भाकपा माले ने किया गरीब मजदूरों का जन सम्मेलन
मधुबनी : भाकपा माले नेता भूषण सिंह ने बिहार में बढ़ रहे सामंती हमला, महिलाओं के उत्पीड़न व गरीब-मजदूरों के समस्या के सवालों पर बहुत जल्द ही एक बड़े आंदोलन करने की घोषणा की।
भाकपा माले जयनगर के द्वारा गरीब मजदूरों का बाबा पोखर भिंडा पर श्रवण पासवान की अध्यक्षता में जन सम्मेलन आयोजित किया गया। उक्त सम्मेलन में शामिल हुए लोगों ने अपने समस्याओं पर प्रकाश डालते हुए निम्नलिखित बिंदुओं पर आंदोलन करें का निर्णय लिया, और बिहार में बढ़ रहे सामंती हमला महिला उत्पीड़न का तीव्र निंदा किया गया।
प्रवासी मज़दूरों समेत सभी मज़दूरों को 10 हजार रुपये कोरोना लॉकडाउन भत्ता देने, स्वयं सहायता समूह-जीविका समूह सहित केसीसी व अन्य छोटे लोन माफ करने, सभी गरीबों-मज़दूरों के लिये राशन-रोज़गार का प्रबंध करने, मनरेगा में सभी मज़दूरों को 200 दिन काम और 500 रुपये दैनिक मजदूरी की गारंटी करने, दलित-गरीब विरोधी नई शिक्षा नीति 2020 वापस लेने, सभी बाढ़ व वर्षा से प्रभावित परिवारों को 25000 रुपये का मुआवजा करने, मनरेगा को सभी मौसम की योजना बनाओ और इसे प्रत्यक्ष कृषि कार्य से जोड़ा जाय, सभी भूमिहीन परिवारों को 5 डिसमिल जमीन वह पक्का मकान मुहैया किया जाए, भूमिहीनों को झोपड़ी उजाड़ने से पहले वैकल्पिक व्यवस्था तौर पर बस आने की व्यवस्था किया जाए, छूटे-बचे सभी गरीब परिवारों को राशन कार्ड मुहैया करने, सभी दलित-गरीब छात्रों को कोरोना काल में पढ़ाई के लिये स्मार्ट मोबाइल मुहैया करने, जैसे मुद्दों की मांग सरकार से की गई।
इस सम्मेलन स्थल पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए प्रखंड सचिव भूषण सिंह ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार वैश्विक महामारी कार्यकाल में लॉकडाउन से लगाकर गरीब मजदूरों व अन्य वर्गों के बीच भुखमरी की स्थिति पैदा चुका है, और वैकल्पिक सुविधाएं तौर पर कुछ नहीं मुहैया किया जा रहा है। लॉक डाउन के आड़ में लोगों को बेहाल कर चुके हैं, तो दूसरी ओर बिहार में सामंती अपराधियों के द्वारा गरीब दलित पर सामंती उत्पीड़न हमला महिलाएं पर हमला जारी है, और नीतीश सरकार वर्चुअल रैली व चुनाव में मस्त है। दलितों पर हमला करने वाले सामंती अपराधियों पर नकेल कसने के बदले मरने वाले दलितों के परिजनों को नौकरी देने की झूठे चुनावी आश्वासन दे रहे हैं, जिसका भाकपा माले निंदा करते हैं, और स्थानीय बुनियादी समस्याओं के निदान के लिए गरीब मजदूरों को गोलबंद कर मजबूती तौर पर आंदोलन चलाने की घोषणा करती है।
इस सभा को मो० मुस्तफा, श्रवण पासवान, परमेश्वर राम, सद्दाम हुसैन, बारीक, फूलों देवी, विमला देवी, प्रमिला देवी, ललिता देवी, सुनीता देवी सहित कई लोगों ने भाग लेकर संबोधित किए।
मिथिला स्टूडेंट यूनियन ने फूंका मुख्यमंत्री का पुतला
मधुबनी : मिथिला स्टूडेंट यूनियन ने अपनी विभिन्न मांगों को ले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जयनगर प्रखंड मुख्यालय समेत विभिन्न पंचायतों में पुतला दहन किया । बता दें की मिथिला स्टूडेंट यूनियन के द्वारा पूरे मिथिला क्षेत्र के लग भग सभी पंचायत एवं प्रखंड में बिहार के अकर्मण्य मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया गया।
