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नवादा बिहार अपडेट

7 फ़रवरी : नवादा की मुख्य ख़बरें

एसएसबी ने गरीबों के बीच किया कंबल का वितरण

नवादा : सिविल ऐक्शन प्रोग्राम के तहत एसएसबी ने ज़रूरत मंदों  के बीच कम्बल का वितरण किया। कंबल पाकर गरीबों के चेहरे खिल उठे।

नक्सल प्रभावित रजौली प्रखंड क्षेत्र के सरकारी बुजुर्ग पंचायत की मांगोडीह व के लोगों को मुख्यधारा से जोड़ना एसएसबी का उद्देश्य हैं। लोगों में सुरक्षा की भावना जगाकर उनको निर्भय होकर जीवन जीने के लिए प्रेरित किया। उपरोक्त जानकारी एएसपी अभियान आलोक कुमार अपने स्वाॅट दस्ते के ने दी।

इंटरमीडिएट परीक्षा के दौरान 2 मुन्ना भाई गिरफ्तार

नवादा : बिहार बोर्ड की ओर से आयोजित इंटरमीडिएट परीक्षा में प्रतिदिन  कदाचार के आरोप में परीक्षार्थियों को निष्काषित किये जाने का सिलसिला जारी है।

आज नवादा जिले में परीक्षा की प्रथम पाली में 2 मुन्ना भाई को गिरफ्तार किया गया है। मॉडर्न इंटर ऑफ हायर एजुकेशन कॉलेज सुमन कुमार नामक शख्स को दूसरे के बदले एग्जाम करते पकड़ा गया है। वहीं जिले के मथुरारासीनी इंटर विद्यालय कॉलेज रजौली से पुनम भारती नामक मुन्ना भाई को गिरफ्तार किया गया है।

इसके साथ 2 परीक्षार्थियों को कदाचार के आरोप में परीक्षा  से निष्कासित किया गया है। कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार आंती इंटर स्कूल से महेश पांडे व नॉलेज कुमार को निष्कासित किया गया प्रथम पाली में सभी लोगों पर कार्रवाई की गई है।

बता दें इंटर परीक्षा में आज प्रथम पाली में गणित की परीक्षा थी। इस प्रकार अबतक तीन मुन्ना भाई को गिरफ्तार किया गया है।

लोक शिकायत में स्वयं उपस्थित हों अधिकारी

नवादा : जिला पदाधिकारी कौशल कुमार के द्वारा सभी कार्यालय प्रधान-सह-लोक प्राधिकार नवादा को सूचित किया गया है कि बिहार लोक शिकायतअधिकार अधिनियम के तहत प्राप्त शिकायतों को निवारण के क्रम में सुनवाई हेतु निर्धारित तिथि को लोक प्राधिकारों द्वारा उपस्थित न होकर वैसे कर्मचारीको भेज दिया जाता है जो न तो प्राधिकृत होते हैं और न ही उक्त परिवादके संबंध में उन्हें जानकारी होती है। जिसके कारण परिवाद के ससमय निवारण में कठिनाई उत्पन्न हो रही है।

गौरतलव है कि अपर मुख्य सचिव सह मिशन निदेशक, बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसायटी (सामान्य प्रशासन विभाग)बिहार, पटना द्वारा सूचित किया गया है कि माननीय मुख्यमंत्री के द्वारा समीक्षात्मक बैठक में लोक प्राधिकारों के सुनवाई में उपस्थिति नहीं होने अथवा परिवाद के निवारण में रूची नहीं लेने के कारण शिकायतों के समयबद्ध निवारण में कठिनाई उत्पन्न होने पर चिंता प्रकट करते हुए सुनवाई के क्रम में लोक प्राधिकारों की उपस्थिति सुनिश्चित कराने के लिए वैसे लापरवाह कर्मियों/पदाधिकारियों के विरूद्ध सेवा नियमों के अनुरूप कठोर कार्रवाई किए जाने का निदेश प्राप्त हुआ है।

