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8 अगस्त : सारण की मुख्य ख़बरें

ट्रक टेम्पू की टक्कर में सात जख्मी

सारण : गड़खा थाना क्षेत्र के गड़खा दरियापुर मुख्य मार्ग पर बसंत पेट्रोल पम्प के समीप ट्रक और टेंपो की आमने-सामने की टक्कर में ड्राइवर सहित 7 लोग गम्भीर रूप से घायल हो गए। जबकि एक की मौत हो गई वहीं स्थानीय लोगों के मदद से नजदीक के अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। बताया जाता हैं कि घटना के बाद ट्रक चालक ट्रक लेकर भागने मे सफल रहा जिसके बाद ग्रामीणों ने सड़क को जाम कर दिया और वरीय अधिकारी के आने कि मांग मे अडे रहे।

कोरोना से जंग जीतकर घर लौटे शिक्षक का हुआ भव्य स्वागत

सारण : जैसे-जैसे कोविड-19 संक्रमण का प्रसार तेजी से फैल रहा है, इसको लेकर समाज में कई तरह की भ्रांतियां भी फैल रही है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लोगों को सामाजिक दूरियां अपनाने की बात कही जा रही है, लेकिन कुछ लोग सामाजिक दूरियों को मानसिक एवं भावनात्मक दूरियों में तब्दील करते दिख रहे हैं। आलम यह है कि जिले में कोरोना से जंग जीत चुके लोगों को सामाजिक बहिष्कार का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन इन सबके बीच छपरा शहर के काशी बाजार मोहल्ले में कोरोना से जंग जीतकर लौटे शिक्षक को गांव वालों ने गर्मजोशी के साथ फूल माला पहनाकर स्वागत किया तथा उसका हौसला बढ़ाया।

कोरोना से समाज में दहशत का माहौल है और लोग कोरोना रोगियों की अपेक्षा से भी बाज नहीं आ रहे हैं । ऐसे में अरुण कुमार एक मिसाल है जिनका मुहल्लावासियों ने स्वागत किया है। शिक्षक अरुण सिंह की तबीयत 21 जुलाई को बिगड़ गई । जिसके बाद उनका सैंपल लिया गया और उसके बाद 29 जुलाई को उनकी कोरोना की पॉजिटिव रिपोर्ट आई। हालत को गंभीर देखते हुए उन्हें सदर अस्पताल के आइसोलेशन सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां पर उनका समुचित व बेहतर उपचार के सुविधा मुहैया कराई गई।

मुहल्ले वालों ने पहनाई फूल की माला तो भावुक हो गए अरुण:

काशी बाजार निवासी शिक्षक अरुण सिंह जब कोरोना को मात देकर अपने घर लौटे तो परिवार के सदस्य गांव वालों ने उनको फूल माला पहनाकर स्वागत किया तो गांव वालों व घर के लोगों का प्यार देख अरुण भावुक हो गये और उनके आंखों से आंसू आ गए। गांव के लोगों ने मिठाइयां भी बांटी। यह वाक्या उन लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत साबित हो रहा है जो कोरोना से संक्रमित व्यक्तियों के प्रति भेदभाव की भावना रखते हैं या उनसे मानसिक व सामाजिक रूप से दूरी बना लेते हैं। इससे समाज को एक सकारात्मक संदेश मिला है।

तेज बुखार और सांस लेने में हो रही थी समस्या:

शिक्षक अरुण सिंह ने बताया कि 21 जुलाई से उनकी तबीयत बिगड़ गई और तेज बुखार और सांस लेने की शिकायत सामने आई। उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर की भी जरूरत पड़ी। रिपोर्ट आने तक उन्होंने खुद को होम आइसोलेट किया ताकि अपने परिवार व अन्य लोगों को इस संक्रमण से बचा सके। लेकिन उनके संपर्क में आने से उनका पुत्र भी कोरोना का शिकार हो गया। हालांकि उसमें कोई भी लक्षण व समस्या नहीं है। उनका पुत्र अभी होम आइसोलेशन में है।

अस्पताल की व्यवस्थाओं पर जतायी खुशी:

