-अब हुई कोचिंग से घर लौट रहे युवक की दुखद मौत
बक्सर। शहर में ई रिक्शा की संख्या इन दिनों बहुत बढ़ गई है। और यहां की सड़कें रोजगार की तलाश में सिकुड़ गई हैं। नतीजा रिक्शा वालों की वजह से आए दिन दुर्घटना हो रही है। पिछले सात दिनों के अंदर अकेले शहर में इनके कारण दो लोगों की मौत हो चुकी है। अब बहुत जरुरी हो गया है कि इन्हें चाल चलन ( ट्रैफिक नियम ) की सीख दी जाए। अन्यथा अभी दो की गई जान गई है। कल कितनों के लिए यह आफत बनेंगे, कहना मुश्किल है। आइए पहले अपने दावे के बारे में आपको बता दें।
29 सितंबर को नगर थाना से सटे बक्सर होटल के पास एक व्यक्ति की मौत ई रिक्शा के कारण हुई थी। मृतक राजकुमार (42वर्ष) शहर के नयाबाजार के रहने वाले थे। दोपहर के वक्त साइकिल से जा रहे थे। तभी रिक्शा वाले ने उन्हें टक्कर मारी। हालांकि तब हमने यह खबर चलाई थी। बाइक के धक्के से मौत, लेकिन, दोपहर बाद जब आस-पास के सीसीटीवी फुटेज सामने आए तो पता चला ई रिक्शा वाले ने टक्कर मारी थी। एक और दुर्घटना शहर में ज्योति चौक व अंबेडकर चौक के मध्य हुई थी। इससे तीन-चार दिन पहले। मुफस्सिल थाना के गोसाईपुर गांव के रहने वाले शिवजी उपाध्याय का पुत्र कोचिंग से लौट रहा था। उसे रिक्शा वाले ने टक्कर मार दी।
घायल युवक को सर के पास चोट लगी थी। धीरे-धीरे उसकी हालत खराब होती गई। सदर अस्पताल से वाराणसी और वहां से दिल्ली रेफर हुआ। लेकिन, सर के पास लगी चोट के कारण धीरे-धीरे उसका शरीर सुन्न होता गया और अंतत: आज शुक्रवार की सुबह उसने दम तोड़ दिया। ऐसी स्थिति सबके लिए घातक है। प्रशासन को हम सीख तो नहीं दे सकते। लेकिन, इतना तो कह ही सकते हैं। रिक्शा पर रोक नहीं लगा सकते तो कम से कम सड़क पर बढ़ते अतिक्रमण को हटा दो, ताकि लोगों चलने के लिए जगह मिल सके। और नेताजी लोगों से आग्रह है, जब प्रशासन कार्रवाई करें तो वोट की गंदी राजनीति नहीं करें।
अविनाश उपाध्याय की रिपोर्ट