6 जुलाई : मधुबनी की मुख्य ख़बरें

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पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के खिलाफ जांच शुरू

मधुबनी : मधेपुर पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के खिलाफ की गई शिकायत पर तीन सदस्यीय टीम जांच करने को पहुँच गई है। मधुबनी सिविल सर्जन डॉ० सुनील कुमार झा द्वारा गठित जांच टीम में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ० सुनील कुमार, जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ० आरके सिंह तथा सहायक गिरजानाथ झा शामिल हैं।

मालूम हो कि भाजपा नेता दीपक झा ने स्वास्थ्य मंत्री को एक शिकायती पत्र भेजा था। इसमें प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ० अफजल अहमद पर स्थानीय मतदाता होने के बावजूद पटना का पता देकर गृह प्रखंड में नौकरी करने, अवैध रूप से चल रहे निजी नर्सिंग होम, पैथोलॉजी सेंटर, अल्ट्रासाउंड के संचालक से मिलीभगत रखने, मरीजों के साथ दु‌र्व्यवहार करने, रुपये लेकर जख्म प्रतिवेदन निर्गत करने तथा अस्पताल के आक्समिक रजिस्टर पर ओवर राइटिग कर शराब पीने वालों की रिपोर्ट ताड़ी का देने समेत अन्य गंभीर आरोप लगाए गए थे।

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डॉ० अफजल अहमद स्थानीय पचही गांव के स्थायी निवासी हैं। मधेपुर पीएचसी के बगल में उनकी जमीन और घर है। जांच दल द्वारा आरोपों की बिदुवार गहन जांच की गई। जांच अधिकारी डॉ० सुनील कुमार ने बताया कि जांच रिपोर्ट सिविल सर्जन के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग पटना को भेजी जाएगी।

जिले में मिले कोरोना संक्रमण के सात नए मामले

मधुबनी : ज़िले में रविवार को कोरोना संक्रमण के सात नए मामले सामने आए है। इसके साथ ही मधुबनी में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ गई है। हर रोज मधुबनी में कोरोना के नए मरीज मिल रहे हैं, इससे जिलेवासियों से लेकर जिला प्रशासन की भी चिता बढ़ी हुई है। मधुबनी जिले में अब तक कोरोना से दो लोगों की मौत भी हो चुकी है।

वहीं,कोरोना संक्रमित मिलने पर दो गांव सील हुए बाबूबरही प्रखंड के। बाबूबरही प्रखंड क्षेत्र में तीन दिन पूर्व निकले कोरोना के छह मरीज के मद्देनजर प्रखंड क्षेत्र के तिरहुता व मिश्रौलिया गांव को रविवार को सील कर दिया गया। तीन किमी परिधि को कंटेनमेंट जोन घोषित करते अनिवार्य सेवा को छोड़ सब पर प्रतिबंध लगा दिया गया। साथ ही गांव के लोगों को फिजिकल डिस्टेंस का पालन करने सहित कई अन्य हिदायत बीडीओ प्रकाश कुमार ने सलाह दी।
इस मौके पर सीओ सतीश कुमार, थानाध्यक्ष संजय कुमार, जेएसएस सुरेश साह, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा० नंद लाल महतो, एसआई एस नायक आदि थे। बता दें कि इसमें कोरोना पाजिटिव के चार तिरहुता तथा दो मिश्रौलिया के हैं। सभी रेड जोन मुंबई से आए थे। जिनका सैंपल गत 25 जून को बाबूबरही सीएचसी में लिया गया था।

