भाकपा माले ने मनाया विरोध दिवस, विभिन्न स्थानों पर दिया धरना
मधुबनी : 3 जून को घटित सुंदरपुर भिठ्ठी (मधुबनी) गोली कांड के खिलाफ में भाकपा-माले के राजयव्यपी प्रतिवाद दिवस के तहत रहिका प्रखंड के कैटोला मालेनगर में प्रतिवाद सभा का आयोजन किया गया।
इस मौके पर सैकड़ों की संख्या में जुटे पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पार्टी के पोलिटब्यूरो सदस्य धीरेन्द्र झा ने कहा कि यह गोली काण्ड भाजपा संरक्षित सामंती अपराधी गिरोह ने किया है। गरीबों के सरकारी जमीन पर बेदखल करने की नियत से किया है। जिसमें ललन पासवान की मौत हो गई और आधा दर्जन दलित गरीब घायल है।
वहीं, माले नेता कामरेड झा ने कहा कि मधुबनी ज़िला में भूमि संघर्ष गरीब बसाओ अभियान के रूप में तेज हुआ है, और यह तीसरी लहर है। जिसका मकसद साफ है कि सरकारी जमीन को सामंतों और दबंगों के अबैध कब्जा से मुक्त कराकर उस सरकारी जमीन पर भूमिहीन गरीबों को अधिकार दिलाना। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा-जदयू की नीतीश सरकार बंधोपाध्याय कमीशन की रिपोर्ट को दबाकर गरीब उजाड़ो कार्यक्रम चला रही है। इसे किसी रूप में बर्दास्त नही किया जाएगा।
विदित हो कि जिस भू-खंड पर विवाद है उसमें गैर-मजरूआ सरकारी जमीन है, जिसे मुखिया दबंगई से गैर कानूनी तरीके से दबाकर रखे हुए है। घटना के दिन गिरोह बनाकर चार झुग्गियां उजाड़ी गयीं और प्रतिरोध करने पर ललन पासवान को गोली से उड़ा दिया और कईयों को घायल कर दिया। घटना की विस्तृत जांच रिपोर्ट जारी होगी।
इस बीच माले नेताओं ने सभी अभियुक्तों को अविलम्ब गिरफ्तार करने तथा मृतक परिजन को 20 लाख मुआबजा देने, तमाम सरकारी जमीन पर भूमिहीनों को कब्जा दिलाने की मांग की है। वहीं, पार्टी के जिला सचिव ध्रुब नारायण कर्ण की अध्यक्षता में आयोजित प्रतिवाद सभा को माले राज्य स्थायी समिति के सदस्य बैद्यनाथ यादव, इंसाफ मंच के प्रांतिय उपाध्यक्ष नेयाज अहमद, माले के रहिका प्रखंड सचिव अनिल कुमार सिंह, प्रेम कुमार झा, श्याम पंडित, बेचन राम, योगनाथ मंडल, शंकर पासवान वगैरह ने संबोधित किया।
इसके बाद धीरेन्द्र झा के नेतृत्व में आये जांच दल के साथ दर्जनों कार्यकर्ताओं ने घटनास्थल सुंदरपुर भिठ्ठी के लिए प्रस्थान कर गए। इसके अलावा जिला के बिभिन्न प्रखंडों एवं गांवों में भी प्रतिवाद दिवस मनाया गया।
सीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल का शिलान्यास
मधुबनी : मिथिला के सर्वांगीण विकास नीतीश सरकार की पहली प्राथमिकता है, नीतीश सरकार ने मिथिला को नया तोहफ़ा मेडिकल कॉलेज के रूप में इस क्षेत्र के लोगों को दिया है।
मधुबनी जिला के झंझारपुर में ₹550 करोड़ रुपये की लागत से मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल के निर्माण से मिथिलांचल के विकास को एक नया आयाम मिला है। 15 वर्षो के शासनकाल में नीतीश कुमार के द्वारा किए गए कार्यों से यह साबित हो गया है, कि मिथिलांचल का सर्वांगीण विकास नीतीश सरकार की पहली प्राथमिकता है।
बिहार सीएम नीतिश कुमार के द्वारा आज मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल के शिलान्यास सह कार्यारंभ किया गया। ₹550 करोड़ की लागत से बनने वाले इस 100 सीटों बाले इस मेडिकल कॉलेज के माध्यम से मिथिलांचल तथा कोशी क्षेत्र के छात्र छात्राओं के लिए जहां शैक्षणिक बिकास को नयी गति मिलेगी।
