आगलगी में हुए नुकशान पर विधायक ने दिया मुआवजा
सारण : सदर प्रखंड स्थित हवाई अड्डा के समीप विगत दिनों विराजन राय के यहाँ अगलगी की घटना हो गई थी। जिसमें उनका कुछ सामान जलकर राख हो गया था। इस दौरान पीड़ित परिवार को नगर विधायक डॉ सीएन गुप्ता ने आपदा विभाग से सरकारी सहायता राशि की सहायता प्रदान की। विधायक डॉ सीएन गुप्ता ने बताया कि पीड़ित पिराजन राय को आपदा विभाग के तहत 9,800 रुपए का चेक दिया गया है। उन्होंने कहा कि आगे भी आपदाग्रस्त परिवार को सहायतार्थ राशि सरकारी नियमानुसार दिया जाएगा।उन्होंने पीड़ित परिवार को दी गई राशि को सही जगह पर उपयोग करने की सलाह दी।ताकि आगलगी में जो नुकसान हुआ है।उसकी कुछ भरपाई हो सके।इस दौरान सीओ पंकज कुमार मौजूद रहे।
तंबाकू से कोरोना संक्रमण का खतरा, यत्र-तत्र थूकने पर लगेगा जुर्माना
सारण : कोरोना से जिले को सुरक्षित रखने के लिए हर स्तर पर प्रयास किये जा रहे हैं। इसी कड़ी में बुधवार को जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने तंबाकू सेवन को लेकर आदेश जारी किया है। उन्होंने निर्देश में बताया है कि तंबाकू, खैनी या गुटखा खाकर सार्वजनिक जगहों, सरकारी एवं गैर-सरकारी कार्यालयों में यत्र-तत्र थूकने पर छह माह की कैद अथवा 200 रुपये जुर्माना लगेगा।
जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बताया खैनी और गुटका खाकर यत्र तत्र थूकने से कोरोना वायरस के फैलने का खतरा ज्यादा है। अतः जिले के सभी सरकारी, गैर सरकारी कार्यालय एवं परिसर, सभी स्वास्थ्य संस्थान, सभी शैक्षणिक संस्थान, थाना परिसर आदि में किसी भी प्रकार का तंबाकू पदार्थ, सिगरेट, खैनी, गुटखा, पान मसाला, जर्दा आदि के उपयोग को पूर्णत: प्रतिबंधित करने का निर्देश दिया गया है। यदि कोई भी अधिकारी, कर्मचारी अथवा आगंतुक इसका उल्लंघन करते हैं तो उनके खिलाफ कानून के अनुरूप कार्रवाई होगी।
जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने पुलिस अधीक्षक एवं डीडीसी सहित सभी एसडीओ, बीडीओ, सीओ को इस कानून का अनुपालन सुनिश्चित कराने एवं उल्लंघन करने पर कार्रवाई का निर्देश दिया है। साथ ही सभी सरकारी / गैर सरकारी परिसरों में उक्त आशय का बोर्ड लगवाने के निर्देश दिया है।
कोरोना से बचने के लिए उठाया गया कदम :
डीएम द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि तंबाकू का सेवन जन स्वास्थ्य के लिए बड़े खतरों में से एक है। थूकना एक सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरा है और संचारी रोग के फैलने का एक प्रमुख कारण है। तंबाकू सेवन करने वाले की प्रवृति यत्र-तत्र थूकने की होती है। थूकने के कारण कई गंभीर बीमारी यथा कोरोना, इंसेफलाइटिस, यक्ष्मा, स्वाइन फ्लू आदि का संक्रमण फैलने की आशंका रहती है। भा.द.वि. (IPC) की धारा 268 एवं 269 के तहत कोई भी व्यक्ति यदि महामारी के अवसर पर उपेक्षापूर्ण अथवा विधि विरूद्ध कार्य करेगा जिससे जीवन के लिए संकटपूर्ण रोग का संक्रमण हो सकता है तो उसे छह माह का कारावास एवं अथवा 200 रुपये जुर्माना किया जा सकता है।
बिहार में तम्बाकू नियंत्रण हेतु राज्य सरकार की तकनीकी संस्थान सोसिओ इकोनॉमिक एंड एजुकेशनल डेवलोपमेन्ट सोसाइटी (सीड्स) के कार्यपालक निदेशक ) दीपक मिश्र ने जिला पदाधिकारी द्वारा निर्गत आदेश का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि इससे तम्बाकू के उपयोग में कमी आएगी साथ ही कोरोना जैसी महामारी फैलने का खतरा कम रहेगा।
हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संघठन और भारत सरकार द्वारा प्रकाशित GATS 2 के सर्वे में बिहार में तम्बाकू सेवन करने वालों में कमी आई है, यह आंकड़ा पिछले 7-8 साल में 53.5 प्रतिशत से घट कर 25.9 प्रतिशत हो गया है। जिसमें चबानेवाले तम्बाकू सेवन करने वालों का प्रतिशत 23.5 प्रतिशत है।
कोरोना योद्धाओं की सेवा में आए छपरा वासी
सारण : वैश्विक महामारी कोरोना से देश को निजात दिलाने के लिए दिन-रात एक कर के कोरोना योद्धाओं द्वारा देश की सेवा की जारही है। वहीं इन करोना योद्धाओं की सेवा करने का प्रयास छपरा के वाशिंदों द्वारा किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार छपरा जिले के नगर थाना क्षेत्र के आर्य नगर निवासी नवनीत कुमार व सुमित कुमार द्वारा डाॅक्टर, पुलिस कर्मी, मीडिया कर्मी, सामाजिक कार्यकर्ता, मेडिकल स्टांफ सहीत सभी कोरोना योद्धाओं को निःशुल्क सेनेटाइजर दिया जा रहा है। नर्वा फार्मा प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंधन निदेशक नवनीत कुमार ने बताया कि संकट की इस घड़ी में राष्ट्र सेवा करने वाले करोना योद्धाओं की सेवा करना हम सभी का सामाजिक दायित्व एवं राष्ट्र धर्म भी है। सभी के सामूहिक प्रयास से भारत जल्द ही करोना मुक्त हो जाएगा। करोना योद्धाओं की सेवा करने के लिए और किसी भी आवश्यक सामग्री की आवश्यकता होगी उसे भी कंपनी द्वारा उपलब्ध कराने का प्रयास कर राष्ट्र सेवा की जाएगी
एसडीएम ने कुष्ठ आश्रम में उपलब्ध कराए राशन
सारण : वर्तमान में चल रहे कोरोना संक्रमण के रोकथाम, सुरक्षा के दृष्टिकोण से लागू किए गए लॉक डाउन के चलते कुष्ठ आश्रम में राशन न होने के कारण काफी परेशानी उत्पन्न होने से संबन्धित मामला प्रकाश में आया था। जिसपे पहल करते हुए आज बुधवार को जिला पदाधिकारी के निदेशानुसार सदर एसडीओ अभिलाषा शर्मा के द्वारा दो कुष्ठ आश्रम क्रमशः साई कुष्ठ आश्रम, छपरा एवं श्री नाथ अनाथ कुष्ठ आश्रम, सेमरिया रिविलगंज पे रासन एवं अन्य खाद्य पदार्थ का वितरण किया गया।
साई कुष्ठ आश्रम छपरा में कुल 52 परिवार से 300 लोगो को उक्त सामाग्री उपलब्ध कराई गई तथा श्री नाथ अनाथ कुष्ठ आश्रम, सेमरिया रिविलगंज में कुल 11 लोगो को उपलब्ध कराई गई। अनुमंडल पदाधिकारी के द्वारा बताया गया की प्रशासन पूरी तरह ऐसे लोगो ए साथ है जिन्हे इस वक्त समस्या का सामना करना पड़ रहा है। राहत केंद्र का स्थापना भी जिला प्रशासन के द्वारा किया गया है। इस कार्य में अनुमंडल पदाधिकारी के साथ अंचल अधिकारी एवं प्रखण्ड आपूर्ति पदाधिकारी, सदर भी मौजूद थे।
150 से अधिक परिवारों को समाजसेवी ने उपलब्ध कराया राशन
सारण : कोपा, जैसे-जैसे लॉक डाउन की अवधि बीत रही है,वैसे-वैसे दिहाड़ी मजदूरों की स्थिति भी खस्ताहाल होती जा रही है। लॉक डाउन की स्थिति में प्रायः सभी काम-काज बं द है। ऐसे में प्रतिदिन कमाने खाने वालों के समक्ष दो जून की रोटी के भी लाले पड़ने लगे है। हालांकि इस बीच अच्छी खबर यह है कि सामाजिक संगठन के लोग आगे आकर गरीब और जरूरतमंदों की सहायता में जुटे है। बुधवार को समाजसेवी सह भाजपा नेता मनोज कुमार सिंह पप्पू ने टेकनिवास सहित आसपास के आधा दर्जन से अधिक गांवो के 150 परिवार में अपने कार्यकर्ताओं के साथ पहुँच जरूरतमंदों के बीच सूखा रासन का बितरण किया गया। वितरण के लिये बनाये गए पॉकेट में चावल,दाल,आटा,नमक सहित आवश्यक सामग्री की पैकिंग की गई थी।बितरण के क्रम में भाजपा नेता ने बताया कि दर्जनों मजदूरों ने घर मे रासन नही होने की जानकारी प्राप्त हुई की थी।जिसके बाद जरूरतमन्दों के बीच खाद्य सामग्री के वितरण का निर्णय लिया गया।इस दौरान उपस्थित लोगों को कोरोना वायरस से बचाव के लिये सोसल डिस्टेंसिंग बनाये रखने के साथ-साथ बार बार हाथ धोने तथा एहतियात बरतते हुए घरों में ही रहने की अपील की गई।