जिला पदाधिकारी कौशल कुमार द्वारा सभी कार्यालय प्रधान को सख्त निर्देश दिया गया है कि बिहार लोक शिकायत निवारणअधिकार अधिनियम के तहत प्राप्त शिकायतों के निवारण के लिए निर्धारित तिथि को लोक प्राधिकार की हैसियत से स्वयं उपस्थित होकर अपने विभागों से संबंधित शिकायतों के निवारण में सहयोग देना सुनिश्चित करेंगे। अन्यथा बाध्य होकर उनके विरूद्ध अनुशासनिक कार्रवाई हेतु विभाग को प्रतिवेदित किया जायेगा।

रेलवे अस्पताल में लैब की सुविधा नहीं, मरीजों परेशानी

नवादा : किऊल-गया रेलखंड पर स्थित नवादा रेलवे स्टेशन परिसर स्थित रेलवे अस्पताल में लैब की सुविधा उपलब्ध नहीं है। इसके साथ ही मलेरिया, डेंगू किट आदि की भी कोई व्यवस्था नहीं है। मरीजों की बीमारियों का पता लगाना संभव नहीं हो पाता है।

अस्पताल आने वाले मरीजों की बिना जांच किए चिकित्सकों द्वारा दवा चलाया जाता है। इसके अलावा मरीजों से परेशानी पूछकर चिकित्सक उन्हें दवा लिख देते हैं। ऐसे में किसी भी वक्त मरीजों के साथ अप्रिय घटना घट सकती है। रेलवे अस्पताल नीम हकीम खतरे जान वाली कहावत को चरितार्थ कर रहा है। साथ ही अपनी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर रहा है।

बता दें कि दानापुर रेल मंडल के अधिकारियों द्वारा विभागीय कर्मियों व उनके परिजनों की समुचित इलाज के लिए द्वितीय श्रेणी अस्पताल की व्यवस्था की गई है। विशेष परिस्थितियों में केजी रेलखंड पर परिचालित ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों की तबीयत बिगड़ने एवं दुर्घटना में घायल होने वाले यात्रियों की इलाज की व्यवस्था की गई है। लेकिन विभाग की ओर अस्पताल में लैब की सुविधा उपलब्ध नहीं कराया गया है। साथ ही कर्मियों की भी काफी कमी है।

जिसके कारण मरीजों की बीमारियों का पता नहीं चल पाता है। इसके अलावा कर्मियों व अन्य सुविधाओं का काफी अभाव है। यहां आने वाले मरीजों को इलाज कराने में काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।

जूलाई में चिकित्सक की हुई पदस्थापना

  •  रेलवे अस्पताल में करीब 10 साल से अनुबंध पर चिकित्सकों को प्रतिनियुक्त किया गया था। एक चिकित्सक को कई अस्पतालों का पदभार सौंपा गया था। जिसके कारण चिकित्सक यहां समय नहीं दे पाते हैं। ऐसे में मरीजों को इलाज कराने में परेशानी होती है। लेकिन दानापुर मंडल के विभागीय अधिकारियों की पहल पर जूलाई 2019 में स्थायी रूप से चिकित्सक को पदस्थापित किया गया है। चिकित्सक के हमेशा रहने से मरीजों को इलाज कराने में सहूलियत हो रही है। लेकिन अस्पताल में लैब नहीं रहने से मरीजों की बीमरियों का पता नहीं लग पाता है।

अस्पताल में प्रतिदिन पहुंचते हैं 15 से 20 मरीज

  •  इस अस्पताल में प्रतिदिन करीब 15 से 20 मरीज विभिन्न रोगों का इलाज कराने पहुंचते हैं। लैब की सुविधा नहीं रहने से गंभीर मरीजों की बीमारियों का पता नहीं चल पाता है। चिकित्सक अपने अंदाज से मरीजों के लक्षण के अनुसार दवा चला देते हैं। ऐसे में किसी भी वक्त अप्रिय घटना घट सकती है। बावजूद विभागीय अधिकारियों द्वारा लैब की व्यवस्था नहीं की जा रही है।

मरीजों के लिए बेड की नहीं है व्यवस्था

  • इस अस्पताल में बेड के नाम पर सिर्फ ड्रेसिग रूम मात्र एक बेड लगाया गया है। इसके अलावा अस्पताल आने वाले गंभीर मरीज को रखने के लिए बेड की कोई व्यवस्था नहीं है। ऐसे में गंभीर मरीजों को अस्पताल में एक-दो घंटा भी रखना मुश्किल हो जाता है। जिसके कारण चिकित्सकों द्वारा गंभीर मरीजों को पटना व दानापुर मंडल अस्पताल में रेफर कर दिया जाता है।

