6 जुलाई : नवादा की मुख्य ख़बरें

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तालाबों को पुनर्जीवित करना पहली प्राथमिकता : डीएम

नवादा : समाहरणालय कार्यालय कक्ष में जिला पदाधिकारी कौशल कुमार की अध्यक्षता में जल शक्ति अभियान से संबंधित बैठक आयोजित की गयी। बैठक मुख्य रूप से नवादा जिले में जल श्रोत को बचाने के लिए की गयी।

डीएम ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि भविष्य में कृषि हेतु जल का संचय किस प्रकार किया जाए। जल स्तर को कैसे ठीक किया जाए, इसके लिए सभी तरह के उपायों पर विचार किया गया। बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने बारी-बारी से मनरेगा के पीओ से समीक्षा की एवं कुछ आवश्यक निर्देश   दिया। उन्होंने कहा कि पानी नहीं रहने से भयावह स्थिति उत्पन्न हो जाती है। मनरेगा के सभी योजनाओं एवं अन्य श्रोतों की सहायता से इस समस्या को दूर। करने के उपाय पर विशेष बल दिया गया। उन्होंने प्रखंडवार सरकारी तालाव, निजि तालाव एवं सार्वजनिक तालाव की स्थिति को जाना। वर्षा का पानी रोकने के लिए मनरेगा द्वारा चलाये जा रहे सभी योजनाओं में गति लाने का र्निर्देश  दिया। तालाब किनारे बृक्षारोपण करने पर भी विशेष बल दिया गया। सार्वजनिक पोखर को जिंदा करने के लिए संबंधित पदाधिकारी को निर्देश दिया गया।

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उन्होंने सभी पीओ को निर्देश दिया कि पंचायतों के ग्राम स्तर पर जन प्रतिनिधियों के साथ समन्वय स्थापित कर श्रमदान करने का आग्रह किया ताकि उस क्षेत्र में श्रमदान की शक्ति से पोखर निर्माण एवं सॉक पिट निर्माण किया जा सके। वर्षा का पानी संचय करनेका यह एक मुख्य श्रोत है। उन्होंने संबंधित विभागीय पदाधिकारी को भी निर्देश दिया कि दो दिनों के अंदर अपने-अपने ग्रामीण क्षेत्रों में जन प्रतिनिधियों के माध्यम से समन्वय स्थापित कर लोगों को जागरूक करें एवं श्रमदानहेतु प्रेरित करें।

डीएम कौशल कुमार ने सभी पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सार्वजनिक तालाब, आहर, पोखर, चेक डैम, पइन को दुरूस्त करें ताकि भविष्य में जल स्तर को ठीक रखा जा सके जिससे कृषि के लिए पानी मुहैया हो सके। कार्यपालक अभियंता पीएचईडी ने कहा कि सार्वजनिक कुआँ की उड़ाही की जा रही है साथ ही बोरबेल रिचार्ज का कार्य शुरू है। नली-गली योजना के तहत वाटर रिचार्ज हेतु शॉक पीट बनाने का निर्देश दिया गया है।

दस दिन से लापता युवक पहुंचा घर

नवादा : जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के भदोखरा गांव से 10 दिनों से लापता युवक पहुंचा घर। मुफस्सिल पुलिस ने धारा 164 के तहत अदालत में युवक का बयान  कलमबंद कराया।

ज्ञात हो कि 24 जून को मुफस्सिल थाना क्षेत्र के भदोखरा निवासी कृष्णनंदन सिंह के पुत्र राजू रंजन अपने घर से बहन के ससुराल जाने के लिए निकला था। उसके बाद युवक न तो बहन के ससुराल पहुंचा और ना ही घर वापस लौटा। जिसके बाद परिजन ने मुफस्सिल थाना में गुमसुदगी का मामला दर्ज कराया था।

पुलिस ने राजू की गुमसुदगी को लेकर प्राथमिकी संख्या 184/19 दर्ज कर उसे खोजने में जुट गई थी। पुलिस द्वारा युवक को नहीं खोज निकालने के बाद ग्रामीणों ने एनएच-31 को जामकर पुलिस पर लापरवाही का आरोप भी लगाया था। पीड़ित परिवार से मिलने के लिए लोजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूर्व सांसद सूरजभान सिंह उनके घर पहुंचे थे। इसी बीच 4 जुलाई को राजू के परिजन ने पुलिस को राजू को पटना में होने की बात बताया था। उसके बाद पुलिस ने राजू को पटना से लाकर अदालत में 164 के तहत व्यान दर्ज करा परिजन को सौप दिया।

राजू के मुताबिक बहन का ससुराल जाने के दौरान बस पर सो गया था और जब तक राजू का नींद खुला तब तक वह बख्तियारपुर पहुंच गया था। जहां उसने बस से उतरकर एक बोलेरो चालक से लिफ्ट लेकर फतुहा के लिए चला था।

उसने बताया कि बोलेरों पर चढ़ने के बाद बोलेरो पर सवार अन्य लोगों ने उसे बेहोशी का दवा सुंघाकर बेहोश कर दिया था। होश आने के बाद उसने भागकर पटना पहुंच अपने परिजनों को सूचना दी।

