बगैर पुरोहित के अर्जक पद्धति से कराई गई शादी

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नवादा : नवादा के उग्रवाद प्रभावित सिरदला प्रखंड क्षेत्र के सांढ़ गांव में सूर्यदेव प्रसाद की पुत्री स्वीटी कुमारी की शादी गया जिले के कन्हैया बिगहा निवासी अशोक कुमार के पुत्र अंबुज कुमार के साथ बगैर पंडा—पुरोहित और मंत्रोच्चार के अर्जक पद्धति से संपन्न हुई। यह शादी इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है।
अर्जक संघ सांस्कृतिक समिति के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र पथिक ने वर—वधू को एक सादे समारोह में सत्यनिष्ठा के साथ शपथ कराया और दोनों को शपथ प्रमाणपत्र दिया।
पथिक ने बताया कि यह‌ शादी लिखंत—पढंत के आधार‌ पर फूल माला से करायी‌ जाती है। जो विशुद्ध वैज्ञानिक और संविधान पर आधारित‌ है। इस शादी की विशेषता है- कम खर्च, कम परेशानी और कम समय। इस कारण यह रीति रिवाज काफी लोकप्रिय हुआ है।

शोषित‌ नेता प्रो॰ उमाकांत राही की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में गया कॉलेज के अवकाश प्राप्त विभागाध्यक्ष प्रो॰ राम कृष्ण यादव,‌डॉ नंदकिशोर प्रसाद, प्रसिद्ध गायककार बालेश्वर प्रसाद, जादूगर स्वर्गीय‌ सिया राम महतो, परमेश्वर प्रसाद आदि दर्जनों अर्जकों ने वर वधु‌ को मंगलकामना व्यक्त की। इस‌ अवसर पर‌ बालेश्वर प्रसाद ने जहां‌ सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से समाज में व्याप्त सामाजिक कुरीतियों और‌ अंधविश्वास‌ को नकार कर अर्जक संघ की रीति रिवाज को अपनाने पर बल ‌दिया वहीं प्रसिद्ध जादूगर सियाराम महतो ने अपने जादू‌ के माध्यम से‌ मंत्र,‌ ओझा,‌ डायन, स्वर्ग, नरक‌‌, श्राप, वरदान, बैतरनी आदि‌को काल्पनिक‌ करार देते हुए. वैज्ञानिक सोच पर आधारित समाज में क्रांति‌ लाने और‌ मानववादी व्यवस्था ‌लाने पर बल दिया।

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इस समारोह‌ में वर—वधू पक्ष के अलावा आसपास के सैंकड़ों लोग‌‌ पूरे समारोह में उपस्थित रहे।

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