कहते हैं पदस्थापित कर्मचारी

  •  अस्पताल में मरीजों की इलाज की समुचित व्यवस्था की गई है। यहां इलाज के लिए पहुंचने वाले मरीजों का प्राथमिक उपचार कर दवा उपलब्ध कराया जा रहा है। अस्पताल में विभाग की ओर से पर्याप्त दवा उपलब्ध कराया गया है। लेकिन लैब की सुविधा नहीं रहने से मरीजों की जांच में परेशानी होती है। इसके साथ ही बेड की सुविधा नहीं रहने से गंभीर मरीजों को रखकर इलाज कराना संभव नहीं है। इसके अलावा कर्मियों की कमी रहने से भी परेशानी होती है। ऐसे आपातकालीन मरीजों को बेहतर इलाज के लिए विभाग के सेंट्रल अस्पताल पटना व रेलमंडल के अस्पताल दानापुर रेफर किया जाता है। अस्पताल में लैब, बेड आदि की व्यवस्था कराने के लिए विभागीय अधिकारियों को अवगत कराया गया है, डॉ. आशुतोष कुमार, रेलवे अस्पताल नवादा।

पदनाम         सृजित पद   पदस्थापित रिक्त

चिकित्सक 01     01             00

फार्मासिस्ट 01      01             00

सफाईकर्मी 02       01             01

परिचर 02           01             01

आरओबी के निर्माण में रेलवे का ओवर हेड वायर बन रहा बाधक

नवादा : जिले के वारिसलीगंज बाजार को जाम से मुक्ति दिलाने को लेकर एसएच 83 पर वारिसलीगंज बाइपास में रेलवे स्टेशन के उत्तर रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) लगभग बनकर तैयार हो चुका है। रेलवे के इलेक्ट्रिकल विभाग के आदेश की प्रतीक्षा में कुछ भाग का निर्माण अधूरा पड़ा है। आरओबी निर्माण कंपनी के अधिकारियों के अनुसार, 95 फीसद कार्य पूर्ण हो चुका है। सिर्फ रेलवे के ओवर हेड वायर के तार को थोड़ा नीचे करने के रेलवे का इलेक्ट्रिक सेक्शन से आदेश की प्रतीक्षा है। वैसे संभावना है कि अप्रैल में कार्य पूरा कर आरओबी को चालू कर दिया जाएगा।

आरओबी के अभियंता के अनुसार, जिस समय 2016 में निर्माण की स्वीकृति मिली थी तब रेलवे के ओवर हेड वायर की उंचाई पटरी से करीब छह मीटर थी। यह अब बढ़कर छह मीटर से अधिक हो गई है। आरओबी का नक्शा पूर्व के पैटर्न पर बना था। जिससे आरओबी तार को छूने लगा है। फलत: कार्य को रोककर विभाग से तार की ऊंचाई कम करने को पत्राचार किया गया है। जिसकी स्वीकृति अंतिम चरण में है।

बताया गया कि स्वीकृति मिलते ही आरओबी का कार्य महज कुछ दिनों में पूर्ण कर लिया जाएगा। बता दें कि बाघी बरडीहा मोड़ से बरबीघा तक करीब 38 किलोमीटर एसएच 83 नामक सड़क दो वर्ष पूर्व बनकर तैयार हो चुका है। परंतु सड़क बनने के बाद बरबीघा से झारखंड, सिकन्दरा से धनबाद, कोलकत्ता आदि स्थानों तक चलने वाले वाहनों समेत सकरी नदी के विभिन्न बालू घाटों से प्रतिदिन सैकड़ों छोटे बड़े वाहन वारिसलीगंज बाजार होकर गुजरने लगा। फलत: बाजार को जाम से जूझना पड़ रहा है।

