19वीं सारण जिला कबड्डी चैंपियनशिप का किया गया आयोजन
छपरा : 19वीं सारण जिला कबड्डी चैंपियनशिप का आयोजन इस वर्ष कोविड-19 के कारण सारण जिला को चार जोनों में बांटकर किया जा रहा है। जिसमें सोनपुर जोन का मैच नया गांव में आयोजित किया जाएगा जिसके लिए चंदन कुमार (Mob.no.9801809776)को सह संयोजक बनाया गया है तथा मसरख जोन के मैच के लिए अमरिंदर सिंह को संरक्षक तथा कुमार कौशलेंद्र(Mob.no.7301466475) को आयोजन सचिव बनाया गया है।
सारण जिला कबड्डी संघ के सचिव डॉ सुरेश प्रसाद सिंह ने बताया कि सोनपुर जोन के अंतर्गत परसा, मकेर ,दरियापुर एवं सोनपुर प्रखंड की टीम हिस्सा ले सकेगी. तथा मसरख जोन के अंतर्गत बनियापुर, लहलादपुर, मसरख, पानापुर, तरैया एवं इसुआपुर प्रखंड की टीम हिस्सा ले सकेगी. प्रत्येक टीम को निबंधन शुल्क के रूप में ₹500 जमा करना होगा तथा चैंपियनशिप सब जूनियर बालक वर्ग एवं सीनियर बालक वर्ग में आयोजित किए जाएंगे।
सारण जिला कबड्डी संघ के संयुक्त सचिव पंकज कश्यप ने बताया कि सोनपुर जोन के अंतर्गत लगभग 25 टीमों के चैंपियनशिप में भाग लेने की संभावना है जिसके लिए सभी तैयारी की जा चुकी है। कबड्डी ग्रामीण खेल है और इसे गांव तक फैलाने के मकसद से ही जिला कबड्डी चैंपियनशिप को चार जोनों में बांटकर जिले के विभिन्न प्रखंडों में कराया जा रहा है।
इसको लेकर खिलाड़ी भी काफी उत्साहित हैं क्योंकि अब उन्हें आवागमन की कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ेगा। विदित हो कि पिछले वर्ष आयोजित जिला कबड्डी चैंपियनशिप में जिले की 70 टीमों ने हिस्सा लिया था जो कि जिला का सबसे बड़ा चैंपियनशिप बनकर उभरा और इस वर्ष लगभग 100 टीमों के हिस्सा लेने की संभावना व्यक्त की जा रही है क्योंकि, कबड्डी आज के परिपेक्ष में दूसरा सबसे लोकप्रिय खेल बन चुका है। इस आयोजन को लेकर के आयोजन समिति के दिनेश प्रसाद यादव, अनिल कुमार राय, सतीश रंजन, महेश कुमार सिंह, अरुण सिंह सहित क्षेत्र के खेल प्रेमी भी काफी उत्साहित हैं।
ट्रक टेम्पो की टक्कर दो लोगों की मौत
छपरा : जिले के गरखा थाना क्षेत्र के महामदा गांव जोशी सती पोखरा के समीप छपरा मुजफ्फरपुर नेशनल हाईवे पर ट्रक और टेंपो की बीच आमने-सामने की टक्कर में दो लोगों की मौत हो गई एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया मृतक में से एक की पहचान गरखा थाना क्षेत्र के मनोहर बसंत गांव निवासी गंगा से 45 वर्ष के रूप में गई।
फिलहाल मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया, तथा उसकी पहचान की जा रही है। इस घटना के कारण छपरा मुजफ्फर पूर्ण नेशनल हाईवे पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। बाद में पुलिस के पहुंचने के बाद सड़क पर से दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को हटाया कर यातायात बहाल कि गई हो। फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। नए वर्ष की शुरुआत 4 दिनों में सड़क दुर्घटना में जिले में करीब एक दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है। 1 जनवरी को मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सारा गांव के समीप होमगार्ड के जवान की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई और कल गरखा फुर्सतपुर पावर हाउस के समीप सड़क पार करें वृद्ध व्यक्ति को बुलेट की ठोकर लगने से मौत हो गई।
नवनियुक्त जीएनएम को जिला व प्रखंडस्तर पर दिया गया पांच दिवसीय प्रशिक्षण
छपरा : नवनियुक्त जीएनएम को जिला व प्रखंडस्तर पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया है। केयर इंडिया के क्षमता वर्धन टीम के द्वारा प्रखंडस्तर पर स्वास्थ्य संस्थान में ही चयनित व नवनियुक्त जीएनएम को प्रशिक्षण दिया गया है। प्रत्येक प्रखंड में पांच-पांच जीएनएम को प्रशिक्षित किया गया है। प्रशिक्षण के दौरान नवनियुक्त जीएनएम को मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य देखभाल के लिए जरुरी प्रक्रियाओं के विषय में विस्तार से जानकारी दी गयी।
इन बिन्दुओं पर दिया गया है प्रशिक्षण:
• मातृ स्वास्थ्य
• नवजात शिशु स्वास्थ्य
• प्रजनन स्वास्थ्य
• बैसिक नर्सिंग प्रोसिजर
• स्किल एसेस्मेंट
• हाथ धूलाई की विधि
• मेडिकल कचरा निस्तारण
• पीपीई कीट
• माता की देखभाल
प्रसव पूर्व जांच की गुणवत्ता में सुधार :
केयर इंडिया के डीटीओ-एफ डॉ. रविश्वर ने बताया प्रशिक्षण के उपरांत इन नर्सों के प्रसव पूर्व जांच के तरीकों में सुधार आया है तथा वह सटीक रक्तचाप मापना, नब्ज जांच, एनीमिया प्रबंधन एवं गर्भवती माताओं का वजन मापना इत्यादि सही तरीके से कर रहीं हैं। साथ ही माता की गर्भावस्था एवं नवजात के स्वास्थ्य में किसी प्रकार की जटिलता को अब सरलता से चिह्नित कर उसका सही प्रबंधन कर रही हैं। अपने प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर दवाओं का सही तरीके से प्रबंधन करते हुए जरुरत के मुताबिक जिला से दवाओं की मांग कर रही हैं।
औक्सीटोक्सिन इस्तेमाल पर जागरूकता :
अमानत ज्योति प्रशिक्षण में औक्सीटोक्सिन इस्तेमाल पर विशेष रूप से जानकारी दी गयी है। प्रसव के दौरान शिशु जन्म में शीघ्रता के लिए औक्सीटोक्सिन का इस्तेमाल किया जाता है। चिकित्सक इसके इस्तेमाल में बेहद सावधानी बरतने की सलाह देते हैं। इसके इस्तेमाल से माता की जान भी जा सकती है। इसे ध्यान में रखते हुए अमानत प्रशिक्षित नर्स माताओं को औक्सीटोक्सिन के खतरों से भी अवगत कराते हुए इसका कम से कम इस्तेमाल कर रहीं हैं। सभी नई एएनएम को बैठक के दिन प्रशिक्षित नर्सों द्वारा व्यवहारिक सत्र आयोजित किया जा रहा है ताकि वह भी अपने कार्य कुशलतापूर्वक कर सकें।
मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करना है प्रशिक्षण का उद्देश्य :
केयर इंडिया के डीटीएल संजय कुमार विश्वास ने बताया अमानत ज्योति कार्यक्रम के जरिये सभी सरकारी अस्पताल के व्यवस्था, गुणवत्ता और अस्पताल कर्मियों के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ रहा है। पिछले दिनों इस कार्यक्रम के तहत सदर अस्पताल के डॉक्टर, एएनएम और जीएनएम को प्रशिक्षित किया गया है ताकि प्रसव के दौरान आने वाली जटिल समस्याओं को पहचान कर उसको वे आसानी से हल कर सकें। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से जच्चा-बच्चा के बेहतर देखभाल के लिए उन्हें तैयार किया जा रहा है, ताकि मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सके।
जनवरी माह से बहाल होगी सदर अस्पताल में डायलिसिस की सुविधा
छपरा : सदर अस्पताल में जनवरी माह से डायलिसिस की सुविधा बहाल हो जाएगी। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने प्रक्रिया तेज कर दी है। एआरटी सेंटर भवन में डायलिसिस सेंटर का निर्माण कराया जा रहा है। डायलिसिस सेंटर के लिए भवन की संरचना में फेरबदल की जा रही है। अंदर की संरचना को तोड़कर नए सिरे से निर्माण कराया जा रहा है। मरीजों को डायलिसिस कराने के लिए अब जिले से बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
वर्तमान समय में डायलिसिस कराने के लिए मरीजों को पटना या देश के अन्य शहरों में जाना पड़ता है। खासकर डायलिसिस की आवश्यकता किडनी फेल्योर के मरीजों को पड़ती है। वर्तमान समय में जिले में किडनी फेल होने की स्थिति में मरीजों को डायलिसिस कराई जाती है। किडनी के मरीजों को उन्हें नजदीकी शहर में डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है।
