मध्यान्ह योजना अंतर्गत मिलने वाले चावल का किया गया वितरण
मधुबनी : जिले के विस्फी प्रखंड क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय परसौनी हिंदी के परिसर में मध्यान्ह योजना अंतर्गत मिलने वाले चावल का वितरण परसौनी उत्तरी पंचायत के मुखिया बिंदा देवी की उपस्थिति में बच्चों के अभिभावकों के बीच किया गया। जानकारी हो कि कोरोना वायरस को लेकर सरकारी दिशा निर्देश के आलोक में विद्यालय के पठन-पाठन कार्य बाधित रहा था। जिसके कारण विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को मध्यान्ह भोजन नहीं दिया जा सका था। इसी के तहत प्रखंड क्षेत्र के सभी विद्यालयों में उपलब्ध चावल से अक्टूबर एवं नवंबर माह का वितरण किया जा रहा है।
सरकार ने विद्यालय के पठन-पाठन दिवस के अनुरूप मई से लेकर नवंबर माह तक का चावल वितरण करने का निर्देश दिया है। इस मौके पर बीईओ विमला कुमारी ने कहा कि विभागीय दिशा निर्देश के आलोक में बच्चों के एमडीएम योजना अंतर्गत मिलने वाली चावल सभी विद्यालयों को उपलब्ध करा दी गई है। वहीं छात्रों के खाते में पैसे भेजे जा रहे हैं एमडीएम प्रभारी अरविंद कुमार प्रभाकर ने कहा कि सभी विद्यालयों को चावल उपलब्ध करा दिया गया है.
वहीं मांस्क एवं सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए सभी विद्यालयों पर वितरण की जा रही है। जिसकी औचक निरीक्षण प्रखंड स्तरीय टास्क फोर्स के द्वारा की जा रही है सभी विद्यालय प्रधानों को ससमय चावल का वितरण करने का निर्देश दिया गया है। इस मौके पर विद्यालय प्रधान पवन कुमार विनोद कुमार साफी शालिनी कुमारी रत्मा कुमारी शीला कुमारी रंजू कुमारी सहित कई अभिभावक एवं बच्चे उपस्थित थे।
कोविड-19 टीकाकरण को लेकर किया गया मॉक ड्रिल का आयोजन
मधुबनी : वैश्विक महामारी कोरोना के नियंत्रण को लेकर जिले में टीकाकरण का कार्य किया जाना है। इसको लेकर शुक्रवार को तीन जगहों पर कोविड-19 टीकाकरण को लेकर सफल मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस दौरान प्रत्येक टीकाकरण सत्र पर 25-25 लाभार्थियों को कोविड-19 का डमी टीका लगाया गया। इस दौरान सभी टीकाकरण सत्र स्थल पर कर्मियों को ड्रेस कोड में रहने का निर्देश दिया गया था। पूर्वाभ्यास या ड्राई रन का मुख्य उद्देश्य यह है कि स्वास्थ्य प्रणाली में कोविड-19 टीकाकरण को रोल-आउट करने के लिए निर्धारित तंत्रों के साथ परीक्षण करना।
ज़िला या प्रखंड स्तर पर योजनाओं के क्रियान्वयन और उसके संधारण के लिए को-विन पोर्टल के उपयोग व उसके परिचालन का आकलन करना है। मॉक ड्रिल के दौरान जिलाधिकारी अमित कुमार ने सदर अस्पताल में टीकाकरण का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने बताया जिले के तीनों कोविड-19 वैक्सीनेशन सेंटर पर कोरोना के वैक्सीन का ड्राइ रन किया गया। यह प्रक्रिया वैक्सीन देने की प्रक्रिया का पूर्वाभ्यास था।