मेहनत लाई रंग, सीडीपीओ में मिली सफलता

नवादा : असफलता ही सफलता की  सीढ़ी होती है और लगातार असफलता मिलने के बावजूद बिना थके लगातार मेहनत करने वाले को निश्चित सफलता मिलती है।

ऐसा ही कुछ कर  दिखाया है प्रखंड के भवानीबीघा ग्रामीण राजेश किशन ने। बीपीएससी ने सीडीपीओ के लिए परीक्षा आयोजित की थी। जिसमें पहली बार पुरुषों के लिए बाल विकास परियोजना पदाधिकारी का पद सृजित किया गया था। वारिसलीगंज प्रखंड अंतर्गत अफसढ़ पंचायत के भवानीबीघा निवासी 35 वर्षीय राजेश किशन ने इस परीक्षा में सफलता प्राप्त की है।

35 वर्षीय राजेश किशन एक मध्यम परिवार से आते हैं। उन्होंने बताया कि लगभग 10 वर्ष से अधिक समय से लगातार पटना में रहकर परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। लेकिन सफलता नहीं मिल  रही थी। 2017 में बिहार सरकार द्वारा बाल विकास परियोजना पदाधिकारी के पद के लिए पुरुषों का पद सृजित किया। जिसका प्रारंभिक परीक्षा 2017 में संपन्न हुई थी और लिखित परीक्षा 2018 में हुई थी जिसका परिणाम जुलाई 2019 में 2 साल बाद आया। लंबे समय से मेहनत कर रहे राजेश अपने इस सफलता से बेहद खुश हैं।

सफलता का श्रेय अपने दिवंगत पिता डॉ रामचंद्र प्रसाद को देते हैं। इस सफलता से गांव समेत वारिसलीगंज के उनके परिजनों में काफी खुशी है।

किशन के रिश्ते में भाई वारिसलीगंज के मुकेश कुमार, अभय कुमार रंजन उर्फ गुड्डू ने सफलता पर खुशी प्रकट करते हुए बधाई दी है।

जिले में एईएस का पहला मामला, पीएमसीएच में चल रहा इलाज

नवादा : जिले में इस साल जापानी इंसेफ्लाइटिस का पहला मरीज मिला है। हिसुआ प्रखंड के दोना पंचायत अंतर्गत भोला बिगहा गांव के संतोष मांझी के बेटे राजकुमार को जापानी इंसेफ्लाइटिस(जेई) होने की पुष्टि हुई है। बीमार बच्चे की उम्र करीब 4 साल है। बच्चे के पिता अपने बेटे को सही इलाज के लिए नवादा से पीएमसीएच पटना ले गए। जहां खून जांच के बाद जेई होने का पता चला। फिलहाल राजकुमार का इलाज पीएमसीएच में किया जा रहा है। इस बीच पीएमसीएच से नवादा आईडीएसपी(इंटीग्रेटेड डिजिज सर्विलांस प्रोग्राम) विभाग को रिपोर्ट भेजे जाने के बाद जिले की स्वास्थ्य महकमा हरकत में आ गया है।

वाराणसी के तरौनी ईंट-भट्ठा पर परिवार के साथ रहता था बच्चा, तीन माह पहले लौटा अपने गांव जापानी इंसेफ्लाइटिस का मामला आते ही जिला मुख्यालय से जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. अशोक कुमार बीमार बच्चे के गांव भोला बिगहा पहुंचकर मामले की जांच की। इस दौरान उसके घर पर उसके चाचा गोरे मांझी व उसकी बड़ी बहन व अन्य परिवार के लोग मिले। बीमार बच्चा व उसके पिता पीएमसीएच में हैं। चाचा ने जो जांच टीम को बताया उसके मुताबिक 4 साल का राजकुमार अपने परिवार के लोगों के साथ वाराणसी के तरौनी ईंट-भट्ठा पर रहता है। उसके पिता वहीं काम करते हैं। करीब तीन माह पहले चैत में वह बनारस से भोला बिगहा आया था। तब से वह सर्दी-खांसी, जुकाम से बीमार रह रहा था। इस बीच हिसुआ, नवादा के कई नर्सिंग होम में उसका इलाज किया गया। लेकिन तब भी वह बीमार ही रह रहा था।

इस मामले में जिला वेक्टर वोर्न डिजिज नियंत्रण पदाधिकारी ने बताया कि नवादा के नर्सिंग होम में इलाज के बाद वह पावापुरी मेडिकल कॉलेज में भी इलाज के लिए पहुंचा था। लेकिन वहां से भी वह ठीक नहीं हुआ। आखिरकार उस बच्चे के पिता उसे पीएमसीएच पटना लेकर पहुंचे। जहां अब तक उसका इलाज किया जा रहा है। वहीं उसे जेई होने की पुष्टि हुई।

