6 मार्च : नवादा की मुख्य ख़बरें

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 देशी कट्टे के साथ एक गिरफ्तार

नवादा : नवादा के बुन्देलखण्ड पुलिस ने लोडेड देशी कट्टा के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार युवक पास के ही डोभरा मुहल्ले के उमेश चौधरी का पुत्र राहुल कुमार बताया जाता है। पुलिस गिरफ्तार युवक से पूछताछ कर रही है। बताया जाता है कि बुन्देलखण्ड ओपी के पास कब्रिस्तान में थानाध्यक्ष इफ्तेखार को काफी देर से चक्कर लगा रहे युवक पर नजर पङते ही संदेह उत्पन्न हुआ। आबाज लगाते ही वह भागने का लगा। पुलिस ने पीछा कर उसे धर दबोचा। तलाशी के क्रम में उसके पास से लोडेड देशी कट्टा बरामद किया गया।

थानाध्यक्ष ने बताया कि गिरफ्तार का किसी थाने में कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं है। समझा जाता है कि वह हथियार बेचने के लिए किसी का इंतजार कर रहा था। फिलहाल पूछताछ की जा रही है। इस बावत थाने में प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।

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लकड़ी माफियाओं की कट रही चांदी

नवादा : जिले के पकरीबरांवा प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पथों पर हरे वृक्षों की कटाई बेरोकटोक जारी है। चाहे व नवादा-जमुई पथ हो या फिर पकरीबरावां-वारसलीगंज पथ या फिर प्रखंड के विभिन्न गांवों के  पथों व आहरों पर बड़े-बड़े हरे वृक्षों की कटाई लकड़ी माफियाओं के द्वारा कर दी जा रही है। इन माफियाओं के द्वारा कहीं-कहीं केमिकल डालकर, कहीं उसके तने को छीलकर तो कहीं सीधे तौर पर आरी से ही कटी जा रही है। दत्तरौल पंचायत के महनाजीतपुर गांव में एक बड़े विशाल बरगद के पेड़ की कटाई पेड़ माफिया के द्वारा कर दी गई और रातों-रात सभी लकड़ी अवैध आरा मिल पर पहुंच गई। इस घटना की जानकारी जब अंचलाधिकारी सुक्रान्त राहुल को दी गई तो वह जांच करवाए जाने का आश्वासन दिया। इस आलोक में उन्होंने कर्मचारी को भेज जांच रिपोर्ट देने को कहा। इस संदर्भ में पूछे जाने पर अंचलाधिकारी ने बताया कि अभी तक कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई है। जबकि इस घटना की जानकारी पूरे गांव को है एवं ग्रामीण भयवश नाम नहीं बताते हैं। परंतु अपनी गोपनीयता को बरकरार रखने की शर्त पर बताते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जांच में कर्मचारी आये थे। परंतु पदाधिकारियों से सांठगांठ के बाद मामलें को दबा दिया गया।

दो बाइकों की सीधी टक्कर में दो घायल

नवादा : जिले के पकरीबरावां-कौआकोल पथ पर गुलनी चर्च बाजार में दो बाइकों की सीधी टक्कर आमने-सामने हो गई। जिसमे सवार दो युवक गम्भीर रूप से घायल हो गए। दोनों को चिंताजनक स्थिति में सदर अस्पताल नवादा में भर्ती कराया गया। घायलों में एक कि स्थिति काफी चिंताजनक बताई जा रही है जिसे पटना रेफर किया गया है।

पीएचसी में नहीं है महिला डॉक्टर

नवादा : नवादा के पकरीबरांवा सीएचसी में एक दशक से महिला चिकित्सक नहीं है। ऐसे में महिलाये  पुरूष चिकित्सक से इलाज कराने को मजबूर है। कांग्रेस नेता सह बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. श्रीकृष्ण सिंह के प्रपौत्र निशांत सिन्हा के प्रखंड का दौरा करने के क्रम में लोगों ने अपनी व्यथा का जिक्र किया। इस दौरान उन्होंने श्रीकृष्ण सिंह स्मारक भवन में रुक कर अपने कार्यकर्ताओं से रू-ब-रू  हुए। जहां लोगों ने पकरीबरावां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की दयनीय हालात की जानकारी दी। इस बाबत उन्होंने इस केंद्र में महिला डॉक्टर के नहीं होने पर दुःख जताया। उन्होंने कहा कि सूबे की सरकार नारी सशक्तिकरण पर करोड़ों रुपए लुटा रही है, परंतु अस्पताल में महिलाओं के लिए एक भी महिला डॉक्टर की तैनाती नहीं कर महिलाओं का अपमान कर रही है। उन्होंने इस संबंध में डीएम व स्वास्थ्य मंत्री से मिलने की बात कही। इसके साथ ही उन्होंने सरकार से टेलीमेडिसिन सेंटर खोले जाने की भी मांग की। विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पकरीबरावां में महिला डॉक्टर नहीं रहने से महिला मरीजों को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। पुरुष डॉक्टर से इलाज कराने में शर्मिंदगी महसूस होती है। महिलाएं महिला संबंधी रोगों को भी पुरुष डॉक्टर से खुल कर नहीं बता पाती है। ऐसे में कई बीमारियों का समुचित इलाज नहीं हो पाता है।

महिलाओं ने बताया कि महिला डॉक्टर नहीं होने से उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मजबूरन उन्हें पुरूष डॉक्टर का सहारा लेना पड़ता है। लोगों की मानें तो सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पकरीबरावां में प्रतिदिन करीब 50 से 60 की संख्या में महिला मरीज का आना होता है, लेकिन महिला डॉक्टर नहीं रहनें के कारण उनका इलाज संभव नहीं हो पाता है। खासकर प्रसव कराने वाली महिला को काफी परेशानी होती है। मरीजों को एएनएम के सहारे ही प्रसव के लिए मजबूर होना पड़ता है। कभी कभार प्रसव काल में कोई अड़चन आने पर उन्हें सदर अस्पताल नवादा रेफर कर दिया जाता है। दिन में तो प्रसव में मरीज के परिवार को दिक्कत नहीं होती है, लेकिन रात्रि के वक्त उन्हें काफी संकट झेलना पड़ता है। ऐसी हालात में उन्हें निजी नर्सिंग होम के संचालक का शोषण का शिकार होना पड़ता है या फिर उन्हें भगवान भरोसे रात गुजारनी पड़ती है।

जानकारी के अनुसार सीएचसी का जंहा लगभग एक दशक से नहीं मिली महिला डॉक्टर की सेवा-सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में महिला डॉक्टर की कमी वर्षों से है। लगभग एक दशक से यहां कोई महिला डॉक्टर ने सेवा नहीं दी। बीते दो-तीन वर्षों में दो महिला डॉक्टर ने योगदान दिया, परंतु योगदान देने के बाद जो गई, दुबारा ड्यूटी पर नहीं आई। सबसे पहले डॉ. नीलिमा रुखैय्यार की महिला डॉक्टर के रूप में पोस्टिंग हुई थी। कई वर्षों के सेवा के बाद उनका तबादला हो गया। तत्पश्चात डॉ. अनुपमा शर्मा ने योगदान दिया । डॉ. अनुपमा शर्मा के बाद से सीएचसी में जो महिला डॉक्टर का सूखा हुआ वह आजतक वैसा ही है। बीते दो-तीन वर्षों में दो महिला डॉक्टर ने योगदान दिया, परंतु महिला मरीजों को एक दिन भी सेवा नहीं मिली। लगभग दो वर्ष पहले डॉ. मधुबाला ने योगदान दिया। योगदान देने के बाद पीजी की पढ़ाई के लिए जो गई, आजतक नहीं आई। लगभग 6 माह पूर्व डॉ. रिमझिम के ज्वाइन करते ही महिला मरीजों में  एक बार फिर उम्मीद जगी, परंतु यह झणभंगुर साबित हुई। योगदान देने के बाद वह भी आजतक नहीं आई। इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि महिला डॉक्टर की नियुक्ति के लिए कई बार विभाग को लिखा गया है।

मुखिया संघ ने की पेंशन व सुरक्षा की मांग

नवादा : जिला मुखिया संघ की बैठक एक स्थानीय होटल में की गई। अध्यक्ष उदय यादव की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सम्मान जनक वेतन के साथ पेंशन व सुरक्षा की मांग की। पारित प्रस्ताव की प्रति समाहर्ता समेत सभी अधिकारियों को भेजी गई है। मुखिया अफरोजा खातुन ने कहा कि सांसद, विधायक जब चाहते हैं अपना वेतन बढ़ा लेते हैं। दोनों का काम समान है बावजूद मुखिया, वार्ड, सरपंच, पंच आज भी उपेक्षित हैं। न तो सम्मान जनक वेतन न ही पेंशन। यहां तक कि सुरक्षा तक की सुविधा उपलब्ध नहीं करायी जाती है। सुरक्षा न होने के कारण पंचायत प्रतिनिधियों पर प्रायः हमले होते रहते है।

कन्हैया कुमार बादल का कहना है कि सांसद व विधायक कभी नहीं चाहते कि मुखिया व सरपंचों को लाभ मिले। भीख मांगने से हक़ नहीं मिलता बल्कि संघर्ष करने से मिलता है। हमें आन्दोलन के लिए तैयार रहना होगा। मौके पर सरपंच संघ के जिलाध्यक्ष त्रिवेणी सिंह, दिलीप पांडेय,  मुखिया विन्नी कुमारी, कांति देवी, सुबोध कुमार समेत जिले के कई मुखिया व सरपंच उपस्थित रहे।

दुष्कर्म का मुख्य आरोपी गिरफ्तार

नवादा : नवादा में पकरीबरावां थाना क्षेत्र के दतरौल पंचायत के महनाजीतपुर गांव में सोमवार को हुए दुष्कर्म मामले के मुख्य अभियुक्त को उसके घर से ही उसे पुलिस ने धर दबोचा। इसकी जानकारी पकरीबरावां एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा ने देते हुए बताया कि सोमवार को उक्त गांव में एक 7 वर्षीय दलित किशोरी के साथ बलात्कार गांव के ही एक युवक के द्वारा किया गया था। इस मामले को लेकर पीड़ित की मां राधा देवी ने नवादा एससी-एसटी थाना में मंगलवार को प्राथमिकी दर्ज कर धनराज को अभियुक्त बनायी थी। प्राथमिकी दर्ज होते ही पुलिस ने अपना जाल बिछाते हुए पहले उसके पिता और भाई को थाना लाया । रात को की गयी छापेमारी में मुख्य आरोपी भी जाल में फस गया। जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर उसे नवादा न्यायालय भेज दिया है।

 

 

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