भाजपा नेता मनोज सिंह पप्पू ने बताया कि प्रत्येक दिन जरूरतमंद परिवार में खाद्य पदार्थ का वितरण हो रहा है। इस वितरण कार्यक्रम में डॉ. तारकेश्वर तिवारी,महेश तिवारी,शत्रुघ्न प्रसाद, अमरेंद्र सिंह,झाबलु बाबा,सुरेंद्र सिंह संत जी,मनोज सिंह मुकरेरा, मुन्ना सिंह,राहुल मुखिया सहित कई लोगो मौजूद रहे।
50 जरूरतमंद परिवारों को उपलब्ध कराई खाद्य सामग्री
सारण : भारत स्काउट और गाइड सारण और रेलवे सुरक्षा बल छपरा कचहरी के संयुक्त तत्वधान में कोरोनावायरस का संक्रमण रोकने के लिए लॉक डाउन लागू किए जाने से भुखमरी के शिकार उत्तरी दहियावां टोला दलित बस्ती के 50 जरूरतमंद परिवारों के बीच अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवी संगठन भारत स्काउट एंड गाइड सारण की ओर से स्काउट ने जरूरतमंद नागरिकों को घर घर जा कर सूखा राशन (चावल,आटा और आलू तथा अन्य किराना सामग्री)का राष्ट्रीय मुख्यालय द्वारा कोविड 19 के तहत लागू लॉक डाउन में जीरो हंगर(कोई भूख न रहे) के तहत वितरण किया।
बताते चले कि भारत स्काउट और गाइड इन दिनों घर मे रहते हुए भी जागरूकता अभियान तथा कई तरह के अपने ऑन लाइन इभेंट भी प्रोजेक्ट “संकल्प” के तहत चला रही है जिसका बिहार के लिए कोडिनेटर जिला संगठन आयुक्त श्री आलोक रंजन को बनाया गया है।इस मौके पर जिला मुख्य आयुक्त हरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि वैश्विक महामारी की इस दौर में समाज के वंचित तबके की सहायता करना सभी का दायित्व है। स्काउट एंड गाइड संगठन ने अपने बलबूते पर वैसे लोगों को चिन्हित कर सहायता करने का निर्णय लिया है,जो प्रतिदिन कमा कर अपना तथा अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं,लेकिन लॉक डाउन के कारण उनके समक्ष भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है।
जिला सहायक सचिव श्री उमाशंकर गिरी ने बच्चो की कार्य की सराहना करते हुए कहा कि स्काउट गाइड संग़ठन पूरे भारत मे कोरोना से लड़ने के लिए इस तरह का कार्यक्रम कर रहा है।वही रेलवे सुरक्षा बल छपरा कचहरी के थाना अध्यक्ष संजय कुमार पांडेय ने स्काउट और गाइड की इस पुनीत कार्य की प्रशंसा की।
जिला संगठन आयुक्त आलोक रंजन ने कहा कि सरकार के द्वारा लागू किए गए लॉक डाउन का अनुपालन करना सभी का कर्तव्य है । उन्होंने दलित बस्ती के लोगों से सामाजिक दूरी का अनुपालन करने,अपने घरों पर रहने, बेवजह घर से बाहर नहीं निकलने तथा स्वच्छता पर विशेष ध्यान देंने के अलावे बार – बार हाथ को साबुन से धोने,नाक,कान और आंख को बिना वजह न छुए की अपील की।
डीपीएमआई के निदेशक राजशेखर सिंह ने बताया कि किसी भी आपदा व महामारी के समय स्काउट एंड गाइड राहत और बचाव कार्य करने में अपनी अग्रणी भूमिका निभाते हैं।इस वैश्विक महामारी में भी स्काउट गाइड अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं, जो समाज के लिए प्रेरणादायक है।इस मौके पे सारण एकडेमी के शिक्षक श्री अरबिंद कुमार शर्मा और आदित्य अग्रवाल और युवा समाज सेवी संजीव कुमार चौधरी ने भी अपने स्तर से लोगो को जागरूक किया।
