नवजात की मौत पर हंगामा
अररिया : अनुमंडल अस्पताल में एक बार फिर प्रसव गृह से निजी क्लिनिक के कनेक्शन का मामला सामने आया है। मामले में नवजात शिशु की मौत के बाद प्रसूता के परिजनों द्वारा अनुमंडल अस्पताल में जमकर हंगामा किया गया। हंगामे के दौरान मृत शिशु व प्रसूता के परिजन इलाज के दौरान चिकित्सक को ड्यूटी पर नहीं रहने का भी आरोप लगाते रहे। काफी देर बाद स्थानीय लोगों एवं अस्पताल के ही कर्मचारियों द्वारा हंगामा कर रहे लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया गया। घटना के संदर्भ में प्रसूता के पति बबलू साह चौरा परवाहा मियां हाट वार्ड संख्या 9 निवासी ने बताया कि उसकी पत्नी आरती देवी गर्भवती थी।
जिसे 5 मई की सुबह आठ बजे अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया। सुबह से शाम हो गया मगर अस्पताल में कोई भी महिला चिकित्सक उसकी पत्नी का इलाज करने नहीं आयी। जब उसकी पत्नी की तबीयत काफी खराब होने लगी तो अस्पताल के कर्मचारियों ने अस्पताल में ही कार्यरत एक महिला चिकित्सक के निजी क्लिनिक में ले जाने की सलाह दी। अपनी पत्नी की तबीयत खराब होता देख उसने पत्नी को शहर के एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया। लेकिन वहां प्रसव के बाद उसके नवजात शिशु की मौत हो गयी। निजी क्लिनिक के चिकित्सक ने कहा कि वह अगर पहले आते तो उसके बच्चे को बचाया जा सकता था। परिजन ने आरोप लगाया कि निजी क्लिनिक भी वही चिकित्सक चलाती है जो अस्पताल में कार्यरत है। अस्पताल कर्मचारियों की साठगांठ और चिकित्सक की लापरवाही के कारण ही उसके बच्चे की मौत हुई है। घटना को लेकर पीड़ित ने अस्पताल प्रबंधक एवं स्थानीय थाना में आवेदन देने की बात कही है। इधर मामले में पूछे जाने पर अनुमंडल अस्पताल के डीएस डा. आशुतोष कुमार ने कहा कि मामला काफी गंभीर है। मामले की जांच की जाएगी। इस तरह का कार्य करने वाले कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई किया जाएगा।
शांति समिति की हुई बैठक, सौहार्द बनाये रखने का लिया संकल्प
अररिया : विवादित कब्रिस्तान में शव दफनाने को लेकर अररिया आरएस में हुए बबाल के बाद क्षेत्र में सौहार्द कायम करने के उद्देश्य से सोमवार की सन्धया ओपी परिसर में शांति समिति की बैठक हुई जो देर रात तक चली। प्रशासनिक पहल पर हुवी मीटिंग में जनप्रतिनिधियों, प्रबुद्धजनों के साथ ही दोनों पक्षों के लोग शामिल हुए। एसडीओ रोजी कुमारी की अध्यक्षता में हुई बैठक में सभी ने हर हाल में सौहार्द बनाए रखने का संकल्प लिया। एसडीओ ने लोगों को इस मामले का जल्द हल निकालने का भरोसा दिया। कहा कि दस्तावेज के आधार पर कानूनी प्रावधानों के तहत इस मामले का 15 मई तक समाधान कर लिया जाएगा। उन्होंने विधि व्यवस्था बनाए रखने में लोगों से सहयोग करने की बात कही। वहीं एसडीपीओ केडी सिंह ने भी लोगों से आपसी भाईचरगी बनाए रखने की अपील की। कानून तोड़ने वाले को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। बैठक में डीसीएलआर मो सलीम अख्तर, सीओ अशोक कुमार सिंह, आरएस ओपी प्रभारी शैलेंद्र कुमार मिश्रा वार्ड पार्षद अशोक रजक, पार्षद प्रतिनिधि मोजाहिद आलम, प्रो राम सिंहासन सिंह, राम विनय राय, सुधीर गुप्ता, रंजीत सिंह, सउद आलम, मो निजाम, मुमताज अंसारी, टेक नारायण यादव, मो साबिर सहित दर्जनों लोग शामिल थे।
संजीव कुमार झा