जिसमें वैक्सीन देने के प्रत्येक चरणों को निभाया गया। साथ ही जिलाधिकारी द्वारा ओ पी डी, प्रसव गृह, डिजिटल एक्स-रे रूम का निरीक्षण किया गया। तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया। मौके पर सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा, एसीएमओ डॉ सुनील कुमार, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एसके विश्वकर्मा, जिला कार्यक्रम प्रबंधक दयाशंकर निधि, एसएमसी प्रमोद कुमार झा आदि उपस्थित थे।
इन स्थानों पर हुआ मॉक ड्रिल:
• मधुबनी मेडिकल कॉलेज
• सदर अस्पताल मधुबनी
• अनुमंडलीय अस्पताल जयनगर
सुबह 9 से शाम 5 बजे तक हुआ ड्राई रन :
जिले में सुबह 9 बजे से हीं ड्राई रन यानि मॉक ड्रिल का कार्य शुरू कर दिया गया। टीकाकरण के दौरान कक्ष में एक बार में एक ही व्यक्ति की एंट्री दी जा रही थी। ड्राई रन में प्रत्येक केंद्र पर इनरॉल 25 स्वास्थ्यकर्मियों को चुना गया था। उन्हें एक मैसेज भेजा गया कि जिसमें उनके टीके के स्थान, वैक्सीन की कंपनी, दिन तथा एएनएम की जानकारी थी। तय समय पर पहुंचने पर तीन कमरों वाले वैक्सीनेशन सेंटर के पहले कमरे में उनके हाथ धोने की व्यवस्था थी। दूसरे में उनके पहचान पत्र का मिलान को-विन पोर्टल से किया गया। वहीं तीसरे कमरे में उन्हें टीके का पूर्वाभ्यास किया गया। टीका पड़ने के बाद आधे घंटे तक उनके स्वास्थ्य पर नजर रखी गयी। पोर्टल पर डेटा को भरा गया ताकि फिर 28 दिन बाद उन्हें उसी कंपनी का टीका पड़ सके।
चुनाव बूथ की तर्ज पर बनाया गया था टीकाकरण कक्ष :
जिलाधिकारी अमित कुमार ने बताया ड्राई रन के दौरान टीकाकरण कक्ष को चुनाव बूथ की तर्ज पर बनाया गया था। जिसमें तीन कक्ष थे। पहला कक्ष लाभार्थियों के टीका लेने के लिए प्रतीक्षालय, दूसरा कक्ष टीकाकरण के लिए एवं तीसरा कक्ष टीकाकरण के पश्चात 30 मिनट तक लाभार्थी के अवलोकन (अर्ब्जवेशन) के लिए।
रिएक्शन होने पर तुरंत निपटने की तैयारी :
सीएस डॉ. सुनील कुमार झा ने बताया ड्राई रन के दौरान टीकाकरण से रिएक्शन होता है तो उससे निपटने के लिए विशेष रूप से व्यवस्था की गयी थी। इसके लिए हर टीकाकरण स्थान पर एडवरस इवेंट फॉलोइंग इम्यूनाइजेशन टीम तैनात थी। हर टीकाकरण सत्र पर एक एंबुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी थी ताकि जो जरूरत पड़ने पर व्यक्ति को उपचार के लिए बड़े अस्पताल तक ले जाया जा सके।
तापमान का रखा गया ख्याल :
ड्राई रन के दौरान टीके को कोल्ड चेन प्वाइंट से केंद्र तक लाने एवं टीकाकरण की तमाम प्रक्रिया को व्यवहार और प्रयोग के तौर पर परखा गया। इस दौरान वैक्सीन को सुरक्षित रखने के लिए निर्धारित तापमान की जांच तथा वैक्सीन को एक जगह से दूसरे जगह ले जाने की तैयारियों का आकलन किया गया।
सुपरविजन के लिए टीम का किया गया था गठन :
मॉक ड्रिल के दौरान तीनों टीकाकरण स्थल पर सुपरविजन के लिए एक एक टीम का गठन किया गया था। टीम के द्वारा मॉक ड्रिल के दौरान सभी कार्यों की गहनता से सुपरविजन किया गया।
