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28 जनवरी : आरा की मुख्य खबरें

21 सजायाफ्ता बंदियों को बक्सर केंद्रीय कारा किया गया स्थानांतरित

आरा : मंडल कारा के 21 सजायाफ्ता बंदियों को केंद्रीय कारा बक्सर भेजा गया। सूत्रो के अनुसार इन बंदियों में तरारी थाना क्षेत्र के गहरुआं निवासी प्रदीप सिंह, आरा के छोटी लाइन अनाईठ निवासी मनोज यादव, उदवंतनगर के मोलनाचक निवासी धर्मेंद्र यादव, उदवंतनगर के छोटी सासाराम निवासी चंदन कुमार, कृष्णगढ़ निवासी राकेश कुमार यादव उर्फ छोटे लाल यादव, पीरों के तिवारीडीह निवासी हरेराम साह, आरा के भलुहीपुर निवासी रामजी यादव, पीरो के नारायणपुर निवासी छोटे चौधरी उर्फ संतोष चौधरी!

आरा मुफस्सिल के जमीरा निवासी विनोद प्रसाद, अगिआंव बाजार के डिहरी टोला निवासी मुन्ना चौधरी उर्फ गौतम चौधरी, सिकरहटा के बसौरी निवासी संतोष कुमार सिंह, सहार के एकवारी निवासी फौजदार सिंह उर्फ फौजदार महतो, अजीमाबाद के ताराचक निवासी भीम यादव, चरपोखरी के महाजन टोली निवासी मुन्ना साह, आरा नगर के बलबतरा निवासी राहुल यादव, विवेकानंद यादव, गडहनी के खरईचा निवासी सुशील यादव, चरपोखरी परसिया के लालबाबू रवानी, कोईलवर के पुराना हरिपुर निवासी अनिल कुमार एवं आयर निवासी अरुण शर्मा है। केंद्रीय कारा भेजने के पहले सभी बंदियो को कोविड-19 का जांच कराया गया। इस दौरान किसी में कोविड-19 का लक्षण परिलक्षित नहीं हुआ।

संदेहास्पद स्थिति में आभूषण दुकानदार की मौत

आरा : बिहिया थानान्तर्गत साहेब टोला गांव निवासी आभूषण दुकानदार की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में करवाया। मृतक साहेब टोला गांव निवासी लालजी सोनार का 35 वर्षीय पुत्र सुनील सोनार है। मृतक के पिता ने बताया उसका शाहपुर थाना क्षेत्र के सुहियां बाजार में आभूषण दुकान है। मंगलवार की शाम वह अपना दुकान बंद करके बाइक से वापस अपने घर लौट रहा था।

इसी बीच अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई। ग्रामीणों ने इसकी सूचना मृतक के परिजनों को दी। सूचना मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे और उसे इलाज के लिए बिहिया के निजी अस्पताल में ले गए। जहां से उसे पटना रेफर कर दिया गया। पटना के निजी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। जहां आज सुबह उसने दम तोड़ दिया। इसके बाद परिजन शव को वापस गांव ले आए। मृतक के पिता ने अज्ञात लोगों द्वारा नशीले पदार्थ खिलाने की आशंका जताई है। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा। पुलिस अपने स्तर से मामले की छानबीन कर रही है।

नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को कोरोना वायरस टीका के लिए किया गया जागरूक

आरा : टीकाकरण के प्रति लोगों में संशय दूर करने तथा जागरूक करने के उद्देश्य से जिला स्वास्थ समिति ने सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के सहयोग से नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया| जिला मुख्यालय में तीन स्थानों पर नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन किया गया। नुक्कड़ नाटक की शुरुआत सदर प्रखंड परिसर से की गई। जहां पर नाटक के माध्यम से ओपीडी व इमरजेंसी में आए मरीजों और उनके परिजनों को कोरोना से बचाव, उपचार तथा कोविड-19 टीका के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।

दूसरी प्रस्तुति कृषि भवन परिसर में की गयी जहां सरकारी कर्मचारियों को कोविड-19 टीकाकरण के बारे में जागरूक किया गया। अंत में कलाकारों ने सदर अस्पताल परिसर में आए मरीजों और उनके परिजनों को टीके की अहमियत बताई। नुक्कड़ नाटक की टीम में निर्देशक डॉ अनिल सिंह, कलाकार अंबुज कुमार, भरत आर्य, कुमार नरेंद्र, सुमन कुमार, राम नाथ प्रसाद, भोला सिंह, राजीव रंजन त्रिपाठी, पल्लवी प्रियदर्शिनी और सारिका पाठक शामिल थे। इस दौरान सीफार के डिविजनल कोऑर्डिनेटर प्रोग्राम नवनीत सिन्हा व डिविजनल कोऑर्डिनेटर मीडिया अमित सिंह मौजूद रहे।

कलाकारों ने आम जनों को यह जानकारी दी कि कोविड-19 का टीका पूरी तरह से सुरक्षित है। पूरी जांच-परख के बाद ही टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गई है। इससे घबराने और डरने की जरूरत नहीं है। स्वयं परिवार और समाज की सुरक्षा के लिए सभी को यह कोविड-19 का टीका लेना चाहिए ताकि संक्रमण के प्रसार को रोका जा सके या इसे खत्म किया जा सके। लोगों को यह जानकारी दी गई कि कोरोना का संक्रमण किसी जात-पात, ऊंच-नीच देखकर नहीं होता है बल्कि यह किसी को भी हो सकता है। इससे बचाव के लिए सावधानी अति आवश्यक है।

जिले में कोविड-19 टीकाकरण अभियान की शुरुआत की जा चुकी है। प्रथम चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को टीकाकरण किया जा रहा है। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से कोविड-19 टीकाकरण के प्रति आम लोगों में झिझक को दूर करने का प्रयास किया गया। सदर पीएचसी, कृषि भवन व सदर अस्पताल में नुक्कड़ नाटक देखने वाले विभिन्न लोगों ने कहा कि इसके माध्यम से हम लोगों को काफी महत्वपूर्ण जानकारी मिली है।

टीकाकरण को लेकर जो मन में भ्रांतियां थी वह दूर हुयी है और जब भी आम जनों को टीका दिया जाएगा तो हम बेझिझक करवाएंगे और इसके लिए दूसरों को भी प्रेरित करेंगे। यह भी बताया गया कि कोविड-19 टीकाटिकाकरण दो डोज में पूरा होगा। व्यक्ति को जिस दिन टीका टिका दिया जाएगा उसके 28 दिन बाद दूसरा डोज भी लेना अनिवार्य है। दूसरा डोज लेने के 14 दिन बाद रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होगा। इसलिए सभी को दोनों डोज का टीका लेना अनिवार्य है। अगर सभी लोग दोनों डोज का टीका लेंगे तभी यह टीकाकरण अभियान सफल हो पाएगा।

राजीव एन० अग्रवाल की रिपोर्ट