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हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद कुलपति ने छात्र संघ चुनाव किया स्थगित

सारण : छपरा जय प्रकाश विश्वविद्यालय में करीब 4 दिनों तक चले हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद अंततः कुलपति के द्वारा बुधवार को छात्र संघ चुनाव को अगले आदेश तक स्थगित कर दिया गया। छात्र संघ चुनाव स्थगित हो ने पर जिस प्रकार से छात्र नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं उसे देख कर यह नहीं लगता कि कुलपति के फैसले से छात्र नेता खुश है।

सोशल मीडिया तो छात्र संघ चुनाव को लेकर राजनीतिक अखाड़ा बना ही हुआ था, विभिन्न छात्र संगठनों व छात्र नेताओं के द्वारा एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे थे, पर शुक्रवार को जय प्रकाश महिला महाविद्यालय में हुई एक घटना ने अलग ही मोड़ ले लिया।

छपरा शहर स्थित जय प्रकाश महिला महाविद्यालय से शुक्रवार को एक वीडियो सामने आया है। जिसमें एक छात्र नेत्री खुलेआम कॉलेज कैंपस में गाली-गलौज करती दिखाई दे रही है। जब हमने इस वीडियो की पड़ताल की तो पता चला कि वीडियो में दिख रही छात्र नेत्री शोध विद्यार्थी संगठन नाम के एक छात्र संगठन की सदस्य है, जिसका नाम नेहा है।

वीडियो सामने आने के बाद जब हमने कॉलेज की छात्राओं से इस घटना के बारे में बात की तो पता चला कि छात्र संघ चुनाव स्थगित होने के बाद शोध विद्यार्थी संगठन से जुड़ी छात्राएं व चुनाव में नामांकन करने वाली उम्मीदवार छात्राएं कॉलेज में मीटिंग कर रही थीं। कुछ समय बाद दूसरे संगठन से जुड़ी छात्राएं भी कॉलेज पहुंची।

कुछ देर तक तो माहौल शांत रहा पर फिर अचानक कैम्पस का माहौल गर्म हो गया और दोनों गुटों में बहस होने लगी। काफी देर तक बहस बाजी चलती रही और फिर वीडियो में दिख रही लड़की (नेहा) कॉलेज कैम्पस में पहुंची और बहस का स्तर गिर गया और उसने गाली-गलौज शुरू कर दी पर बात वहीं नहीं थमी।

छात्राओं ने बताया कि कॉलेज कैम्पस में एक लड़का भी बैठा हुआ था जो शायद ABVP का सदस्य था और अपनी बहन का इंटरमीडिएट के प्रैक्टिकल का एग्जाम दिलवाने कॉलेज पहुंचा था। नेहा की नजर जब उस पर पड़ी तो उसका पारा और हाई हो गया और फिर उसके साथ भी उसने गाली-गलौज की। उक्त लड़के ने कहा भी की वह अपनी बहन के एग्जाम को लेकर यहां आया है पर नेहा ने एक न सुनी, जिसके बाद उक्त युवक कॉलेज से बाहर चला गया, पर नेहा अपने काम में मगन रही।

छात्राओं ने बताया कि जब दोनों गुटों में बहसबाजी हो रही थी, उस दौरान कॉलेज की प्राचार्या भी वहां मौजूद थी। पर उन्होंने बहस कर रही छात्राओं को नहीं रोका। आगे छात्राओं ने कहा कि नेहा ने ऐसा क्यों किया यह बात समझ से परे है। पर वो जिस प्रकार से नाराज दिख रही थी इससे यह साफ जाहिर होता है कि यह कहीं न कहीं छात्र संघ चुनाव के स्थगित होने की बौखलाहट थी, जो खुल कर सबके सामने आ गई।

वहीं जब इस पूरे मामले पर आज हमने कॉलेज की प्राचार्या से बात करनी चाही तो वो कॉलेज में नहीं मिली, बताया गया कि वो छुट्टी पर हैं। फोन पर जब हमारे संवादता ने बात की तो उन्होंने अपना पल्ला झड़ते हुए घटना से अनजान होने की बात कही।

कॉलेज को शिक्षा का मंदिर माना जाता है। अब ऐसे में केवल मामूली से छात्र संघ चुनाव को लेकर कॉलेज परिसर में गाली-गलौज करने को बिल्कुल भी सही नहीं ठहराया जा सकता है। छात्र-छात्राएं कॉलेजके पढ़ने के लिए, शिक्षा ग्रहण करने आते हैं। अब ऐसे में खुद को छात्राओं का प्रतिनिधि कहने वाली कोई छात्रा नेत्री इस प्रकार से अगर कॉलेज कैम्पस में गाली-गलौज करके अपने से जूनियर अन्य छात्राओं को आखिर क्या शिक्षा दे रही है। इस पर उन्हें व उनके मार्गदर्शकों को गहन चिंतन करने की आवश्यकता है।