डेंगू एवं चिकनगुनिया को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क
नवादा : बरसात शुरू होते ही डेंगू एवं चिकनगुनिया का खतरा बढ़ जाता है। मच्छरों से फैलने वाले इन दोनों रोगों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग पूर्व से ही सतर्क है एवं इसके लिए जरुरी कार्यवाही पर ध्यान दे रही है। इसके लिए सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में पर्याप्त चिकित्सकीय सुविधा के साथ जरुरी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने पर बल दिया जा रहा है।
रोकथाम के लिए रैपिड रेस्पोंस टीम का हुआ गठन
जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ उमेश चन्द्र ने बताया कि डेंगू एवं चिकनगुनिया जैसे गंभीर रोग से निपटने के लिए जिले में रैपिड रेस्पोंस टीम का गठन किया गया है। जिला स्तर से लेकर सामुदायिक स्तर पर आम लोगों में इन रोगों के प्रति जागरूकता एवं ईलाज की सटीक जानकारी देने के साथ आपातकाल स्थिति में सक्रिय रहने की ज़िम्मेदारी इस टीम को दी गयी है। साथ ही इसके लिए जिला एवं ब्लॉक स्तरीय स्वास्थ्य कर्मियों के साथ आशा एवं एएनएम को प्रशिक्षण भी प्रदान कराया गया है। साथ ही मच्छरों की रोकथाम के लिए जिले में फोगिंग एवं एंटी लार्वा का छिडकाव शुरू कर दिया गया है।
डेंगू एवं चिकनगुनिया की बीमारी संक्रमित एडीस मच्छर के काटने से होती है। यह मच्छर सामान्यता दिन में काटता है एवं यह स्थिर पानी में पनपता है। डेंगू का असर शरीर में 3 से 9 दिनों तक रहता है। इससे शरीर में अत्यधिक कमजोरी आ जाती है और शरीर में प्लेटलेट्स लगातार गिरने लगती है। वहीँ चिकनगुनिया का असर शरीर में 3 माह तक होती है। गंभीर स्थिति में यह 6 माह तक रह सकती है। डेंगू एवं चिकनगुनिया के लक्षण तक़रीबन एक जैसे ही होते हैं।
इन लक्षणों के प्रति रहे सजग
तेज बुखार, बदन, सर एवं जोड़ों में दर्द , जी मचलाना एवं उल्टी होना, आँख के पीछे दर्द, त्वचा पर लाल धब्बे/ चकते का निशान नाक, मसूढ़ों से रक्त स्त्राव, काला मल का आना।
ऐसे करें बचाव
घर में साफ सफाई पर ध्यान रखें, कूलर एवं गमले का पानी रोज बदले, सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें, मच्छर भागने वाली क्रीम का इस्तेमाल दिन में करें, पूरे शरीर को ढंकने वाले कपडे पहने एवं कमरों की साफ़-सफाई के साथ उसे हवादार रखें, आस-पास गंदगी जमा नहीं होने दें। जमा पानी एवं गंदगी पर कीटनाशक का प्रयोग करें, खाली बर्तन एवं समानों में पानी जमा नहीं होने दें, जमे हुए पानी में मिट्टी का तेल डालें।
प्रत्येक बुखार डेंगू या चिकनगुनिया नहीं होता. इसलिए लक्षण दिखाई देने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाएं। डेंगू एवं चिकनगुनिया की स्थिति में सभी मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं होती है। समय पर उपचार होने से मरीज पूर्णतः स्वस्थ हो सकते हैं. इसलिए घबराने की जरूरत नहीं । पूर्व में डेंगू से पीड़ित होने वाले लोग अत्यधिक सतर्क रहें। डेंगू बुखार की आशंका होने पर सरकारी अस्पताल या चिकित्सक से तुरंत संपर्क करें। तेज बुखार होने पर ब्रुफेन की गोलियाँ इस्तेमाल नहीं करें। बुखार होने पर पारासिटामोल की दवा ही लें। एम्बुलेंस के लिए टोल फ्री नंबर 102 पर संपर्क करें एवं ईलाज के लिए विशेष जानकारी, शिकायत एवं परामर्श के लिए टोल फ्री नंबर 104 पर संपर्क करें, जो 24 घंटे कार्यरत है।