आयुष्मान भारत कार्डधारकों नि:शुल्क मिलेगी सुविधा :
दरअसल जिले में किडनी फेल होने के कारण किडनी ट्रांसप्लांट कराने, डायलिसिस एवं इलाज कराने के लिए सरकारी सहायता की राशि प्राप्त करने के लिए बड़े पैमाने पर आवेदन प्राप्त हो रहे हैं । मुख्यमंत्री तथा प्रधानमंत्री राहत कोष से सहायता लेने के लिए भी आवेदन देने वालों की संख्या में वृद्धि हुई है। सरकार के द्वारा प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत बीपीएल परिवार के मरीजों को पांच लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज के लिए गोल्डन हेल्थ ई- कार्ड की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। वैसे मरीज भी डायलिसिस सेंटर में निःशुल्क डायलिसिस करा सकेंगे, जिनके पास गोल्डन हेल्थ ई- कार्ड की सुविधा उपलब्ध है।
आधारभूत संरचना का निर्माण शुरू :
सिविल सर्जन डा माधवेश्वर झा ने बताया कि डायलिसिस सेंटर के लिए चयनित स्थल पर आधारभूत संरचना का निर्माण शुरू कर दिया गया है और इस महीने के अंदर सदर अस्पताल में यह सुविधा बहाल हो जाएगी।
मरीजों को सुविधा के साथ मिलेगी आर्थिक राहत :
अब तक जिले में डायलिसिस की सरकारी सुविधा उपलब्ध नहीं है। इसके लिए मरीजों को निजी सेंटर या जिले के बाहर हायर सेंटर जाना पड़ता है। इसमें ज्यादा फीस चुकाना पड़ती है। लेकिन अब जिला अस्पताल में डायलिसिस सेंटर शुरू होने के बाद किडनी के मरीजों को जिले में सुविधा के साथ ही आर्थिक राहत भी मिलेगी। खासकर गरीब वर्ग के लोगों को डायलिसिस के लिए कर्ज लेना नहीं पड़ेगा।
ABVP के कार्यकर्ताओं ने पोस्टर लगाकर प्रांतीय अधिवेशन विमोचन
छपरा : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् छपरा इकाई के कार्यकर्ताओं ने स्थानीय कार्यालय में प्रांतीय अधिवेशन को लेकर पोस्टर विमोचन किया गया। इस अवसर पर जिला संगठन मंत्री अभिमन्यु कुमार ने कहा कि अभाविप का प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला अभाविप के प्रांत अधिवेशन में राज्य भर के विभिन्न जिलों के छात्र छात्रा सहभागिता तथा विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले छात्रों का अद्भुत संगम इन अधिवेशन में देखते ही बनता है
साथ ही अधिवेशन में नई शिक्षा नीति एवं बिहार के शिक्षा नीति पर चर्चा चलेगी इस अवसर पर शोध प्रमुख रितेश रंजन ने कहा कि । उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के दौरान भी इस अधिवेशन का होना गर्व की बात है पोस्टर विमोचन में मुख्य रूप विशाल कनाडिया अंबुज कुमार, रवि शंकर चौबे, प्रकाश राज, शुभम यादव, ललिता यादव , राकेश कुमार , गुलशन कुमार, अश्वनी मिश्रा, मौजूद थे।
टीबी को लेकर एक्टिव केस फाइंडिंग कार्यक्रम चलाया गया
छपरा : टीबी हारेगा-देश जीतेगा अभियान के तहत एक्टिव केस फाइंडिंग कार्यक्रम चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत घर-घर जाकर टीबी के एक्टिव मरीजों की खोज की जायेगी। आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर मरीजों की खोज करेंगी। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने पत्र जारी कर सभी सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है।