शिक्षक अरुण कुमार कहते हैं कि लोगों के मन में अवधारणा बन चुकी है कि सरकारी अस्पताल में कोई सुविधा नहीं मिलती है। लेकिन जब मैं आईसोलेशन सेंटर में भर्ती हुआ तब वहां की व्यवस्था को देखकर उन्हें बहुत खुशी हुई। वह कहते हैं कि अब वह यह कह सकते हैं कि प्राइवेट अस्पतालों की अपेक्षा सरकारी अस्पतालों में व्यवस्था बहुत अच्छी है। आइसोलेशन सेंटर में समय समय पर खाना हुआ नाश्ता की सुविधा उपलब्ध है। साथ ही डॉक्टर और नर्स के द्वारा समय-समय पर ऑक्सीजन लेवल, पल्स ऑक्सीमीटर, बुखार बीपी आदि की जांच की जाती है। आइसोलेशन सेंटर में साफ-सफाई का भी विशेष ख्याल रखा जा रहा है चिकित्सकों के द्वारा मरीजों के मनोबल को बढ़ाया जा रहा है। जिससे कोरोना से संक्रमित मरीजो के स्वास्थ्य में काफी तेजी से सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा कि वह लोगों से अपील करते हैं कि वह प्राइवेट अस्पताल में नहीं जाकर सरकारी अस्पताल में ही अपना इलाज कराएं वहां की सुविधा भी काफी अच्छी है।

कोरोना से डरने की नहीं लड़ने की जरूरत:

अरुण कहते हैं कि कोरोनावायरस एक संक्रामक बीमारी है इससे डरने की नहीं बल्कि सकारात्मक सोच व मजबूत हौसलों के साथ लड़ने की जरूरत है। इसमें परिवार व रिश्तेदारों का सहयोग अपेक्षित है। अगर कोई व्यक्ति संक्रमित हो जाता है तो उसके साथ भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए बल्कि उसके मनोबल को बढ़ाने की जरूरत है । ताकि वह जल्द से जल्द कोरोनावायरस के संक्रमण से मुक्त हो सके।

अब बरत रहे हैं पूरी सावधानी:

कोरोना से ठीक हो चुके शिक्षक अरुण सिंह अब खुद को होम आइसोलेट कर लिया है तथा चिकित्सकों द्वारा बताए गए नियमों का पालन कर रहे हैं। 28 दिनों के होम क्वारेंटिंन को पूरा करने के बाद ही वह घरों से बाहर निकलेंगे। इससे बचाव के जो भी उपाय हैं उसको अपना रहे हैं।नियमित हाथों की धुलाई, मास्क का उपयोग, सामाजिक दूरी का पालन भी कर रहे हैं।

सामुदायिक किचेन के स्थानांतरण के लिए अंचल अधिकारी को दिया आवेदन

सारण : जिले के मढ़ौरा प्रखंड क्षेत्र के हसनपुरा पंचायत में वार्ड संख्या 5 के सैकड़ों बाढ़ पीडि़तों ने अंचल अधिकारी को आवेदन कर वार्ड संख्या चार में चलाये जा रहे सामुदायिक किचेन सेंटर को हटाकर वार्ड संख्या पांच में करने या वार्ड पांच में नया किचेन सेंटर खोलने की मांग किया है। पत्र की पर प्रतिलिपि अनुमंडल पदाधिकारी सहित जिलाधिकारी को भेजी गई है। जिसमें कहा गया है कि वार्ड संख्या पांच से वार्ड संख्या चार में जाने वाले रास्ते में कमर भर पानी भरा हुआ है और वार्ड संख्या चार में खोला गया सामुदायिक किचेन सेंटर एस एच 73 के पास में है जहां बच्चों को लेकर जाना खतरे से खाली नहीं है। यहां आने जाने में काफी असुविधा और जोखिम भरा काम है। वस्तुस्थिति को देखते हुए तत्काल वार्ड संख्या चार से सामुदायिक किचेन सेंटर को वार्ड संख्या पांच में स्थानांतरित कर दिया जाय या वार्ड संख्या पांच में नया सामुदायिक किचेन सेंटर खोला जाय ताकि बाढ़ पीडि़तों को भोजन उपलब्ध हो सके। हस्ताक्षर करने वालों में वार्ड संख्या पांच के वार्ड सदस्य रेणु देवी सहित लगभग एक सौ साठ व्यक्तियों ने हस्ताक्षर किए हैं।

भजपा नेता ने विभिन्न बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का किया दौरा