12 जुलाई से चातुर्मास का शुभारंभ, नहीं होंगे मांगलिक कार्य
नवादा : 12 जुलाई से चातुर्मास्य का शुभारंभ होना है। इस क्रम में सभी मांगलिक कार्य बंद रहेंगे। सनातन धर्मावलंबियों के शादी-विवाह के शुभ मुहूर्त 11 जुलाई तक ही है। आषाढ़ शुक्ल एकादशी यानि 12 जुलाई से कार्तिक शुक्ल एकादशी यानि 8 नवंबर के समयावधि को चातुर्मास कहा जाता है। इस दौरान शुभ कार्य नहीं किये जाते है।
चातुर्मास के दौरान साधु-संत, महात्मा एक जगह से दूसरे जगह की यात्रा नहीं करते है। विष्णु पुराण के मुताबिक इन चार माह में भगवान विष्णु पाताल लोक में राजा बलि के यहां निवास करते है। चातुर्मास के देवता व संचालन कर्ता भगवान भोलेनाथ होते है। वृहत संहिता के अनुसार सूर्य के कर्क राशि में प्रवेश करने के साथ चातुर्मास का आरंभ हो जाता है। शादी-विवाह की शहनाइयां बजने के बाद चातुर्मास का शुभारंभ 12 जुलाई को हरिशयन एकादशी के बाद से हो जायेगा।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, चातुर्मास के दौरान चार माह तक भगवान विष्णु शयन करने हेतु क्षीर सागर में चले जाते है। इस अवधि में शादी-विवाह, मुंडन, जनेऊ, नामकरण और दीक्षा संस्कार वर्जित माने जाते है। इस दौरान धार्मिक अनुष्ठान अधिक होते है। चातुर्मास में सनातन धर्मावलंबियों के लिये इन्ही चार माह में दशहरा, तीज, रक्षाबंधन, छठ पूजा आदि पर्व त्यौहार होते हैं।
श्रीहरि को प्रिय कर्क लग्न में हरिशयन एकादशी
हरिशयन एकादशी के दिन प्रातः 05 :40 बजे से 07 :58 बजे तक श्रीहरि के प्रिय कर्क लग्न विद्यमान रहेगा। कर्क लग्न में ही मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का अवतरण हुआ था। यह समय गुरु तथा चंद्रमा के लग्न से उत्तम स्थिति, आध्यात्मिक भाव, मन की शांति, आनंद व मनोकामना पूर्ति करने वाला है। भगवान राम ने भी रावण वध के पूर्व चातुर्मास में एकांत सेवन और धर्म का जागरण किया था।
शुभ मुहूर्त के लिए ये है जरूरी
शादी के शुभ मुहूर्त के लिए वृष, मिथुन, कन्या, तुला, धनु तथा मीन लग्न में से किसी एक का रहना जरूरी है। वहीं रेवती, रोहिणी, मृगशिरा, मूल, मघा, हस्त, अनुराधा, उत्तरा फाल्गुन, उत्तरा भाद्रपद, उत्तरा आषाढ़ में एक नक्षत्र कि उपस्थिति अनिवार्य है। सर्व उत्तम मुहूर्त के लिए रोहिणी, मृगशिरा और हस्त नक्षत्र का रहना जरूरी है।
इस वर्ष के वैवाहिक शुभ मुहूर्त
जुलाई: 5, 6, 7,8, 9, 10, 11
नवंबर: 19, 20, 21, 22, 23, 24, 25, 28, 29, 30
दिसंबर: 5, 6,7 व 11
भाजपा संगठन के विस्तार का आधार सदस्यता : डॉ. सीपी ठाकुर