वही 500 बेड के अस्पताल की व्यवस्था से गरीब कमजोर तथा मध्यम वर्ग के लोगों को सुलभ तथा सस्ता ईलाज हो पायेगा। इस दौरान मधुबनी विधान पार्षद सुमन कुमार महासेठ, स्थानीय विधायक गुलाब यादव, विधायक सुधांशु शेखर एवं अन्य कई बड़े हस्ती मौजूद रहे।
थानाध्यक्ष के खिलाफ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने दिया एकदिवसीय धरना
मधुबनी : जयनगर में आज राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के बैनर तले एनडीए के कार्यकर्ताओं ने जयनगर के एनडीए संयोजक कैलाश पासवान की अध्यक्षता में एकदिवसीय धरना दिया।
इस धरना का मुख्य उद्देश्य जयनगर अपर थानाध्यक्ष सत्यनारायण सारंग के खिलाफ जांच और तबादला की मांग है। मौके पर जानकारी देते हुए कैलाश पासवान ने बताया कि पूर्व में भी इस अपर थानाध्यक्ष पर कई केस हैं, ओर इनके जयनगर आने के बाद सम्पति में बढ़ोतरी के भी जांच की जाए। साथ ही अपराधियों, भू-माफिया एवं शराब माफिया से सांठगांठ की भी जांच होनी चाहिए। इस मौके पर लोजपा प्रखंड अध्यक्ष प्रदीप पासवान, अमरेश झा, सुधीर गुप्ता, संतोष साह, उद्धव कुंवर, भाजपा नगर अध्यक्ष राजकुमार साह, अरविंद तिवारी एवं अन्य दर्जनों एनडीए के नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
कोरोना संकट में दिशाहीन सरकार से राजद विधायक पूछे कई सवाल
मधुबनी : राजद विधायक समीर महासेठ ने अपने आवास पर शारीरिक दूरी(सोशल डिस्टेंसिनग) का पालन करते हुए प्रेसवार्ता आयोजित कर बिहार की सरकार से पूछे कई सवाल, कई मुद्दों पर नीतीश कुमार को घेरा। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कोरोना के मामले में या फिर प्रवासियों के घर वापसी का मामला हो सरकार हर मोर्चे पर फैल साबित हुई है।
उन्होंने प्रेसवार्ता में निम्न सवाल बिहार सरकार से किए :
1). सरकारी आँकड़ो के अनुसार अभी तक 30 लाख से अधिक श्रमिक बाहरी राज्यों से वापस बिहार आयें हैं। विगत कुछ दिनों से सरकार उनको राज्य के भीतर ही रोज़गार मुहैया कराने का आश्वासन दे रही है। मैं सरकार से जानना चाहूँगा की उनके पास इसके लिए आश्वासन के अलावा क्या रोड्मैप है? किन-किन क्षेत्रों में नौकरी देंगे और हर क्षेत्र के लिए बनाई गई कार्य योजना का विस्तृत ब्यौरा सार्वजनिक करे। ताकि सभी बेरोज़गारों के इसके बारे में अपडेटेड जानकारी मिले।
2). सरकार बताए कि बाहर से आए हमारे सभी मज़दूर भाईयों ने क्वारंटाइन के लिए तय समय सीमा को पूरा कर लिया? क्या सरकार ने उनके आगमन पर सभी प्रकार की जाँच व कोरोना टेस्टिंग किया? श्रमिकों के संक्रमण रोकने के लिए क्या बचाव, उपचार और उपाय किए गए?
3). बिहार के विधि व्यवस्था एडीजी के एक पत्र के अनुसार हमारे श्रमिक भाईयों के आगमन पर बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ेगी। हम यह जानना चाहते हैं कि क्या सरकार श्रमवीरों भाईयों को चोर, लुटेरा और अपराधी समझ रही है? क्यों सरकार इन्हें आरम्भ से ही अपराधियों के समान समझ पूर्वाग्रह से ग्रस्त होकर पशुवत व्यवहार करती रही?
