10 फरवरी : सारण की मुख्य खबरें

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18 साल से कम उम्र के बच्चे व गर्भवती महिलाओं को नहीं लगेगा कोविड टीका

छपरा : कोविड वैक्सीन का टीका लगने के बाद कोरोना की महामारी से बचने की आस हर किसी में है लेकिन कोविड वैक्सीनेशन किसे कराना है किसे नहीं इसको लेकर तरह-तरह की भ्रांतियां हैं। सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने बताया है कि यदि कोई कैंसर, मधुमेह, उच्च रक्तचाप आदि जैसी बीमारियों की दवा ले रहा है तो वह भी कोरोना का टीका लगवा सकता है।

इनमें से एक या एक से अधिक स्वास्थ्य परिस्थितियों वाले व्यक्तियों को एक उच्च जोखिम वाली श्रेणी माना जाएगा। सिविल सर्जन ने कहा कि जो कोरोना संक्रमित रह चुके हैं उन्हें भी कोविड टीकाकरण कराना चाहिए। उच्च जोखिम वाले समूहों को प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीनेशन के लिए चिह्नित किया गया है।

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इन्हें तीन समूहों में बांटा गया है- पहले समूह में हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर शामिल हैं, दूसरे समूह में 50 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति और जो पहले से ही किसी रोग से ग्रसित हैं। इसके बाद अन्य आम लोगों को वैक्सीन उपलब्ध करायी जायेगी ।

18 साल से कम उम्र के बच्चे व गर्भवती महिलाओं को नहीं लगेगा टीका :

सिविल सर्जन ने बताया कि कोविड-19 का टीका पूरी तरह से सुरक्षित और प्रभावी है। जिले में अब तक किसी भी व्यक्ति में टीकाकरण के बाद कोई साइड इफ़ेक्ट देखने को नहीं मिला है। उन्होंने बताया कोविड-19 का टीका गर्भवती महिला, स्तनपान कराने वाली महिला और 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चे और बच्चियों को नहीं दिया जाएगा।

वैक्सीन की प्रभावशीलता 80 से 90% है। वैक्सीन बेहद कारगर एवं पूरी तरह सुरक्षित है। वैक्सीन के अच्छे नतीजे देखने को मिल रहे हैं। लोगों के बीच वैक्सीन को लेकर फैली भ्रांतियों पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि क्लिनिकल ट्रायल के बाद ही वैक्सीनेशन शुरू शुरु किया गया है।

दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्करों का को हो रहा टीकाकरण :

सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने बताया कि फ्रंटलाइन वर्कर में नगर निगम के कर्मचारी, पंचायती राज विभाग के कर्मचारी, पुलिस कर्मी, व सरकारी विभाग के कर्मचारी शामिल हैं। दूसरे चरण के टीकाकरण अभियान में फ्रंटलाइन वर्कर्स में उन लोगों को शामिल किया गया है जो कोरोना संक्रमितों के इलाज, नियंत्रण तथा प्रतिरक्षण में प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से जुड़े रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीकाकरण के लिए सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर टीम तैनात की गयी है। इसके बाद तीसरे चरण में आम लोगों को स्वेच्छा के आधार पर टीका दिया जायेगा।

प्रथम चरण के टीकाकरण में राज्य में दूसरे स्थान पर है सारण :

सारण में प्रथम चरण के का टीकाकरण में 90.1 प्रतिशत की उपलब्धि हासिल हुई है। इस उपलब्धि के साथ सारण जिले को पूरे राज्य में दूसरा स्थान हासिल हुआ है। अब तक 16655 स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण किया जा चुका है। वहीं शिवहर जिले को पहला स्थान मिला है।

28 दिन के बाद पड़ेगा दूसरा डोज :

जिन स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड टीके का पहला डोज लगा है, उन सभी कर्मियों को 28 दिनों के बाद दूसरा डोज दिया जाएगा। पहला डोज लेने वाले हेल्थ केयर वर्करों का फॉलोअप किया जा रहा है और इसके साथ ही उन्हें प्रेरित किया जा रहा है कि कोविड-19 लेने के बाद भी कोविड-19 अनुरूप व्यवहारों का पालन करना आवश्यक है। इसलिए फेस मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और हाथों की धुलाई जैसे नियमों का पालन करते रहना आवश्यक है। शुरू में लोगों के मन में टीकाकरण को लेकर जो भय था वह अब खत्म हो गया है। लोग उत्साह के साथ टीकाकरण स्थल पर पहुंचकर अपना टीकाकरण करा रहे हैं।

आदित्य अग्रवाल ने सभी नवनिर्वाचित मंत्रियो को दी बधाई

छपरा : भारतीय जनता पार्टी व्यापार प्रकोष्ठ बिहार प्रदेश के सदस्य आदित्य अग्रवाल द्वारा नए मंत्रिमंडल के विस्तार पर सभी नवनिर्वाचित मंत्रियो को बधाई दी गयी एवं हर्ष प्रकट किया गया है, उद्योग मंत्री शाहनवाज़ हुसैन एवं मंत्री प्रमोद कुमार से मिलकर उन्हें आगमी सत्र हेतु शुभकामनायें दी गयी, उधर इंटरनेशल वैश्य फेडरेशन के तत्वाधान में एक बैठक आदित्य अग्रवाल की अध्य्क्षता में आयोजित हुई।

जिसमें सदस्यों द्वारा मंत्रिमंडल के विस्तार के पश्चात सभी नवनियुक्त मंत्री गण को बधाई दी गयी, बैठक में इंटरनेशल वैश्य फेडरेशन के प्रेसिडेंट आदित्य अग्रवाल ने कहा की अब बिहार में भी उद्योग और व्यापार में बढ़ोतरी होगी एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के नेतृत्व में बिहार व्यापार और उद्योग के क्षेत्र में भी प्रगति के सर्वोच्च शिखर पर देश के अन्य विकसित राज्यों की तरह स्थापित होगा।

बैठक में मुख्य रूप से इंटरनेशनल वैश्य फेडरेशन के अध्य्क्ष आदित्य अग्रवाल, प्रदेश के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अधिवक्ता गंगोत्री प्रसाद, प्रदेश उपाध्यक्ष वरुण प्रकाश, दीनदयाल कुमार अधिवक्ता, रवि ब्याहुत, डॉ राजेश डाबर, सुधाकर प्रसाद, संतोष ब्याहुत, गौरव ब्याहुत, मुरारी प्रसाद, राजीव रंजन ब्याहुत,गिरधारी प्रसाद व वैश्य महिला मोर्चा से सुषमा सोनी उपस्थित हुई।

निर्धारित दर से अधिक की शिकायत आने पर होगा दुकानदारों का लाइसेंस रद्द

छपरा : जिला अधिकारी ने जिला कृषि टास्क फोर्स की बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि उर्वरकों की कालाबाजारी और निर्धारित दर से अधिक दर पर बेचे जाने की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। इसके लिए सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी को क्षेत्र में भ्रमण सील रहने का निर्देश दिया।

जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि कुल 64 छापेमारी की गई है। जिसमें 16 जगह पर अनियमितता पाई गई और इन सभी दुकानों का लाइसेंस रद्द किया गया है। जिलाधिकारी के द्वारा सभी प्रखंडों में प्रखंड स्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की बैठक करा लेने का निर्देश दिया गया है।

जिला कृषि टास्क फोर्स की बैठक समाहरणालय सभागार में संपन्न हुई। इस बैठक में जिला कृषि पदाधिकारियों ने बताया कि सारण जिला के 5 प्रखंडों में प्लास्टर के रूप में जैविक कृषि को प्रोत्साहित करने के लिए 1000 एकड़ में जैविक खेती कराई जा रही है। जिला अधिकारियों के द्वारा पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत प्राप्त आवेदनों को ठीक तरह से जांच कर लेने और फर्जीवाड़े के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने की बात कही। वहीं जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि पशु चिकित्सा के मामले में जिला में लक्ष्य का 157 प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त किया गया है।

जिला अधिकारी के द्वारा कहा कि किसानों की आमदनी बढ़े इस को ध्यान में रखकर सरकार की योजनाओं को प्राथमिकता के साथ पूर्ण कराएं। जहां बैठक में जिलाधिकारी के साथ उप विकास आयुक्त अमित कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, काव्य पदाधिकारी, सहायक निदेशक उद्यान, रसायन, पौध संरक्षण सभी अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी, सहित कई अन्य उपस्थिति रहे।

रिविलगंज के वार्ड नंबर 19,20,21 में किया गया कंबल वितरण

छपरा : रिविलगंज के वार्ड नंबर 19,20,21 में लोहा टोला, सिंगर टोला, अजमेरगंज, में कंबल वितरण विधवा बुजुर्ग महिला को दिया गया जो ठंड में कमल की आवश्यकता पढ़ती है। धर्मेंद्र सिंह समाजसेवी ने कहा कि छपरा रिविलगंज के बस्ती जहां करीब विधवा बुजुर्ग रहते हैं।

चिन्हित कर कंबल वितरण किया जा रहा है जब तक ठंड रहेगी किया जाएगा। मेरा उद्देश्य गरीबों की सेवा करना है इसमें मेरा कोई राजनीतिक लोग नही हैं वही मनोज सिंह, भोला सिंह धर्मेंद्र सिंह समाजसेवी को स्वागत किया,साथ में मुन्ना साह मुखिया प्रतिनिधि साडा, भी वहां उपस्थित होकर अपने हाथों से गरीबों को कमल दिया वहां पर उपस्थित भोला सिंह सिताब दियारा, मनोज सिंह रिविलगंज, मुकेश यादव, अन्य ग्रामीण युवा भाई उपस्थित रहे.

परीक्षा विभाग एवं कुलपति के खिलाफ हुई जमकर नारेबाजी

छपरा : ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआईएसएफ) सारण जिला इकाई के छात्रों ने संगठन के राज्य उपाध्यक्ष राहुल कुमार यादव के नेतृत्व में जयप्रकाश विवि कैम्पस में पहुंचे और परीक्षा विभाग एवं कुलपति के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। स्नातक प्रथम खंड के परीक्षा फॉर्म भरने से वंचित किए जाने एवं अंक पत्र में सुधार नहीं होने से आक्रोशित छात्र- छात्राएं बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय पहुंचे और मुख्य द्वार के गेट में तालाबंदी कर विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. छात्रों की नारेबाजी को सुनकर बीएसडब्ल्यू उदय शंकर ओझा व जनसंपर्क पदाधिकारी हरिश्चंद्र यादव छात्रों के बीच पहुंचे और कुलपति के आदेश से प्रति कुलपति लक्ष्मी नारायण झा से बातचीत के लिए बुलाया।

जिसके बाद छात्रों का छ: सदस्यीय दल परीक्षा नियंत्रक अनिल सिंह, बीएसडब्ल्यू उदय शंकर ओझा, जनसंपर्क पदाधिकारी हरिश्चंद्र यादव की मौजूदगी में प्रतिकुलपति वार्ता हुई। बातचीत में प्रति कुलपति एवं मौजूद अधिकारियों ने छात्रों को आश्वासन दिया कि आज ही इस संबंध में कुलपति की अध्यक्षता में बैठक होंगी और छात्र हित में निर्णय लिया जाएंगे, सभी छात्रों को परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाएगी इस संबंध में एक दो-रोज में विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से पत्र निकाली जाएंगी. आप सबकी मांगें जायज हैं, बैठक में इस संबंध में बातचीत कर निश्चित ही छात्रों के हित में निर्णय लिए जाएंगे. जिसके बाद आक्रोशित होकर हंगामा कर रहे छात्र-छात्राएं शांत हुए।

राज उपाध्यक्ष राहुल कुमार यादव ने कहा कि जयप्रकाश विश्वविद्यालय की गलतियों का खामियाजा छात्र भुगत रहे हैं. विवि प्रशासन द्वारा सत्र नियमित करने की हड़बड़ी में कई बड़ी गड़बड़ियां की गई. छात्रों के अंकपत्र में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई और छात्रों को कम अंक देकर, अब्सेंट और प्रमोट कर उन्हें फेल कर दिया गया. विवि प्रशासन द्वारा अंकपत्र में हुई गड़बड़ी में कोई सुधार नहीं किया गया और अब रजिस्ट्रेशन वैलिडिटी सेशन समाप्त बोलकर उन्हें परीक्षा फॉर्म भरने से वंचित किया जा रहा है. अब उन्हें फिर से प्रथम वर्ष में नामांकन कराने के लिए बोलकर छात्रों का आर्थिक और मानसिक शोषण किया जा रहा है जिसे हम कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।

राज्य पार्षद अमित नयन ने कहा कि छात्रों की समस्याओं का जल्द समाधान नहीं हुआ तो हम सभी छात्र-छात्राएं मिलकर जयप्रकाश विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ उग्र आंदोलन करेंगे, अगर जरूरत पड़ी तो हाईकोर्ट का भी दरवाजा खटखटाएंगे। पूर्णिमा कुमारी, शिल्पी तिवारी, काजल कुमारी, ज्योति कुमरी शबनम खातून, किरण कुमारी, निकिता कुमारी, प्रीति कुमारी, प्रियंका कुमारी, कंचन कुमारी,चंदन कुमार, फिरोज आलम, रजनीश कुमार, अभिषेक कुमार, उपेंद्र कुमार, विकास सिंह, अन्नू प्रिया, शमा परवीन, प्रीति कुमारी, निधि कुमारी, माधुरी कुमारी, सहित सैकड़ों छात्र-छात्राएं मौजूद थे।

सरकारी अस्पतालों का मुख्य उद्देश्य मरीजों को बेहतर सुविधा प्रदान करना

छपराः स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण एवं अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस करने के लिए सरकार कृत संकल्पित है। पीएम मोदी की सोच और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में सरकारी अस्पतालों में मरीजों को बेहतर सुविधा प्रदान कराने के उद्देश्य से अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया करायी जा रही हैं।

निजी अस्पतालों के तर्ज अब सदर अस्पताल में सिटी स्कैन, डिजिटल एक्स-रे, डायलिसिस की सुविधा मुहैया करायी गयी है। उक्त बातें सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने सदर अस्पताल में डायलिसिस यूनिट का उद्घाटन करते हुए कही। उन्होंने कहा कि जिले में डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध नहीं थी, इसके लिए मरीजों को निजी सेंटर या जिले के बाहर सेंटर जाना पड़ता था।

इसमें ज्यादा फीस चुकाना पड़ती है। लेकिन अब जिला अस्पताल में डायलिसिस सेंटर शुरू होने के बाद किडनी के मरीजों को जिले में सुविधा के साथ ही आर्थिक राहत भी मिलेगी। खासकर गरीब वर्ग के लोगों को डायलिसिस के लिए कर्ज लेना नहीं पड़ेगा। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मरीजों को डायलिसिस कराने के लिए अब जिले से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। वर्तमान समय में डायलिसिस कराने के लिए मरीजों को पटना या देश के अन्य शहरों में जाना पड़ता है।

खासकर डायलिसिस की आवश्यकता किडनी फेल्योर के मरीजों को पड़ती है। वर्तमान समय में जिले में किडनी फेल होने की स्थिति में मरीजों को डायलिसिस कराई जाती है। किडनी के मरीजों को उन्हें नजदीकी शहर में डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है। सिटी स्कैन में अब तक 357 लोगों को सुविधा दी जा चुकी है। प्रतिदिन यहाँ 35 लोगों का सिटी स्कैन किया जा रहा है।

आधुनिक संसाधनों तथा सुविधाओं से सुसज्जित है यूनिट :

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम के तहत डायलिसिस सेंटर की स्थापना नेफ्रो नेफ्रों हेल्थ केयर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के द्वारा पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के आधार पर की गई है। इस सेंटर में पांच बेड की व्यवस्था की गई है| और विश्व स्वास्थ संगठन तथा भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा निर्देशों के अनुरूप सभी मानकों को पूरा किया गया है । आधुनिक संसाधनों तथा सुविधाओं से सुसज्जित यह केंद्र चालू हो जाने से छपरा शहर समेत सारण जिले के किडनी फेल्योर मरीजों को निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा आसानी से उपलब्ध होगी।

आयुष्मान भारत कार्डधारकों को नि:शुल्क मिलेगी सुविधा :

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि सरकार के द्वारा प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत बीपीएल परिवार के मरीजों को पांच लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज के लिए गोल्डन हेल्थ ई- कार्ड की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। वैसे मरीज भी डायलिसिस सेंटर में निःशुल्क डायलिसिस करा सकेंगे, जिनके पास गोल्डन हेल्थ ई- कार्ड की सुविधा उपलब्ध है।

डायलिसिस की सुविधा के लिए होगा ऑनलाइन पंजीकरण :

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि इस सुविधा को प्राप्त करने के लिए लोगों को तीन चीजें लेकर आना आवश्यक है, जिसमें चिकित्सक के परामर्श का पर पर्चा, राशन कार्ड तथा आधार कार्ड शामिल है|, जिसके आधार पर ऑनलाइन पंजीकरण डायलिसिस सेंटर में किया जाएगा| तथा पंजीकरण के बाद तीन बार डायलिसिस की सुविधा मिलेगी। तीन बार सेवा प्राप्त करने के बाद फिर नए सिरे से पंजीकरण कराना होगा। डायलिसिस सेंटर में ऑनलाइन निबंधन के बाद लोगों को अस्पताल प्रबंधक से सत्यापन कराना होगा।

सत्यापन पर्चा डायलिसिस सेंटर में लाकर जमा करना होगा, जिसके आधार पर अस्पताल के उपाधीक्षक के द्वारा ऑनलाइन अप्रूवल दिया जायेगा, जिसके बाद यह सुविधा मिलेगी। जिन लोगों के पास राशन कार्ड की सुविधा नहीं है, उन्हें 1634 रुपए जमा करने पर यह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इस मौके पर स्थानीय विधायक डॉ सीएन गुप्ता, क्षेत्रीय अपर निदेशक डॉ रत्ना शरण, सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा, उपाधीक्षक डॉ. रामइकबाल प्रसाद, डीपीएम अरविन्द कुमार, डीपीसी रमेश चन्द्र कुमार, डीसीएम ब्रजेंद्र कुमार सिंह, हेल्थ मैनेजर राजेश्वर प्रसाद, सीफार के डीसी गनपत आर्यन समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे।

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