युवा जदयू के राष्ट्रीय सचिव सहित तीन पर सरकारी काम में बाधा डालने का केस, एक गिरफ्तार
आरा: युवा जदयू के राष्ट्रीय महासचिव प्रिंस सिंह बजरंगी की पुलिस ने कथित तौर पर पिटाई के मामले में तीन लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की है| दारोगा राम वीरेंद्र ठाकुर के बयान पर दर्ज प्राथमिकी में जदयू नेता प्रिंस बजरंगी उर्फ सर्वेश कुमार के साथ विपुल सिंह और रोहित सिंह को भी आरोपित किया गया है। तीनों पर पुलिस के साथ नोकझोंक करने और सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप लगाया गया है।
रोहित सिंह और जदयू नेता पर पूर्व के एक मामले के आरोपित विपुल सिंह को भगाने का भी आरोप लगा है। पुलिस ने इस मामले में कृष्णगढ थानान्तर्गत मौज़मपुर गाँव के रोहित सिंह को गिरफ्तार भी कर लिया है। विपुल सिंह भी उसी गांव का रहने वाला है।
पुलिस के अनुसार विपुल सिंह पूर्व के मामले में आरोपित है। शनिवार को पुलिस को सूचना मिली कि वह गाड़ी से जा रहा है। इस आधार पर पुलिस ने उसकी गाड़ी रोकी थी। इस दौरान जदयू नेता सहित तीन लोग गाड़ी से उतरे और पुलिस से उलझ गये। इसी बीच विपुल सिंह फरार हो गया। इसके बाद जदयू नेता भी गाड़ी लेकर भाग निकले। पुलिस अब दोनों फरार आरोपितों की तलाश कर रही है।
बता दें कि युवा जदयू नेता प्रिंस सिंह बजरंगी ने डीआईयू टीम पर गाड़ी रोक कर मारपीट करने का आरोप लगाया था। उस घटना में जदयू नेता का एक हाथ फ्रैक्चर हो गया था। तब जदयू नेता प्रिंस सिंह बजरंगी ने पुलिस के खिलाफ आवाज उठाने पर परेशान करने और मारपीट करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि वरीय अफसर के निर्देश पर पहले एक झूठे केस में फंसाया गया। अब रास्ते में गाड़ी रोक कर मारपीट की गयी। हालांकि एसपी हर किशोर राय ने इससे साफ इनकार किया था। उन्होंने कहा था कि अपने साथी को बचाने के लिये जदयू नेता द्वारा आरोप लगाया जा रहा है।
दर्ज प्राथमिकी में छापेमारी के दौरान पुलिस से धक्का-मुक्की और मारपीट करने के साथ-साथ सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने का गंभीर आरोप है। पुलिस ने अलग-अलग करीब पांच धाराएं लगाई हैं। इसमें रोहित व विपुल सगे भाई हैं। गौरतलब हो कि एक रोज पहले जदयू नेता बजरंगी ने पुलिस पर मारपीट किए जाने का आरोप लगाया था। जबकि, जदयू नेता द्वारा लगाए जा रहे आरोपों के संदर्भ में पुलिस का कहना था कि आरोपी को बचाने के लिए मारपीट किए जाने संबंधी झूठा आरोप लगाया जा रहा है। रविवार को प्राथमिकी होने के साथ ही पूरे मामले ने नया मोड़ ले लिया है। इधर, जदयू नेता के साथ कथित मारपीट व प्राथमिकी दर्ज होने के बाद राजनीतिक दलों में सरगर्मी तेज हो गई है।