क्षेत्रवासियों की मांग पर बाइपास होकर रेलवे स्टेशन से उत्तर सिमरीबीघा गांव के पास आरओबी के निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई। 2016 में जब आरओबी का कार्यारंभ किया गया तब भूमि अधिग्रहण से संबंधित विवाद उभरकर सामने आया। जिसके कारण निर्माण कंपनी को एक वर्ष तक कार्य रोकना पड़ा।

अब जब सारा पुल बनकर तैयार हो चुका है। तो पटरी के ऊपर आरओबी को जोड़ने में ओवर हेड वायर से बाधा उत्पन्न होने लगी। जिसका विभागीय स्तर से निष्पादन में विलंब उद्घाटन में देरी का कारण बना है। फिर भी कहा जा रहा है कि अप्रैल माह में आरओबी का उद्घाटन संभावित है।

आरओबी के चालू होने पर वारिसलीगंज बाजार को जहां जाम से मुक्ति मिलेगी। वहीं वाहनों के रफ्तार में रुकावट लगना बंद हो जाएगा।

नगर परिषद के सफाई कर्मियों ने फिर किया हड़ताल

नवादा : दो दिनों के बाद नगर परिषद के सफाईकर्मी एक बार फिर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। शहरी क्षेत्र में सफाई कार्य बिल्कुल ठप हो गया है। ऐसे में बीमारी फैलने की संभावना उत्पन्न होनी आरंभ हो गयी है।

बिहार राज्य स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ के प्रभारी भोलाराम और अध्यक्ष अरविद दास ने बताया कि नगर विकास विभाग ने दैनिक कर्मियों से जबरन आउटसोर्सिंग के जरिए काम लेने का निर्णय लिया है और काम नहीं करने पर छह माह तक काम से बैठा देने का तुगलकी फरमान जारी किया है। प्राथमिकी दर्ज कराने की भी धमकी दी जा रही है। नगर विकास विभाग के इस तुगलकी फरमान के खिलाफ पुन: हड़ताल शुरू किया गया है।

इधर, सफाईकर्मियों ने नगर के प्रजातंत्र चौक पर आदेश की प्रतियों को जलाकर अपना विरोध प्रकट किया। भोलाराम ने कहा कि राज्य की सरकार मजदूरों के लोकतांत्रिक अधिकारों को छीन कर गुलाम जैसा बर्ताव कर रही है। आंदोलन को कुचलने का आदेश देकर अपने गरीब विरोधी चरित्र को उजागर किया है।

उन्होंने कहा कि सफाई कर्मियों के आंदोलन को कुचलने के बजाए बातचीत का रास्ता निकालकर महासंघ से वार्ता कर सभी कर्मियों को स्थायी करना चाहिए। नगर विकास एवं आवास विभाग की गीदड़ भभकी से सफाईकर्मी डरने वाले नहीं है।

मौके पर सुपरवाइजर अशोक कुमार, जमादार इश्वरी दास, विद्या देवी, बसंती, रामभजु दास, ब्रह्मदेव दास, द्वारिका दास, शिवशंकर, राजेन्द्र यादव, श्याम, इंदु आदि कर्मी उपस्थित थे।

दो दिन पहले भी आंदोलनरत थे

छह दिनों की हड़ताल के बाद मंगलवार से सफाई कर्मी काम पर वापस लौटे थे। तब लगातार छह दिनों तक सफाई कर्मियों ने हड़ताल पर रहते हुए नगर परिषद कार्यालय में तालाबंदी की थी। उस वक्त भी आउटसोर्सिंग से काम कराने और दैनिक कर्मियों की सेवा समाप्त किए जाने पर वे सभी नाराज थे।

सोमवार को दोपहर बाद नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी ने उनसे बात की थी और विभागीय आदेश के आलोक में दैनिक कर्मियों को दो महीने की मोहलत दी थी। जिसके बाद सफाईकर्मी वापस लौटे थे।

सड़क हादसे में तीन परीक्षार्थी समेत चार घायल

नवादा : बाघी बरडीहा-बरबीघा राज्य उच्च पथ 83 पर वारिसलीगंज थाना क्षेत्र में दो बाइक की सीधी भिड़ंत में इंटर के तीन परीक्षार्थी समेत चार घायल हो गए।

