका है। ई संजीवनी टेलीमेडिसिन शुभारंभ के लिए लैपटॉप, वेबकास्टिंग के लिए टीवी स्क्रीन, साउंड सिस्टम और कम से कम दो सेवा प्रदाताओं की उपलब्धता सुनिश्चित करनी है।
इन प्रखंडों में शुरू होगी ई संजीवनी टेलीमेडिसिन :
• सदर प्रखंड
• मांझी
• मशरक
• मढौरा
• जलालपुर
• गड़खा
• दरियापुर
• अमनौर
• बनियापुर
ऑन लाइन मिलेगी एंबुलेंस 102 की सेवा :
एंबुलेंस सेवा 102 को ऑनलाइन लाइव भी किया जा रहा है। मरीजों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए एक नया मोबाइल एप लंच किया गया है। जिसके तहत राष्ट्रीय 102 एंबुलेंस सेवा की निगरानी की जायेगी। इस पोर्टल की लंचिंग सीएम नीतीश कुमार के द्वारा की जायेगी । इस एप्लीकेशन से अधिकारी एम्बुलेंस की रियल टाइम ट्रैकिंग कर सकेंगे। 102 एंबुलेंस अब आसानी से हर किसी के लिए सुलभ होगी।
लाइव लोकेशन ट्रेस करने के लिए इन्हें मोबाइल एप से जोड़ा जा रहा है। इसके माध्यम से पल-पल की जानकारी कंट्रोल रूम के साथ ही एंबुलेंस के लिए कॉल करने वालों को मिलती रहेगी। जैसे ही कोई मरीज या परिजन 102 एंबुलेंस के लिए कॉल करेगा, संबंधित के पास मैसेज चला जाएगा। इसमें चालक, टेक्नीशियन के मोबाइल नंबर, एंबुलेंस के नंबर लिंक होंगे। इस लिंक को खोलने पर एंबुलेंस की लाइव लोकेशन मिलती रहेगी। टेक्नीशियन को भी मरीज के पास पहुंचने पर संबंधित जानकारी एप पर डालनी होगी। साथ ही किस अस्पताल में ले जा रहे हैं, यह भी विवरण दर्ज कराना होगा। एंबुलेंस में पहले से जीपीएस लगा है। मोबाइल एप से निगरानी और बेहतर होने का दावा है।
आशाओं के लिए अश्विन पोर्टल की लांचिंग :
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा आशा कार्यकर्ताओं के लिए अश्विन पोर्टल भी लांच किया जायेगा। सरकार द्वारा आशा कार्यकर्ताओं के लिए जारी अश्विन पोर्टल आशा वर्कर परफारमेंस एंड इंसेंटिव पोर्टल के माध्यम से आशा अपना दावा प्रपत्र एवं अश्विन पोर्टल पर लोड करेगी। जिसके बाद वह एएनएम के पास पहुंच जाएगा, एएनएम द्वारा सत्यापन के पश्चात संबंधित प्रखंड के बीसीएम द्वारा सत्यापित किया जाएगा।
सरकार ने आशा के प्रोत्साहन राशि के भुगतान के लिए ई अश्विन पोर्टल लांच किया है। जिसके माध्यम राज्य से ही आशा का प्रोत्साहन राशि का भुगतान उसके बैंक खाते में कर दिया जाएगा। जिससे आशा कार्यकर्ताओं को ससमय प्रोत्साहन राशि उपलब्ध हो सकेगा। जिससे आशा पूरे मनोभाव से अपने कार्यों का निष्पादन कर सकेंगी।
लायंस/लियो क्लब ने गरीब लोगों के बीच किया कपड़ा वितरण
छपरा : अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवी संस्था लायंस/लियो क्लब छपरा टाउन के द्वारा स्थानीय छपरा जंक्शन के बाहर गरीब लोगों के बीच किया गया कपड़ा वितरण। कपड़े प्राप्त कर लोगो ने लायंस और लियो क्लब छपरा टाउन को बहुत आशीर्वाद दिया।
संस्थापक अध्यक्ष लायन कुंवर जायसवाल ने कहा कि कल छपरा जंक्शन पर कपड़ा बैंक के माध्यम से लायंस और लियो क्लब द्वारा लगभग 500 लोगो के बीच कपड़े का वितरण किया गया है। आज पुनः नगरपालिका चौक के समीप भी कपड़ा वितरण किया गया। इस अवसर पर लियो क्लब छपरा टाउन के संस्थापक अध्यक्ष लियो अली अहमद, लियो अध्यक्ष विकाश, लियो फेमिना अध्यक्ष लियो भारती, लियो दिवेदी प्रशांत, लियो मनीष मनी, लियो शुभम पांडे, लियो सुमन, लियो सलमान, लियो निशा, लियो मोहित सहित दर्जनों सदस्य मौजूद थे।
कुलपति ने मथुरा से शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय का किया औचक निरीक्षण
छपरा : जयप्रकाश विश्वविद्यालय कुलपति ने मथुरा से शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय का औचक निरीक्षण किया जहां साथ में प्रभारी कुलसचिव डॉक्टर आर पी श्रीवास्तव,आइ ओ. सी. साइंस डॉक्टर ए के झा, प्रोफेसर अनिल कुमार सिंह ने भी कक्षाओं, पुस्तकालय, आइ सी टी रिसोर्स सेन्टर और प्रयोगशाला का गहन निरीक्षण किया गया। वही मौके पर कुलपति ने आवश्यक निर्देश दिए।
जहां प्रबन्ध समिति के सचिव अनीता सिंह के पति अनिल सिंह प्राचार्य संजय सिह प्राध्यापक नीतीश पांडे और कई शिक्षक मौजूद रहे। मौके पर ही कुलपति ने कल उपस्थिति पंजी के साथ प्राचार्य को तलब किया है। तथा कहा कि बी. एड् प्रोफेशनल कोर्स है। प्रथम तथा दूसरे साल का इग्जाम होना है। इसलिये सभी बी. एड महाविद्यालय के प्राचार्य ससमय वर्ग का निष्पादन करें। उन्होंने बताया कि जितने बी. एड महाविद्यालय हैं सबको बहुत ईमानदारी से विद्यार्थियों को पढ़ाना है क्योंकि यह एक व्यावसायिक पाठ्यक्रम है और इससे रोजगार भी मिलता है।