निदेशक ने लिया पेयजल समस्या का जायजा
नवादा : अपर मिशन निदेशक, बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन, पटना सह नवादा जिला प्रभारी सचिव, डा० प्रतिमा ने जिले में पेयजल आपूर्ति एवं विकास कार्यों का समीक्षा किया। सर्वप्रथम अपर मिशन निदेशक द्वारा बिहार बस स्टैण्ड के पास स्थित पीएचईडी विभाग के जिला नियंत्रणकक्ष जिसका नम्बर 06324- 210036 का निरीक्षण किया। पुनः परिसदन नवादा मे जिले के सभी पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। बैठक कोसंबोधित करते हुए कहा कि नल-जल योजनान्तर्गत जिले में चल रहे कार्यों में प्रगति लायें। इस भीषण गर्मी में कहीं से भी पेयजल की समस्या की शिकायत मिलती है तो तत्काल प्राथमिकता के आधार पर निष्पादित करें। पीएचईडी विभाग के कार्यपालक अभियन्ता को उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि जिला नियंत्रण कक्ष नम्बर का 06324- 210036 का वृहत प्रचार-प्रसार करें, ताकि इस पर आनेवाले नल-जल से संबंधित किसी भी प्रकार की शिकायत को तुरन्त संज्ञान लिया जा सके। उन्होंने कहा कि पीएचईडी के जितने भी सहायक अभियन्ता एवं कनीय अभियन्ता का सम्पर्क नम्बर भी सभी पदाधिकारियों एवं आमजनों तक प्रसारितकरें, ताकि पेयजल की समस्या को तुरन्त निपटाया जा सके। उन्होंने प्रखंडवार सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी से नल-जल की स्थिति से परिचित होते हुए कहा कि। खास कर क्रिटीकल क्षेत्रों में, पहाड़ी क्षेत्रों में, जहॉ जल स्तर नीचे चला गया है उन स्थलों पर प्राथमिकता के आधार पर पेयजल मुहैया करायी जाय यथा, टैंकर से भी पानी मुहैया करायी जाय।
उन्होनें निदेश देते हुए कहा कि चापाकल की मरम्मति की शिकायत मिलने पर 24 घंटे के अन्दर मरम्मति कार्य करना सुनिश्चित करेगें। पीएचईडी कार्यपालक अभियन्ता द्वारा बताया गया कि चापाकल कापार्टस, पाईप प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। मरम्मति के लिये तत्काल सेवा दी जाही रही है। जहॉ वाटर लेवल की कमी है वहॉ डीप बोरिंग कर नया चापाकल लगाया जा रहा है।
सचिव महोदय ने समीक्षा के क्रम में कहा कि जिले में स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में पेयजल की कमी नहीं होनी चाहिए। सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, सहायक अभियन्ता एवं कनीय अभियंता आपस मेसमन्वय स्थापित कर पेयजल की शिकायत को तत्काल दूर करेगें। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन सभी अधिकारी मुखिया एवं वार्ड मेम्बर से सम्पर्क करेगें और पेयजल की स्थिति पर नियंत्रण रखेगें। विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता को निदेश देते हुए कहा कि बिजली के कारण पेयजल की समस्या न हो इसका पूरा ध्यान रखा जाय। उन्होनें कहा कि जिले के सभी विभाग के पदाधिकारी यथा, जीविका के समूह द्वारा भी नल-जल के शिकायतको प्राथमिकता के आधार पर क्षेत्र भ्रमण कर शिकायत को दूर करें तथा सम्पर्कनम्बर का प्रचार-प्रसार कर समस्या को निष्पादित