नवादा : भाजपा के वरिष्ठ नेता सांसद सह पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. सीपी ठाकुर ने जिले में भाजपा के सदस्यता अभियान की शुरुआत की। समाहरणालय के समीप आयोजित कार्यक्रम में पूर्व प्राचार्य सुरेश प्रसाद सिंह सहित कई लोगों को पार्टी की सदस्यता दिलाई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. ठाकुर ने कहा कि भाजपा संगठन के विस्तार का आधार है सदस्यता। इसी को लेकर देश भर में संगठन पर्व सदस्यता अभियान का आगाज किया गया है। उन्होंने कहा कि एक कार्यकर्ता के तौर पर भाजपा का सदस्य होने के नाते अपने आपको हमें कभी कम नहीं आंकना चाहिए।
भाजपा का कार्यकर्ता कमाल कर सकता है। आज अगर हमें विजय मिल रही है तो इसके पीछे कार्यकर्ताओं का खून पसीना ही है। आज से जो सदस्यता अभियान शुरु हो रहा है उसके मूल में भी यही भावना है। दल के साथ देश के दूत बनकर हमें काम करना है। सदस्यता अभियान को हम राष्ट्र की प्रगति के लिए विश्वास, दोस्ती और बंधुत्व का मजबूत सूत्र मानते हैं।
मौके पर वारिसलीगंज विधायक अरुणा देवी, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री शशिभूषण कुमार उर्फ बबलू, सदस्यता प्रभारी डॉ. रामसागर सिंह, भाजपा नेता प्रो. विजय कुमार सिन्हा, केदार सिंह, विनय कुमार, राजेंद्र सिंह बाबू, नवीन केशरी, विकास कुमार, रामपदारथ सिंह, अर्जुन राम आदि उपस्थित थे।
सदस्यता अभियान के बाद डॉ.ठाकुर भाजपा नेता अनिल मेहता के नवादा स्थित आवास पर पहुंचे। जहां उन्होंने भोजन किया। साथ ही डॉ. ठाकुर ने अनिल मेहता की पत्नी विनीता मेहता को भाजपा की सदस्यता दिलाई।
उसके बाद डॉ. ठाकुर नवादा परिसदन पहुंचे जहां डॉ. विमल कुमार के नेतृत्व में चिकित्सकों का एक शिष्टमंडल उनसे मिलकर नवादा के स्वास्थ्य संबंधित मुद्दों पर चर्चा किया।
इसके पूर्व नवादा पहुंचने पर केंदुआ बाइपास में जिलाध्यक्ष शशिभूषण कुमार बबलू, पार्टी नेता अनिल मेहता, प्रमोद कुमार चुन्नू सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया।
स्वागत के बाद डॉ. ठाकुर कस्तूरबा बालिका विद्यालय पहुंचे। जहां डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी की जयंती पर पौधरोपण का शुभारंभ किया। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से पौधरोपण कर उसका संरक्षण करने तथा समाज को इसके लिए प्रेरित करने को कहा।
एसीएमओ कार्यालय की छत का प्लास्टर गिरा, बाल-बाल बचे लिपिक
नवादा : जिले के सदर अस्पताल के एसीएमओ कार्यालय में उस समय एक बड़ा हादसा टल गया जब कार्यालय के एक कमरे की छत का प्लास्टर कर्मी के टेबुल के पास आ गिरा। जिस टेबुल के पास छत का प्लास्टर टूट कर गिरा वहां पर बगल में ही लिपिक निलेश कुमार काम कर रहे थे।
शुक्र यह रहा कि हादसा होने से पहले ही एक अन्य कर्मी ने उन्हें वहां से उठा लिया था। कुछ ही सेकेंड के अंदर धड़ाम से प्लास्टर नीचे गिर गया। एसीएमओ कार्यालय के कर्मियों ने कार्यालय की पूरी भवन को जर्जर बताया। यहां की छत जगह-जगह से उखड़ी हुई है। कर्मियों ने कहा कि अनेकों बार इस बारे में वरीय अधिकारियों का ध्यान दिलाया है। लेकिन उनके काम करने की जगह को नहीं बदला जा रहा है। यहां कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। एसीएमओ कार्यालय के कर्मियों ने इस घटना के बाद मांग किया कि अविलंब कार्यालय का भवन बदला जाए। अन्यथा कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