4). सरकार का यह पत्र श्रम की गरिमा और मानव की गरिमा की धज्जियाँ उड़ा रहा है। अपने ही प्रदेशवासियों को दोयम दर्जे का नागरिक ही नहीं अपितु उन्हें लुटेरा और अपराधी समझा जा रहा है। प्रवासी शब्द पर प्रवचन देने वाले मुख्यमंत्री जी, आपकी सरकार श्रमिकों को प्रवासी ही नहीं बल्कि अपराधी भी बोल रही है।
5). एडीजी के पत्र के अनुसार रोजगार नहीं मिलने पर हमारे श्रमिक भाई उग्र होने वाले हैं, तो क्या सरकार यह मान चुकी है कि उनके लिए हमारे श्रमवीरों को रोजगार देना असम्भव है? फिर सरकार रोज नए दावे कर श्रमवीर भाईयों को भ्रमित क्यों कर रही है? क्या ये हवाई घोषणाएं बस चुनाव तक के लिए बिहारवासियों को मूर्ख बनाने की कवायद तो नहीं?
6). सरकार ये बताए कि इनके पंद्रह साल के शासन में कितने कल-कारख़ाने, फ़ैक्टरी और उद्योग बंद हुए और कितने नए उद्योग लगाये गए है? 15 साल में कुल कितने युवाओं को नौकरी दी गयी? कुल कितने बेरोज़गार प्रदेश में है?
7). औसत एक परिवार का आकार में पांच सदस्य भी माने तो सिर्फ़ श्रमवीरों के वापस आने से 1.5 करोड़ लोग प्रभावित हैं। उसके अलावा राज्य के अंदर पहले से लगभग सात करोड़ युवा बेरोज़गार हैं। लॉक्डाउन में तक़रीबन पचास लाख रेहड़ी-पटरी, ठेला-रिक्शा वाले और दिहाड़ी मज़दूर भी लगभग ढाई-तीन महीने से रोज़गार से वंचित रहें। सरकार इन लगभग 8-9 करोड़ बेरोज़गारों को कैसे तत्काल रोज़गार के अवसर उपलब्ध कराएगी? प्रदेशवासियों को इस पर विस्तृत रूप से समझाया जाए।
इसके अलावा उन्होंने सरकार से कुछ मांगें भी की :
1). सरकार से हम माँग करते हैं की सभी दिहाड़ी मज़दूरों और श्रमिकों को जो लगभग इस लॉकडाउन के पूर्ण होने तक 100 दिन यानि तीन महीने से बिना काम के घर बैठे हैं, और उन्हें आगामी तीन महीने यानि लगभग 100 दिन और कोई काम नहीं मिलेगा।
2). हमारी माँग है कि बिहार सरकार इन सभी श्रमिकों को शुरू में न्यूनतम 200 दिन का एकमुश्त ₹10000 नक़द राशि भत्ता दे।
3). हर श्रमिक भाई पर औसतन पांच लोग आश्रित हैं। ₹200 दिन प्रति श्रमिक ₹10000 का भत्ता देने पर हर श्रमिक को मात्र ₹50 प्रतिदिन मिलेगा और यदि औसतन पांच व्यक्ति प्रति श्रमिक के हिसाब से जोड़े तो हर व्यक्ति को प्रतिदिन ₹10 ही देना है।
4). सरकार से हम माँग करते हैं कि इन सभी श्रमिकों को ₹10000 की एकमुश्त मदद की राशि यथाशीघ्र उपलब्ध करवाए, क्योंकि सरकार प्रदत्त लम्बी बेरोजगारी और उत्पीड़न झेल रहे सभी श्रमिकों पर कई लोग आश्रित हैं।
5). जब महागठबंधन सरकार थी, तब बिहार विकास मिशन के अंतर्गत शुरुआती तौर पर प्रदेश के 65 लाख बेरोज़गारों को बेरोज़गारी भत्ता देने की योजना थी। लेकिन बीजेपी के साथ जाते ही मुख्यमंत्री वह भुल गए। हमारी माँग है कि इस गंभीर संकट में सभी बेरोज़गारों को बेरोज़गारी भत्ता दिया जाए।
6). हम ये भी माँग करते हैं की राज्य सरकार विशेष सत्र बुलाकर कोरोना संकट के उपरांत उत्पन्न चुनौतियों को देखते हुए फिस्कल खर्च में संसोधन करे। ग़ैर-ज़रूरी योजनाओं के फंड्स को रोज़गार सृजन, स्वास्थ्य व्यवस्था में खर्च करने हेतु निर्धारित करे।