 हो रहा सर्वे, सभी को दिया जाएगा जेई का टीका : डीआईओ

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि भोला बिगहा गांव में फिलहाल सर्वे कराया जा रहा है। जहां 2 साल तक के सभी बच्चों को जेई का टीका लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले से भी गांव में नियमित टीकाकरण के तहत जेई का टीका लगाया गया है। बावजूद एहतिआत के तौर पर कैंप कराकर वहां जेई का टीका लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि एएनएम को इस बारे में निर्देश दिए गए हैं।

सात वर्षों में जेई के 16 मरीज चिह्नित हुए

नवादा जिले से बीते कुछ वर्षों से जेई के मरीज चिह्नित होते रहे हैं। सदर अस्पताल से मिली जानकारी के मुताबिक साल 2013 से अब तक जिले से 16 मरीज जेई के चिह्नित हुए हैं। इनमें से ज्यादातर रिपोर्टिंग जिले के बाहर के अस्पतालों से ही हुए हैं। आंकड़ों पर गौर करें तो साल 2013 में 3, 2014 में 1, 2015 में 6, 2016 में 5 व इस साल 2019 में राजकुमार के रूप में एक मरीज चिह्नित हुए हैं।

जिले से जेई के चिह्नित मरीज

साल- मरीज की संख्या

2013-    3

2014-    1

2015-    6

2016-    5

2019-    1

जापानी इंसेफ्लाइटिस(मस्तिष्क ज्वर)के बारे में यह जानें

यह बीमारी 1 से 15 साल के बच्चे को ज्यादा होती है।

तेज बुखार आना एवं लागातार बुखार का बने रहना

पूरे शरीर या किसी खास अंग में ऐंठन होना

बच्चे का बेहोश होना एवं दांत पर दांत बैठना

बच्चे का सुस्त होना।

यह बीमारी क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होता है। इसके शरीर में ही फलेबी वायरस के परिवार रहते हैं। जो रोगग्रस्त कर देते हैं।

सावधानी

बच्चे को रात में सोने से पहले भर पेट खाना खिलाकर ही सुलाएं।

मच्छरदानी का प्रयोग सोते समय करें

गर्मी के दिनों में बच्चों को ओआरएस का घोल पिलाना चाहिए।

घर के अंदर व बाहर पूरी तरह से साफ-सफाई रखें

संबंधित लक्षण होने पर तुरंत डाक्टर से इलाज कराएं।

नोटिस तामिला नहीं कराने वाले थानाध्यक्षों को लगी फटकार

नवादा : जिले में 13 जुलाई को आयोजित होने वाले राष्ट्रीय लोक अदालत की सफलता को लेकर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव प्रवीण सिंह ने व्यवहार न्यायालय परिसर में जिले के सभी थानाध्यक्षों व बैंक अधिकारियों के साथ के बैठक की। थानाध्यक्षों के साथ हुई बैठक में नोटिस तामिला को लेकर समीक्षा की गई। जिसमें पाया गया कि नगर थाना, अकबरपुर, रजौली, हिसुआ और मुफस्सिल थाना के थानाध्यक्षों ने नोटिस तामिला कराने में दिलचस्पी नहीं ली।

पक्षकारों को निर्गत नोटिस बगैर तामिला कराए वापस लौटा दिया गया। लोक अदालत से संबंधित नोटिस का तामिला नहीं करने वाले थानाध्यक्षों को कोप भाजन का शिकार होना पड़ा। थानाध्यक्षों को फटकार लगाते हुए उन्हें सही रुप से नोटिस को तामिला कराने का निर्देश दिया गया।

विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव ने बताया कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देश पर 13 जुलाई को लोक अदालत का आयोजन किया जाएगा। लोक अदालत का मुख्य उद्देश्य समझौता योग्य फौजदारी व अन्य मुकदमों को आपसी सुलह के आधार पर निष्पादन कराना है। फौजदारी मुकदमों के पक्षकारों को नोटिस तामिला कराने का दायित्व सभी थानाध्यक्षों को है। थानाध्यक्ष द्वारा दिलचस्पी नहीं लेने पर पक्षकारों को जानकारी नही हो पाती है।

समझौता से बकाया ऋण की होगी वसूली

जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव ने राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिक से अधिक ऋणियों के साथ समझौता कर बकाया ऋण राशि वसूले जाने पर बल दिया। उन्होंने बैंक अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि बकायादारों को समझौता के लिए नोटिस निर्गत करें, ताकि लोक अदालत में उनसबों के साथ समझौता किया जा सके तथा अधिक से अधिक धन की वसूली भी हो सके। समझौता के बिदु पर अपने-अपने वरीय पदाधिकारी से भी आवश्यक निर्देश प्राप्त करने को कहा। इसके अलावा सभी बैंक पदाधिकारी को निर्देश दिया कि लोक अदालत के दिन सम्बंधित दस्तावेज के साथ उपस्थित रहें। उल्लेखनीय है कि लोक अदालत को सफल बनाने को लेकर बैठकों का दौर चल रहा है।

जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिल कुमार झा ने जिला पदाधिकारी कौशल कुमार तथा एसपी हरि प्रसाथ एस के साथ भी बैठक की। जिसमें लोक अदालत कार्यक्रम पर चर्चा की गई।

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