सारण : सांसद राजीव प्रताप रूड़ी के आदेशानुसार भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोंजक धर्मेन्द्र कुमार साह एवं जिला महामंत्री अनिल कुमार सिंह द्वारा परसा प्रखण्ड के विभिन्न बाढ़ ग्रस्त गांवो का संघन दौरा किया गया। आज चांदपुरा पंचायत के महादलित बस्ती में वहां के बाढ़ ग्रस्त ग्रामीणों के बीच सूखा खाद्य राहत सामग्रियों का वितरण किया गया। सर्वप्रथम सभी बाढ़ पीडि़तों को सोशल डिस्टेनसिंग का पालन कर वाते हुए, मास्क पहनाकर उपस्थित जनों को जागरूक किया गया तत्पश्चात उन्हें राहत सामग्री प्रदान किया गया।

वितरण सामग्रियों में मुख्य रूप से चुरा , मीठा, बिस्कुट,मोमबत्ती, सलाई, आदि था। जिसका नेतृत्व व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक धर्मेन्द्र कुमार साह के द्वारा किया गया। साथ मे जिला महामंत्री अनिल कुमार सिंह अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला उपाध्यक्ष मों० हजरत अली चाँद पूरा पंचायत जदयू अध्यक्ष मो0 मुस्ताक , रियाजुदीन उपस्थिति थे। भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक धर्मेन्द्र कुमार साह का मानना है कि नर सेवा ही नारायण सेवा है। इसलिए जहां तक संभव होगा वे बाढ़ ग्रसित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे ताकि उनका दुख-दर्द थोड़ा कम हो सके। बाढ़ एक प्राकृतिक आपदा है और इसका हम सबको धैर्य पूर्वक सामना करना है।

साथ ही साथ कोरोना बीमारी का जानलेवा कहर भी हम लोगों को बहुत हद तक परेशान किए हुए है। जिससे घबराने की नहीं वरन् सतर्क एवं जागरूक रहने की जरूरत है। अगर देखा जाए तो इससे बचाव ही उपचार है। सरकार हर समय कोरोनावायरस संक्रमित व्यक्तियों की सेवा एवं समुचित इलाज के लिए तत्पर है। हर सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में इसकी जांच कराई जा रही है एवं सरकारी स्तर से दवाइयां भी मुहैया कराई जा रही हैं। जिसका लाभ कोई भी संक्रमित व्यक्ति जब चाहे वह ले सकता है। किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर वो मुझसे भी संपर्क स्थापित कर सकते हैं। मैं अपने स्तर से भी उसे मदद पहुंचाने का काम अवश्य करूंगा।

विभिन्न विभागों में ओएसडी के पदो पर प्रोफेसरों को किया नियुक्त

सारण : जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति ने आदेश जारी कर विभिन्न विभागों में ओएसडी के पदो पर प्रोफेसरों को नियुक्त किया है। विश्वविद्यालय के कुलसचिव ग्रुप कैप्टन श्री कृष्ण के द्वारा पत्र निर्गत कर बताया गया है कि सहायक प्रोफेसर कन्हैया प्रसाद राजेन्द्र कॉलेज पोलिटिकल साइंस डिपार्टमेंट, राजेन्द्र, महाविद्यालय के कॉमर्स विभाग के सहायक प्रोफेसर शशीतोष कुमार, नंदलाल सिंह कॉलेज जैतपुर दाउदपुर के भूगोल विभाग के प्रोफेसर डॉ धनंजय कुमार आजाद को ओएसडी के पद पर नियुक्ति की गई है।

वही डॉ अनमोल ठाकुर, डॉ विद्याधर सिंह, डॉ स्निग्धा सिंह, डॉ वसीम और डॉ शिव कांत तिवारी को रिलीव करते हुए उनके अपने महाविद्यालय एवं स्नातकोत्तर विभाग के लिए भेज दिया गया। वही नंदलाल सिंह कॉलेज जैतपुर दाउदपुर के पॉलिटिकल साइंस विभाग के सहायक प्रोफेसर शेखर कुमार को पीएचडी एग्जामिनेशन ओएसडी नियुक्त किया गया है। साथ ही पीएचडी सेक्शन के फर्दर ओएसडी डॉ सुनीता, डॉ स्निग्धा सिंह, डॉ चंदन कुमार और डॉ सोनाली सिंह को रिलीव्ड कर पूर्व स्थान भेजा गया।