7). बाहर से आए हमारे श्रमिक भाई कुशल कारीगर हैं। ऐसा मौक़ा शायद फिर नहीं मिलेगा जब स्किल्ड लेबर इतनी संख्या में आपके पास उपलब्ध हो। इन्होंने दूसरे राज्यों में विभिन्न क्षेत्रों में काम किया है। सरकार को इन्हें इनके कौशल और अनुभव का फ़ायदा राज्य के विकास के लिए बिना वक़्त गवाएँ लेना चाहिए। जिलावार रोज़गार कैम्प लगाकर इनको नौकरी देने का काम शुरू करना चाहिए।
अंत मे उन्होंने कहा कि विगत 15 वर्षों से सरकार सोती रही और आज ज़मीन खिसकते देख लोगों को रोज़गार देने का ढोंग और स्वांग कर रही है। चुनावी घोषणा और लफ़्फ़ाज़ी से इतर सरकार को इस पर गम्भीरता से विचार कर अपना मंतव्य रखने की हम उम्मीद करते हैं।
चेकिंग अभियान चला कर दर्जनों मोटरसाइकिल से वसूला गया जुर्माना
मधुबनी : जयनगर पुलिस ने चलाया सघन जांच अभियान चला कर दर्जनों बाइक काटे चालान। सरकार व वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के निर्देश पर जयनगर थाना पुलिस ने दल-बल के साथ थाना से महज 50 मीटर की दूरी पर स्थित शहीद चौक पर चलाया सघन बाइक जांच अभियान। इस जांच अभियान में पुलिस का मुख्य फोकस हेलमेट था। जिस बाइक सवारों के पास हेलमेट नहीं था, उसके बाइक को जब कर साइड में लगा कर ₹1000 का सरकारी निर्देशानुसार चालान काटते देखे गए।
कुछ पुलिसकर्मी को भी इसी कारण जब रोक गया, तब वो ही अपने कुछ उच्च अधिकारी से जान पहचान का हवाला दने लगे, पर मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उनके साथ भी एक समान व्यवहार किया। किसी की नहीं सुनी। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने कहा कि जब बिना हेलमेट के किसी व्यक्ति के साथ कोई दुर्घटना होती है, तो स्थानीय लोग पुलिस पर इल्जाम लगाते हुए कहते हैं कि आज स्थानीय पुलिस अगर एक्टिव होती तो इस व्यक्ति की जान बच सकती थी।
पर आज इस प्रकार से जयनगर पुलिस ने आनाकानी करने वाले वाहन एवं नियम तोड़ने वाले पकड़े गए बिना हेलमेट के बाइक सवार युवकों का चालान काटा ओर चालान नही देने पर उन सभी की बाइक को जयनगर थाने पर लगाया गया।
मधुबनी में मिले 13 नए संक्रमित, संख्या पहुंची 213
मधुबनी : दो दिनों की राहत के बाद जिले में शनिवार को 13 और कोरोना संक्रमित मिले हैं। इससे जिले में कुल संक्रमितों की संख्या 223 हो गई है। मधुबनी जिला प्रशासन द्वारा जारी सूची में मधवापुर प्रखंड के पांच, राजनगर के चार, बेनीपट्टी के तीन व पंडौल के एक व्यक्ति शामिल हैं। ये सभी प्रवासी हैं। इनमें से तीन ट्रेन से मधुबनी आए थे। सभी प्रवासियों को क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था।
वर्षों से उपेक्षित यह गाँव बारिश के मौसम में बन जाता है झील
मधुबनी : बिहार के मधुबनी जिला के खजौली विधानसभा क्षेत्र के विधायक का कच्चा चिट्ठा बरही गावं में देखने को मिला। यहाँ ऐसा नजारा हम आपको दिखाने जा रहे है, जो अपने दर्द कि दास्ता खुद बयां कर रही है। यहां की सड़के बारिश होते ही गढ्ढे में तबदिल हो रही है, जो जानलेवा बन चुकी है। मगर हालात में सुधार होता नही दिख रहा है।लोगों के लिए बुनियादी सुविधाओ के दावा करने वाले स्थानीय विधायक की सारे चिट्ठे ये सडक के गढ़े खोल कर रख देती है। यहाँ लोगों ने अपनी तकलीफ बयां करते हुए कहा, कि आज चुनाव के बाद बर्षो बीत जाने के बाद भी अपनी बदहाली पर ये सड़कें आँसू बहा रही है। यहाँ के लोगों ने विधायक व जनप्रतिनिधिओ के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए बताया की इसकी शिकायत हमने स्थानीय बिधायक सीताराम यादव व मुखिया से कई बार किया, लेकिन सड़क कि हालात आज भी जस की तस है।