करें। अन्त में जिला पदाधिकारी कौशल कुमार ने सचिव महोदय को आवष्वासन देते हुए कहा कि जिले के किसी भी। भाग में पेयजल की समस्या नहीं होने दी जायेगी। भीषण गर्मी से बचाव के। लिए पेयजल की शिकायतो पर अविलम्ब कार्रवाई शुनिश्चित की जायेगी। उन्होंने कहा कि पार नवादा मुस्लिम टोले की शिकायत पर टैंकर से पानी मुहैया करायी जारही है। बैठक में जिला पदाधिकारी, कौशल कुमार, उप विकास आयुक्त, सावन कुमार, कार्यपालक अभियंता, पीएचईडी चन्देष्वर राम, अपर समाहर्ता ओम प्रकाष के अलावे सभी वरीय पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं सभी अंचलाधिकारी उपस्थित थे।
पीएचईडी की लापरवाही, पानी के लिए मचा हाहाकार
नवादा : जिले के अकबरपुर प्रखंड में ग्रामीण जलापूर्ति योजनाओं का हाल इन दिनों बेहाल है। क्षेत्र में निर्मित कई जलमीनारों से पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। जलमीनारों का निर्माण सिर्फ संवेदकों को फायदा पहुंचाने के लिए हुआ। करोड़ों खर्च के बाद भी एक बूंद पानी भी लोगों को नसीब नहीं हो रहा है। यह कोई एक पंचायत की बात नहीं है। अधिकांश पंचायतों की स्थिति एक ही जैसी है। फतेहपुर, पचरुखी, माखर, बरेव, तेयार सहित कमोवेश सभी पंचायतों में लोग भीषण जलसंकट से जूझ रहे हैं। लेकिन पेयजल एवं स्वच्छता विभाग इन जलमीनारों को खड़ा कर भूल चुका है कि इनका काम लोगों तक जलापूर्ति करना भी है। कई जगहों पर पाइप लाइन नहीं बिछाई गई है तो कहीं मोटर ही नहीं लगा है। अधिकांश मामलों में संवेदक और विभाग की लापरवाही साफ नजर आ रही है।
कहां का है क्या हाल
फतेहपुर पंचायत : चार सोलर जलमीनार।
निर्माण : वर्ष 2015-2016
वर्तमान स्थिति-एक बेकार, दूसरे में मोटर नही लगा, तीसरा संवेदक की लापरवाही से बंद, चौथा बोरिग की गहराई कम होने के कारण पानी देना बंद।
लागत : 75 लाख रुपये प्रति टावर
पचरुखी पंचायत-
निर्माण : वर्ष 2015-16
लागत : 1 करोड़ 59 लाख
वर्तमान स्थिति-सात वार्ड के बाद सप्लाई बंद।
पंचायत : माखर
निर्माण : वर्ष 2014-2015
लागत : 22 लाख
वर्तमान स्थिति-पाइप फटने से एक बंद, दूसरा व तीसरा संवेदक की लापरवाही से बंद।
पंचायत : बरेब
जलमीनार निर्माण : वर्ष 2014-15
कुल लागत : एक करोड़ व 59 लाख
स्थिति – ट्रासफॉर्मर जलने के कारण बंद
पंचायत : तेयार
निर्माण : वर्ष 2016-17
लागत : एक करोड़ 21 लाख।
वर्तमान स्थिति – आधी आबादी को पानी नहीं मिल रहा है।
क्या कहते है पदाधिकारी
ग्रामीणों की शिकायत पर जेई को आदेश दिया गया है कि जहां पीएचईडी के द्वारा नल-जल का पानी नहीं मिल रहा है वहां जल्द ही शुरूआत किया जाए।
मो. नौशाद आलम सिद्धीकी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अकबरपुर।
शराबी को ग्रामीणों ने किया पुलिस के हवाले
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली थाना क्षेत्र के टकुआटांड़ पंचायत के महसई मोहल्ले में शराब के नशे में एक युवक ग्रामीणों से गाली गलौज कर रहा था। जिसे लोगो ने पीटकर पुलिस के हवाले कर दिया। नशेड़ी युवक के द्वारा थाना क्षेत्र के मंझला गांव जा रहे एक बाइक सवार को बीच राह पर रोक कर गाली गलौज किया जाने लगा। जिसके कारण दोनों के बीच उपजे विवाद में आसपास रहे ग्रामीणों ने जमकर नशेड़ी युवक की जमकर धुनाई कर दी।मारपीट की घटना में नशे में धुत काली महतो का पुत्र भोली यादव गंभीर रूप से घायल हो गया। जिससे ग्रामीणों के सहयोग से अनुमंडलीय अस्पताल लाकर भर्ती कराया गया।जहां चिकित्सक दिलीप कुमार ने प्राथमिक उपचार किया।
इस संबंध में थानाध्यक्ष सुजय विद्यार्थी ने बताया कि अभी तक कोई लिखित शिकायत नहीं किया गया है।हालांकि युवक नशे में है।फिलहाल युवक का इलाज पुलिस अभिरक्षा में कराया जा रहा है। बताते चलें कि थाना क्षेत्र में नशेड़ियो के द्वारा खुलेआम शराबबंदी का मखौल उड़ाया जा रहा है।
दूसरी ओर सवाल ये भी उठता है कि थाना में शराब बंदी के बाद भी लगातार ऐसी घटनाएं सामने आती जा रही हैं।कुछ मामले थाने तक पहुंच पाते हैं कुछ पुलिस के पास पहुंचने से पहले ही रफा दफा करा दिये जाते हैं।
हालांकि पुलिस लगातार तस्करी कर लाई जाने वाली शराब को पकड़ रही है। लेकिन फिर भी लोगों के बीच शराब की बिक्री जारी है। जिसके कारण अक्सर थाना क्षेत्र में ऐसी घटनाएं सामने आती रहती हैं। ये घटनाएं रजौली में शराब बंदी की घज्जियां उड़ा रही हैं, साथ ही पुलिस की मुस्तैदी पर भी प्रश्न खड़ा होता नज़र आ रहा है ।
स्वच्छता अभियान को लेकर नगर परिषद क्षेत्र में बांटा डब्बा
नवादा : नवादा नगर परिषद अपने कार्यों के लिए हमेशा से चर्चा के केंद्र में रहा है। कभी सफाई अभियान को सफल बनाने, कभी गति प्रदान करने जैसे कार्यो को लेकर नगर परिषद लोगों के बीच चर्चा में रहा है। पिछले 6 महीने से ज्यादा समय से नवादा नगर के कुल 33 वार्ड के लोगों के लिए वितरण होने वाले कचरा का डब्बे आया हुआ है। 6 महीने से अधिक समय से यह कचरे का डब्बा नगर भवन परिसर में पड़ा हुआ है।
पानी और धूप से इस डब्बा की गुणवत्ता समाप्त हो चुकी है। कुछ ही दिनों बाद या कचरे का डब्बा टूट कर खुद कचरा बन जाएगा। नगर परिषद द्वारा अपने कार्यों को अंजाम देने के लिए डब्बे आने के 6 महीने बाद इसे लोगों के बीच वितरण करने का कार्य शुरू किया गया है। बुधवार से यह कार्य नगर परिषद के कई वार्ड में किया गया।
एक हरे रंग का डब्बा और एक ब्लू कलर का डब्बा लोगों को दिया गया है। हरे रंग के डब्बे में लोगों को गीला कचरा तथा ब्लू कलर के डब्बे में लोगों को सूखा कचरा जमा करके रखना है। बाद में नगर परिषद के सफाई कर्मी निर्धारित स्थल तक पहुंचाने का कार्य करेंगे।
नगर परिषद के द्वारा इस डब्बे में कचरा जमा करने और कचरा उठाने को लेकर प्रत्येक घरों से प्रत्येक महीने 25 रुपए की राशि वसूल की जाएगी। एक मकान में मकान मालिक के साथ साथ जितने भी किराएदार हैं, सभी लोगों को सभी परिवारों के बीच यह डब्बा का वितरण किया जाएगा। अब देखना यह है कि यह डब्बा सिर्फ लोगों के घरों की शोभा बन पाती है या कुछ दिनों बाद या खुद कचरा बन कर कचड़े में फेंक दिया जाता है ।
चकमा देकर उच्चकों ने रिटायर्ड स्वास्थ्यकर्मी से उडाये डेढ़ लाख रुपए
नवादा : नवादा में उच्चकों ने एक रिटायर्ड स्वास्थ्यकर्मी को चकमा देकर डेढ़ लाख रुपये गायब कर दिए। घटना नगर थाना क्षेत्र के अस्पताल रोड की है। बताया जाता है कि लाइन पार मिर्जापुर के रहनेवाले भोला प्रसाद एसबीआई की मुख्य शाखा से पैसे निकालकर घर जा रहे थे। इसी बीच उन्हें प्यास लगी तो वे चापाकल पर पानी पीने लगे। अपना झोला उन्होंने पास ही रख दिया। पानी पीने के दौरान ही उन्हें खुजली होने लगी।ज्योही उनका ध्यान भटका। उच्चके पैसे लेकर फरार हो गए। उन्होंने शोर भी मचाया, लेकिन उच्चके पैसे लेकर भागने में सफल रहे। इस मामले को लेकर उन्होंने नगर थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कराया है।जिसके बाद पुलिस सक्रिय हो गयी है।
एटीम के भरोसे रहे तो आपके बिगड जाएंगे काम
नवादा : अगर आपको आवश्यक कार्य है और आप एटीएम के भरोसे हैं तो आपका काम हो जाए इसकी कोई गारंटी नहीं। ऐसे में आपको सावधान रहने की आवश्यकता है। सरकारी व निजी बैंकों ने ग्राहकों की सुविधा को देखते हुए ऑनलाइन से लेकर अन्य सुविधा का विस्तार तो कियालेकिन उचित देखभाल के अभाव में यह सरदर्द बनता जा रहा है।
कितने हैं एटीएम
जिले में सरकारी व निजी बैंकों कोमिलाकर नगर समेत विभिन्न क्षे़त्रों में 86 एटीएम लगाए गए है। इनमें से फिलहाल 36 एटीएम ही ऐसे हैं जो लगभग।नियमित रूप से काम कर रहे हैं। शेष की सेवा भगवान भरोसे है। कोई तकनीकी खराबी के कारण तो कोई राशि के अभाव।में बंद पडा है। सबसे खराब स्थिति प्रखंड मुख्यालयों में लगाए गए एटीएम की है। जिस पर भरोसा करने का मतलब है धोखा। ग्राहकों की परेशानी यह है कि उन्हें समुचित जबाव मशीन तो मशीन है खराब हो ही जाती है कहकर टाल दिया जाता है।
सर्वाधिक एटीएम पीएनबी के
जिले में सर्वाधिक 26 एटीएम अग्रणी बैंक पीएनबी के हैं। दूसरे स्थान पर भारतीय स्टेट बैंक के कुल 19 एटीएम हैं। इसके अलावे बैंक ऑफ इंडिया के चार, इलाहाबाद बैंक के तीन,, केनरा बैंक,।सेंट्रल बैंक, ओरिएंट बैंक ऑफ कॉमर्स यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के दो-दो, कॉरपोरेशन बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, इंडियन बैंक व यूको बैंक के एक-एक एटीएम है। इन सरकारी बैंकों के अलावे निजी क्षेत्रएक्सिस बैंक के आठ, एचडीएफसी व आइसीआइआइसीआइ के दो-दो तथा आइडीबीआई के एक एटीएम के अलावे अन्य आठ एटीएम कार्यरत है। इनमें से अधिकांश बैंक नगर में कार्यरत है। वैसे नजि बैंकों के एटीएम पर भरोसा किया जा सकता है। शेष पर भरोसा करने का मतलब ही धोखा है।
लिंक फेल रहना आम
जिले में एटीएम का इतना बुरा हाल है। कि लिंक फेल रहना आम है। अक्सर लिंक फेल रहने के कारण एटीएम का शटर तक नहीं उठता। बावजूद इसे ठीक कराने के बजाय तकनीकी समस्या बता बैंक अधिकारी अपना पल्ला झाड लेते है।
जेब कटती है ग्राहकों की
ऐसी भी बात नहीं है किबैंक ग्राहको को मुफ्त में एटीएम सेवा उपलब्ध कराती है। इसके एवज में राशि वसूलती है। बावजूद प्रबंधन की लापरवाही के कारण हालात सुधरने के दिनों दिन खराब होता जा रहा है। ग्राहकों को बेहतर सेवा का दंभ भरने वाले बैंक अपने। एटीएम को भी दुरूस्त नहीं रख पा रही है। ऐसी स्थिति मेंबैंक खातों में रखे अपने ही पैसों को निकालने मेंग्राहकों के होश ठिकाने लग रहे है। ऐसी स्थिति से प्रतिदिन ग्राहकों को दो-चार होना पड रहा है। ऐसा लगता है।मानों एटीएम को दुरूस्त रखना बैंक की प्राथमिकता में है ही नहीं।
कहते है अधिकारी
आमतौर पर राशि की कमी के कारण एटीएम की सेवा कुछ देर के लिए बाधित रहती हैं जिसे फौरन दुरूस्त कर लिया जाता है। लेकिन तकनीकी खराबी के कारण बंद होने के बाद इसे ठीक कराना यहां से संभव नहीं है। बावजूदएटीएम की सुविधा ग्राहकों को मिले इसका भरपूर प्रयास किया जाता है। नरेन दत्ता, एलडीएम, नवादा
खलिहान में लगी आग
वादा : जिले के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के पैंगरी पंचायत की गोड़ापर गांव में ग्रामीण वीरेश कुमार के घर के समीप खलिहान में अचानक आग लग गई। फलत: एक लाख से अधिक की संपत्ति जलकर राख हो गई। ग्रामीणों के प्रयास व मिनी दमकल के पहुंचने पर आग पर काबू पाया जा सका।
पीड़ित ने बताया कि खलिहान में दौनी के लिए रखा गया पांच बीघा खेत के गेहूं की फसल के साथ ही खपरैल मकान, 20 हजार बिचाली का पुंज, घरेलू कपड़ा समेत अन्य सामान जल गया। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। बता दें कि वीरेश का खलिहान घर के पास स्थित परती जमीन में था। फलत: खलिहान में लगी आग बेकाबू होकर पीड़ित के खपरैल घर तक पहुंच गई। घर और खलिहान में रहा फसल जलते देख ग्रामीण युवाओं ने आग बुझाने का प्रयास किया। लेकिन सफलता नहीं मिली तब वारिसलीगंज थाना को फोन कर सूचना दी गई। थाना से मिनी दमकल पहुंचने के बाद आग पर काबू पाया गया।
इससे पूर्व मंगलवार को अपसढ़ गांव में भीषण अगलगी की घटना घटी थी जिसमें लाखों रुपये की फसल राख हो गई थी। प्रखंड में अब तक एक दर्जन स्थानों पर आग लगने की घटना हो चुकी है।
50 फीट से नीचे गया पानी, पेयजल के लिए मचा है हाहाकार
नवादा : जिले में भूगर्भीय जलस्तर में गिरावट का दौर लगातार जारी है। ऐसे में जलसंकट गहराता जा रहा है। पानी के लिए लोग लगातार सड़कों पर उतर रहे हैं। ऐसा भूगर्भीय जल के लगातार दोहन के कारण हो रहा है। जिले के चार पंचायतों का हाल यह है कि वाटर लेवल 50 फीट से भी नीचे चला गया है। विभाग भी इसकी पुष्टि कर रहा है। बावजूद अबतक जल संकट से निपटने के लिए योजना ही बनाई जा रही है।
वैशाख महीने में ही जिले का तापमान 43 डिग्री से भी उपर चला गया है। भूगर्भीय जलस्तर में लगातार गिरावट के कारण घरों में पूर्व से लगाए गए चापाकल व सबमर्सिबल जबाव दे रहे हैं। सरकार की नल-जल योजना के अबतक धरातल पर नहीं उतरने के कारण लोगों को पानी के लिए भटकना पड़ रहा है।
विभाग का दावा संदेह के घेरे में
विभाग का दावा है कि खराब पड़े चापाकलों की मरम्मति के लिए मोबाइल सेवा बहाल कर दी गई है। सच्चाई यह है कि अबतक वारिसलीगंज, काशीचक, गोविन्दपुर, कौआकोल, पकरीबरावां आदि प्रखंडों में वाहन तक उपलब्ध नहीं कराए गए हैं। ऐसे में विभाग का दावा संदेह के घेरे में है।
खतरे की घंटी
नवादा सदर प्रखंड के भदौनी व महुली के साथ काशीचक प्रखंड के चंडीनोंवा पंचायत में जलस्तर 50 फीट से नीचे होना खतरे की घंटी है। विभाग का दावा है कि पानी की कमी वाले क्षेत्रों में पिछले दो-तीन दिनों से लगातार 20 टैंकरों के माध्यम से पानी की आपूर्ति आरंभ की गई है। इसके साथ ही जहानाबाद जिले से अतिरिक्त टैंकर मंगाए जा रहे हैं। उसके आते ही 30 टैंकरों के माध्यम से जरूरत वाले इलाके में पानी की आपूर्ति आरंभ कर दी जाएगी।
वाहन चोर को पुलिस ने किया गिरफ्तार
नवादा : मुफस्सिल थाना क्षेत्र के केंदुआ गांव के समीप पुलिस ने पीछा कर एक वाहन चोर को गिरफ्तार कर लिया। जबकि तीन अन्य भागने में सफल हो गए। पकड़ा गया युवक राकेश कुमार वैशाली जिले के महुआ थाना क्षेत्र के शाहपुर चौक निवासी देवेंद्र राय का पुत्र है। पुलिस ने एक लग्जरी कार के साथ ही कई उपकरणों को भी जब्त किया है। बताया जाता है कि नवादा जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के गुरम्हा गांव का आनंद देव कुमार स्कॉर्पियो वाहन को भाड़ा पर लेकर आमीपुर गांव में एक बारात में शामिल होने पहुंचा था। बरात के दरवाजा लगने के बाद वह वाहन को लॉक कर खाना खाने चला गया। इसी बीच स्वीफ्ट कार (जेएच5बीआर-2555) पर सवार चार बदमाश वहां पहुंचे और स्कॉर्पियो वाहन का लॉक तोड़कर चोरी करने लगे। तभी आनंद देव खाना खाकर अपने वाहन के पास पहुंचा तो उसकी नजर उन चारों बदमाशों पर पड़ी। उसने शोर मचाना शुरू कर दिया। हो-हल्ला सुनकर चारों बदमाश अपनी कार पर सवार होकर भागने लगे। तब लोगों ने इसकी सूचना मुफस्सिल थानाध्यक्ष को दी।
मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई और पीछा करना शुरू कर दिया। रास्ते में केन्दुआ बाइपास स्थित जय माता दी धर्मकांटा के पास चोर अपने वाहन को छोड़कर भागने लगे। पुलिस ने पीछा कर एक चोर को गिरफ्तार कर लिया, जबकि तीन अन्य भागने में सफल हो गए। गिरफ्तार युवक ने पुलिस के समक्ष अपने तीन साथियों के नाम का भी खुलासा किया है। जिसमें वैशाली जिले के महुआ थाना क्षेत्र के ही पड़रिया गांव निवासी रमेश राय उर्फ भोनू राय गिरोह का सरगना बताया गया है। थानाध्यक्ष दरबारी चौधरी ने बताया कि स्वीफ्ट कार को जब्त कर लिया गया है। वाहन ड्रील मशीन, मास्टर चाभी, पेचकस, पिलास तथा लॉक तोड़ने वाला मशीन के साथ कई आपत्तिजनक सामान बरामद किया गया है। उन्होंने बताया कि मामले की प्राथमिकी दर्ज कर आरोपित को जेल भेज दिया गया।
सरगना की तलाश में छापेमारी
गिरफ्तार राकेश की निशानदेही पर पुलिस ने वैशाली जिले के महुआ थाना क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी भी की। हालांकि इसमें किसी प्रकार की सफलता नहीं मिली। गिरोह का सरगना रमेश राय कई कांडों में वांछित बताया जा रहा है। पुलिस की माने तो उसके विरुद्ध वैशाली जिले के साथ ही दरभंगा में प्राथमिकी दर्ज है।