इस मौके पर शशि सिंह ने बताया कि हम सरकार से पूछना चाहते है की वर्तमान सत्ता से आजादी के बाद मिथिला को क्या मिला? जो सरकारे सत्ता में आई, वह मिथिला क्षेत्र को लाभ देने के वजाय लूटने और ख़सूटने का काम किया है। लेकिन अब मिथिलावासी और मिथिला स्टूडेंट यूनियन कतई बर्दास्त नही करेगी हमे हमारा हक देना होगा।
आज हम सब पुतला दहन इसीलिए कर रहे है, ताकि एक एकजुटता के साथ संदेश जाना चाहिए कि हम गाँव की सम्पन्नता-खुशहाली की बात कर रहे है। हमारे यहाँ कृषि एवं अन्य माध्यम से उद्योग धंधा लगे हम इसकी बात कर रहे है।
हम शिक्षा, स्वास्थ्य व रोजगार हेतु पलायन नही करना चाहते है। हमे उद्यमी है, मेहनती है, कर्मशील है, हम अपने परिवार के साथ रहकर रोजी-रोटी कमाएंगे। ऐसा नही है कि हमरा क्षेत्र उद्योग के मानक को पूरा नही करता है। लेबर, पानी, जमीन व अन्य रिसोर्स हमारे यहाँ पर्याप्त है। परन्तु, ये विजनलेस-अविकसित सोचवाले-मानसिक दिवालिया मुख्यमंत्री व स्थानीय हमारे जयचंद के कारण हम ‘सस्ता मजदूर’ प्रायोजित तरीके से बना दिया है।
आपको बता दें की मिथिला स्टूडेंट यूनियन लगातार पांच वर्षो से मिथिला के क्षेत्र और छात्र के विकास के लिए सतत संघर्ष करती आ रही है, और सैकड़ों बार आंदोलन भी की है।
इस मौके पर उपस्थित छात्र संघ अध्यक्ष एवं सह मधुबनी जिला कोषाध्यक्ष ऋषि कुमार ने कहा की यहां की जो स्थानित जनप्रतिनिधि और सरकार है। यह विज़नलेस है, यह अकर्मण्य है, ये गहरी निंद्रा में सो चुकी है। अब हम छात्रों और युवाओं को ही आगे आना होगा, और अपने हक की बात करनी होगी।
मिथिला स्टूडेंट यूनियन की मांग
1). मिथिला मखाना के मिथिला जीआई टैग के लिए।
2). हरेक पंचायत में प्राथमिक स्वास्थ केंद्र के लिये।
3). मैथिली भाषा को दुतीये राजभाषा का दर्जा दिलाने के लिए।
4). गाँव के स्कूल में उच्चतम पढ़ाई व्यवस्था के लिये।
5). मिथिला में रोजगार के लिये।
इस मौके पर मौजूद जयनगर प्रखंड अध्यक्ष पुष्कर, रजौली पंचायत अध्यक्ष नितेश मिश्र, जयनगर प्रखंड सचिव राजा पठान, मिथिला स्टूडेंट यूनियन के यूनिवर्सिटी सचिव शशि सिंह राजा, अंकित, ऋषभ, भवनाथ एवं अन्य दर्जनों सेनानी मौजूद थे।
सर्वजन दवा वितरण कार्यक्रम को लेकर जूम ऐप से प्रशिक्षण
मधुबनी : जन-जन के स्वास्थ्य को लेकर संकल्पित सरकार फाइलेरिया उन्मूलन पर लगी है। जिसके तहत जिले के सभी 21 प्रखंड में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम 28 सितंबर से चलाने का निर्णय लिया गया है। इसे लेकर आज जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉक्टर एसपी सिंह ने जिले के सभी प्रखंड के एमओआईसी, बीएचएम तथा बीसीएम का जूम एप के द्वारा प्रशिक्षण दिया। उन्होंने बताया प्रशिक्षण के उपरांत सभी कर्मी अपने प्रखंड के दलकर्मी एवं आशा को प्रशिक्षण देंगे। साथ ही इनके द्वारा प्रखंड क्षेत्र में फाइलेरिया के प्रति लोगों को जागरूक करने का भी काम किया जाएगा। इस मुहिम में केयर इंडिया से सहयोग लिया जाएगा।
टीम के सामने खानी होंगी दवाएं:
