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8 जुलाई : सिवान की मुख्य ख़बरें

हाईटेंशन तार की चपेट में आने से दो मजदूर झुलसे

  • एक की स्थिति गंभीर

सिवान : शहर के होटल सत्यम इंटरनेशनल में काम कर रहे दो मजदूर हाईटेंशन तार की चपेट में आने से गंभीर रूप से झुलस गए हैं। बताया जाता है कि नगर थाना क्षेत्र के तरवारा रोड मोड़ स्थित होटल सत्यम इंटरनेशनल में बाहर से रिपेयरिंग का कुछ कार्य चल रहा था। जिसके लिए मजदूर बांस की बलिया लगाकर ऊपर काम कर रहे थे। . इसी दौरान होटल के समीप गुजर रहे 33 हजार वोल्ट के हाईटेंशन तार की चपेट में दो मजदूर आ गए। जिससे एक मजदूर बुरी तरह झुलस गया, जबकि दूसरा ऊपर से नीचे गिर गया।

घटना के बाद से आनन-फानन में होटल के कर्मियों द्वारा दोनों मजदूरों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि करंट की चपेट में आए एक मजदूर की मौत हो गई है, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल है। फ़िलहाल, होटल के सामने लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। वही इस संबंध में होटल के मालिक मुकेश राय से मोबाइल पर बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।

जिला अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष के निधन पर शोक सभा का आयोजन

सिवान : जिला अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष वरीय अधिवक्ता हरेंद्र नाथ श्रीवास्तव उर्फ गांधी जी का हृदयगति रुक जाने के कारण कल देर शाम मृत्यु हो गई।उनके आकस्मिक निधन से अधिवक्ता संघ स्तब्ध हो गया। गांधीजी दीवानी वाद के एक जानकार और स्थापित अधिवक्ता थे। इस अवसर पर जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष पांडेय रामेश्वरी प्रसाद की अध्यक्षता में शोक सभा बुलाई गई। सभा का संचालन सचिव प्रेम कुमार सिंह ने किया।

सचिव ने उनकी ब्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया की गांधीजी 1962 से अधिवक्ता के रूप में कार्यरत थे। वे सामाजिक कार्यो में बहुत लगाव रखते थे। शिक्षा के क्षेत्र में उनका योगदान भुलाया नही जा सकता। सिवान का महाबीरी सरस्वती शिक्षा मंदिर की स्थापना में उनका बहुत बड़ा योगदान रहा। उन्होंने विद्यालय की स्थापना में तन,मन ओर धन से सहयोग किया था। वे बहुत दिनों तक विद्यालय प्रबंधन समिति के सचिव रहे। धार्मिक कार्यो में भी उनकी अभिरुचि थी।सिवान की धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में वे अग्रिम पंक्ति में खड़े रहते थे।

श्री राम जन्म महोत्सव समिति के वे आजीवन संरक्षक थे। उनके दो पुत्र प्रकाश श्रीवास्तव ओर दीपक श्रीवास्तव पेशे से इंजीनियर है और किसी मल्टी नेशनल कंपनी में नोएडा तथा मुम्बई में पदस्थापित है।गांधी जी की एक पुत्री ममता श्रीवास्तव जो विवाहित है, पत्नी मालती देवी अवकास प्राप्त शिक्षिका है। संघ अध्यक्ष ने बताया कि गांधी जी और मैंने एक साथ प्रैक्टिस प्रारम्भ किया। गांधी जी एक बार संघ के सचिव तथा दो बार अध्यक्ष रहे। पूर्व अध्यक्ष वरीय अधिवक्ता सुभाषकर पांडे ने कहा कि गांधीजी का निधन उनकी व्यक्तिगत क्षति है वही पूर्व अध्यक्ष ब्रज मोहन रस्तोगी ने उनके निधन को जिला विधिज्ञ की एक अपूर्णीय क्षति बताया।

उनके निधन पर सदस्यों ने उनके व्यक्तित्व एवम कृतत्व पर प्रकाश डाला ओर अपने आप को न्यायलिय कार्यो से अलग रखा।इस अवसर पर सदस्यों ने दो मिनट का मौन रखकर उनके आत्मा की शांति का ईश्वर से प्रार्थना किया। इस अवसर पर वरीय अधिवक्ता मन्नान अहमद,ब्रज मोहन रस्तोगी,प्रमिल कुमार गोप, राजेश कुमार सिंह, सुनील दत्त शुक्ला, शिवनाथ सिंह, अमरेश कुमार सिंह, अरविंद त्रिपाठी, चंद्रशेखर सिंह, मनीष कुमार सिंह, जयप्रकाश कुशवाहा, बृजेश दुबे, जय नाथ सिंह कुमार रजनीश, उपेंद्र सिंह, दिनेश कुमार सिंह, प्रमोद रंजन, अशोक कुमार सिंह, मनोज कुमार सिंह, डॉ विजयकुमार पांडेय, प्रकाश मिश्रा, राजू मिश्र, नवीन कुमार सिंह,अभिषेक कुमार श्रीवास्तव, संघ सदस्य राजकुमारी रीना, गणेश राम, एडवोकेट कलीमुल्लाह, एडवोकेट विजय कुमार दुबे अजय कुमार सिन्हा, समेत सैकड़ो अधिवक्ता गण एवं जिला अधिवक्ता संघ के पूर्व सचिव राजीव रंजन राजू और समाजसेवी विकास कुमार सिंह जिसु उपस्थित रहे।

डॉ विजय कुमार पांडेय