ऐसे हुआ था टीकाकर्मी टीम का गठन :
• सुरक्षाकर्मी (वैक्सीनेशन पदाधिकारी-1): भीड़-भाड़ को नियंत्रित करने के लिए
• सत्यापनकर्ता (वैक्सीनेशन पदाधिकारी-2): लाभार्थियों को सत्यापित करना चुनाव बूथ अनुसार
• टीकाकर्मी (वैक्सीनेटर पदाधिकारी-1): लाभार्थी का टीकाकरण करना
• सहयोगकर्मी/ उत्प्रेरक(वैक्सीनेशन पदाधिकारी-3) टीकाकर्मी को सहयोग देना, टीकाकरण के पश्चात् 30 मिनट तक लाभार्थी का अवलोकन करना
• सहयोगकर्मी/ उत्प्रेरक(वैक्सीनेशन पदाधिकारी-4) टीकाकर्मी को सहयोग देना, टीकाकरण के पश्चात् 30 मिनट तक लाभार्थी का अवलोकन करना
“टीबी हारेगा, देश जीतेगा” अभियान के तहत आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर करेंगी टीबी मरीजों की पहचान
मधुबनी : टीबी हारेगा-देश जीतेगा अभियान के तहत एक्टिव केस फाइंडिंग कार्यक्रम चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत घर-घर जाकर टीबी के एक्टिव मरीजों की खोज की जायेगी। आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर मरीजों की खोज करेंगी। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने पत्र जारी कर सभी सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। चार चरणों में अभियान को पूरा किया जायेगा। पूरे जनवरी माह तक टीबी उन्मूलन को लेकर अभियान चलाया जायेगा।
कर्मियों को सैंपल कलेक्शन जांच में रिपोर्टिंग कार्य में लगाया गया है :
जारी पत्र में बताया गया है कि टीबी एक जानलेवा बीमारी है एवं समय से जांच एव उपचार के अभाव में संपर्क में रहने वाले अन्य सदस्यों में भी रोग के फैलने की संभावना रहती है। साथ ही अनियमित एवं अधूरे उपचार के कारण कई रोगियों में ड्रगरेजिस्टेट टीबी हो जाती है। वर्तमान में वैश्विक महामारी कोरोना नियंत्रण कार्य में राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत कार्यरत अधिकांश कर्मियों को सैँपल कलेक्शन जांच में रिपोर्टिंग कार्य में लगाया गया है। वर्ष 2020 में राज्य में टीबी रोगियों का नोटिफिकेशन पिछले वर्ष 2019 की तुलना में 21 प्रतिशत की कमी परिलक्षित है।
चार चरणों में पूरा होगा अभियान :
पहला चरण: 4 से 9 जनवरी तक नैशनल प्रोग्राम फॉर प्रिवेंशन एंड कण्ट्रोल ऑफ़ कैंसर, डायबिटीज, कार्डियोवैस्कुलर डिसीसेस एंड स्ट्रोक एवं अन्य कार्यक्रमों के साथ समन्वय स्थापित कर डायबिटीज, हाईपरटेशन, कार्डियोवैस्कुलर डिजिज, कैंसर पीड़ित व 60 वर्ष से अधिक के व्यक्तियों व 10 साल से कम उम्र के बच्चों की टीबी स्क्रीनिंग की जायेगी। प्राइवेट चिकित्सकों का निक्षय पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन एंव अभियान के दौरान इंडियन मेडिकल एसोसियशन के माध्यम से जागगरूकता फैलाई जाएगी।