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि हमारे विधायक जितने के बाद दर्शन ही नही देते हैं कभी हमारे क्षेत्र में। सिर्फ वोट के समय ही हमारी याद उनको आती है। उन्होंने ये भी कहा की इस वैश्विक महामारी में कोरोना काल मे हमारी सुध तक लेने को नही आये एक बार भी हमारे स्थानीय विधायक या अन्य कोई जनप्रतिनिधि। हर साल बढ़ में हमारा जीना मुहाल हो जाता है बाढ़ के कारण। फिर भी हमारी तकलीफ आज तक दूर नही हुई।
वहीं, स्थानीय युवा राजद नेता सचिन यादव ने बताया कि ये इस गाँव का अब सबसे गंभीर मुद्दा है। कोई भी सांसद, विधायक या जनप्रतिनिधि सुध नहो ले रहा है। कई सरकार आयी और गयीं, पर ये प्रॉब्लम आज भी गाँव में है ही।
मिथिला का सर्वांगीण विकास नीतीश सरकार की प्राथमिकता : प्रफुल्ल ठाकुर
मधुबनी : जिला के झंझारपुर में 550 करोड़ रुपये की लागत से मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल के निर्माण से मिथिलांचल के बिकास को एक नया आयाम मिला है। 15 वर्षो के शासनकाल में नीतीश कुमार के द्वारा किए गए कार्यों से यह साबित हो गया है, कि मिथिलांचल का सर्वांगीण विकास नीतीश सरकार की पहली प्राथमिकता है।
बिहार प्रदेश जदयू के वरिष्ठ नेता तथा अलीनगर दरभंगा के बिधानसभा प्रभारी प्रफुल्ल कुमार ठाकुर ने सीएम नीतिश कुमार के द्वारा आज मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल के शिलान्यास सह कार्यारंभ किये जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा है, कि ₹550 करोड़ की लागत से बनने वाले इस 100 सीटों बाले इस मेडिकल कॉलेज के माध्यम से मिथिलांचल तथा कोशी क्षेत्र के छात्र छात्राओं के लिए जहां शैक्षणिक बिकास को नयी गति मिलेगी। वही 500 बेड के अस्पताल की व्यवस्था से गरीब कमजोर तथा मध्यम वर्ग के लोगों को सुलभ तथा सस्ता ईलाज हो पायेगा।
जदयू नेता श्री ठाकुर ने सीएम नीतिश कुमार के इस पहल को मिथिलांचल के लिए ऐतिहासिक सौगात बताते हुए कहा कि कोशी महासेतु के साथ साथ सैकड़ों सड़क पुल पुलिये का निर्माण कर बिहार की नीतीश सरकार ने यह साबित कर दिया है, कि मिथिलांचल के बिकास के बिना बिहार का बिकास संभव नहीं है।
जदयू नेता श्री ठाकुर ने मिथिलांचल के बिकास के मुद्दे पर नीतीश सरकार के पहल तथा प्रयासों की जमकर सराहना करते हुए कहा कि सीएम नीतिश ने एक तरफ सड़क स्वास्थ्य शिक्षा मनोरंजन आधारभूत संरचना को एक नया दिया है। वहीं बिद्यापति, मंडन, अयाची जैसे ऐतिहासिक विभूतियों का महिमामंडन कर यह साबित कर दिया है, कि बिहार की सांस्कृतिक विरासत को आगे बढाने के लिए वे प्रतिबद्ध है।
पौधरोपण के साथ विश्व प्रसिद्ध ऐतेहासिक सौराठ सभा शुरू
मधुबनी : मैथिल ब्राह्मणों की विश्व प्रसिद्ध सौराठ सभा शुक्रवार को प्रारंभ हो गई। यह 11 जून तक चलेगी। इस अवसर पर उपस्थित पंजिकारों को सौराठ सभा विकास समिति ने पाग व चादर से सम्मानित किया। आज ही विश्व पर्यावरण दिवस पर पौधारोपण कर विधिवत सभा का उद्घाटन किया। हाला़ंकि, लॉकडाउन होने के कारण इस बार सभावास के दिन सभैतियों की कमी देखी गई। लॉकडाउन के कारण अधिकतर तय की गई शादी आगे के लिए टाल दी गई है। पंजिकारों ने भी घर से ही सिद्धांत करने का निर्णय लिया है।