इस मुद्दे पर डॉ. उमेश चंद्र ने कहा कि भवन जर्जर है यह सही बात है। कार्यालय कर्मियों की मांग पर सिविल सर्जन से बात करके जरूरी पहल की जाएगी।
दो हजार सोखता के निर्माण की योजना पारित
नवादा : जिले के अकबरपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित सभा भवन परिसर में पंचायत समिति की बैठक हुई। प्रखंड प्रमुख आशा देवी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में गत बैठक की संपुष्टि की गई तथा प्रथम वित्त आयोग द्वारा प्राप्त अवशेष निधि पर गहन विचार-विमर्श किया गया।
सभी विभागीय अधिकारियों के साथ विभाग से संबंधित विकास कार्यों की समीक्षा की गई। तत्पश्चात जल संचय के उद्देश्य से प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में दो हजार सोखता निर्माण से संबंधित योजनाएं ध्वनि मत से पारित की गई।
बैठक में आंगनबाड़ी, पेयजल, स्वास्थ्य, शिक्षा, जनवितरण प्रणाली से संबंधित विभाग के अनेक बिदुओं पर चर्चा की गई। पांती पंचायत की मुखिया कांती देवी ने पीएचसी में स्वास्थ्य की लचर व्यवस्था का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्सा प्रभारी डॉ. बद्री प्रसाद की मनमानी के कारण रोगियों को स्वास्थ्य सेवा का लाभ नहीं मिल रहा है। जिससे रोगियों को बिना वजह परेशान होना पड़ता है। बडै़ल पंचायत की पंचायत समिति सदस्य पंकज कुमार सिंह ने जन वितरण प्रणाली और हॉकर पर राशन, किरासन वितरण में अनिमियता बरते जाने का आरोप लगाकर जनवितरण व्यवस्था को चुस्त- दुरूस्त बनाने पर बल दिया।
मलिकपुर नेमदारंगज पंचायत की मुखिया उदय यादव ने सरकार द्वारा किसानों के हित में संचालित योजनाओं के लाभ में बिचौलिए की सक्रियता पर अंकुश लगाने की मांग की। कहा कि कृषि विभाग से संबंधित अधिकारी द्वारा योजनाओं की सही जानकारी किसानों को नहीं दी जाती है। जिससे किसान लाभकारी योजनाओं के लाभ से वंचित हो रहे हैं। कहा कि बिचौलियों की चांदी कट रही है। जबकि योजनाओं के लाभ से किसान वंचित हो रहे हैं। इसी तरह शौचालय निर्माण, आंगनबाड़ी केंद्रों के संचालन में अनियमितता बरते जाने का मामला सदन में छाया रहा। बकसंडा पंचायत की मुखिया सुबोध कुमार सिंह ने गेरांडी नव सृजित प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत सहायक शिक्षक रिचा कुमारी के बिना सूचना महिनों से विद्यालय से अनुपस्थित रहने का मामला उठाया।
बलिया बुजुर्ग पंचायत की मुखिया विन्नी कुमारी ने अकबरपुर में प्रोजेक्ट साधो लाल आर्य कन्या इंटर विद्यालय के जर्जर भवन. का मामला उठाया। जानना चाहा कि किस परिस्थिति में भवन निर्माण कार्य ठप है। उन्होंने कहा कि विद्यालय भवन का निर्माण नहीं होने से छात्राओं को पढ़ने-लिखने में भारी परेशानियां झेलनी पड़ रही है।
विधायक अनिल सिंह ने जल संचय की महत्ता और उपयोगिता पर विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए कहा कि सभी पंचायत प्रतिनिधि बढ़चढ़कर सोखता निर्माण कार्य में सहयोग प्रदान करें। उन्होंने विभाग के सभी अधिकारियों और पंचायत प्रतिनिधियों से अपने कर्तव्य के प्रति ईमानदारी रहते हुए निष्ठा पूर्वक कार्य करने की अपील की। बैठक में अनुपस्थित रहने वाले सभी अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की हिदायत दी गई।
मौके पर बीडीओ सह कार्यपालक पदाधिकारी मो. नौशाद आलम सिद्दीकी, उप प्रमुख शिला देवी, अंचल अधिकारी ओमप्रकाश भगत, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी चंद्रशेखर आजाद, जेई सुनील कुमार, स्वास्थ्य प्रबंधक अनिल कुमार, मुखिया उदय कुमार यादव, कांति देवी, विनीत कुमार, सावित्री देवी, विन्नी कुमारी, सुबोध कुमार सिंह, उर्मिला देवी आदि लोग उपस्थित थे।
महुआ शराब की 30 भट्ठियां ध्वस्त, 12 सौ लीटर शराब बरामद
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली थाना क्षेत्र के मोहकामा के जंगलों में अवैध शराब निर्माताओं के खिलाफ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की।
इस कार्रवाई का नेतृत्व थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर सुजय विद्यार्थी कर रहे थे। उनके साथ कार्रवाई में एसटीएफ के जवान शामिल थे। थानाध्यक्ष ने बताया कि अवैध शराब निर्माण की सूचना लगातार मिल रही थी। सूचना के आधार पर रणनीति बनाकर यह कार्रवाई की गई। जिसमें 30 शराब भट्ठियों को ध्वस्त किया गया। करीब 50 हजार लीटर शराब के लिए तैयार जावा महुआ को बर्बाद किया गया। 12 सौ लीटर महुआ शराब को जब्त कर थाना लाया गया। थानाध्यक्ष ने बताया कि उत्पाद अधिनियम के तहत अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि शराबबंदी के बाद पहली बार थाना क्षेत्र में इतनी बड़ी तादाद में तैयार महुआ शराब को पुलिसिया कार्रवाई में बरामद की गई है। हालांकि पुलिस के शराब बंदी के बाद कई बार धंधेबाजों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। लेकिन धंधा बंद नहीं हो सका। पुलिस के लौटते ही धंधा चालू कर दिया जाता है।
माइका माइन्स के ब्रचास्व लिए कई गुटों में तनाव
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली में वन विभाग की भूमि पर स्थित भानेखाप माइका माइन्स पर वर्चस्व को लेकर माफियाओं के कई गुट एक-दूसरे के जानी दुश्मन बने हैं। करोड़ों की अवैध उगाही के लिए माइका कारोबार से जुड़े माफिया गिरोह के हथियारबंद दस्ते रजौली जंगल में सक्रिय हैं।
हालिया दिनों में रजौली के भानेखाप की गोलाबारी की घटनाएं इसी वर्चस्व का हिस्सा बताई जा रही है। भानेखाप में वर्चस्व की लड़ाई में ही रजौली के फुलवरिया के महेंद्र यादव को गोली मारकर खनन माफियाओं ने हत्या कर दी थी। रजौली जंगल में नक्सलियों से जूझ रही पुलिस के लिए इन माफियाओं पर लगाम लगाना एक बड़ी चुनौती है।
रजौली के कोडरमा से सटे हरदिया पंचायत के भानेखाप जंगल में माइका के कई माइन्स हैं। पिछले कुछ वर्षों से यहां की माइका माइन्स में अवैध खनन के धंधे ने बड़ा जोर पकड़ लिया है। भानेखाप में पहले झारखंडो राज्य कोडरमा के माइका माफिया संजय यादव का वर्चस्व हुआ करता था। उसके साथ बड़ी संख्या में लोग जुड़कर वहां अवैध माइका का कारोबार करते थे। परंतु हाल के दिनों में वहां से संजय यादव की बादशाहत छिन गई है। वहां संजय यादव का काम न होकर विनय सिंह का काम चल रहा है। जो पहले संजय यादव का ही मैनेजर हुआ करता था। माइंस पर वर्चस्व को लेकर आये दिन इनके लड़ाके एक-दूसरे पर हमला करने की फिराक में लगे रहते हैं।
सूत्रों की मानें तो रजौली जंगल में आपसी वर्चस्व को लेकर चल रहे छद्म युद्ध भी देखने को मिला है। अक्सर इस प्रकार की घटनाओं में नक्सलियों का हाथ होने की खबरें उड़ा दी जाती हैं। जो सच नहीं होती।
ज्यादातर खदानें जंगल में हैं और पुलिस की सक्रियता बहुत ज्यादा इन इलाकों में नहीं रहती। ऐसे में माफिया वहां के स्थानीय लोगों से सांठ-गांठ कर माइंस में खनन करवाते हैं।
प्रतिदिन दर्जनों हाइवा ट्रक पर माइका भरकर हर दिन झारखंड के कोडरमा के साथ-साथ राज्य से बाहर भेजा जाता है। कच्ची मिट्टी में सुरंग बनाकर माइका का अवैध खनन किया जाता है। इन खदानों के धंसने से आए दिन दर्जनों लोग मरते रहते हैं। कई बार जंगली इलाके में ढिबरा को लेकर गुटों में खूनी संघर्ष भी होता है।
इलाके इतने कटे हुए हैं कि कई दिनों बाद पुलिस तक जानकारी पहुंचती है
जानकार बताते हैं कि रजौली वन क्षेत्र में कम से कम 60-70 से भी ज्यादा माइका की अवैध खदानें हैं। धंधा इतना फायदेमंद हैं कि माइका के अवैध खनन में कोडरमा-गिरिडीह के अलावा बड़ी संख्या में बिहार के समीपवर्ती जिलों के मजदूर भी इसमें शामिल हैं।
2003 में बंद कर दी गयी थी खदानें
वन संरक्षण अधिनियम 1980 व क्षेत्र में वन्य प्राणी संरक्षण की घोषणा के बाद 2003 तक क्षेत्र की सभी अभ्रक खदानें बंद कर दी गयी थी। बड़े पैमाने पर अभ्रक की खदानें होने के कारण काननूी रुप से बंदी के बाद भी अभ्रक से जुड़े मजदूर खनन के लिए उपलब्ध थे।
लाइसेंस धारकों की जगह माफियाओं ने खदान को खनन करने ले लिए कब्जा कर लिया और ढिबरा का धंधा चल निकला। लाल ढीबरा 15 रुपये प्रति किलो, हरा 8 से 10 रुपए, सफेद 7-8 रुपए प्रति किलो बिकता है। माइंस से खनन किये माइका को जंगली रास्तों के जरिये कोडरमा व गिरिडीह पहुंचाया जा रहा है। जहां से इसकी बाहर सप्लाई होती है।
इस संबंध में मगध प्रमंडल, गया के वन संरक्षक अभय कुमार द्विवेदी ने बताया कि अवैध खनन के मामले में लगातार उनकी टीम व नवादा एएसपी अभियान कुमार आलोक के द्वारा कार्रवाई की जा रही है। डीएम व एसपी के द्वारा लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। पुलिस के सहयोग से टीम बनाई गई है। जिसका नेतृत्व एसडीओ करते हैं, जिसमें थानाध्यक्ष व वन विभाग के कर्मी व एसएसबी के जवानों के द्वारा लगातार छापेमारी की जा रही है। भानेखाप में हो रही अवैध खनन पर जल्द ही वहां पर भी कार्रवाई की जाएगी।