पहली पुण्यतिथि पर याद किए गए शिक्षाविद डाॅ. मिथलेश सिन्हा
नवादा : जिले के हिसुआ के रहने वाले जानेमाने शिक्षाविद राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित रहे प्रोजेक्ट कन्या इंटर विद्यालय के प्राचार्य रहे डॉ. मिथिलेश कुमार सिन्हा की प्रथम पुण्यतिथि पर 27 जनवरी को श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम साहित्यिक व सांस्कृतिक मंच अभिलाषा के तत्वावधान में प्रोजेक्ट इंटर विद्यालय परिसर में आयोजित हुआ। अध्यक्षता आर्य समाज के जयनारायण प्रसाद तथा मंच संचालन प्रवीण कुमार पंकज ने किया।
मौके पर मौजूद लोगों ने डाॅ. मिथलेश के चित्र पर पुष्पांजलि किया। उपस्थित प्रो. डाॅ. मनु राय ने कहा कि डाॅ. मिथलेश की शख्सियत काफी उंचा रहा। उनके विद्यालय के प्रति अत्यधिक लगाव का नतीजा ही है कि इस विद्यालय की बच्चियां देश से लेकर विदेशों तक अपना परचम लहराया है। कहा कि उनकी सोच को जीवंत करते हुए उनके अधुरे कार्यों को पूरा करना ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
कवि व पत्रकार उदय भारती ने सरकार व जिला प्रशासन के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि हिसुआ के विकास, बच्चों के शैक्षणिक विकास के लिए लगातार अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए लालायित रहने बाले डाॅ मिथलेश के प्रति जिला प्रशासन की बेरुखी का नतीजा है कि उनके आश्रितों को अबतक मरणोपरांत सहयोग नहीं मिल पाया। कहा कि उनके लगन तथा प्रशासन कि बेरुखी मानवता को शर्मसार करने के लिए काफी है।
साहित्यकार सफी जानी नादां ने कहा कि डाॅ. मिथलेश युवावस्था से ही समाज के प्रति चिंताशील रहे। श्रवण वर्णवाल ने कहा कि उनकेे विद्यालय को जीवंत व संवारने में महती योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता है। पवन गुप्ता ने कंचनबाग मुुुहल्ला को शिक्षााविद डाॅ मिथलेश के नाम पर करने की जरूरत बताई। वार्ड पार्षद अशोक उर्फ बिल्टु चौधरी ने कहा वे संकल्प पुुुरुष थे। मौके पर नगर पंचायत के उपमुख्य पार्षद शंभु शर्मा, पार्षद असगर अली, समाजसेवी शैलेंद्र कुमार प्रसुन्न, पटना से आए मनोज कुमार, पंकज राज, प्रोजेक्ट इंटर नवादा के सेवानिवृत्त शिक्षक शिव कुमार, डाॅ. मिथलेश के भाई अवधेश कुमार सिंहा, विमलेश कुमार सिंहा, राकेश सिंहा सहित सैंकड़ों लोग मौजूद रहे।
शराब निर्माण की भट्ठी ध्वस्त, दो नामजद
नवादा : जिले के अकबरपुर पुलिस ने चेताबिगहा गांव में छापामारी कर शराब निर्माण की भट्ठी ध्वस्त कर दिय। इस क्रम में करीब 600 लीटर अर्द्धनिर्मित महुआ शराब बहाया दिया गया। शराब बनाने के उपकरणों को जब्त किया। धंधेबाज फरार होने में सफल रहा। इस बावत उत्पाद अधिनियम के तहत दो को नामजद अभियुक्त बनाया गया है।
थानाध्यक्ष मुन्ना कुमार वर्मा ने बताया कि चेताबिगहा गांव में अबैध महुआ शराब निर्माण व बिक्री का धंधा किये जाने की गुप्त सूचना मिली। सूचना के आलोक में त्वरित कार्रवाई कर छापामारी आरंभ की गयी। इस क्रम में शराब निर्माण की भट्ठी ध्वस्त कर दिया करीब 600 लीटर अर्द्धनिर्मित महुआ शराब बहाया दिया गया। शराब बनाने के उपकरणों को जब्त किया। धंधेबाज फरार होने में सफल रहा।
इस बावत धंधे में शामिल अशोक यादव व विक्की यादव को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास आरंभ किये गये हैं। बता दें मस्तानगंज, नन्दलालबिगहा व चेताबिगहा गांव में व्यापक पैमाने पर अबैध महुआ शराब निर्माण का कार्य किया जाता है। हरबार पुलिस भट्ठियों को ध्वस्त करने का काम करती है लेकिन धंधा पुनः आरंभ हो जाता है।
जिला स्थापना दिवस को भूला जिला प्रशासन
नवादा : पिछले दो-तीन वर्षों की तर्ज पर इस बार भी प्रशासन नवादा जिला स्थापना दिवस को भूल गया। हद तो यह था कि प्रजातंत्र द्वार समेत ऐतिहासिक स्थलों की साज-सजावट भी नहीं की गई। जिलाधिकारी यश पाल मीणा ने गणतंत्र दिवस समारोह में भाषण के क्रम में एक पंक्ति में स्थापना दिवस की बधाई देकर खानापूर्ति कर ली। जिला प्रशासन की इस उपेक्षा पर लोगों में काफी नाराजगी देखी गई। किसी प्रकार का कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं किया गया।
हालांकि अधिकारी कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए कार्यक्रम आयोजित नहीं करने की बात कह रहे हैं। लेकिन लोगों का कहना है कि हर प्रकार के सरकारी कार्यक्रम आयोजित किए जाने लगे हैं। गणतंत्र दिवस समारोह के एक दिन पहले 25 जनवरी को नगर भवन में राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया गया। जिसमें स्कूली बच्चे उपस्थित रहे। पिछले दो-तीन सालों से जिला प्रशासन आमजनों की भावनाओं की अनदेखी कर रहा है। जहां तक कोविड गाइडलाइन की बात है तो जिस प्रकार का समाहरणालय को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया गया था, उसी प्रकार कम से कम प्रजातंत्र द्वार समेत अन्य ऐतिहासिक स्थलों को सजाया जा सकता था। लेकिन ऐसा कुछ नहीं किया गया।
बुद्धिजीवी बताते हैं कि पहले जिला स्थापना दिवस काफी धूमधाम से मनाया जाता था। दो दिनों तक रंगारंग कार्यक्रम समेत विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते थे। जिले से जुड़ी स्मारिका का विमोचन किया जाता था। शहर से लेकर प्रखंड मुख्यालय को सजाया जाता था। लेकिन धीरे-धीरे यह परिपाटी समाप्त कर दी गई। जिला प्रशासन स्थापना दिवस मनाना भूल गई है।
रजौली प्रशासन ने गणतंत्र दिवस के मौके पर कई लोगों को सम्मानित किया लेकिन पत्रकारों को सम्मानित करने की परम्परा का निर्वाह नहीं किया। ऐसे में प्रशासन की मंशा स्पष्ट रूप से दिखाई दी। भेदभाव की बुद्धिजीवियों ने कङी निंदा की है।
गोतरायन निवासी सुदमियां देवी हत्याकांड का हुआ खुलासा
– अबैध संबंध का विरोध करना सास को पड़ा महंगा
नवादा : जिले के नारदीगंज थाना क्षेत्र के गोतरायन निवासी स्व0 जगदीश महतो का 65 र्वषीय पत्नी सुदमियां देवी हत्याकांड का खुलासा हो गया। मृतका का शव उसके घर के कमरे में दफन कंकाल के रूप मेंं पुलिस ने बरामद किया था। थानाध्यक्ष मोहन कुमार ने गुरूवार को नारदीगंज थाना परिसर में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान यह जानकारी दिया।
कहा गया कि आरोपित ममता कुमारी का अवैध संबंध था।
जिसका विरोध करने पर सुदमियां देवी की हत्या उसकी बहू ममता कुमारी व उसके प्रेमी मुफसिल थाना के पिंटू कुमार समेत अन्य तीन दोस्तों ने मिलकर गला दबाकर हत्या तीन माह पूर्व कर दिया था,और उसके बाद सभी मिलकर उसके शव को उसी के कमरे में दफन कर दिया था। थानाध्यक्ष ने बताया मृतका की बहू ममता कुमारी से जब पुलिस ने मनोवैज्ञानिक तरीके से मामले की पूछताछ की जिसमे उन्होंने अपनी सास सुदमियां देवी के हत्याकांड का खुलासा अपने स्वीकृति वयान में किया।
घटना में ममता कुमारी स्वयं अपने आप को दोषी करार देते हुए चार अन्य लोगों को आरोपित किया है। जिसमें मुफसिल थाना क्षेत्र के अकौना निवासी पिंटू कुमार व अन्य उसके तीन दोस्त शामिल रहें है। कहा कि तीन माह पूर्व पिंटू कुमार गोतरायन मेरे घर पर आया था,और उसी गांव के उसके तीन दोस्त भी साथ में आये थे. उनके तीनों दोस्त मेरे घर के बरामदे पर बैठा था,रात का समय था।
पिंटू मेरे कमरे में मेरे साथ रंगरेलियां मना रहा था,इसी बीच मेरी सास की नींद खुल गयी,और बाहर बैठे तीनों पर उनकी नजर पड़ गयी,तो सास हल्ला करते हुए मेरे कमरे में पहुंच गई,तो वहां भी मुझे भी अपने प्रेमी के साथ आपतिजनक स्थिति में देखकर विरोध करने लगी। तब हमलोग सभी मिलकर उसकी गला दवाकर हत्या कर दिया,और उसके बाद साड़ी में शव को लपेटकर कमरे के अंदर दफन कर दिया। उसके बाद अपने प्रेमी व उसके तीनों दोस्तों के साथ रात रंगरेलियां मनाती रही। मेरा प्रेमी व उसके मित्र आये दिन मेरे घर आया करते थे,जिसका विरोध मेरी सास हमेशा करती थीं। जो हमलोगो को नागवार महसूस होता था।
कहा गया कि मेरा पति विजय प्रसाद उर्फ हरिहर प्रसाद दिल्ली रहते थे। घटना के कुछ दिन के बाद जब वे घर आये तो अपनी मां के बारे में जानकारी लिया। तब कहा गया कि मेरे साथ झगडा हो गया था,तो उन्हें मार कर कमरे में दफन कर दिया है,और गांव वाले को बता दिये है कि वे तीर्थस्थल पर गये है । इस पर मेरे पति ने कहा अब घटना की जानकारी किसी को दोगी तो जेल जाना होगा।
उल्लेखनीय है कि 21 जनवरी 2021 को गोतरायन गांव मे सुदमियां दवी का शव कंकाल के रूप में उसके कमरे में दफन किया हुआ पुलिस ने बरामद किया था। इस मामले में मृतका की पुत्री गीता देवी के वयान पर चार लोगों को आरोपित किया गया। जिसमें उन्होंने अपने भाई विजय प्रसाद उर्फ हरिहर प्रसाद,भाभी ममता कुमारी के अलावा भाभी के पिता सीताराम माहतो व भाई अवधेश प्रसाद को आरोपित किया था,पुलिस ने विजय प्रसाद उर्फ हरिहर प्रसाद व उसकी पत्नी ममता कुमारी को जेल भेज दिया।
आरोपित ममता कुमारी के स्वीकृति वयान में घटना का खुलासा करने पर 24 जनवरी 2021 को उसके प्रेमी मुफस्सिल थाना के अकौना निवासी पिंटू कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। थानाध्यक्ष ने बताया मामले का अनुसंधान किया जा रहा है। वैसे इस घटना में संलिप्त अन्य आरोपितों को गिरफ्तार करने लिए सघन छापेमारी किया जा रहा है।