अज्ञात लोगों के विरुद्ध घर मे चोरी व अगजनी को ले प्राथमिकी

मधुबनी : जिले के जयनगर में राजो देवी के लिखित आवेदन पर अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया गया है। उक्त आवेदन में राजो देवी ने बताया है कि कल देर रात मेरे घर जो राजपूतानी मोहल्ले में है, उसमे कुछ अज्ञात लोग घुस कर मेरे घर से चांदी की हँसुली, पायल, बिछिया, चैन, सोना का चैन एवं हनुमान जी, नगद ₹3500 चोरी करने के बाद सबूत मिटाने की इरादे से आग लगा दिया, जिसमे घर का सारा सामान जल कर राख हो गया। अतः थानाध्यक्ष से निवेदन है कि इस मामले में जल्द कार्यवाई की जाए, ओर चोरों को पकड़ा जाए। वहीं, थानाध्यक्ष राजकिशोर राम ने बताया कि मामला दर्ज कर जल्द करवाई की जाएगी।

ग्राम रक्षा दल की उपेक्षा सरकार को पड़ेगा महंगा, करेंगें विधानसभा चुनाव का बहिष्कार

मधुबनी : आलोक मेमोरियल लाइब्रेरी प्रखंड खजौली के प्रांगण में बिहार ग्राम रक्षा दल की बैठक प्रखंड अध्यक्ष अनिल कुमार पासवान के अध्यक्षता में संपन्न हुई, जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में दल के प्रदेश अध्यक्ष राम प्रसाद राउत उपस्थित हुए।

इस बैठक को संबोधित करते हुए दल के प्रदेश अध्यक्ष रामप्रसाद राउत ने कहा कि अब धैर्य की भी एक सीमा होती है। हम ग्राम रक्षा दल के जवानों का बिहार सरकार के कारण धैर्य टूटता नजर आ रहा है। वर्ष 2017 से लेकर लॉकडाउन तक ग्राम रक्षा दल के जवान अपनी ग्यारह सूत्री मांगों को लेकर बिल्कुल गांधीवादी तरीके से सूबे बिहार में आंदोलनरत है, और आंदोलन की सबसे बड़ी खासियत यह थी कि सरकार के ही महत्वाकांक्षी योजनाओं को जागरूकता अभियान चलाकर सरकार का ही जिंदाबाद के नारे लगाते आ रहे थे। कोरोना जैसे महामारी में भी ग्राम रक्षा दल के जवान अपनी जान जोखिम में डालकर निशुल्क ड्यूटी सूबे बिहार में किया है, लेकिन उसके बावजूद भी बिहार सरकार ग्राम रक्षा दल के कल्याण के लिए उचित कदम नहीं उठाए, जिसके कारण लोकतंत्र में आस्थावान व्यक्ति भी डगमगाने लगे हैं, जो बहुत ही दुखद एवं निंदनीय बात है।

दल के प्रदेश अध्यक्ष श्री राउत ने कहा कि पूर्व के घोषणा के अनुसार बिहार विधानसभा चुनाव यानी आचार संहिता से पहले यदि ग्राम रक्षा दल का कल्याण नही हुआ तो सरकार के खिलाफ कठोर निर्णय लेने को बाध्य होंगे, जिसकी सारी जवाबदेही बिहार सरकार की होगी।

श्री राउत ने कहा कि अभी भी समय है सरकार आचार संहिता से पहले ग्राम रक्षा दल का कल्याण करें, अन्यथा सूबे बिहार में सरकार के विरुद्ध बिहार विधानसभा चुनाव में हम ग्राम रक्षा दल के लाखों जवान लोकतंत्र का महापर्व नहीं मनाने पर भी कठोरता से विचार किया जा रहा है। यदि सरकार ऐसा निर्णय लेने को बाध्य करती है, तो इसका गंभीर परिणाम होंगे और हम लाखों जवान सरकार के विरुद्ध सड़क पर उतर कर अपना मताधिकार का बहिष्कार करेंगे।

इस बैठक में संदीप ठाकुर, अमरजीत पासवान, राम प्रकाश राय, दिनेश साह, मुनेश्वर ठाकुर, नरेश गरेरी, राम उदगार शर्मा, हरिनारायण पासवान, हरिमोहन यादव, सुकन पासवान, रामाशीष पासवान, कमलेश कुमार सिंह, चंदन कुमार इत्यादि उपस्थित थे।

सुमित राउत

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