जम्मू-कश्मीर में हुए ऐतिहासिक बदलाव पर अधिवक्ताओ ने जताई ख़ुशी
जमुई : जम्मू व कश्मीर में हुए ऐतिहासिक बदलाव पर जिले के अधिवक्ताओ में ख़ुशी की लहर दौड़ पड़ी है। अधिवक्ताओें ने बताया कि सरकार का यह कदम राष्ट्रहित में है अब कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक पूरे देश में एक संविधान लागू होगा।
अब जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दोनों ही जगह पर आतंकी गतिविधियों पर लगाम लगेगा। इसके लिए केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी। जम्मू-कश्मीर के लोगों को भी अन्य राज्य के लोगों की तरह एक समान नागरिकता का अधिकार मिलेगा। जम्मू-कश्मीर में अब केंद्र सरकार का सारा नियम लागू होगा। कांग्रेस सरकार ने संविधान में जम्मू-कश्मीर के नाम पर इन दोनों धाराओं को जबरन जोड़ने का काम किया था। यह राष्ट्रहित में बहुत ही मजबूत कदम है। सरकार का यह कदम स्वागत योग्य है और केंद्र सरकार के इस फैसले से हमारे देश के सभी लोग खुश हैं। सरकार के इस फैसले से जम्मू-कश्मीर में आतंक का खात्मा हो जाएगा। कश्मीर के लोगों को एक नई ऊर्जा मिलेगी। अब कश्मीर हमारे देश का एक खुशहाल राज्य बन जाएगा। कश्मीर में संसाधनों की कमी नहीं है।
इस साहसिक कदम के लिए अधिवक्ता सच्चिदानंद सिंह, प्रवीण कुमार सिंह, गोपाल कृष्ण, संदीप कुमार सिंह, चंदन कुमार सिंह, प्रदीप कुमार सिंह, शंभू शरण सिंह, सचिन कुमार दुबे, निरंजन कुमार सिन्हा, संजीव कुमार सिंह, मुरारी झा, कन्हैया, शशि शेखर सिंह मुन्ना, नीरज कुमार व अन्य अधिवक्ताओ ने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री बधाई दी है।
कावरियों की गाड़ी से भिड़ी बाइक, युवक की मौत
जमुई : जमुई-लखीसराय रोड में बाइक से कावरियों से भरे वाहन के टकराने से एक युवक की मौत हो गई। मृतक की पहचान लखीसराय जिला के ई-टाउन निवासी राजेश कुमार(25वर्ष) के रूप में हुई है। इस दुर्घटना में मननपुर बाजार निवासी चुन्नी कुमार घायल हो गए। राजेश कुमार अपने वाहन से मोटर बनाकर जमुई से घर जा रहा था इसी दौरान नवीनगर मोड़ के पास एक अनियंत्रित कांवरिया वाहन स्कॉर्पियो से टकरा गई। जिससे दोनों सवार गंभीर रूप से घायल हो गए स्थानीय लोगों की मदद से घायल को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया। जहां चिकित्सक ने राजेश को मृत घोषित कर दिया।
आज काली मंदिर में मां काली की होगी सलोनी पूजा
जमुई : गिद्धौर प्रखंड के पतसंडा गांव में स्थित ऐतिहासिक काली मंदिर में मां काली की सलोनी पूजा मंगलवार को होगी। लगभग 200 वर्ष पूर्व इस काली मंदिर का निर्माण गिद्धौर राज रियासत के द्वारा करवाया गया था तब से लेकर आज तक मां काली मंदिर में विधिवत रूप से सलोनी पूजा कराने की परंपरा चली आ रही है। हर वर्ष पतसंडा गांव सहित प्रखंड भर के हजारों श्रद्धालु श्रावण मास में सलोनी पूजा के अवसर पर मां काली की पूजा अर्चना करने आते हैं तथा मां काली से मन्नतें मांगते हैं और मन्नत पूरा होने पर भक्तजनों द्वारा सालाना पूजा के अवसर पर मां काली को बकरे की बलि चढ़ाई जाती है। मंदिर के पुजारी शैलेंद्र पांडे एवं बबलू पांडे बताते हैं कि आज भी इस मंदिर में पौराणिक परंपरा के अनुरूप ही सलोनी पूजा के अवसर पर मां काली की पूजा अर्चना की जाती है।
तीसरी सोमवारी पर हर-हर महादेव के नारों से गुंजा श्रृंगी ऋषि
जमुई : जिला मुख्यालय से मात्र 40 किलोमीटर की दूरी पर श्रृंगी ऋषि धाम में सावन के तीसरी सोमवारी पर काफी भीड़ देखी गई। यह बहुत ही रमणीक स्थान है पहाड़ों के बीच शिव पार्वती का मंदिर शुद्ध जल का कुंड एवं प्राकृतिक खूबसूरती से सजा यह दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में स्थित श्रृंगी ऋषि धाम जहां हजारों की संख्या में लोग पूजा अर्चना को जाते हैं।
सुधीर विश्वकर्मा