बक्सर : डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय के स्वैच्छिक सेवानिवृत्त (वीआरएस) देने के बाद राजनीति में एंट्री की खबर से राजनीतिक गलियारों में खलबली मच गई है, पहले से टकटकी लगाए भावी उम्मीदवारों की बेचैनी और बढ़ गई है।
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले डीजीपी का वीआरएस देना और राजनीति में आने की मंशा जाहिर करना राजनीतिक हलकों में खलबली मचा दी है। हालाँकि फ़िलहाल यह स्पष्ट नहीं सका है कि वह चुनाव किस विधानसभा सीट से लड़नेवाले है, पर राजनीतिक जानकारों का मानना है कि वह बक्सर, ब्रह्मपुर या शाहपुर से चुनाव लड़ सकते है।
ऐसे में पहले से इन सीटों पर अपनी उम्मीदवारी की आस लगाए बैठे भावी उम्मीदवारों की परेशानी और बढ़ गई है। डीजीपी के वीआरएस देने के दिन से ही जिले में इस बात की चर्चा ने जोर पकड़ लिया है, उनके इस कदम से एनडीए के नेताओं के होश उड़ रहे हैं। इस कदम से सर्वाधिक बेचैनी बक्सर भाजपा खेमे में देखी जा रही है।
पूर्व डीजीपी की होती रही चारो ओर चर्चा
कार्यकाल समाप्ति से ठीक पांच माह पूर्व स्वैच्छिक सेवानिवृत्त (वीआरएस) लेने की खबर आते ही राजनिक गलियारों में उनके चुनाव लड़ने की भी चर्चा होने लगी। फ़िलहाल सीट और राजनितिक दल को ले कोई पुष्ट खबर नहीं है, पर कयास लगाए जा रहे है कि वह बीजेपी में शामिल हो सकते है और बक्सर या ब्रह्मपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते है। दोनों ही सीट ब्रह्मण बहुल सीट है।
राजनीतिक गलियारों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनकी नजदीकी की भी खूब चर्चा हो रही है, कुछ राजनीक मामलों के जानकर यह भी कयास लगा रहे है की वह जदयू में शामिल हो सकते है। बहरहाल पांडेय जी बक्सर से चुनाव लड़ेंगे या ब्रह्मपुर से ये तो समय बताएगा पर फ़िलहाल राजनीतिक पारा उनके इस कदम ने काफी बढ़ा दिया है।
चन्द्रकेतु पाण्डेय
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