चार चरणों में अभियान को पूरा किया जायेगा। पूरे जनवरी माह तक टीबी उन्मूलन को लेकर अभियान चलाया जायेगा। जारी पत्र में बताया गया है कि टीबी एक जानलेवा बिमारी है एवं समय से जांच एव उपचार के अभाव में संपर्क में रहने वाले अन्य सदस्यों में भी रोग के फैलने की संभावना रहती है। साथ ही अनियमित एवं अधूरे उपचार के कारण कई रोगियों में ड्रगरेजिस्टेट टीबी हो जाती है। वर्तमान में वैश्विक महामारी कोरोना नियंत्रण कार्य में राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत कार्यरत अधिकांश कर्मियों को सैँपल कलेक्शन जांच में रिपोर्टिंग कार्य में लगाया गया है। वर्ष 2020 में राज्य में टीबी रोगियों का नोटिफिकेशन पिछले वर्ष 2019 की तुलना में 21 प्रतिशत की कमी परिलक्षित है।
चार चरणों में पूरा होगा अभियान :
पहला चरण: 4 से 9 जनवरी तक नैशनल प्रोग्राम फॉर प्रिवेंशन एंड कण्ट्रोल ऑफ़ कैंसर, डायबिटीज, कार्डियोवैस्कुलर डिसीसेस एंड स्ट्रोक एवं अन्य कार्यक्रमों के साथ समन्वय स्थापित कर डायबिटीज, हाईपरटेशन, कार्डियोवैस्कुलर डिजिज, कैंसर पीड़ित व 60 वर्ष से अधिक के व्यक्तियों व 10 साल से कम उम्र के बच्चों की टीबी स्क्रीनिंग की जायेगी। प्राइवेट चिकित्सकों का निक्षय पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन एंव अभियान के दौरान इंडियन मेडिकल एसोसियशन के माध्यम से जागगरूकता फैला जायेगा।
दूसरा चरण: 11 से 16 जनवरी तक उच्च जोखिम युक्त समूह में टीबी मरीजों की खोज की जायेगी। आनाथालय, नारी निकेतन, बाल संरक्षण गृह, वृद्धा आश्रम, कारागृह, सुधार गृह, रैन बसेरा, पोषण पुनर्वास केंद्रों में कार्यक्रम चलाया जाएगा और क्षय रोगियों की स्क्रीनिंग की जाएगी। जांच में टीबी के रोगी पाए जाने पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा उनका इलाज नि:शुल्क किया जाएगा।
तीसरा चरण : इस चरण में 18 से 23 जनवरी तक जिले के निजी चिकित्सकों से संपर्क कर उन्हें टीबी की जानकारी दी जाएगी। प्राइवेट सेक्टर के अंतर्गत उपचाररत टीबी रोगियों का नोटिफिकेशन।
चौथा चरण: 27 से 31 जनवरी तक शहरी दलित-मलिन वस्ती, ईंट भट्टा के मजदूर नव निर्मित कार्यस्थल के मजदूर, ग्रामीण दूरस्थ एवं कठिन क्षेत्र, महादलित टोला एवं अन्य लक्षित समूह में आशा कार्यकर्ता, एएनएम, आंगनबाड़ी सेविका व गैर सरकारी स्वयंसेवी संस्था के कार्यकर्ता मरीजों की खोज करेंगे।
प्रत्येक 50 घर भ्रमण पर आशा को मिलेगा 100 रूपये प्रोत्साहन राशि :
राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत दूरस्थ क्षेत्रों में सघन खोज अभियान के दौरान आशा या सामुदायिक उत्प्रेरक को कम से कम 50 घर भ्रमण करने पर 100 रूपये प्रतिदिन अधिकतम-2 व्यक्तियों को तीन दिनों के लिए प्रोत्साहन राशि दी जायेगी। साथ सघन खोज अभियान के दौरान जांचोपरांत टीबी मरीजों के पंजीकृत करने पर टीबी इंफ्रमेंट के रूप में सामुदायिक उत्प्रेरक को 500 रूपये प्रति मरीज की दर से प्रोत्साहन राशि के रूप में दी जायेगी।
लक्षण हों तो जरूर कराएं जांच :
यदि किसी व्यक्ति को दो हफ्तों से ज्यादा की खांसी, खांसी में खून का आना, सीने में दर्द, बुखार, वजन का कम होने की शिकायत हो तो वह तत्काल बलगम की जांच कराए। जांच व उपचार बिल्कुल मुफ्त है। मरीज को इलाज की अवधि तक 500 रुपये प्रतिमाह पोषण राशि दी जाती है।
शिशु पार्क में दिव्य स्वरागिनी केंद्र छपरा द्वारा दिव्यांग बच्चों केअभिभावकों को किया गया सम्मानित
छपरा : शहर के स्थानीय शिशु पार्क में दिव्य स्वरागिनी केंद्र छपरा, के द्वारा दिव्यांग बच्चों के अभिभावकों को सम्मानित किया गया। ताकि उन दिव्यांगों के लिए परिवार तरफ से हौसला बने रहे। जिसकी अपील भी की गई, वही कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विवेकानंद आश्रम के सचिव अति देवानंद महाराज तथा संस्था के संस्थापक किरण सागर ने अभिभावकों को सम्मानित किया.