जिप के पूर्व अध्यक्ष सतीश चंद्र मिश्रा ने बताया कि सौराठ सभावास के दिन पंजीकारों को सम्मान करने की परंपरा रही है। इसबार की सभा में लॉकडाउन के कारण सांस्कृतिक व उद्घाटन सत्र की व्यवस्था नहीं की गई है। सौराठ सभा विकास समिति के कार्यकारी अध्यक्ष कृष्णकांत झा गुड्डू ने बताया कि समस्त मिथिला क्षेत्र की धरोहर के संरक्षण व विकास के लिए समिति कृतसंकल्पित है। सचिव शेखर चंद्र मिश्र ने बताया कि कोषाध्यक्ष शंभू पंडा के मार्गदर्शन में सात दिवसीय सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया गया है। इस दौरान सुनील कुमार झा, रंजन झा, प्रशांत झा, विभाकर झा, शिवम झा, मगन ठाकुर, कवि छोटू झा, उदय झा आदि मौजूद रहे। सभी ने अपनी संस्कृति, अपनी धरोहर के संरक्षण का संकल्प लिया।
विशेष अभियान में 49 गिरफ्तार, 38 को जेल एक पिस्टल बरामद
मधुबनी : विशेष समकालीन अभियान (एस ड्राइव) के तहत जिले भर में 49 लोगों को गिरफ्तार किया गया। विभिन्न कांडों में 30 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा 19 वारंटियों को भी गिरफ्तार किया गया। हालांकि, गिरफ्तार किए गए 49 लोगों में से 38 लोगों को ही जेल भेजा गया। शेष 11 लोगों को जमानती धारा में गिरफ्तार करने के कारण थाना से ही जमानत पर छोड़ दिया गया।
मधुबनी जिले में अभियान चलाया गया था। इस दौरान राजनगर थाना द्वारा एक देसी पिस्टल, एक मैगजीन, दो कारतूस, दो मोबाइल, दो सिम कार्ड तथा एक बाइक एवं हरलाखी थाना द्वारा एक बाइक बरामद कर जब्त किए गए। वहीं झंझारपुर थाना ने इस अभियान में 27 लीटर देशी शराब भी जब्त की।
इस अभियान के दौरान एक जमानती वारंट तथा 15 गैरजमानती वारंट का भी निष्पादन किया गया। हालांकि, एक भी कुर्की के निष्पादन में पुलिस को कामयाबी नहीं मिली। इस अभियान में रहिका, जयनगर, लदनियां, बेनीपट्टी, पतौना ओपी, भैरवस्थान, भेजा, रुद्रपुर, आरएस शिविर, अररिया संग्राम, फुलपरास, घोघरडीहा, लौकही तथा अंधरामठ थाना को एक भी आरोपितों या वारंटियों को गिरफ्तार करने में सफलता नहीं मिली।
इन थानों को मिला जीएस पुरस्कार :- अभियान में बेहतर रुचि लेकर गिरफ्तारी करने वाले झंझारपुर थाना, ललमनियां ओपी, सकरी थाना, पंडौल थाना एवं लौकहा थाना को पुलिस अधीक्षक डॉ० सत्य प्रकाश ने एक-एक सुसेवांक (जीएस) पुरस्कार से पुरस्कृत किया है। वहीं औसत से कम गिरफ्तारी करने वाले नगर थाना, राजनगर थाना, खजौली थाना, कलुआही थाना, बाबूबरही थाना, बासोपट्टी थाना, बिस्फी थाना, मधवापुर थाना, साहरघाट थाना, हरलाखी थाना, लखनौर थाना, अंधराठाढ़ी थाना एवं खुटौना थाना को पुलिस अधीक्षक ने अधिक रुचि लेने का निर्देश दिया है।
इन थानों ने एसड्राइव में नहीं ली रुचि :- विशेष समकालीन अभियान (एस ड्राइव) में रहिका, जयनगर, देवधा, लदनियां, बेनीपट्टी, अड़ेर, खिरहर, भैरव स्थान, मधेपुर, भेजा, रुद्रपुर, फुलपरास, घोघरडीहा एवं अंधरामठ थाना, आरएस शिविर, पतौना ओपी, औंसी ओपी, एवं अररिया संग्राम ओपी कोई भी रुचि नहीं ली।