स्थानीय लोगों की मदद से सभी को इलाज के लिए वारिसलीगंज पीएचसी लाया गया। जहां प्राथमिक चिकित्सा बाद सभी को सदर अस्पताल नवादा रेफर कर दिया गया। हादसा दोपहर 12 बजे के करीब वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के मंजौर गांव के समीप हुआ।

बताया जाता है कि नवादा तकिया मोहल्ला निवासी मो. जाहिद हुसैन, मो. फरहान अख्तर अपने एक अन्य दोस्त के साथ इंटर का परीक्षा देने वारिसलीगंज आया था। पहली पाली की परीक्षा देकर वापस घर लौटने के क्रम में मंजौर गांव के समीप सामने से आ रहे एक अन्य बाइक से टक्कर हो गई। हादसे में तीनों परीक्षार्थी समेत दूसरी बाइक पर सवार मंजौर गांव के संजय सिंह का पुत्र बिट्टू कुमार घायल हो गया।

दोनों बाइक पर सवार कोई युवक हेलमेट नहीं पहने था। तीनों युवकों के सिर में काफी चोटें आई हैं। बता दें इसके पूर्व मुफस्सिल थाना क्षेत्र में दो परीक्षार्थी बाइक दुर्घटना में जख्मी हो चुके हैं।

अग्निकांड में हजारों की सम्पति हुई खाक

नवादा : जिले के नारदीगंज प्रखंड क्षेत्र के  परमा गांव स्थित मुसहरी टोले में पूना मांझी के पुत्र लालू मांझी के घर मे आग लगने से हजारों की संपत्ति राख हो गयी। घटना बीते रात गुरुवार की है।

घटना के पीछे बोरसी से आग लगना बताया गया है। ग्रामीणों के प्रयास से आग पर काबू पाया गया। दमकल भी आया था,लेकिन तबतक आग बुझ चुका था।

सूचना अंचल अधिकारी को दे प्राकृतिक आपदा के तहत सहायता उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है। अंचल अधिकारी ने कर्मचारी से जांच प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। अग्निकांड के बाद परिजनों को खुले आसमान के नीचे रात बिताने को मजबूर होना पङ रहा है।

काली पट्टी बांध इंटर की परीक्षा में ड्यूटी कर रहे माध्यमिक शिक्षक

नवादा : जिलेा के 37 केंद्रों पर चल रही इंटर परीक्षा में लगे माध्यमिक व उच्चतर माध्यमिक शिक्षक काला बिल्ला लगाकर परीक्षा का संचालन कर रहे हैं। सरकार की कथित दोहरी नीति से नाराज शिक्षक ऐसा कर रहे हैं।

वारिसलीगंज एसएन सिन्हा विद्यालय में चल रही इंटर परीक्षा में माध्यमिक शिक्षक संघ से जुड़े शिक्षक सह केंद्राधीक्षक संजय कुमार, आनंद मेहता, विकास कुमार, अंजेश कुमार, मृत्युंजय ठाकुर, विनोद गुप्ता, कुंदन कुमार वर्मा,राजेश्वर इच्छा व गुड्डी कुमारी आदि शिक्षक अपने बांह पर काली पट्टी लगा रखे हैं।

शिक्षकों ने बताया की सरकार हमलोगों के साथ दोहरी नीति अपना रही है। जो कार्य पुराने शिक्षक कर रहे हैं वही कार्य हम नियोजित शिक्षकों से भी लिया जा रहा है। कहा गया कि जब तक पुराने शिक्षकों की भांति नियोजित शिक्षकों को वेतनमान व अन्य सारी सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई जाती है, सरकार के विरुद्ध आंदोलन जारी रहेगा।

समान काम के लिए समान वेतन व अन्य सुविधा की मांग पूरी करने के लिए बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर पूरे बिहार प्रदेश के माध्यमिक व उच्चतर माध्यमिक शिक्षक 24 फरवरी को मैट्रिक परीक्षा समाप्त होने के बाद 25 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।

बताया गया कि छात्र हित को देखते हुए इंटर और मैट्रिक परीक्षा में किसी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न नहीं किया जा रहा है। सरकार से नाराजगी व्यक्त करने के लिए परीक्षा के पहले दिन 3 फरवरी से ही काला बिल्ला लगा अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं।