महिलाओं का शिक्षित होना समाज सशक्तीकरण के लिये जरूरी
दरभंगा : विभागाध्यक्ष डॉ० हंसदा ने अपने संबोधन में सभी छात्राओं को प्रेरणात्मक बातें कही तथा उन्होंने इस विभाग की स्थापना के बारे में भी बहुत सारी बातें बताई। उन्होंने डॉ० श्यामा चौधरी, डॉ० निर्मला झा, डॉ० सरोजिनी देवी तथा डॉ० ईशा सिन्हा आदि पूर्व विभागाध्यक्षों को याद किया तथा इस विभाग को बनाने में इन सभी के योगदान के बारे में विस्तृत जानकारियाँ दी।
आगे उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं से ही किसी विभाग की पहचान होती है। आप सभी इस विभाग की अनमोल रत्न हैं। आज यह देखकर बहुत प्रसन्नता हो रही है कि आप सभी देश के विभिन्न हिस्सों में बड़े-बड़े पदों पर हैं। आप सबों ने इस कार्यक्रम में आकर न सिर्फ विभाग को जीवंत बनाया है बल्कि वर्तमान सत्र में पढ़ रही छात्राओं का भी मनोबल बढ़ाया है।
आगे उन्होंने कहा कि परिवार शिक्षित होगा तो समाज शिक्षित और समाज शिक्षित होगा तो भारत को विश्वगुरु बनने से कोई रोक नहीं सकता है। इसीलिए महिलाओं का शिक्षित होना समाज के सशक्तीकरण के लिये बहुत जरूरी है। आज राज्य सरकार सभी स्नातक पास छात्राओं को प्रोत्साहन राशि के रूप में ₹ 25000 दे रही है और अब उस प्रोत्साहन राशि को बढ़ाकर ₹ 50000 कर दिया गया है। आप सभी छात्रा ज्यादा से ज्यादा शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़े मेरा आशीर्वाद आप सबों के साथ है।
डॉ० अपराजिता कुमारी ने इस मंच पर आगामी सेमिनार के बारे में विस्तृत जानकारी दी तथा छात्राओं को आगामी 30 जनवरी को आयोजित सेमिनार में भाग लेने के लिए प्रेरित किया। राष्ट्रीय स्तर के सेमिनार में हिस्सा लेकर छात्राएं काफी लाभान्वित होंगी।
डॉ० वंदना (पुरा-छात्रा) ने कहा के अगर आपलोग गृह विज्ञान में पढ़ रहे हैं तो आगे अवसर बहुत है। यह विज्ञान और कला दोनों है, इसलिए हर बच्चे को अपने विषय को ध्यान से पढ़ने और बढ़ने को प्रेरित किया। आप ही कल की भविष्य हैं। अगर आपका वर्तमान शैक्षणिक पृष्ठभूमि सबल होगा तो कल का भविष्य आपके हाथों में होगा।
डॉ० श्वेता श्री ने कहा कि कोई भी संस्थान न सिर्फ प्रशासन तथा शिक्षकों से बनती है बल्कि छात्रों की उपलब्धियाँ एवं सफलताओं से भी बनती है, आप जिस भी क्षेत्र में है अपना अच्छा प्रदर्शन दें। आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं है। आज हर क्षेत्र में अपने प्रतिभा के दम पर उन्होंने साबित कर दिया है कि वो पुरुषों से कहीं अधिक काम कर सकती हैं।
इस बीच बहुत सारे कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें छात्राओं ने हर्षोल्लास से भाग लिया। यहां उपस्थित सभी ने इस कार्यक्रम का आनंद उठाया। जिसमें बहुत सारी पुरानी छात्राएं उपस्थित हुई। मंच का संचालन संयुक्त रूप से डॉ० प्रगति, पूजा व मेघा ने किया। स्वागत गीत में पूजा, काजल, दिव्या, शाइस्ता तथा मुसर्रत ने भाग लिया। इस कार्यक्रम के दौरान विभाग के सभी शिक्षक गण तथा वहा के कर्मचारी उपस्थित थे। अंत में डॉ० प्रगति ने सभी का आभार ज्ञापन करते हुए कार्यक्रम का समापन किया।
ललित कला संकाय में त्रिदिवसीय कार्यशाला का हुआ समापन
दरभंगा : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा एवं स्पिक मैके, नई दिल्ली के तत्वावधान में ललित कला संकाय में त्रिदिवसीय कार्यशाला का समापन सत्र आज सफलतापूर्वक संपन्न हुआ विषय विशेषज्ञ विदुषी श्रीमती तुलिका घोष,मुंबई ने अपने अमूल्य संगीत विषयक साधना एवं ज्ञान से सभी छात्र छात्राओं को लाभान्वित किया सर्वप्रथम उन्होंने राग शुद्ध सारंग में बड़ा ख्याल, छोटा ख्याल तथा अंत में खमाज में एक ठुमरी गाकर बच्चो को गाने का सही तरीका बताया एवं अंत में संकायाध्यक्ष प्रो० पुष्पम नारयण के धन्यवादज्ञापन द्वारा कार्यक्रम का समापन किया गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में विभागाध्यक्ष डॉ० ममतारानी ठाकुर, पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो० लावण्य कीर्ति सिंह काव्या, विभागीय शिक्षक डॉ वेदप्रकाश,श्री संगीत मल्लिक एवं प्रिंट मिडिया तथा इलेक्ट्रॉनिक मिडीया बंधू सहित शोध छात्र सह प्रोग्राम कन्वेनर संजीत कुमार, मंच संचालक श्री सागर कुमार सिंह, तकनीकी सहयोगी गणेश कुमार पासवान डिस्टेंस एजुकेशन, शोध छात्रा निधि कुमारी, डॉ० लालती कुमारी एवं, ध्वनि संचालक पंकज चौधरी एवं गितेंद्र ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई!