नवादा : नवादा में बुनकरों को अब अपने उत्पादों के डिजायन न कलर के लिए भागलपुर या बनारस जाने की आवश्यकता नहीं। उन्हें इस कार्य में दक्ष बनाने के लिए नवादा में ही प्रशिक्षण की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय की ओर से बुनकरों की बेहतरी के लिए चलाए जा रहे अभियान को सफल बनाने के लिए बुनकर सेवा केन्द्र भागलपुर की ओर से सदर प्रखंड कादिरगंज ओपी क्षेत्र के गोपालपुर में बुनकरों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
राष्ट्रीय हस्तकरघा विकास योजना के तहत कादिरगंज ओपी क्षेत्र के गोपालपुर का चयन कलस्टर के रूप में किए जाने के साथ 2 करोड़ 50 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान की गयी है। संचालन के लिए सरकार ने पूजा कुमारी भगत को डिजायनर कम मार्केटिंग एक्जयूटिव तथा मिथलेश कुमार को प्रोजेक्ट काॅर्डिनेटर के रूप में चयनित किया है। इसमें प्रथम चरण में 20 बुनकरों को डिजायनर व 20 को पेंटिंग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
समन्वयक ने बताया कि प्रशिक्षण के बाद बुनकर कपड़ों की बेहतरीन डिजायनिंग के साथ रंगाई कर सकेंगे । वे तकनीकी के माध्यम से लूम पर नये डिजाइन के कपङे बनाएंगे। बगैर तकनीकी जानकारी के इस धंधे से बुनकर अपना मुंह मोड़ रहे थे। प्रशिक्षण के बाद उन्हें प्रमाण पत्र के साथ लूम खरीदारी के लिये बुनकर सहयोग समिति के माध्यम से बैंक से ऋण उपलब्ध कराया जाएगा।
गोपालपुर के प्रशिक्षण शिविर में भागलपुर से आये मास्टर ट्रेनर के द्वारा बुनकरों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। डिजायनर का प्रशिक्षण सुनील कुमार प्रसाद व पेंटिंग का प्रशिक्षण मो अली जौहर द्वारा दिया जा रहा है।
गोपालगंज सिल्क उत्पादन प्राथमिक बुनकर सहयोग समिति के अध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि बुनकर तैयार माल में समुचित डिजाइन व रंगाई का समावेश न कर पाने के कारण बाजार में काफी पीछे रह जाते थे। अब वे रेशम की बुनाई कर बाजार की मांग के अनुरूप डिजायन व पेंटिंग कर समुचित लाभ कमा सकेंगे।
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