सारण : छपरा बनियापुर थाना क्षेत्र के सरमी गांव के निवासी किसान के पुत्र मिथिलेश कुमार का सपना जो बचपन से संजोए रखा उसको साकार करने में एक साल का समय तथा 7 से 8 लाख रुपए की लागत से बनकर तैयार किया है, जो कौतूहल का केंद्र बन गया है। बनियापुर गांव जहां आज जिला और प्रखंड से ही नहीं बल्कि राज्य और अन्य राज्यों से भी लोग देखने के लिए आ रहे है। मिथिलेश कुमार बताते है कि जब वह गांव के स्कूल में पढ़ते थे। उसी समय उसके मन में हेलीकॉप्टर बनाने तथा उसे उड़ाने की शौक हो गया था। लेकिन गरीब किसान का बेटा सपने को साकार करने के लिए अथक प्रयास किया और बड़े भाई के साथ गुजरात में रहकर पाइप फिटर का काम किया। जहां से हेलीकॉप्टर बनाने की तथा पायलट बनने और हवा में उड़ने की आशा जगी वही दो साल काम करने के बाद जब घर लौटा तब अपने बड़े भाई सुजीत के साथ मिलकर एक नैनो गाड़ी खरीदी जिसमें पाइप फिटर की मदद से डायना, पंखी तथा मोटर लगाकर रोड पर फर्राटा भरने वाली हेलीकॉप्टर बनाया तथा रोड पर दौड़ाकर लोगों को एक नया संदेश दिया कि अगर हौसला बुलंद है तो कामयाबी कदम चूमेगी। कड़ी मेहनत और लगन से किए गए काम बेकार नहीं जाता आज मेरा सपना पूरा हुआ जब लोग मुझसे पूछने और मिलने और मेरे द्वारा बनाए गए हेलीकॉप्टर को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। तब मुझे खुशी होती है तथा मेरे घर वालों को भी बहुत खुशी है कि जिसको लेकर हमेशा पिताजी बोला करते थे कि यह बेकार की काम है बंद करो मगर वह भी खुश हो गए जिस दिन मैंने उनको अपने हेलीकॉप्टर में घुमाया। लोगों इसकी काफी तारीफ कर रहे है। गांव के लोग इस हुनर को देखकर खुशी जाहिर के रहे है, तथा प्रशंसा कर रहे है।
गाँव के लोग मिथिलेश की प्रशंसा कर रहे है। वहीं मिथिलेश का कहना है कि इस कड़ी मेहनत के बाद जब मैंने इसे सड़क पर दौड़ा दिया तो पंख भी जरूर लगेगा और हवा में उड़ा लूंगा तथा अपने-सपने को साकार कर देश और दुनिया को दिखाऊंगा।