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8 जून : आरा की मुख्य ख़बरें

सांप के डंसने से महिला की मौत

आरा : जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के सहजौली गांव में रविवार की रात विषैले सांप के डंसने से एक महिला की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार महिला सहजौली गांव निवासी अखिलेश पासवान की पत्नी माया देवी (34 वर्ष) है। बाद में पुलिस मृतका को अंत्यपरीक्षण के लिए आरा सदर लेकर आई।

शाहपुर थानाध्यक्ष ने बताया कि माया देवी रविवार की रात शौच करने के लिए जा रही थी। उसी बीच विषैले सांप ने उन्हें डंस लिया। परिजन उन्हें आनन-फानन में यूपी के अमवा के सती माई के पास झाड़-फूंक कराने के लिए ले गए थे। लेकिन उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया था। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम सोमवार को सदर अस्पताल में करवाया।

मकान पर कब्जा करने के विवाद में दो पक्षों में झड़प

आरा : भोजपुर जिला के आरा शहर के डीएम कोठी रोड में एक मकान पर कब्जा करने के विवाद में दो पक्षों में जमकर मारपीट हुई। इसमें भाई-बहन समेत दोनों पक्ष के तीन लोग जख्मी हो गये। घायलों में एक पक्ष के राम कुमार सिंह और दूसरे पक्ष की प्रमिला कुमारी व उनका भाई अनिल कुमार हैं। इसे लेकर दोनों पक्षों ने नवादा थाने में अलग अलग नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी है।

प्रमिला कुमारी के अनुसार सोमवार को वह अपने भाई के साथ घर पहुंची, तो देखा कि घर में रामकुमार सिंह द्वारा दूसरा ताला लगा दिया गया। ताला लगाने के बारे में पूछताछ करने पर घर में नहीं घुसने देने की बात कही गया। इस दौरान मारपीट की जाने लगी। उसने रामकुमार सिंह, उनकी पत्नी, बेटे व बहू सहित पांच लोगों पर मारपीट करने का आरोप लगाया है।

वहीं रामकुमार सिंह के अनुसार उनके फ्लैट पर कब्जा करने की नीयत से प्रमिला कुमारी व उनके भाई सहित सात लोगों द्वारा घर में लगा ताला तोड़ा जा रहा था। उसका विरोध करने पर उनके साथ मारपीट की गयी। इधर, पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

चोरी का आरोप लगा भीड़ ने की की युवक पिटाई

आरा : शहर के नवादा थाना क्षेत्र के करमन टोला के समीप सोमवार की सुबह चोरी का आरोप लगा कर एक युवक की जमकर पिटाई कर दी गई। इसमें वह जख्मी हो गया। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और जख्मी को इलाज के लिये सदर अस्पताल ले गयी।

जानकारी के अनुसार जख्मी युवक सिन्हा ओपी क्षेत्र के कवल छपरा गांव निवासी सुदामा राम का पुत्र छोटू राम उर्फ मंगल है। उसने बताया कि करीब 20 रोज पहले उसकी बाइक से एक युवक को मामूली धक्का लगा था। इसको लेकर दोनों की बीच कहासुनी हुई थी। इस बीच सोमवार की सुबह वह कुछ काम से करमन टोला आया था। तभी उस युवक ने उस पकड़ लिया। उसके बाद चोरी का आरोप लगा पीटना शुरू कर दिया।

विद्युत करंट लगने से बाप-बेटे की हालत बिगड़ी

आरा : भोजपुर जिले के कोईलवर थाना क्षेत्र के मटियारा गांव में रविवार की रात विद्युत प्रवाहित तार की चपेट में आने से बाप-बेटे की हालत बिगड गई। दोनों को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया। जख्मियों में उमेश कुमार महतो एवं उनका पुत्र सरोज कुमार है।

बताया जाता है कि आज सुबह सरोज कुमार ऑगन में कपड़ा डाल रहा था। इसी बीच वह विद्युत प्रवाहित तार की चपेट में आ गया। उसे बचाने के क्रम में उसके पिता भी करंट की चपेट में आ गए। इससे बाप-बेटे दोनों की हालत बिगड गई।

घर में घुस चोरों ने 1.25 लाख रुपए

आरा : नवादा थाना क्षेत्र अन्तर्गत बैंक कॉलोनी, विष्णुनगर मुहल्ला स्थित एक घर से चोरों ने एक लाख पच्चीस हजार रुपये नकद एवं गहना चुरा लिया। इसे लेकर संबंधित थाना में शिकायत दर्ज कराई गई है। जिसके आधार पर पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

आपको बता दे कि पुलिस गश्त नही होने के कारण विष्णुनागर मुहल्ले में चोरी की घटनाएं बढ़ रही है। बताया जाता है कि पहला लॉकडाउन में प्रतिदिन गाड़िया गस्ती करती थी। लेकिन अब एक भी पुलिस वाले नही घूमते है। बताया जा रहा कि बैंक कॉलोनी, विष्णुनगर मुहल्ला निवासी कमलेश सिंह के परिवार के सदस्य रविवार की रात में खाना खाकर सो गए थे। इस बीच अज्ञात चोर घर में प्रवेश कर गए।

इस दौरान अटैची समेत उसमें रखा करीब एक लाख पच्चीस हजार रुपये नकद एवं सोने की अंगूठी चुराकर चलते बने। सुबह पहर घटना की जानकारी मिली। जिसके बाद इसकी सूचना नवादा थाना पुलिस को दी गई। बताते चले कि पूर्व में भी चोरों ने कृष्णानगर, अनाईठ आहर, बैंक कॉलोनी एवं विष्णु नगर इलाके में चोरी की घटना को अंजाम दिया है। दो रोज पूर्व पुलिस ने चोरी के मामले में दो चोरों के अलावा एक आभूषण दुकानदार को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

नल-जल योजना के नाम पर लाखों का गबन

आरा : नल-जल योजना सरकार के सात निश्चय में से एक है, जिसको लेकर सूबे की सरकार वाहवाही बटोरने में लगी है, लेकिन जैसे-जैसे नल-जल योजना रफ्तार पकड़ रही है, वैसे वैसे ही इस योजना में धांधली का आरोप भी लग रहा है। ऐसे ही एक धांधली का मामला बिहियां प्रखंड के घाघा पंचायत के मुखिया द्वारा उजागर किया गया है, जहां नल जल योजना में भारी गड़बड़ी की गई है और लाखों का घोटाला सामने आ रहा है।

घाघा पंचायत के मुखिया कामता यादव ने जांच की तब यह घोटाला उजागर हुआ| मुखिया ने सात निश्चय योजना के तहत लगाए गए बोरिंग की जांच की तो आश्चर्यचकित रह गए। उन्होंने वार्ड नंबर 6 गला बोरिंग की पाइप में रस्सी से नापा तो 300 के जगह मात्र 65 फीट बोरिंग गला हुआ पाया। इसके बाद उन्होंने वार्ड नंबर 1 बोरिंग के पाइप की गहराई नापी तो मात्र 9 फीट की रस्सी जा पायी ,क्योंकि पूरी तरह से चमकी और ईट डालकर बोरिंग को भर दिया गया था। जिससे हजारों की सरकारी संपत्ति पूरी तरह से बर्बाद हों गयी है। वहीं जब अमया गांव के वार्ड सदस्य को बुलाया गया तो उन्होंने आने से इंकार कर दिया ।

घाघा पंचायत के मुखिया कामता यादव ने बताया कि मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के निर्माण कार्य में भारी अनियमितता उजागर हुई है। क्षेत्र में योजना के अंतर्गत निर्माण किए गए नल जल योजना के तहत बोरिंग का पाइलिंग एवं पाइप बिछाया गया है जो मानक पर खडा नही उतरता है। कहीं टूट गया है तो कहीं बिछा ही नहीं, वही मुखिया ने बताया कि 1,2,3,4,6 वार्ड में अभी तक मकान भी बोरिंग का नहीं बनाया गया है और उनके पास से पैसे का उठाव कर लिया गया है। मुखिया ने बताया कि अभी तक हम अपने स्तर से 6 वार्डों में 54 लाख रुपया दे चुके हैं, पर काम 54 हजार का भी नहीं दिख रहा है।

मुखिया ने आगे बताया कि सात निश्चय योजना के राशि गबन करने के मामले में उन्होंने भोजपुर जिला पदाधिकारी को एक आवेदन भी दिया है। पर अभी तक कोई सुनवाई नहीं हो पायी है। उन्होंने बताया कि सबसे पहले हमने बिहियां बीडीओ को यह जानकारी दी थी पर बीडियो ने थोड़ा सा भी इस पर ध्यान नहीं दिया। मुखिया ने कहा कि अगर जल्द से जल्द इस पर जिला प्रशासन कोई कड़ा कदम नहीं उठाता है तो वे आंदोलन करने पर विवश जाएंगे क्योंकि मेरी पंचायत का सवाल है और लोगों को हमने वोट लेने से पहले वादा किया था कि मैं अपने पंचायत के लोगों की सारी परेशानियों को दूर करूंगा।

बालू माफियाओं से किसान परेशान, जमीन को बनाया बंजर

आरा : भोजपुर जिले में बालू की कालाबाजारी जिला प्रशासन की नाक के ठीक नीचे जोरों से चल रही है। प्रतिदिन रात के अंधेरे में बालू की कालाबाजारी पर प्रशासन की नजर क्यों नहीं पड़ती है यह सबसे बड़ा सवाल है।

सूचना के अनुसार जहां जिला प्रशासन ने बालू माफियाओं के खिलाफ सख्त कदम उठाये है, वहीं दूसरी तरफ बालू माफिया अपने कोई न कोई हथकण्डे अपनाने में सफल हो रहे हैं। ऐसा ही एक मामला कमालूंचक घाट एवं मखदुमपुर सेमरा घाट का है। जहां पर ब्रांडसन कंपनी द्वारा कोर्ट के स्टे आर्डर की अवहेलना करते हुए घाटों पर सुचारू रूप से बालू का अवैद्य खनन चल रहा है । सूत्रों की माने तो 2010 में कुछ लोगो द्वारा मखदुमपुर-पचरुखीय घाट के खिलाफ हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी जिसमे सुनवाई करते हुए 2012 में न्यायमूर्ति समरेन्द्र प्रताप सिंह ने बालू के खनन पर स्टे कर दिया था और घाट को बंद करा दिया गया था।

लेकिन लगभग 50 गज की दूरी पर ही ब्रांडसन कंपनी ने दूसरे घाट पर बालू का खनन स्टार्ट कर बालू माफिया को घाट निर्गत कर दिया गया जिसमें लगभग 40 से 50 फीट की गहराई से बालू की निकासी की जा रही है, इससे साफ मालूम चलता है कि ब्रांडसन कंपनी, खनन विभाग व जिलाप्रशासन की मिलीभगत से बालू माफिया की कालाबाजारी फल-फूल रहा हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या जिला प्रशासन इन सब चीजों से मुह मोड़ रहा है क्योंकि अभी 25 दिनों पहले इन घाटो से अवैध खनन की शिकायत मिली थी और अवैध खनन कर रखे गए बालू को जिला प्रशासन ने जब्त भी किया गया था। इसके बाद जिला पुलिस अधीक्षक ने भी घाटों का निरीक्षण करते हुए कार्य में अनियमितता बरतने को लेकर कोइलवर थाना प्रभारी को निलंबित किया गया था, इसके बावजूद भी इन घाटों पर किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की गई है।

वहीं दूसरी तरफ देखा जाए तो कृषि योग्य निजी भूमि को बालू माफिया छोटे-बड़े वाहनों को दौड़ाने से उन किसानों के खेतों को बंजर बनाया जा रहा है जिस संदर्भ में हाई कोर्ट ने सुनवाई करते हुए 2012 ने अपना फैसला सुनाते हुए यह बताया था कि कोई भी व्यक्ति या संस्था किसी भी परिस्थिति में रैयती जमीनों में खनन या रास्ता नहीं ले सकते हैं। इसके लिए उन्हें रैयतीदारो से अनुमति लेना अनिवार्य है, अगर कोई व्यक्ति संस्था किसी व्यक्ति के निजी जमीन के व्यवसायिक उपयोग करते हैं तो उनके ऊपर कानूनी कार्रवाई हो सकती है इसके बावजूद भी ब्रांडसन कंपनी द्वारा लाइसेंस निर्गत कर दिया जाता है।