यह कार्यक्रम डिस्ट्रिक्ट ओपन ट्रूप के सहायक स्काउट मास्टर अमन राज के नेतृत्व में हुआ।कार्यक्रम के सफल बनाने में डिस्ट्रिक्ट ओपन ट्रूप के राष्ट्रपति स्काउट प्रणव,राज्य पुरस्कार स्काउट अमन कुमार, सुमित कुमार, विकास कुमार, भुवनेश्वर कुमार, राहुल कुमार तथा रजत कुमार के साथ डॉक्टर पार्थसारथी गौतम सहित रेलवे सुरक्षा बल के जवान ने भाग लिया।
रोटरी क्लब ने जरूरतमंदों को उपलब्ध कराई राशन
सारण : रोटरी क्लब छपरा के ग्रामीण शाखा आरसीसी सिताबदियारा के कार्यकर्ताओं द्वारा जरूरतमंदों के बीच राशन सामग्री का वितरण किया गया। रोटरी क्लब छपरा के सचिव अमरेंद्र कुमार सिंह के दिशा निर्देशानुसार जिले के कई जगह पर राशन का वितरण किया जा रहा है जिसके तहत सिताब दियारा में भी स्थानीय सहयोगी और मुखिया प्रत्याशी चंदन कुमार के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने सोशल डिस्टेंस के नियमों का पालन करते हुए राशन का वितरण किया और बोलें कि मेरे गाँव के जो भी गरीब और ज़रूरत मंद लोगों को ऐसे ही सहायता करता रहूँगा ।साथ ही रोटरी क्लब छपरा के अमनौर स्थित निशुल्क कोचिंग के संस्थापक पप्पू कुमार यादव ने भी अपने गांव के आस-पास के लोगों के बीच राशन का वितरण किया और गाँव क़े लोगों सोशल डिस्टेंस को मानने का नुरोध किया। क्लब के अध्यक्ष रोटेरीयन डॉ बि.के सिन्हा ने भी अपने सभी क्लब मेंबर को निर्देश दिया है कि अपने आस पास के लोगों को यथा सम्भव मदद करे।
प्रवासी लोगों के बीच मानसिक नहीं बस सामाजिक दूरी ज़रूरी
सारण : कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में किये गए 21 दिन के लाक डाउन के बीच विभिन्न राज्यों और शहरों से अपने गाँव लौटने वालों से इस वक्त बहुत ही धीरज के साथ पेश आने की जरूरत है। एक ही झटके में इतना बड़ा फैसला लेकर वह गाँव इसलिए लौटे हैं कि वहां उनका दुःख-दर्द बेहतर तरीके से समझने वाले अपने लोग हैं। ऐसे में सभी की जिम्मेदारी उनके प्रति बढ़ जाती है कि उनके हौसले को बढ़ाने को लोग आगे आएं ताकि कोई भी अपने को अकेला न समझे। इस दौरान अस्थायी स्क्रीनिंग शिविरों/आश्रय स्थलों (क्वेरेनटाइन) में 14 दिनों के लिए रखे गए लोगों को भी समझाएं कि यह उनके अपने और अपनों की भलाई के लिए किया गया है ताकि देश कोरोना वायरस को हराने में सफल हो सके ।
सामजिक दूरी की जगह मानसिक दूरी न बढ़ाएं :
कोरोना संक्रमण के भय से राज्य से बाहर काम करने वाले प्रवासी भारी संख्या में घरों को लौटे हैं। उनके मन में भी संक्रमण को लेकर भय है. सरकार ने बाहर से लौटे लोगों को 14 दिनों की होम क्वारंटाइन में रहने के निर्देश जारी की है। ऐसे में प्रवासियों से सामाजिक दूरी बनाने की भी बात की जा रही है। लेकिन यह सिर्फ सामाजिक दूरी बनाने की बात है. इसकी जगह प्रवासियों से मानसिक दूरी न बनाएं. उनके दर्द को समझें क्योंकि विपरीत हालातों में वे अपने काम-काज को छोड़कर घर लौटे हैं। उन्हें मानसिक मनोबल की जरुरत है. इसलिए आस-पास के लोगों को भी इस बात को समझने की जरूरत है। उनके प्रति सहानुभूति रखने की आवश्यकता है।
प्रवासी अपना मनोबल गिरने न दें:
प्रधानमंत्री से लेकर स्वास्थ्य विभाग और विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा लगातार यह अपील की जा रही है कि इस मुसीबत की घडी में किसी के भी मन में एक पल के लिए यह भाव न आने पाए कि वह अकेला है क्योंकि इस वक्त उसके साथ पूरा देश खड़ा है । कोरोना वायरस के चलते जो स्थिति पैदा हुई है वह स्थायी रूप से रहने वाली नहीं है , कुछ ही दिनों में यह मुश्किल वक्त ख़तम हो जाएगा और फिर से जिन्दगी चल पड़ेगी । ऐसे लोगों के सामने किसी भी तरह की दया को प्रतिबिंबित करने के बजाय जीत के भाव से पेश आयें , क्योंकि ऐसे वक्त में आगे के रोजी-रोजगार की चिंता उनको हर पल सता रही होगी । ऐसे में वह कोई गलत कदम उठाने को न मजबूर हों, इस बारे में भी सभी को सोचना चाहिए । उनको इस मनोदशा से उबारने के लिए ही सरकार उनकी काउंसिलिंग के लिए मनोचिकित्सकों की भी मदद ले रही है।
