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नवादा बिहार अपडेट

अपहृत व्यवसायी हुआ  मुक्त

नवादा : मकेश्वर पांडेय उर्फ मको बाबा गिरोह 34 दिनों में पकरीबरांवा प्रखंड में दो-दो बार अपनी ताकत का एहसास करा दिया है। इस गिरोह का सरगना जमुई जिले के सिकन्दरा थानांतर्गत कुमार निवास मकेश्वर पांडेय को उसके तीन साथियों के साथ नवादा पुलिस ने गिरफ्तार कर उसे जेल में डाल दिया है।

बताया जाता है कि सोमवार को डुमरी निवासी दासो साव बैंक से पैसे की निकासी करने अपने घर से दिन में लगभग 12 घर निकले थे। जब वह देर शाम तक अपने घर नही पहूंचे तो उनके परिजनों ने खोजबीन प्रारम्भ कर दी। इसी दौरान उक्त युवक ने रात्रि के लगभग 9 बजे मुहल्ले के ही एक व्यक्ति को फोन पर बताया कि मेरा अपहरण कर लिया गया है। मैं अभी झाझा स्टेशन पर हूँ। फिर क्या खोजबीन प्रारम्भ होने लगी। इसी बीच अपहृता को मोबाइल भी डिस्चार्ज हो गया। जिसके बाद बेचैनी और बढ़ गई।

सुबह वह किसी तरह वह अपने रिश्तेदार के यंहा धनबाद पंहुच गया। इस बाबत जब अपरहृत से संपर्क साधा गया तो वह बताया कि वह पकरीबरावां के यूनियन ग्राहक सेवा केंद्र से पैसा निकालकर अपने घर जा रहा था। जब वह कचना मोड़ पंहुचा तो वह अपने बाइक को वंही एक दुकानदार के पास लगाकर अलीगंज की ओर जाने का प्लान बना लिया। जब वह वँहा से टेम्पो से चला तो एक बोलेरो सवार युवक ने उसे करीबी होने का नाटक कर अपने वाहन से चलने को कहा। बातचीत में वह उसकी सारी कहानी व रिश्तेदारों की भी चर्चा की तो उसे विश्वास हो गया। फिर क्या वह भी उसी वाहन में बैठकर चल दिया। वाहन कुछ दूरी ही गया कि उन अपराधियों ने पहले मुंह पर कुछ फेंका फिर उसकी याददाश्त चली गई। जब वह होश में आया तो वह अपने आपको किसी जंगल मे एक पेड़ से बंधे पाया। जब उन्होंने काफी विनती की तो उसे छोड़ने के एवज में उसकी सारी कमाई का 2 प्रतिशत प्रतिमाह देने एवं अन्य रकम की भी मांग की और नहीं देने पर सभी भाइयों की हत्या करने की धमकी दी। जब उसको होश आता तब उसे आपराधि कुछ दूर ले जाकर छोड़ देता, फिर वँहा से  दूसरे ग्रूप ले जाता। कुछ दूरी के बाद वह भी दूसरे साथी के साथ कर देता। कंही-कंही रोक कर उसे पुलिस की वर्दी व हथियार को दिखाता तो कंही शराब पीकर गाली-गलौज करता। उसके पास लगभग 17 हजार रुपए थे जिसे छीन लिया। आपस मे बातचीत के दौरान कभी सोनो टी कभी बटिया जंगल का नाम लेता। अंतिम में वह जमुई के आसपास कोई बालूघाट के पास आया जंहा काफी रात हो चुकी थी भय के कारण पूरा शरीर ठंड हो गई थी। बता दें इसके पूर्व व्यवसायी युवक के साथ 22 फरवरी को पकरीबरावां-कौआकोल पथ के भोजपुर मोड़ पर लगभग आधा दर्जन अपराधियों ने उसे जमकर पिटाई कर फिरौती की मांग की थी। 23 मार्च को जब वह अपने दुकान खोलने के लिये गया तो 15 लाख रुपए की फिरौती देने की मांग की नही देने पर भाई समेत हत्या की धमकी दी। इस मामले को गभीरता से लेते हुए पकरीबरावां पुलिस अनुमण्डल पदाधिकारी मुकेश कुमार साहा ने अपने नेतृत्व में एक टीम की गठित कर जमुई जिले में आंतक का परचम लहरारने वाले मको बाबा को उसके तीन साथियों के साथ शस्त्र गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अपराधियों ने अपनी संलिप्तता को भी स्वीकार किया। अपराधियों ने रूपौ के भी एक व्यवसायी से 50 लाख की रंगदारी मांगे जाने की भी घटना को स्वीकार किया था।

इस बाबत पूछे जाने पर एसडीपीओ ने बताया कि अपहृत के भाई दिलीप व गुलाब कुमार के द्वारा थाना में लिखित आवेदन ली गई है। ज्यों ही अपहृत युवक आता है पुछताछ के बाद पुनः एक और अभियान को चलाया जाएगा। अपराधी चाहे जिस गुफा में क्यों न छुपा हो उसे हर-हाल में निकाल  लिया जाएगा।

जानकारों की माने तो मकेश्वर पांडेय का ससुराल सुंदरी गांव में है जंहा से वह कुछ लोगों को मिलाकर इस घटना को अंजाम देता है। डुमरी से सुंदरी की दूरी महज लगभग 3 किलोमीटर बताई जाती है।