इस कारण पुलिस अधीक्षक ने नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिया है, कि भविष्य में विशेष समकालीन अभियान में रुचि लेकर गिरफ्तारी करना सुनिश्चित करेंगे। लंबित कांडों का निष्पादन त्वरित गति से करें थानाध्यक्ष
बेनीपट्टी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के कार्यालय में अपराध नियंत्रण को लेकर शुक्रवार को डीएसपी अरूण कुमार सिंह की अध्यक्षता में फिजिकल डिस्टेंसिग बनाकर दो शिफ्ट में अनुमंडल प्रक्षेत्र के थानाध्यक्षों की बैठक हुई, जिसमें अपराध नियंत्रण, लंबित कांडों के निष्पादन, वैश्विक कोरोना महामारी को लेकर हर व्यक्ति को मास्क लगाने के लिए जागरूक करने, चोरी छीपे शराब बिक्री करने वालों को गिरफ्तार कर जेल भेजने, वाहन चेकिग व सर्च अभियान चलाने, दागी की नियमित जांच किये जाने का निर्देश दिया गया। अपराधी प्रवृति के लोगों के इतिहास को खंगालने, असमाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखने सहित कई बिंदुओं पर चर्चा की गई।
इस बैठक में डीएसपी ने थानाध्यक्षों को अपराध नियंत्रण व विधि व्यवस्था शांति बनाए रखने तथा लंवित कांडों को प्राथमिकता के आधार पर त्वरित निष्पादन करने का निर्देश दिया। ससमय गस्ती दल को क्षेत्र में भेजने का भी निर्देश दिया।
इस बैठक में पुलिस निरीक्षक राजेश कुमार, पुनि सह थानाध्यक्ष महेंद्र कुमार सिंह, अड़ेर के थानाध्यक्ष राजकिशोर कुमार ,मधवापुर के अनिल कुमार, हरलाखी के अशोक कुमार, बिस्फी के उमेश पासवान सहित सभी थानाध्यक्ष मौजूद थे।
उद्धार की बाट जोहता भारत-नेपाल राष्ट्रीय राजमार्ग
मधुबनी : राष्ट्रीय राजमार्ग-105 अब मौत देने वाली सड़क बन चुकी है, इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर बड़े-बड़े गढों के अलावा कुछ भी नही बचा है। यूं तो हर साल ही बारिश होती है और हर साल ही मधुबनी जिले की कई सड़क गढ़े में तब्दील होने लगते हैं। पर इस बार तो मानसून आया भी नही है और सड़कें झील में तब्दील हो गई हैं।
एनएच-105 का हाल इतनी खास्ता हो चुकी है, की कई वाहन दुघर्टनाग्रस्त होते रहते हैं। अन्य सड़क का तो फिर भी बुरा हाल रहता है, पर ये तो राष्ट्रीय राजमार्ग है। जो भारत-नेपाल को जोड़ता है। पिछले कई वर्षों से इस एनएच का तो गाँव के सड़कों से भी बुरा हाल बना हुआ है। अभी कुछ महीनों पहले ही इस राष्ट्रीय राजमार्ग को दुबारा बनाया जा रहा है। पर ये कई एनएच पिछले कई वर्षों से उपेक्षित ही है, जिस कारण से इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर छोटे-बड़े सभी तरह के वाहन आओए दिन दुघर्टनाग्रस्त होने की आशंका रहती है। न ही इस क्षेत्र के सांसद और न ही विधायक या न ही कोई दूसरा जन-प्रतिनिधि इसकी सुध लेने वाला है। उस राष्ट्रीय राजमार्ग पर अभी से ही बड़े-बड़े गढ़े बनते जा रहे हैं, पता नही बारिश के मौसम में क्या हाल रहेगा।
संबंधित अधिकारियों से संपर्क करने पर उनके अधिकारियों ने बताया कि अभी सड़क निर्माणधीन ही है, जल्द ही सड़क को दुरुस्त कर दिया जाएगा। लॉक डाउन के कारण काम बंद था, अब जल्द ही इसको पूरा कर दिया जाएगा। पर बहाने के नाम पर ये खानापूर्ति कब तक? सालों से तो यही हाल है इस एनएच का। विदित हो कि लाखों-करोड़ों रुपये का टेंडर होता है, बावजूद इसके इस राष्ट्रीय राजमार्ग की हालत हमेशा से ही खास्ता रहती है। क्या ये जांच का विषय नही है? क्यों कोई जन-प्रतिनिधि,विधायक, सांसद, मंत्री इसकी सुध नही लेते है? बरहाल जो भी हो पर हर कोई अपना पल्ला झाड़ कर डेमेज कंट्रोल में लगे हुए हैं।
ज्ञात हो कि शहर से बाहर जाने का एक मुख्य मार्ग है यह। बावजूद इसके इस रास्ते को तय करने में जान सांसत में आ जाती है। आये दिन वाहन इन बड़े-बड़े गढों में फंसते रहते हैं, कभी-कभी तो पलटने हैं, तो कभी पलटने से बच जाते हैं। पर विभाग ओर सरकार की उदासीनता दूर नही होती दिखाई दे रही है। वहीं, इस बाबत खजौली विधायक सीताराम यादव ने बताया कि जल्द ही इस राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
बात दें कि पूर्व में कई बार इस राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण और खास्ता हो चुके हालात को लेकर एनएच को जाम कर चुके हैं लोग, हर बार आस्वाशन मिलता है। पर काम खत्म ही नही होता है, इस राष्ट्रीय राजमार्ग का। या यूं कहें कि शुरू तो होता है, पर खत्म करने का समय आज तक नही आ रहा है। सबसे जरूरी बात की ये एक प्रमुख सड़क है, जो भारत-नेपाल को जटहि बॉर्डर पर जोड़ती है। बावजूद इसके ये एनएच आज तक उपेक्षा का शिकार बना हुआ है।
केंद्रीय गृहमंत्री के जन-संवाद की तैयारियों को ले हुई बैठक
मधुबनी : भारतीय जनता पार्टी की मधुबनी नगर मंडल की बैठक मधुबनी नगर अध्यक्ष सुबोध कुमार चौधरी की अध्यक्षता में भारतीय जनता पार्टी कार्यालय में हुई, जिसमें 7 जून को शाम 04 बजे आयोजित होने वाले केंद्रीय गृहमंत्री के जन-संवाद को सफ़ल बनाने और इस संवाद में ज़्यादा से जयाद लोगों को जोड़ने को ले बैठक में चर्चा हुई।
जनसंबाद रैली होने वाला है।
नगर मंडल, मधुबनी में इस कार्यक्रम को पूरे नगर में चार जगह सुनने के लिए स्थान चुना गया है।
- लहेरियागंज।
- संतुनगर, होटल बाटिका।
- भारतीय जनता पार्टी कार्यालय।
- भौआरा दुर्गा मंदिर।
इस बैठक में पूर्व विधायक रामदेव महतो ने कहा कहा कि इन चारों जगह पर प्रत्येक शक्ति के प्रभारी प्रत्येक बूथ अध्यक्ष अपनी टीम के साथ सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए प्रत्येक कार्यक्रम के लिए प्रभारी नियुक्त कर दिया गया है। इस बैठक में मधुबनी जिलाध्यक्ष शंकर झा ने संबोधन करते हुए कहा कि कार्यक्रम में अधिक से अधिक लोग उपस्थित हो, और गृह मंत्री अमित शाह के विचारों को सुनें।
इस मौके पर पूर्व विधायक रामदेव महतो, युवा जिला महामंत्री संजीव कुमार बादल, जिला उपाध्यक्ष नरेंद्र रावत, अनीश प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष अरविंद पूर्वे, व्यवसाय प्रकोष्ठ के जिला संयोजक विष्णु कुमार राउत, युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष राहुल राज, मीडिया प्रभारी मनोज कुमार मुन्ना, नगर महामंत्री पिंटू रौनियार, नगर महामंत्री अरुण सहारा, अभिनव ईशान, अजय प्रसाद, जामुन साहनी, बद्री कुमार राय, विनोद कुमार साह, शंकर शाह, कुणाल कुमार, मनीष कुमार, नवल कुमार झा, अरुण प्रसाद, दीनदयाल साह, मनोज प्रसाद, सक्सेना सिंह, शंकर झा, विनय पंडित और प्रत्येक शक्ति कल के प्रभारी और खंड प्रभारी सहित और बहुत सारे कार्यकर्ता उपस्थित थे।
सुमित राउत