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ एस पी सिंह ने बताया कि फाइलेरिया मच्छर के काटने से होने वाला संक्रामक रोग है। इससे बचाव के लिए सरकार द्वारा लोगों को मुफ्त में दवा दी जाती है। कार्यक्रम की सफलता के लिए आशा, आंगनबाड़ी एवं प्रशिक्षित वॉलेंटियर को लगाया जाएगा। वह घर-घर जाकर दो वर्ष के ऊपर के सभी लोगों को दवा की खुराक देंगे। दो से पांच वर्ष के बच्चों को डीईसी एवं एल्बेडाजोल की एक-एक गोली, छह से चौदह साल के किशोर को डीईसी की दो तथा एल्बेडाजोल की एक गोली तथा 15 साल के ऊपर के लोगों को डीईसी की तीन गोली एवं एल्बेंडाजोल की एक गोली की खुराक दी जाएगी। दवा टीम के सामने ही खिलाई जाएगी। उन्होंने बताया, डीईसी की गोली खाली पेट नहीं खाना है एवं एल्बेंडाजोल की गोली को चबाकर खाना है। दो साल से कम उम्र के बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को दवा नहीं खिलाई जाएगी। इसके अलावा जो गंभीर बिमारी से पीड़ित हैं उन्हें भी दवा नहीं दी जाएगी।
लक्षण दिखे तो सावधान हो जाएं:
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण सलाहकार नीरज कुमार सिंह ने बताया कि फाइलेरिया में पैरों, हाथों में सूजन आ जाता है। जिसे हाथी पाँव कहा जाता है। इससे मुक्ति के लिए सरकार द्वारा मुफ्त में दवा दी जा रही है। उन्होंने फाइलेरिया से बचाव के लिए सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करने एवं घर के आसपास साफ-सफाई रखने की जरुरत है। उन्होंने बताया कि घरों के इर्द-गिर्द गंदगी रहने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ता है, जिससे कई प्रकार की संक्रामक बिमारी फैलती है।
केयर इंडिया के कर्मी करेंगे सहयोग
डॉक्टर एसपी सिंह ने प्रशिक्षण के दौरान जानकारी दी कि कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए केयर इंडिया के कर्मियों से भी सहयोग लिया जाएगा। इससे कार्यक्रम का ससमय और सफल क्रियान्वयन हो सकेगा और कार्य की गति में किसी प्रकार का परेशानियां उत्पन्न नहीं होने पाएगी।
बाढ़ में हरा चारा डुबाने से हुई चारे की कमी, तीन दर्जन पशुओं की हुई मौत
मधुबनी : जिले के लदनियां प्रखंड के बाढ़ प्रभावित पंचायत कुमरखत पूर्वी में सोमवार को डीएएचऒ डॉ० बिनोद कुमार सिंह के नेतृत्व में चार सदस्यीय पशु चिकित्सकों का टीम अज्ञात बीमारी से पशुओं का हो रहे मौत का जायजा लिया।
पशु चिकित्सक डॉ० रामबली कुमार, डॉ० प्रभात कुमार मिश्र, डॉ० मनीष कुमार एवं लदनियां प्रखंड बीएएचऒ डॉ० सुमंत कुमार ने दोनवारी, पथलगाढा, जानकीनगर, मोतनाजे एवं महुलिया पहुंच कर अज्ञात बीमारी से हो रहे मौत का जायजा लेने के बाद बताया कि पशुओं के मौत का मुख्य कारण कुपोषण और बाढ़ के पानी में डूबा हरा चारा खाने से हो रहा है। इस लिए पशुपालकों को चाहिए कि कुपोषण से बचने के लिए चिकित्सक के परामर्श के अनुसार दबा एवं भोजन दें।
इस बाबत पंचायत समिति सदस्य राम कुमार यादव ने बताया कि गांवों में बाढ़ का पानी के जमावड़े से बीमारी फैलती है। जिसका असर अभी भी है।दोनवारी गांव के नवीन कुमार का गाय एवं बाछी की मौत, महुलिया के सोनी देवी के गाय का मौत दो दिनों में हो गया है।