दूसरा चरण : 11 से 16 जनवरी तक उच्च जोखिम युक्त समूह में टीबी मरीजों की खोज की जायेगी। आनाथालय, नारी निकेतन, बाल संरक्षण गृह, वृद्धा आश्रम, कारागृह, सुधार गृह, रैन बसेरा, पोषण पुनर्वास केंद्रों में कार्यक्रम चलाया जाएगा और क्षय रोगियों की स्क्रीनिंग की जाएगी। जांच में टीबी के रोगी पाए जाने पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा उनका इलाज नि:शुल्क किया जाएगा।
तीसरा चरण : इस चरण में 18 से 23 जनवरी तक जिले के निजी चिकित्सकों से संपर्क कर उन्हें टीबी की जानकारी दी जाएगी। प्राइवेट सेक्टर के अंतर्गत उपचाररत टीबी रोगियों का नोटिफिकेशन।
चौथा चरण : 27 से 31 जनवरी तक शहरी दलित-मलिन वस्ती, ईंट भट्टा के मजदूर नव निर्मित कार्यस्थल के मजदूर, ग्रामीण दूरस्थ एवं कठिन क्षेत्र, महादलित टोला एवं अन्य लक्षित समूह में आशा कार्यकर्ता, एएनएम, आंगनबाड़ी सेविका व गैर सरकारी स्वयंसेवी संस्था के कार्यकर्ता मरीजों की खोज करेंगे।
प्रत्येक 50 घर भ्रमण पर आशा को मिलेगी 100 रूपये प्रोत्साहन राशि :
राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत दूरस्थ क्षेत्रों में सघन खोज अभियान के दौरान आशा या सामुदायिक उत्प्रेरक को कम से कम 50 घर भ्रमण करने पर 100 रूपये प्रतिदिन अधिकतम-2 व्यक्तियों को तीन दिनों के लिए प्रोत्साहन राशि दी जायेगी। साथ सघन खोज अभियान के दौरान जांचोपरांत टीबी मरीजों के पंजीकृत करने पर टीबी इंफ्रमेंट के रूप में सामुदायिक उत्प्रेरक को 500 रूपये प्रति मरीज की दर से प्रोत्साहन राशि के रूप में दी जायेगी।
लक्षण हों तो जरूर कराएं जांच :
यदि किसी व्यक्ति को दो हफ्तों से ज्यादा की खांसी, खांसी में खून का आना, सीने में दर्द, बुखार, वजन का कम होने की शिकायत हो तो वह तत्काल बलगम की जांच कराए। जांच व उपचार बिल्कुल मुफ्त है। मरीज को इलाज की अवधि तक 500 रुपये प्रतिमाह पोषण राशि दी जाती है।
समाहरणालय सभागार में ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं की समीक्षा की गई
मधुबनी : आज दिनांक 08.01.2021 को श्री बालामुरूगन डी (भा0प्र0से) सचिव ग्रामीण विकास विभाग पटना सह जिला प्रभारी सचिव ,मधुबनी द्वारा समाहरणालय सभागार में ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं की समीक्षा की गई। जिसमें जिला पदाधिकारी, उप-विकास आयुक्त, अनुमण्डल पदाधिकारी, सदर, निर्देशक जिला ग्रामीण विकास अभिकरण, सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी एवं लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के जिला समन्वयक एवं सलाहकार तथा जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा उपस्थित थे।
सर्वप्रथम लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान अन्तर्गत द्वारा निम्न प्रगति वाले प्रखण्डो में आ रही समस्याओं के बारे में जाना एवं निदेशित किया गया कि जिले में कुल लंबित निर्मित शौचालय 2,10,464 में से 1,50,000 शैाचालय का जियो टैग कराते हुए 10 फरवरी 2021 तक प्रोत्साहन राशि भुगतान करना सुनिश्चिित करेगें। LOB के अन्तर्गत जियो टैग किए गए 4,010 लाभुकों एवं NOLB के अन्तर्गत 6,848 लाभुको को तीन दिनों के अन्दर प्रोत्साहन राशि का भुगतान करना सुनिश्चिित करेंगे।