नवादा थाना में जो प्राथमिकी दर्ज की गई है, उसमें आरोप लगाते हुए कहा गया हैं कि शनिवार की दोपहर पुलिस को तकनीकी सेल के जरिए गुप्त सूचना मिली थी कि कांड में आरोपित विपुल सिंह ओवरब्रिज के रास्ते सफारी गाड़ी से जा रहा है। इस दौरान ओवरब्रिज के पास पुलिस टीम ने सफारी गाड़ी को रोका। सफारी गाड़ी में सवार प्रिस बजरंगी, रोहित सिंह व विपुल सिंह तीनों उतरे। गाड़ी से उतरते ही तीनों पुलिस से उलझ गए। इस दौरान प्रिस बजरंगी सफारी गाड़ी लेकर भाग निकला। गाड़ी में विपुल सिंह भी सवार होकर फरार हो गया। पुलिस ने आरोपियों को भगाने एवं सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने के आरोप में रोहित सिंह को गिरफ्तार किए जाने का जिक्र किया है। तीनों को नामजद आरोपित किया गया है।
इससे पूर्व ओवरब्रिज की घटना को लेकर जदयू नेता प्रिस बजरंगी ने पुलिस पर मारपीट किए जाने का गंभीर आरोप लगाया था। सदर अस्पताल में इलाज कराया गया था। सनद हो कि जमीन संबंधी पारिवारिक झगड़े को लेकर रोहित, विपुल व प्रिस तीनों लोगों पर पहले बड़हरा थाना में केस हुआ था। इसमें रोहित सिंह को जमानत मिल गई थी।
पुलिस द्वारा कथित रूप से जदयू नेता प्रिस बजरंगी के साथ मारपीट किए जाने को लेकर आक्रोशित पार्टी के नेता व कार्यकर्ता रविवार को सड़क पर उतर गए। शहर के कतीरा मोड़ के समीप पुलिस-प्रशासन का पुतला फूंका गया। नाराज जदयू नेता व कार्यकर्ता झूठे केस में फंसाए जाने का आरोप लगा रहे थे।
आरा में दिनदहाड़े 7 लाख के गहने की लूट
आरा: आरा में नकाबपोश अपराधियों ने दिनदहाड़े स्वर्ण व्यवसायी से करीब 7 लाख के गहने एवं नकद लूट लिए। इस दौरान बाइक सवार अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की जिसमें स्वर्ण व्यवसायी बाल-बाल बच गये। अपराधियों ने स्वर्ण व्यवसायी की पिटाई भी की| लूट की यह वारदात नवादा थाना क्षेत्र के कॉलेज के पिछले गेट के पास करमन टोला इलाके की है जहां इस घटना से पूरे इलाके में अपरा-तफरी मच गई है। मौके से पुलिस ने एक खोखा और एक पिल्लेट भी बरामद किया है| सदर एसडीपीओ पंकज रावत मौके पर पहुँच कर छानबीन कर रहे है|
नवादा थानाध्यक्ष ने बताया कि आरा टाउन थाना क्षेत्र के तरी मुहल्ला, बिचली रोड निवासी लक्ष्मण प्रसाद गुप्ता पेशे से आभूषण दुकानदार है। आभूषण कारीगर का भी काम करते हैं। सोमवार की दोपहर गहना लेकर पटना जाने के लिए बाइक से रेलवे स्टेशन जा रहे थे। इस बीच करमन टोला-राजेन्द्र नगर गली में ओवरटेक कर अपराधियोंं ने आभूषण व्यवसाययी को घेर लिया और पिस्तौल के बल पर लूटपाट शुरू कर दी। इस दौरान व्यवसाययी के पास से करीब दस हजार रुपये नकद और चालीस ग्राम से जेवरात, पर्स व मोबाइल छीन लिया। इस दौरान विरोध करने पर फायरिंग भी की गई। पीड़ित दुकानदार के अनुसार पहले बाइक रोककर पीटा गया और फिर फायरिंग की गई। थानाध्यक्ष ने बताया कि इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर जांच की जा रही है तथा पुलिस अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी भी कर रही है|