ज्ञात हो कि दो महीने के भीतर तकरीबन तीन दर्जन से अधिक पशुओं की मौत हुई है। क्ई आक्रांत है। इस मौके पर विभाग के सुरेन्द्र कुमार राय, पंचायत समिति सदस्य राम कुमार यादव सहित अन्य कई पशुपालक उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री तीश कुमार ने जल जीवन हरियाली अभियान की राज्यस्तरीय की समीक्षा
मधुबनी : मुख्यमंत्री ने जल-जीवन -हरियाली अभियान की समीक्षा राज्य स्तरीय वीडियो कॉन्फ्रेंसिंगके माध्यम से की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मधुबनी जिला से जिला पदाधिकारी डॉ नीलेश रामचंद्र देवरे, उप विकास आयुक्त, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता, लघु सिंचाई प्रमंडल, मधुबनी, कार्यपालक अभियंता, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण प्रमंडल, मधुबनी, कार्यपालक अभियंता, विद्युत एवं अन्य विभागों के नोडल पदाधिकारी ने भाग लिया।
समीक्षा में मधुबनी जिले में इस अभियान के अन्तर्गत किए कार्यों कि विवरणी के अनुसार जिले में जल-जीवन-हरियाली अभियान अन्तर्गत 70 तालाब, 269 कुआॅ, 248 पाईन का जीर्वोद्धार कार्य पूर्ण किया गया है। 12 नया चेक डैम, 44 नया जल स्रोत का निर्माण, सरकारी भवनों में 193 छत वर्षा संरक्षण संरचना का निर्माण कराया गया है। पौधारोपन के बिन्दु पर जिले में मनरेगा अन्तर्गत 386600 एवं वन विभाग द्वारा 213924 पौधा रोपण किया गया है। उल्लेखनीय है कि 8115 सार्वजनिक जल संरक्षण संरचना, 1416 सार्वजनिक कुआँ का शत प्रतिशत सर्वेक्षण कर उसके जीर्वोद्धार की कार्रवाई की जा रही है।
अब पंचायत स्तर पर बनेंगे आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के गोल्डन कार्ड
मधुबनी : सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग लोगों को बेहतर और समुचित स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर पूरी तरह संकल्पित और कटिबद्ध हैं। इसी कड़ी में कोविड-19 के कारण बंद किए गए आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत गोल्डन कार्ड का कार्य फिर से शुरू करवाने का निर्माण लिया गया है और इसे जल्द से शुरू कराने के लिए आवश्यक तैयारियाँ भी शुरू कर दी गई है। कार्य में तेजी लाने एवं जल्द से जल्द अधिक से अधिक लोगों का कार्ड बनाने को लेकर पंचायत स्तर पर कार्ड बनाया जाएगा। ताकि हर लोगों आसानी के साथ अपना कार्ड बनवा सकें। इसको लेकर स्वास्थ्य सुरक्षा समिति के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने पत्र जारी कर जिलाधिकारी एवं जिला सिविल सर्जन पदाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए हैं और हार हाल में तेजी के साथ कार्ड बनाने के लिए हर आवश्यक पहल करने को कहा है।
पंचायत स्तर पर तैनात कार्यपालक सहायक बनाएँगे गोल्डन कार्ड :
गोल्डन कार्ड बनाने के कार्य में तेजी लाने को लेकर पंचायत स्तर पर तैनात कार्यपालक सहायक को कार्ड बनाने की जिम्मेदारी दी जाएगी, जो अपने-अपने क्षेत्र के लोगों का सुविधाजनक तरीके से गोल्डन कार्ड बनाएँगे। ताकि निर्धारित तिथि तक कार्ड बनाने का लक्ष्य पूरा किया जा सकें। साथ ही सीएसपी (कॉमन सर्विस सेंटर)को भी गोल्डन कार्ड बनाने का निर्देश दिया गया एवं जीविका के समूह को भी ग्राम स्तर पर समूह में चर्चा कर, लोगों को जागरूक कर गोल्डन कार्ड बनवाने का निर्देश दिया है.
शीघ्र शुरू होगा गोल्डन कार्ड बनाने का कार्य
जिला सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया कि जिले के सभी जगहों पर गोल्डन कार्ड बनाने का कार्य शीघ्र शुरू होगा। इसके लिए आवश्यक तैयारियाँ की जा रही है और संबंधित पदाधिकारियों को शीघ्र कार्य शुरू कराने को लेकर आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।
जनप्रतिनिधि भी करेंगे सहयोग
गोल्डन कार्ड बनवाने से एक भी लोग वंचित नहीं रहे। इसके पंचायत स्तरीय जनप्रतिनिधि मुखिया, वार्ड सदस्य समेत अन्य जनप्रतिनिधि भी सहयोग करेंगे। साथ ही कार्ड बनाने को लेकर जागरूक करेंगे।
आशा भी घर-घर जाकर लोगों को करेंगी जागरूक
स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी आशा कार्यकर्ता भी अपने क्षेत्र में घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करेंगी और कार्ड बनाने के लिए प्रेरित करेंगे। साथ ही कार्ड बनने के बाद इलाज में होने वाले सरकारी मदद की भी जानकारी देंगे।
जिले में 4 लाख 91 हजार 247 परिवार का बनेगा गोल्डन कार्ड:
आयुष्मान भारत के जिला योजना समन्वयक कुमार प्रियरंजन ने बताया जिले में 4 लाख 91 हजार 247 परिवार को गोल्डन कार्ड मिलना है जिसमें 23 लाख 70 हजार 685 सदस्य हैं, अब तक 73 हजार 756 परिवार को गोल्डन कार्ड मिल चुका है जिसमें 1 लाख 44 हजार 328 सदस्य को कार्ड मिल चुका है 6 हजार 521 मरीज का आयुष्मान योजना के तहत जिले में सरकारी व निजी अस्पताल में इलाज किया जा चुका है इसकी एवज में 6 करोड़ का भुगतान सरकारी एवं निजी अस्पताल को भुगतान किया जा चुका है.
कोविड-19 के सभी मानकों का रखा जाएगा ख्याल
गोल्डन कार्ड बनाने के दौरान कर्मी कोविड-19 के सभी मानकों का ख्याल रखेंगे और पालन करेंगे। जैसे कि मास्क व गलैप्स का उपयोग, शारीरिक-दूरी का पालन, सेनेटाइजर का उपयोग समेत कोविड-19 से बचाव के लिए हर आवश्यक निर्देशों का पालन करेंगे।
गोल्डन कार्ड से कोविड-19 का भी होगा मुफ्त इलाज
गोल्डन कार्ड से कोविड-19 का भी समुचित रूप से मुफ्त इलाज होगा। शेष पूर्व की भाँति सभी सुविधाओं का भी लाभ दिया जाएगा। इसलिए एक भी लोग कार्ड बनवाने से वंचित नहीं रहें इसका कर्मियों द्वारा ख्याल रखा जाएगा। इसके लिए गाँव में जागरूकता अभियान की तरह लोगों को कार्ड बनाने के लिए जागरूक किया जाएगा।
सुमित राउत