प्रधानमंत्री आवास योजना के समीक्षा में वित्तीय वर्ष 2016-17 से 2020-21 तक के शत-प्रतिशत लक्ष्य की स्वीकृति पर प्रसन्नता व्यक्त की गई प्रतिक्षा सूची में शेष बचे हुए 2940 लाभुको की समीक्षा की गई जिसमें 501 भूमिहीन 1210 अस्थायी रूप से घर से बाहर 365 अवस्यक है निर्देशित किया गया कि भूमिहीन को भूमि क्रय करने हेतु सहायता राशि हस्तांतरित कि जाय या बासगित पर्चा उपलब्ध कराते हुए आवास की स्वीकृति दी जाय।
1210 अस्थायी रूप से घर से बाहर लाभुको को जाँच कर आवास योजना का लाभ देने का प्रयास किया जाय। 365 अवस्यको के राशन कार्ड से मिलान कर आवास योजना का लाभ दिया जाय शेष लाभुको का जाँच कर या तो रिमान्ड किया जाय या तो स्वीकृति देना सुनिश्चिित किया जाय रिमान्ड किए गए 40219 अयोग्य लाभुको के ग्राम सभा की कार्रवाई को MIS पर अपलोड एक सप्ताह में करना सुनिश्चित किया जाय।2016-17 एवं 2017-18 के 12732 एवं 2019-2020 के 43599 अपूर्ण आवासो को फरवरी 2021 तक विशेष अभियान चलाकर पूर्ण किया जाय। 2016-2021 तक के स्वीकृति प्राप्त लाभुको को अगला किस्त शीघ्र विमुक्त किया जाय ताकि लाभुक अपने आवास को पूर्ण करा सकें।
इदिरा आवास योजना के 2012-2016 तक के 34247 अपूर्ण आवासो को पूर्ण कराने हेतु विशेष अभियान चलाया जाय और इसे प्राथमिकता देते हुए मार्च 2021 तक सभी आवासो को पूर्ण कराया जाय। मनरेगा योजना अन्र्तगत निर्धारित शत-प्रतिशत मानव दिवस के लक्ष्य को ससमय प्राप्त करने का लक्ष्य दिया गया मनरेगा से प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभुको को दिए जाने वाले 90 मानव दिवस के समीक्षा के क्रम में निदेशित किया गया कि शत-प्रतिशत स्वीकृति प्राप्त लाभुको को 90 मानव दिवस के लाभ देने हेतु सभी कार्यक्रम पदाधिकारी को निदेशित किया जाय एवं इनका मस्टर रोल निर्गत किया जाय। पशु शेड, मुर्गी शेड के निर्धारित लक्ष्य को मार्च 2021 तक प्राप्त करना सुनिश्चिित किया जाय। 10 फरवरी 2021 को पुनः समीक्षात्मक बैठक आयोजित करने का निर्देश देते हुए धन्यवाद ज्ञापन के साथ समीक्षात्मक बैठक को समाप्त किया गया।
सरदार कृपाल सिंह के तैल चित्र का पूर्व डीजीपी बिहार गुप्तेश्वर पाण्डे ने किया अनावरण
मधुबनी : जिले के जयनगर में व्यापारिक संस्थान कैट के द्वारा स्थानीय समाजसेवी सह व्यापारी स्व० सरदार कृपाल सिंह के तैल चित्र का अनावरण एवं उनके तैल चित्र पर पुष्प अर्पण कर उनको श्रद्धांजलि भी दी गयी। ये कार्यक्रम कैट के जयनगर इस्तिथ कार्यालय में सम्पन्न हुआ। तत्पश्चात खरगा गली इस्तिथ सूड़ी विवाह भवन में व्यापारियों के साथ संवाद सह सम्मान समारोह कार्यक्रम भी किया गया।
सबसे पहले दीप प्रज्वलित किया गया। तत्पश्चात आगत सभी अतिथियों का मिथिला परंपरा अनुसार पाग, माला ओर दोपट्टा से सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में सभा को संबोधित करते हुए बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पाण्डे ने कहा कि बिहार सरकार और बिहार पुलिस कटिबद्ध है व्यापारियों के सुरक्षा के लिए। किसी भी तरह की कोताही व्यापारियों से जुड़े मामले में बर्दाश्त नही की जा सकती। उन्होंने कहा कि व्यापारी ही सबसे ज्यादा टैक्स भरते हैं, ओर उससे पूरा देश-प्रदेश का गुजारा होता है। मिथिला की धरती से मेरा विशेष लगाव रहा है। यहां का आतिथ्य स्नेहिल ओर आदरभाव से भरा हुआ है, जिससे मन प्रफुल्लित हो जाता है। ऐसे कार्यक्रम होंगे, ओर हमें बुलाया गया तो निश्चित तौर पर आऊंगा।
वहीं, इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कैट के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अशोक वर्मा ने व्यापारियों के साथ संबोधन में बताया कि हमारी संस्था व्यापारियों के लिए तत्पर है। उनका हित हमारे लिए सरवोपरि है। अगर कोई भी व्यापारी जो हमारी संस्था से नही भजय जुड़ा हुआ है,अगर उनको कोई दिक्कत या परेशानी होती है, ओर वो हमसे संपर्क करते हैं तो हमलोग तुरंत उनकी सहायता करते हैं और करते रहेंगे। ये संस्था व्यापारियों के लिए है, ओर व्यापारियों का हित सबसे पहले है हमारे लिए।
वहीं इस कार्यक्रम का मंच संचालन कैट जयनगर के अध्यक्ष प्रीतम बैरोलिया ने किया। इस कार्यक्रम में अजिताभ कुमार(पुलिस महानिरीक्षक, दरभंगा प्रमंडल), डॉ० सत्यप्रकाश(एसपी,मधुबनी), डॉ० शौर्य सुमन(एएसपी, जयनगर), बेबी कुमारी(एसडीओ,जयनगर), अशोक वर्मा(बिहार प्रदेश अध्यक्ष, कैट), रमेश गांधी(बिहार प्रदेश महासचिव,कैट), रंजीत गुप्ता(कैट महासचिव, जयनगर) ने भी सभा को संबोधित किया। वहीं इस कार्यक्रम में समाजसेवी संगठनों, समाजसेवी लोगों, पत्रकारों को भी सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में सैकड़ों व्यापारी मौजूद रहे।
किसान संघर्ष समन्वय समिति द्वारा 7 से 9 जनवरी तक प्रखंड कार्यालय पर तीन दिवसीय धरना हुआ सम्पन्न
मधुबनी : 26 जनवरी को किसान आंदोलन के समर्थन में किसान शृंखला आयोजित करने का आव्हान। किसान संघर्ष समन्वय समिति जयनगर के द्वारा 15 सूत्री मांगों को लेकर प्रखंड कार्यालय जयनगर के समक्ष तीन दिवसीय धरना दिया गया। मांगे किसान विरोधी तीनों काला कानून वापस लें। फसलों की समर्थन मूल्य पर खरीद की गारंटी करें। दारिवल ख़ारिज में भ्रष्टाचार पर रोक लगाओ, और कैप लगाकर आवेदनों का निष्पादन अविलम्ब करें। फसल बीमा को शख्ती से लागु करें। जंगली पशुओं से फसलों की सुरक्षा की गारंटी करें और फसल ति मुआवजा दें।
