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7 जुलाई : डोरीगंज की मुख्य ख़बरें

छापेमारी करने गई पुलिस पर हमला कर खदेड़ा, तीन गिरफ्तार

डोरीगंज : डोरीगंज स्थानीय थाना क्षेत्र अंतर्गत बलुआ कंशदियरा गाँव में छेड़खानी के एक मामले में छापेमारी करने गयी पुलिस की टीम पर परिजनों एवं स्थानीय लोगों ने हमला कर आरोपी को छुड़ा लिया और पुलिस को गांव से खदेड़ दिया।

मामला सोमवार की देर रात की है। थानाध्यक्ष ओमप्रकाश चौहान ने बताया कि चार माह पुर्व हुई एक छेड़खानी के मामले मे पुलिस टीम एस आई बीके सिंह , प्रेम तिवारी एवं एएसआई बिरचंद प्रकाश के नेतृत्व मे अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी करने गयी थी तभी अभियुक्त के परिजन एवं स्थानीय लोगों ने पुलिस बल पर हमला कर गिरफ्तार अभियुक्त को जबरदस्ती छुड़ा लिया और पुलिस बल को खदेड़ दिया।

हमलावरों में दस लोगों की पहचान की गयी है, वही नामजद दस लोगों सहित 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है। मामले मे नामजद तीन अभियुक्तों दिनेश राय , बिंदा राय एवं राजेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है वही अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।

अवैध रूप से रात्रि प्रहरी के नियोजन पर लोगों ने जाँच के लिए सौपा ज्ञापन

डोरीगंज : सदर प्रखण्ड स्थित उत्क्रमित शेरपुर कन्या उच्तर माध्यमिक विद्यालय के शिक्षा समिति अध्यक्ष सह पंचायत के उप मुखिया के द्वारा रात्रि प्रहरी नियोजन में सारे नियम कायदो को दरकिनार कर विद्यालय की प्राचार्या की साठगांठ से अपने पद का दुरुपयोग करते हुए शिक्षा समिति अध्यक्ष ने अपने पुत्र का ही नियोजन कर लिया है। जिसे लेकर शेरपुर पंचायत के दर्जनो ग्रामीणो ने मंगलवार को डीएम तथा डीपीओ को भी एक ज्ञापन सौप। लोगों ने नियोजन की इस अवैध प्रक्रिया की जाँच कर पुन: नए सिरे से इसकी अधिसूचना सार्वजनिक कर पारदर्शी तरीके से नियोजन कराए जाने की माँग की।

वही दिए गए आवेदन में ग्रामीणो ने बताया है कि उत्क्रमित शेरपुर कन्या उच्तर माध्यमिक विद्यालय मे रात्री प्रहरी पद के लिए नियोजन होना था। जिसे विद्यालय के शिक्षा समिति अध्यक्ष सह पंचायतके उप मुखिया के द्वारा गोपनीय तरीके से विद्यालय की प्राचार्या को अपने प्रभाव में लेकर शिक्षा समिति अध्यक्ष ने अपने पुत्र का नियोजन कर लिया।

इतना ही नहीं ग्रामीणो ने यह भी आरोप लगाया है कि शिक्षा समिति अध्यक्ष के द्वारा इसके लिए न तो कोई आम सभा बुलाई गई और न ही इसकी कोई सूचना ही समय पर प्रकाशित किया गया। जिनके द्वारा शिक्षा समिति अध्यक्ष के पुत्र का नियोजन कर लिए जाने के उपरांत प्राचार्य के द्वारा इसके नियोजन की एक सूचना प्रकाशित की गई, जिसके बाद जिन लोगो ने आवेदन दिया। उन्हे इसकी प्राचार्या के द्वारा कोई रिसीविग भी नही दी गई जबकि आवेदक माँग करते रहे और उनका आवेदन गायब कर दिया गया।

ग्रामीणो के द्वारा सौपे आवेदन मे मंजू देवी, सत्येन्द्र कुमार चौरसिया, अनंत चौरसिया, रास नारायण राय, रणवीर पासवान, रमेश कुमार यादव तथा प्रभुदयाल भगत आदि समेत कुल दर्जनो ग्रामीणो के द्वारा स्वहस्ताक्षरित समर्थन देकर इसकी जांच की माँग की गई है।