वही इस अवसर पर दिव्यांग छात्रों ने भी कई प्रस्तुतियां दी जिसमें गीत संगीत भी शामिल रहा तथा संस्था के संस्थापक किरण सागर ने बताया कि वर्ष 2008 से स्थापित यह संस्था हमेशा ही दिव्यांगों के लिए समर्पित है, जहां मानसिक रूप से हो या शारीरिक रूप से पीड़ित दिव्यांगों के लिए हर तरह की सेवा उपलब्ध कराती है, जैसे उनके पढ़ाई लिखाई से संबंधित खेलकूद जैसे कई सेवाएं फिलहाल के समय में देती रही है जबकि इस अवसर पर शिवम आनंद गुप्ता, अमित कुम…
पदाधिकारियों की बैठक में प्रशासनिक सेवा संघ की जिला इकाई का किया गया गठन
छपरा : समहणालय सभागार में सारण जिला में पदस्थापित बिहार प्रशासनिक सेवा के पदाधिकारियों की एक अहम बैठक हुई, जहां सर्वसम्मति से बिहार प्रशासनिक सेवा संघ की जिला इकाई का गठन किया गया। जिसमें अध्यक्ष के पद पर उप विकास आयुक्त को चुना गया तथा अनुमंडल पदाधिकारी अरुण कुमार सिंह को सचिव और उप समाहर्ता डॉक्टर गगन को कोषाध्यक्ष चुना गया।
जिसकी सूची राज्य को भेज दी गई वही बिहार प्रशासनिक सेवा के वरीय अधिकारी नगर निगम के आयुक्त संजय कुमार उपाध्याय को उनके प्रमोशन को लेकर साल तथा मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। जहां कार्यक्रम में जिला भू अर्जन पदाधिकारी रजनीश कुमार, जिला आपूर्ति पदाधिकारी अरुण कुमार सिह अनुमंडल पदाधिकारी सदर सदर डीसीएलआर तथा मढोरा डीसीएलआर पंचायती राज पदाधिकारी मुरली प्रसाद सिंह सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
अनुपस्थिति में भी उपस्तिथि कर्मियों पर गिरी गाज
छपरा : सदर अस्पताल में चिकित्सकों की उपस्थिति में सुधार होता नहीं दिख रहा है। हालांकि उनकी अनुपस्थिति में भी हाजिरी बनाए जाने को लेकर कर्मी पर गाज गिर चुकी है। फिर भी सोमवार को उपस्थिति पंजी के जांच में एक दर्जन डॉक्टर सदर अस्पताल से अनुपस्थित पाये गये। यह खुलासा तब हुआ जब सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने अचानक अस्पताल के चिकित्सक उपस्थिति पंजी को अपने पास मंगलवा लिया।
उस दौरान जब उनके द्वारा चिकित्सकों की उपस्थिति पंजी की जांच की गई तो पाया गया कि करीब एक दर्जन चिकित्सक ड्यूटी से अनुपस्थित हैं. जिसके बाद उनके द्वारा सभी अनुपस्थित चिकित्सकों की हाजिरी काट दी गई. इसके साथ ही ड्यूटी से अनुपस्थित पाये गये सभी चिकित्सकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। सिविल सर्जन के इस कार्रवाई से अस्पताल में ड्यूटी करनेवाले चिकित्सकों एवं कर्मियों में हड़कंप मचा हुआ है।
भगवान बाजार स्नेही भवन में भाजपा युवा मोर्चा की हुई कार्यकारिणी बैठक
छपरा : भगवान बाजार स्नेही भवन में भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के कार्यकारिणी की बैठक की गई। जहां 12 जनवरी युवा दिवस स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर विवेकानंद संदेश रथ यात्रा, मोटरसाइकिल यात्रा तथा जन्म जयंती को उत्साह पूर्वक धूमधाम से मनाने की विस्तृत चर्चा की गई।
साथी संगठन के कार्य के विस्तार के भी चर्चा की गई, जहां कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए वही इस अवसर पर प्रदेश कोषाध्यक्ष सह क्षेत्रीय प्रभारी आयुष राय, क्षेत्रीय पदाधिकारी डॉ चरणदास, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अवधेश रंजन जिला महामंत्री भूपेंद्र उपाध्याय, कृष्ण सिंह कुमार, जिला प्रवक्ता अभिषेक सिंह, नगर अध्यक्ष अंकुर श्रीवास्तव, महामंत्री रितेश कुमार उपाध्याय, अनमोल पांडे तथा जिला के सभी मंडलों के अध्यक्ष और महामंत्री तथा कार्यकर्ता मौजूद रहे।