लोग क्या कहेंगे का भाव मन में न आए :
गाँव लौटने वालों के साथ सम्मान का व्यवहार करें और समझाने की कोशिश करें कि उन्होंने समाज और घर-परिवार के लिए बहुत कुछ किया है । इस वक्त उनके द्वारा लिया गया यह फैसला बहुत ही सही है । इस तरह के व्यवहार से उनके मन में यह भाव आने ही नहीं पाएगा कि लोग क्या कहेंगे । इसके साथ ही यदि किसी के कोरोना से संक्रमित होने की बात भी सामने आती है तो उसके साथ किसी भी तरह के दुर्व्यवहार करने से बचें । इसके लिए जरूरत सिर्फ सावधानी बरतने की है क्योंकि सतर्कता में ही कोरोना का सही इलाज निहित है।
सोशल डिस्टेंसिंग मास्क लगाने से ज़्यादा जरुरी
सारण : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को लेकर लोगों के ज़ेहन में कई प्रकार की भ्रंतियाँ है। लोगों को मन में यह बात बैठ गयी है कि मास्क का प्रयोग कर कोरोना वायरस से बचा जा सकता है। दरअसल, कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए इन दिनों हर कोई मास्क और सेनेटाइजर मांग रहा है। लोग मास्क लगाकर बाजारों में घूमते हुए और दूसरे लोगों के करीब जाकर बात करते हुए देखे जा रहे हैं। मास्क लगाने के बाद लोगों को लगता है कि अब संक्रमण का उन्हें खतरा नहीं है। मास्क का प्रयोग ही कोरोना से बचने का मात्र उपाय नहीं है। कोरोना वायरस से बचने के लिए सामाजिक दूरियां अपनाना सबसे कारगर साबित होगा। घरों में रहें सुरक्षित रहें।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने जारी किया गाइड लाइन :
मास्क के उपयोग को लेकर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार ने गाइड लाइन जारी की है।जिसमे स्प्ष्ट किया गया है कि स्वस्थ्य व्यक्ति को मास्क का उपयोग करने की जरूरत नहीं है। गाइड लाइन अनुसार एक बार में अधिकतम छह घंटे तक ही मेडिकल मास्क का उपयोग करें। पहने हुए मास्क को बार-बार न छुएं। मास्क को बार-बार हाथ से छूने से मास्क से सुरक्षा कम हो जाती है और संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है।
हर किसी व्यक्ति को मास्क लगाना जरूरी नहीं :
सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने बताया कि हर किसी व्यक्ति को मास्क लगाना जरूरी नहीं है। मास्क विशेषकर उन लोगों को जरूरी है जो किसी कोरोना संक्रमित व्यक्ति की देखभाल कर रहा है या फिर किसी संक्रमित मरीज के संपर्क में आ गया हो। जो दूसरे व्यक्ति से मिलने के दौरान एक मीटर की दूरी रख रहा है, उसे मास्क लगाने की जरूरत ही नहीं है। ऐसे स्वस्थ व्यक्तियों को, जिनमें संक्रमण के लक्षण नहीं हैं, मास्क लगाने की जरूरत नहीं है। लोग सुरक्षा के जरूरी उपायों जैसे बार-बार हाथ धोने और लोगों से दूरी बनाए रखने आदि की अनदेखी कर रहे हैं।
लक्षण दिखने पर करें मास्क का प्रयोग :
चिकित्साकर्मियों के अलावा बाकी लोग कफ, खांसी या बुखार होने पर, डॉक्टर को दिखाने जाते वक्त, किसी बीमार, संक्रमित व्यक्ति के परिवार के पास जाएं तो ही मेडिकल मास्क का इस्तेमाल करें।
मास्क लगाएं तो इन बातों का ध्यान रखें
•मास्क गीला हो जाए तो उसे तत्काल बदल दें