बताया जाता हैं कि हथियार बंद अपराधियोंं ने लूटपाट कर भागने के दौरान रास्ते में भी ताबड़तोड़ फायरिंग की। हालांकि, किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। दरअसल, वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधी करमन टोला-नवादा गली के रास्ते भाग रहे थे। लेकिन, आगे भीड़ लगी थी। इस दौरान बाइक सवार अपराधियोंं ने रास्ते में भी भीड़ हटाने के लिए दो-तीन राउंड फायरिंग की। बाद में हथियार लहराते हुए फरार.हो गए। बाद में सूचना मिलने पर नवादा इंस्पेक्टर संजीव कुमार भी पहुंच गए।
वारदात के बाद भोजपुर पुलिस की टीम करमन टोला में लगे सीसीटीवी कैमरा को खंगाल रही हैं। पुलिस को वारदात का फूटेज भी मिला है। जिसकी मदद से पुलिस अपराधियोंं को चिह्नित करने के प्रयास में लगी हुई हैं। हालांकि, अपराधी मुंह पर नकाब लगाए दिखाए दे रहे है।
दहेज़ के मामले में पत्नी के साथ मारपीट का आरोपी पति गिरफ्तार
आरा : भोजपुर के सहार थानान्तर्गत पेरहाप गांव से पुलिस ने दहेज के लोभ में प्रताड़ित करने का आरोपी पति को गिरफ्तार किया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार युवक राम टहल राम का पुत्र बाल्मीकि राम है। गिरफ्तार युवक की पत्नी द्वारा आवेदन स्थानीय पुलिस को दी गई थी जिसमें उसने पति बाल्मीकि राम पर यह आरोप लगाया था कि उसका पति उससे हमेशा मायके से सीकरी फ्रिज और गोदरेज की मांग करता था। नहीं देने पर वह हमेशा अपनी पत्नी को मारपीट कर प्रताड़ित करता था। ज्ञात हो की गिरफ्तार युवक की शादी जमीरा स्थित लक्ष्नपुर में बबीता कुमारी से फरवरी 2018 में हुई थी ।
लड़की के पिता का स्वर्गवास हो जाने के कारण लड़की की शादी लड़की के मामा और फूफा तथा अन्य ग्रामीणों ने मिलकर किया था। प्राप्त जानकारी के अनुसार युवक बाल्मीकि कुमार प्रताड़ना के मामले में पहले भी जेल जा चुका है। फिलहाल स्थानीय पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
520 विद्यार्थियों का नामांकन हुआ रद्द
आरा : वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में एडमिशन रद्द करने का मामला प्रकाश में आया है। विद्यार्थियों को एडमिशन अधिनियम के खिलाफ विषय का चयन करना महंगा पड़ गया है। स्नातक पार्ट सत्र 2020-23 में नामांकन समाप्त होने के बाद उनका दाखिल रद्द कर दिया गया है। ऐसे में उनका पंजीयन पत्र आने में मुश्किल हो गया है। ऐसे विद्यार्थियों की संख्या पांच सौ से अधिक है। विवि अधिकारियों ने बताया कि लगभग 520 छात्र हैं जिनका नामांकन रद्द कर दिया गया है।
इसकी जानकारी देते हुए छात्र कल्याण अध्यक्ष प्रो के के सिंह ने बताया कि विद्यार्थियों को उनके मोबाइल पर भी सूचना दे दी गयी है। इन विद्यार्थियों ने नियम के अनुसार आनर्स विषय का चयन नहीं किया था। जांच के दौरान में कई कॉलेजों ने भी इस तरह की बातों से विवि को अवगत कराया है जबकि कुछ कॉलेजों ने जानकारी देना मुनासिब नहीं समझा। इसके बाद विस्तार से इसकी जांच की गयी। जिसके बाद लगभग 520 विद्यार्थियों का एडमिशन सही नहीं पाया गया। उन्होंने बताया कि जब छात्रों को सूचीत कर दिया गया था कि छात्र वहीं ऑनर्स पेपर लेंगे। एडमिशन अधिनियम के अनुसार सभी ने एडमिशन ले लिया है।
सर्टिफिकेट सत्यापन में मामला सामने आने के बाद हम लोगों ने उनका एडमिशन रद्द कर दिया हैं। उन्होंने बताया की विवि प्रशासन इन विद्यार्थियों का पंजीयन पत्र जारी नहीं करेगा। मालूम हो कि 15 फ़रवरी को पंजीयन पत्र जारी किया जाना है। इधर सवाल उठता है कि अब ऐसे विद्यार्थियों के भविष्य का क्या होगा। इस पर अधिकारियों ने बताया कि उस कॉलेज में अगर सीट रहती है तो वहां के विद्यार्थियों का एडमिशन हो सकता है। अन्यथा आगे कुछ नहीं किया जा सकता।
महाराजा कॉलेज केंद्र पर बहिष्कृत बीएड की परीक्षा का रिजल्ट औसतन के आधार पर होगा जारी
आरा : वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के बीएड प्रथम वर्ष सत्र 2019-21 के विद्यार्थियों का रिजल्ट विवि अगले सप्ताह के शुरुआत में जारी कर देगा। छात्रों के कारण भोजपुर के बीएड कॉलेजों के रिजल्ट प्रकाशन में फंसा पेंच दूर हो गया है। परीक्षा समिति की बैठक में लिए गये निर्णय के आलोक में बीएड प्रथम वर्ष का रिजल्ट बुधवार तक जारी कर दिया जायेगा।
मालूम हो कि बीएड की परीक्षा दिसंबर माह में लिया गया था। बता दें कि इस परीक्षा के दौरान महाराजा कॉलेज केंद्र पर बीएड के परीक्षार्थियों ने शुरुआती दो दिन परीक्षा का बहिष्कार कर दिया था। जबकि अन्य दिन परीक्षा ली गयी। वहीं आरा मुख्यालय को छोड़कर अन्य जिला के केन्द्रों पर परीक्षा ली गयी थी। वहीं आरा में बहिष्कृत परीक्षाओं का दोबारा आयोजन कराया जाय या नहीं, इस पर रिजल्ट फंसा था। यह पेंच भी अब दूर हो गया है। परीक्षा समिति ने बीएड के विद्यार्थियों को औसत अंक देकर पास करने का निर्णय लिया है। बीएड प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को दो पेपर में औसतन अंग देकर रिजल्ट जारी किया जायेगा। इसकी तैयारी शुरू कर दी गयी है। आपको बता दें कि रिजल्ट तैयार कर लिया गया है। सिर्फ औसतन अंक दिया जाना बाकी है। जिसे अगले सप्ताह तक पूरा कर लिया जायेगा। विवि का कंप्यूटर सेंटर रिजल्ट प्रकाशन में लगा हुआ है। वहीं जैन कॉलेज केंद्र पर बीएड सेकंड वर्ष के परीक्षार्थियों द्वारा बहिष्कृत परीक्षा का आयोजन कराया जायेगा। परीक्षा होने के बाद ही रिजल्ट जारी होगा।
सफारी गाड़ी के तहखाना में हथियार ला रहे तीन तस्कर गिरफ्तार
आरा: भोजपुर जिले के पीरो थाना के रहने वाले तीन हथियार तस्करों को 15 पिस्टल और 30 मैगजीन के साथ एसटीएफ और लखीसराय जिला पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में गिरफ्तार किया गया हैं। पुलिस ने एक सफारी गाड़ी भी जब्त किया है। गिरफ्तार तीनों हथियार तस्कर भोजपुर जिले के पीरो थाना क्षेत्र के हसनबाजार ओपी अन्तर्गत नोनार के रहने वाले पुटपुट गोस्वामी, मुन्ना गुप्ता और शिट्टू कुमार हैं। पुलिस को सूचना मिली थी कि हथियारों की एक बड़ी खेप की तस्करी हो रही है, जिसे लेकर अपराधी भोजपुर जाने वाले हैं।
सूचना मिलते ही एसटीएफ और लखीसराय जिला पुलिस ने नगर थाना क्षेत्र के टोल प्लाजा के पास नाकाबंदी की और एक सफारी कार को रोका। सफारी गाड़ी की तलाशी लेने पर उसमे हथियारों का जखीरा मिला। तस्करों ने गाड़ी में तहखाना बनाकर पिस्टल और मैगजीन को छिपा रखा था। हथियार तस्कर मुंगेर से हथियार लेकर आरा में बेचने वाले थे लेकिन इससे पहले ही एसटीएफ़ और जिला पुलिस ने धर दबोचा. पुलिस फिलहाल पकड़े गए तस्करों से पूछताछ कर रही है।
राम राज्य में किसी को कोई ताप ने परेशान नही किया—देवरहा शिवनाथ दास जी
आरा : कहा जाता है कि संतो की अमृतमयी वाणी से प्रवचन सुनने से सुख समृद्धि व वैभव प्राप्त होता है। संत श्री देवराहा शिवनाथ दास जी महाराज के आगमन के अवसर पर आज आरा में पकड़ी के रामसुन्दर पथ स्थित सुशीला कम्पाउंड में हरिनाम संकीर्तन और प्रवचन का आयोजन किया गया।संतश्री का श्रद्धालुओं ने भव्य स्वागत किया।इसके बाद श्रद्धालुओं ने संतश्री की पूजा अर्चना की।
पूजा अर्चना के बाद श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए संतश्रीदेवराहाशिवनाथदासजी महाराज ने कहा कि ।।दैहिक, दैविक भौतिक तापा।।। राम राज काहू नहीं व्यापा।।संतश्री ने कहा कि भगवान राम के राज में जीव पर न तो दैहिक कष्ट था।न तो दैविक कष्ट था और ना ही भौतिक कष्ट था।आज कलियुग में सभी लोग सत्संग, पूजा, पाठ,माला,कर रहे हैं फिर भी लोग नाना प्रकार के कष्टों से पीड़ित हैं।इसका कारण क्या है?आज अपने को भक्त या संत कहने वाले लोग किसी न किसी व्याधि से पीडित हैं क्यों?
संतश्री ने आगे कहा कि लोगों को किसी भी व्याधि से पीड़ित रहने का एक ही कारण है ज्ञान और भक्ति का कुल्ली करना।ढोंगवाद और पाखंडवाद को बढ़ावा देना।आज लोग यदि सत्मार्ग को अपनाकर अपना काम करने लगे और सच्चे हृदय से एक पल भी हरिनाम का सुमिरन करे और सही आचरण को अपनाले तो फिर वह इस कलिकाल में रहते हुए भी सतयुग में ही है।एक बार एक संत अपने शिष्य के साथ भ्रमण के लिए निकले।रास्ते में उन्हें एक पका हुआ आम गिरा मिला।शिष्य ने उस पके हुए आम को उठा लिया और गुरुजी को भेंट स्वरूप उस आम को दे दिया।
गुरु जी ने पूछा यह आम तुम्हें कहाँ से मिला?शिष्य ने कहा रास्ते में गिरा हुआ था।इस पर संत ने अपने शिष्य से कहा कि मैं भगवान राम का भक्त हूँ।इस आम को जहाँ से लाए हो,वहीं जाकर रख दो।मैं यह पाप न तो स्वयं करुंगा और ना ही तुम्हें करने की शिक्षा दूंगा।गुरु के इतना कहते ही वह शिष्य जहाँ से आम को उठाया था, वहीं पर रख आया।कहने का अभिप्राय है कि यहां पर गुरु ज्ञान की कुल्ली न कर उसे अपने आचरण में उतारकर शिष्य को दिखाया,तभी उस शिष्य की आत्मा में भी यह विचार आया और वह जहां से आम उठाया फिर वहीं पर रख दिया।अतैव ज्ञान की कुल्ली न कर स्वयं उसे अपने आचरण में उतारकर दूसरे को उपदेश देने पर वह ग्राह्य होता है अन्यथा नहीं।