खाद-बीज एवं कीटनाशक दवाओं के क्रय पर कैशमेमो देने की गारंटी तथा इसके कालाबाजारी पर रोक लगाने की गारंटी करें। बंद पड़े मिलों को चालू करें। स्वामीनाथ आयोगकी रिपोर्ट लागू करें। प्रस्तावित बिजली बिल 2020 वापस ले। सरकारी मंडियों को चालू करें और उचित मूल्य पर धान-सब्जी व अन्य फसलों की खरीद की गारंटी करें। रेलवे के वाशिंग पीठ एवं नगर पंचायत के गंदे व जहरीली पानी निकासी का समुचित व्यवस्था करें तथा किसानों को वर्षों से गंदे जहरीली पाजी में हुए फसल क्षति का उचित मुगाबजा दें। गरीबों को उजाड़ने से पहले बसाने की व्यवस्था करे तथा भूमिहीनों को पांच डिसमिल भूमि मुहैया करें। बढ़ रहे भू-माफिया के आतंक पर रोक लगावें। राशनकार्ड से बंचित परिवारों को राशनकार्ड बनाने की व्यवस्था करें। पैक्सों के द्वारा किसानों की धान खरीददारी की गारंटी करें, और समय सीमा के अंदर शशियों का भुगतान किया जाय।
सभा स्थल पर भाकपा (माले) प्रखंड सचिव भूषण सिंह के अध्यक्षता सभा आयोजित किया गया। सभा को सम्बोधित करते हुए वक्ताओ ने देश मे कई दिनों से कृषि विरोधी काला कानून के खिलाफ किसान आंदोलन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि किसान विरोधी तीन कला काूनन खेती व किसानी को चौपट कर कारपोरेटों का गुलाम बनाने वाली नीतियां हैं। आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत आलू-प्याज जैसे आवश्यक वस्तुओं की जमाखोरी और कालाबाजारी नहीं हो सकती थी, लेकिन अब उसका दरवाजा खोल दिया गया है। अब पूंजीपतियों सस्ते दर पर किसानों का सामान खरीदेंगे और और फिर महंगा बेचेंगे। उन्हें मुनाफा कमाने की छूट मिल गई है।
किसानों की मांग थी कि सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य की गांरटी करे. खेती के लागत का डेढ़ गुनी कीमत तय करने की सिफारिश स्वामीनाथन आयोग ने की थी। लेकिन सरकार उसे केवल कागज पर लागू कर रही है, जमीन पर वह कहीं लागू नहीं है। यह किसानों के साथ बड़ा धोखा है। सरकार ने मंडियों को तोड़ दिया। मंडियों के टूटने का हश्र हम बिहार में देख चुके हैं। बिहार में नीतीश जी के शासन में 2006 में मंडियां खत्म कर दी गईं। यदि मंडियों को तोड़ने से किसानों की तरक्की होती तो बिहार के किसान आज समृद्ध हो जाते। लेकिन बिहार के किसान सबसे गरीबी की हालत में हैं। लोगों ने कह दिया कि बिहार में जिस प्रकार से नीतीश जी ने खेती को चौपट किया, उस रास्ते पर देश की खेती नहीं जाएगी। देश की खेती-किसानी को हम बर्बाद नहीं होने देंगे। किसानों को गोलबंदी कर आंदोलन को गाँव-शहर व संसद तक मजबूत करने और 26 जनवरी को किसानों का मानव श्रृंखला बनाने की आव्हान किया सभा को भाकपा के आंचल मंत्री रामचंद्र पासवान, माकपा के आंचल मंत्री उपेंद्र यादव, DYFI के राज्य महासचिव शशि भूषण प्रसाद, बरिष्ठ किसान नेता रामजी यादव, माले के मुस्तफा, महेश्वर पासवान, आदिल, सवीर, तस्लीम, महेंद्र पासवान, निर्मली देवी, बिजली देवी, ईसा, रशीद, माकपा के सुरेश यादव, अधिवक्ता चंदेश्वर प्रसाद, भाकपा के श्रवण साह, तेतर यादव, महादेव यादव, लक्षण साह, जफर अंसारी, रामाशीष राम, पूर्व प्रखंड प्रमुख सूर्यनाथ यादव, नागेश्वर ठाकुर, महेंद्र यादव सहित दर्जनों लोगों ने संबोधित किए।