•मास्क को गर्दन में लटका कर न रखें
•मास्क को हटाते समय उसकी बाहरी सतह न छुएं
•मास्क चेहरे से हटाते समय पहले उसकी नीचे वाली डोरी खोलें, उसके बाद ऊपर की डोरी को खोलें
•एक बार इस्तेमाल के बाद मास्क को दोबारा काम में न लें
•उपयोग के बाद मास्क को जला दें या जमीन में गहरा दबा दें
जानिये एन-95 मास्क के बारे में:
एन-95, एन-99, एन-100 और पी सीरीज यानी पी-95 और पी-100 आदि मास्क की विभिन्न श्रेणियां हैं। एन-95 कोरोना वायरस इंफेक्शन से बचने के लिए सबसे अच्छा माना गया है। ये मुंह और नाक पर अच्छी तरह फिट हो जाते हैं। यह मास्क 95 फीसदी कणों को रोकता है। इस वजह से इसे एन 95 नाम दिया गया। इसके अलावा डिस्पोजेबल मास्क सर्जिकल मास्क जैसे होते हैं। डिस्पोज़ेबल मास्क का इस्तेमाल 3 से 6 घंटों से से अधिक नहीं किया जाना चाहिए।
बकाया पैसा मांगने गए राजमिस्त्री सहित छह को पीटा
सारण : डोरीगंज थाना क्षेत्र के बाजितपुर गांव में बकाए पैसों को ले दो पक्षों के बीच में लाठी-डंडे एवं रड से जमकर मारपीट हुई। जिसमें कूल 6 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायल व्यक्तियों को आनन-फानन में छपरा सदर अस्पताल लाया गया जहां सभी लोगों का इलाज चल रहा है वहीं इस मामले में दोनों पक्ष एक दूसरे पर आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है।
जिसमें एक तरफ से लालबाबू दास आरोप लगाते हुए कहे हैं कि मैं राज मिस्त्री के काम करता हूं और मैं भरत राय के घर में मजदूरी किया था जो बाकी रह गया था। जिसको मांगने गए तो भरत राय एवं उनके घरवालों ने जमकर मेरी पिटाई करने लगे। जिसमें बीच-बचाव करने गए मेरा भाई और उनके पत्नी एवं मेरे साढू के बेटा को भी पिटाई कर दिया गया। जिसमें सभी लोग गंभीर रूप से घायल हो गये वहीं दूसरे पक्ष से भारत राय ने आरोप लगाते हुए काहे है कि मेरे खेत में लालबाबू दास एवं उनके पूरे परिवार के लोग जबरन मेरा गेहूं के फसल काट रहे थे। वही जब हमने माना किया तो मेरे और भाई शिवबालक राय पर हमला कर दिया गया जिसमें दोनों लो घायल हो गए वहीं इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
लॉक डाउन से प्रभावित जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आई मेयर
सारण : कोरोना वायरस के कारण देश मे लागी लॉकडाउन में जरूरतमंदों की सहायता करने के लिए छपरा नगर निगम की प्रिया सिंह आगे आयी है। मेयर ने निगम क्षेत्र के 5 हज़ार परिवारों के भोजन के लिए व्यवस्था खुद से की है। मंगलवार से खाद्य व राहत सामग्री का वितरण मेयर द्वारा शुरू कर दिया गया है। इस दौरान उन्होंने शहर के निगम क्षेत्र के पूर्वी छोर से लेकर गांधी चौक तक एक हजार परिवारों के बीच जाकर खाद्य सामग्री बांटी।
जरूरतमंदों को चावल, दाल आलू सरसों तेल बेसन नमक माचिस और मास्क का वितरण किया गया इस तरह उन्होंने रौजा, भिखारी चौक के घेघटा, गांधी चौक समेत तमाम इलाकों में जाकर जरूरतमंद परिवारों को खाद्य सामग्री बांटा.मेयर ने कहा कि निगम क्षेत्र के किसी भी परिवार को भूखा नहीं सोने दिया जाएगा. यह सब अपनी और से बिना किसी सरकारी सहायता के कर रही हूँ. लोगों की जरूरत के हिसाब से हर रोज उनके घर पर अनाज व अन्य जरूरी सामान पहुंचा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसके लिए आम जनता के लिए 120 क्विंटल चावल, 20 क्विंटल दाल, 40 क्विंटल आलू, 1000 लीटर सरसों तेल, दो हजार यूनिट लाइव वॉइस साबुन, 1000 पैकेट नमक और संक्रमण से बचाव के लिए एक हज़ार पीस मास्क मंगाया गया है।
उन्होंने कहा कि लोगों के जरूरत के अनुसार उन्हें राहत सामग्री बांटी जा रही है. अभी के लिए लोगों को बस दो वक्त रोटी की जरूरत है. जो हमारे द्वारा पूरा किया जा रहा है। बुधवार को अब पश्चिमी छपरा की ओर भी लोगों को राहत सामग्री पहुंचाई जाएगी. खाद्य सामग्री वितरण के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल रखा जा रहा है। लोगों की भीड़ एक जगह जमा ना हो इसके लिए लोगों को घरों तक ही खाद्य सामग्री पहुंचाई जा रही है. दिन भर पहले पैकिंग की जा रही है फिर जरूरत के हिसाब से लोगों तक सामान पहुंचाया जा रहा हैलॉक डाउन में गरीबों आगे आएं सभी लोग बता दें कि लॉक डाउन की घोषणा होने के बाद छपरा में राशन की कालाबाजारी बढ़ गई. जिसके बाद गरीब लोगों को दो वक्त की रोटी के लिए परेशानी हो रही थी. जिसके बाद जिला प्रशासन, समाजिक संस्था और इसके बाद मेयर भी आगे आकर कोरोना के इस जंग में सबके साथ दे रही है।
डीएम ने पंचायतों में बने क्वारंटाइन सेंटर में ममुचित व्यवस्था का दिया निर्देश
सारण : जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के द्वारा अपने कार्यालय कक्ष से सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारीयों एवं अंचलाधिकारियों के साथ विडियोकाॅफ्रेंसिग कर निर्देश दिया गया कि पंचायतों में बनाये गये क्वाॅरोंटीन सेंटर पर खाने एवं रहने की समुचित व्यवस्था करायी जाय। साफ-सफायी के साथ सभी जरूरी व्यवस्था वहाँ सुनिष्चत करायी जाय। क्वारेंटीन सेंटर पर लोगों को 14 दिन तक रखना है। जिलाधिकारी ने कहा कि क्वेरेंटीन किये गये लोगों के स्वास्थ्य पर ध्यान रखा जाय और इसका मोनेटरिंग किया जाय। अगर जरूरी हो तो इस संबंध में अपर समाहर्ता विभागीय जाँच से बात करें।
जिलाधिकारी ने अगले 10 दिनों तक कड़ी मेहनत कर लोगों को सहयोग करने को कहा। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रखण्ड स्तरीय सभी पदाधिकारी अपने मुख्यालय में ही रहेंग जिलाधिकारी ने कहा कि पर्व-त्योहार को देखते हुए उसे षांति पूर्ण ढंग से लाॅकडाउन का अनुपालन कराते हुए सम्पन्न करायी जाय। धार्मिक संगठनों द्वारा इस संबंध में एडवाइजरी जारी करा दी गयी है। जिलाधिकारी ने कहा कोरोना संकट की स्थिति में जन वितरण प्रणाली के माध्यम से देय राशन का वितरण पारदर्शी तरीके से कराना सुनिश्चित करायी जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि जितने राशन कार्ड बने हुए हैं उसे लाभुकों के घर भेजकर बटवाँ दिया जाय तथा अस्वीकृत किये गये राशन कार्ड की तकनीकी कारणों को दूर कराकर दो दिनों के अंदर उसकी स्वीकृति प्रदान की जाय। प्रत्येक राशन कार्डधारी को सरकार के द्वारा इस संकट की स्थिति में खाद्यान्न के साथ एक हजार रूपया भी दिया जा रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि वैसे कितने लोग हैं जो योग्य पात्र हैं परन्तु उनके पास राशन कार्ड नहीं है उनकी संख्या बतायी जाय ताकि राज्य सरकार को इसके बारे में बतायी जा सके।
जिलाधिकारी ने कहा कि इस संकट की घड़ी में लोंगों को पैसा चाहिए। इस संबंध में सभी बीडीओ को निदेश दिया गया कि मनरेगा का बकाया भुगतान, शौचालय की प्रोत्साहन राशि का भुगतान, प्रधानमंत्री आवास योजना के किश्त की राशि का भुगतान अविलम्ब किया जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि जिनका भी बकाया है, बकाया राशि उनके खाते में डाल दी जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि सामाजिक दूरी का अनुपालन कराते हुए छुटे हुए शौचालयों, सामुदायिक शौचालयों तथ ग्रामीण पेयजल योजनन्तर्गत लिए गये कर्यों को पूरा कराया जाय ताकि लोगों को रोजगार मिल सके।
थियोसोफिकल सोसाईटी ने पीएम केयर में दिए 41 हज़ार रुपए
सारण : अंतराष्ट्रीय अध्यामित्क,सामाजिक संस्था थियोसोफिकल सोसाईटी की छपरा शाखा ने कोरोना वायरस को देखते हुए पीएम केयर फंड में सहयोग के रूप में 41 हजार रूपया दिया। संस्था के सचिव सुरेश प्रसाद श्रीवास्तव ने बताया कि इस आपदा की स्थित में समाज के असहाय लोगों की सेवा एवं सहयोग के लिए थियोसोफिकल सोसाईटी कार्य कर रहा है। सोसाईटी ने एक सौ परिवार के बीच खाद्य सामग्री का वितरण किया। प्रत्येक पैकेंट में दो किलो आटा, दो किलो चावल, 2.50 ग्राम अरहर का दाल एवं किलो आलू दिया जा रहा। सोसाईटी गरीब परिवार को समय – समय पर मदद करती रहेंगी। इस मौके पर प्रो. राम बाबू प्रसाद, अमृत प्रियदर्शी, प्रो. पशुपाति नाथ, मुरारी शरण वर्मा, मोहन कुमार पांडेय, प्रो. शशिभूषण गुप्ता आदि मौजूद थे।
रुडी ने सांसदों के वेतन से कटौती व निधि का दो वर्षों तक स्थगन का किया स्वागत
सारण : सांसद सह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रताप रुडी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की ओर से कोविड-19 महामारी के खिलाफ युद्ध को मजबूती प्रदान करने के लिए सभी सांसदों के वेतन से एक साल के लिए 30 प्रतिशत की कटौती और सांसद निधि को दो वर्षों के लिए स्थगित करने के निर्णय का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का निर्णय सराहनीय है। उन्होंने प्रधानमंत्री के निर्णय को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि माननीय प्रधानमंत्री द्वारा विभिन्न तरीके से फंड की व्यवस्था की जा रही है।
इसी संदर्भ में प्रधानमंत्री ने पीएम केयर्स फंड की घोषणा की है जहां आमजनता से लेकर उद्योगपति, सामाजिक संगठन और अन्य लोग दान दे रहे है। इसमें अबतक अरबों रूपये की दान राशि आई है। अब संसदीय जन प्रतिनिधियों के योगदान को सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार ने नई पहल की है जिसके तहत लोकसभा और राज्यसभा सांसदों के एक साल के लिए वेतन की 30 प्रतिशत राशि की कटौती और सांसद के क्षेत्र विकास निधि को दो साल के लिए स्थगित किया गया है।
दरअसल इस स्थगन को स्थगन नहीं कहना चाहिए क्योंकि यह राशि जनता के कल्याण पर ही खर्च होना है, केवल उसका मद बदल जायेगा और कोरोना महामारी के मद्देनजर इसे केंद्र सरकार खर्च करेगी। श्री रुडी ने कहा कि सांसदों का वेतन 1 लाख रुपया है जिसकी 30 प्रतिशत राशि यानी 30 हजार रूपये प्रत्येक महीने काटी जायेगी। यह कटौती अप्रैल 2020 से मार्च 2021 तक जारी रहेगी। इसी तरीके से वर्ष 2021 और 2021-22 वर्ष के लिए सांसद निधि के लिए क्षेत्रीय विकास के लिए निर्धारित प्रत्येक वर्ष के पांच करोड़ की राशि कोरोना फंड में जमा किये जायेंगे।
मालूम हो कि सांसद श्री रुडी ने अपना एक माह का वेतन और सांसद निधि से दो करोड़ की राशि विकास निधि से पहले ही दान दिया है। उन्होंने कहा कि सरकारी स्तर पर जो सांसदों के वेतन और सांसद निधि का योगदान लिया गया उसमें मेरा भी योगदान शामिल है और इसमें योगदान देकर मैं अपने को धन्य समझता हूँ। जनसेवा का यह भी एक बड़ा सामूहिक प्रयास है। प्रधानमंत्री के बातों का उल्लेख करते हुए सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में सामूहिक प्रयास से भारत को जिताएंगे, कोरोना को हरायेंगे।