दलित-गरीबों पर हमला, हत्या व बेदखली के खिलाफ भाकपा का राज्यव्यापी विरोध दिवस
मधुबनी : सुंदरपुर भिठ्ठी में भाजपा संरक्षित गिरोह के हमले में ललन पासवान की मौत, दर्जनों घायल हुए लोग, परिजनों को दस लाख रुपये का मुआवजा एवं अभियुक्तों की अविलंव गिरफ्तारी की मांग भाकपा(माले) के जयनगर प्रखंड सचिव भूषण सिंह ने किया है।
मधुबनी जिले के जयनगर में राज्यव्यापी आंदोलन के तहत भाकपा(माले) जयनगर ने बिहार में दलित-गरीबों पर लगातार बढ़ते हमले, हत्या व सरकारी जमीन से उनकी बेदखली करने के खिलाफ जयनगर बस्ती पंचायत में विरोध दिवस मनाया गया।
सभास्थल पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए जयनगर प्रखंड सचिव भूषण सिंह ने कहा की मधुबनी जिला के अंतर्गत मधुबनी नगर थाना के सुदंरपुर भिठ्ठी गांव में विगत तीन जून को जमीन से दलित-गरीबों की बेदखली की नियत से उनपर भाजपा समर्थित गिरोह द्वारा संगठित हमला किया गया। इस हमले में तीस वर्षीय ललन पासवान की गोली मारकर हत्या कर दी गई, और कई लोगों को घायल कर दिया गया है।
उन्हेने मृतक के परिजनों को दस लाख और घायलों को उचित इलाज मुआवजा तथा हमला में शामिल लोगों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए राज्य के मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, चंपारण सहित कई जगहों पर उक्त प्रकार की सत्ता संरक्षित सामंती-अपराधी घटनाएं घट रही है कि निंदा की। इसके खिलाफ आंदोलन तेज करने की जरूरत है। इस आयोजित सभा में चलितर पासवान, मो० मुस्तफा, श्रवण पासवान, चन्दन राय, सुजीत पासवान, मो० ताहिर, अरूण राय सहित कई लोग शामिल हुए।
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मोर्निंग वाक ग्रुप के युवाओं ने किया पौधरोपण
मधुबनी : जयनगर में सुबह स्वास्थ्य के ख्याल से टहलने वाले युवाओं ने एक बहुत ही अच्छी पहल की है जो काबिले तारीफ है। ऐसे युवको ने मिलकर एक मॉर्निंग वॉक ग्रुप बनाया, फिर इन युवाओं ने कुछ अच्छा करने की ठानी।
इस ग्रुप के सदस्यों ने मिलकर प्रकृति की रक्षा के लिए वृक्षारोपण करने का निर्णय लिया। इन युवाओं ने इकतालीस सप्ताह से इस पुनीत कार्य को करते आ रहे हैं। इसी कड़ी में आज जयनगर के निरक्षण भवन(आईबी) में मॉर्निंग वॉक ग्रुप के युवाओं ने मॉर्निंग वॉक के दौरान इकतालीस सप्ताह में भी पेड़ लगाने का कार्यक्रम किया। आज जिस तरह से प्रदूषण में बेतहाशा वृद्धि हो रही है, उसी के अनुरूप पर्यावरण को बचाने हेतु पेड़ लगाओ अभियान के तहत इसकी शुरूआत किया गया था। पेड़ लगाओ अभियान के तहत समाज के लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए प्रत्येक रविवार को जयनगर के विभिन्न जगहों पर पेड़ लगाया जा रहा है, और इस कार्य को निरन्तर जारी रखा जायेगा।
इस दौरान पर्यावरण संरक्षण के युवाओं ने विभिन्न प्रकार के पौधे लगाए जिसमें आम,अमरूद, जामुन, अशोक और महोगनी आदि के पौधे लगाए। आज इस मौके पर गौतम कुमार( सहायक अभियंता,कमल नदी प्रमंडल) ने कहा कि पेड़-पौधे हमारे जीवन की सपत्ति हैं, पेड़-पौधे जलवायु को संतुलित रखते हैं।
वहीं इस मौके पर बबलू गुप्ता(पूर्व सैनिक सह समाजसेवी)ने बताया कि वृक्ष लगाने से पर्यावरण दूषित होने से बचेंगे। मनुष्य द्वारा निकाली गयी जहरीली कार्बनडाइ ऑक्साइड को वृक्ष स्वयं शोषित कर जीवन दायी ऑक्सीजन देते हैं। इसलिए वृक्षों की रक्षा करना, पौधों को लगाना महत्वपूर्ण कार्य हैं।
आज इस विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर इस ग्रुप के सदस्यों को ओर मौके पर उपस्तिथ जयनगर के पत्रकारों को सामाजिक कार्य और कारोना वारियर्स के रूप में मिथिला परंपरा अनुसार पाग,माला ओर दोपट्टा से सम्मानित भी किया गया।
इस अवसर दीपक सिंह, प्रशांत झा, संतोष कुमार शर्मा, लक्ष्मण यादव, अरुण झुनझुनवाला, पप्पू कुमार पूर्वे, मनीष कुमार रोहिता, विवेक ठाकुर, सोनू कुमार साह, बबलू गुप्ता(पूर्व सैनिक सह समाजसेवी), राजकुमार सिंह(प्रखंड अध्यक्ष, जदयू), अरविंद तिवारी(वरिष्ठ भाजपा नेता) सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
कोविड-19 से बचाव के लिए कारगर है आयुर्वेद जड़ी-बूटियां
मधुबनी : आयुष क्वाथ (काढ़ा) से बढ़ती है रोग प्रतिरोधक क्षमता, तुलसी की पत्ती, दालचीनी, सोंठ व काली मिर्च का सही अनुपात में मिला कर बनाया गया है।
आयुर्वेद में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के एक से एक नायाब प्राकृतिक तरीके मौजूद हैं। इन्हीं में से एक प्रमुख है, आयुष क्वाथ यानि काढ़ा। लेकिन यह तभी सबसे अधिक फायदेमंद साबित हो सकता है, जब इसमें प्रयुक्त होने वाली सामग्री की मात्रा सही हो। इसके अलावा च्यवनप्राश और गोल्डन मिल्क (दूध-हल्दी) भी कोरोना वायरस समेत तमाम ऐसी संक्रामक बीमारियों से लड़ने की ताकत देते हैं, जो कि रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने के चलते लोगों को घेर लेती हैं।
आयुष क्वाथ (काढ़ा) बनाने के लिए उचित मात्रा का होना जरूरी :
आयुष चिकित्सक डॉ. सुनील कुमार राउत ने बताया रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने के लिए आयुष क्वाथ (काढ़ा) को चार प्रमुख औषधीय जड़ी-बूटियों- तुलसी की पत्ती, दालचीनी, सोंठ और कृष्ण मरीच (काली मिर्च) मिलाकर तैयार करना सबसे उपयुक्त रहता है. इसके लिए तुलसी पत्ती चार भाग, दालचीनी दो भाग, सोंठ दो भाग और काली मिर्च का एक भाग होना सबसे उपयुक्त होता है. काढ़ा बनाने के लिए सबसे पहले सभी सूखी सामग्रियों से मोटा पाउडर बना लें, तीन ग्राम की पाउच या टी बैग बनाएं या 500 मिलीग्राम पाउडर की गोली बनाएं. 150 मिलीलीटर उबले पानी में इसे घोलकर चाय की तरह एक या दो बार सेवन कर सकते हैं. स्वाद के लिए इसमें गुड़/द्राक्षा/नींबू का रस मिला सकते हैं.
अन्य आयुर्वेद बूटियां भी स्वस्थ शरीर के लिए उपयोगी :
आयुष चिकित्सक डॉ० सुनील कुमार राउत ने कहा क्वाथ के अलावा अन्य बूटियां भी शरीर को स्वस्थ रखने के लिए आयुर्वेद में उपलब्ध है. जैसे कि सुबह 10 ग्राम (एक चम्मच) च्यवनप्राश का सेवन करना भी सेहत के लिए फायदेमंद होता है. मधुमेह रोगियों को शुगर फ्री च्यवनप्राश लेना चाहिए. गोल्डन मिल्क- 150 मिलीलीटर गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी पाउडर मिलाकर पीने से भी शरीर को रोगों से लड़ने की ताकत मिलती है. गुनगुना पानी पीना भी सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है. इस तरह आयुर्वेद के नुस्खों को आजमाकर और ध्यान व प्राणायाम को अपने जीवन में शामिलकर लोग निरोगी काया पा सकते हैं.
कोरोना संक्रमण से बचने के लिए बरतें जरूरी सावधानियां :
आयुष चिकित्सक डॉ० सुनील कुमार राउत ने लोगों को कोरोना संक्रमण से बचने के लिए अन्य जरूरी सावधानियां बरतने की अपील की है. उन्होंने कहा कि जब भी बाहर निकलें मुंह व नाक को मास्क/गमछा/रूमाल या स्कार्फ से अच्छी तरह अवश्य ढकें. हाथों को बार-बार सेनिटाइजर या साबुन-पानी से धोते रहें. अपने नाक व मुंह को बार-बार न छुएं. लोगों से दो मीटर की दूरी रखना भी बहुत जरूरी है. यही छोटे-छोटे उपाय करके कोरोना को मात दी जा सकती है.
वज्रपात से युवक की मौत
मधुबनी : शुक्रवार की सुबह हो रही मूसलाधार बारिश कें साथ अचानक वज्रपात होने से एक 35 वर्षीय युवक नुनु राय की मौत हो गयी। मृतक मधुबनी नगर थाना के वार्ड नं-06, मुरली मनोहर पोखरा के समीप छाता लेकर शौच करने गया था, उसी समय तेज बारिश हो रही थी। एकाएक तेज आवाज के साथ बिजली कड़की औऱ बिजली मृतक नूनू राय के छाता पर गिरा। जिससे मृतक क़ा पूरा शरीर झुलस गया, औऱ छाता भी आधा जल गया। आनन-फानन में लोग उसे लेकर सदर अस्पताल पहुँचे जहाँ डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर मृतक के परिजनों कॊ सौंप दिया।
मृतक गौशाला रोड क़ा निवासी था, मृतक क़ा परिवार काफी गरीब है। मृतक आइसक्रीम बेचकर अपने परिवार क़ा भरण पोषण करता था। मृतक अपने परिवार में 3 छोटे-छोटे बच्चे, पत्नी औऱ बूढ़े माँ-बाप का सहारा था। परिवार जनों में रो-रो कर बुरा हाल है। आपदा विभाग ने कहा है की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में वज्रपात से ही मौत की पुष्टि होती है, तो मृतक के परिवार को उचित मुआवजा दिया जाएगा।
मधुबनी जिले के लिए गौरव का क्षण।
मधुबनी : 6 जून को मुख्यमत्री नीतीश कुमार 11बजकर 30 मिनट पर राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल, झंझारपुर का शिलान्यास सह कार्यारंभ वीडियो कॉन्फ्रंसिंग के माध्यम से करेंगे। बताया जाता है कि यह योजना मधुबनी जिले के लिए यह परियोजना विकास का नया अध्याय साबित होगा।
मधुबनी जिला एवं मिथिला क्षेत्र को झंझारपुर में इस परियोजना के पूरे होने के बाद स्वास्थ सेवाओं का एक बड़ा उपहार मिलेगा। इस परियोजना को 3 साल में पूरे करने का लक्ष्य रखा गया है।
एबीवीपी ने बिहार मुख्यमंत्री के खिलाफ खोला मोर्चा, सद्बुद्धि के लिए किया यज्ञ
मधुबनी : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने बिहार प्रदेश कमिटी के आह्वान पर आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सद्बुद्धि के लिए यज्ञ, हवन का आयोजन किया गया, साथ ही मंत्रोचार के साथ किया प्राथर्ना अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राजनगर टीम ने।
एसटीईटी परीक्षा परिणाम, छात्रों के रूम रेंट माफ एवं शैक्षणिक अराजकता के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद राजनगर के कार्यकर्ताओं द्वारा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सद्बुद्धि के लिए यज्ञ हवन का आयोजन किया गया। मंत्रोचार के साथ यज्ञ विधिवत रूप से संपन्न हुई।
हवन कुंड के समक्ष कार्यकर्ताओं ने प्रार्थना करते हुए निवेदन किया कि ईश्वर मुख्यमंत्री को सद्बुद्धि दें, एसटीटी परीक्षा पर लिया गया फैसला अविलंब वापस करें, एवं करोना महामारी के कारण छात्रावास में फंसे छात्रों की फीस माफ हो, इस हेतु सार्थक पहल करें। इस सद्बुद्धि यज्ञ में अभाविप के सुजीत पासवान, राजन कुमार विभाग संयोजक राकेश साहू, नगर मंत्री मनीष पासवान, अविनाश कुमार, संतोष कुमार, अजीत कुमार, अभय प्रकाश, सतीश कुमार, राजू पासवान सहित दर्जनों कार्यकर्ता शामिल थे।
देशी किसानी को पर्यावरण की सुरक्षा छतरी बनाएंगे बेनामी प्रसाद
मधुबनी : संसार आज कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है। इस तरह की महामारी की उत्पत्ति को तब तक नहीं रोका जा सकता जब तक लोगों में पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति जागरूकता नहीं आएगी। महामारियों का सामना ऐसे ही करना पड़ेगा। यह कहना है अब तक हजारों पौधे लगा चुके झंझारपुर बाजार के प्रगतिशील किसान बेनाम प्रसाद का। आत्म से जुड़े बेनामी प्रसाद का जीवन से खेती और किसानी में ही बीता है। वे खेती की देशी प्रणाली को अपनी क्षमता से वैज्ञानिकता का रूप देने में लगे रहे हैं। देशी खेती के लिए कम लागत, कम मेहनत, अधिक पैदावार का मूल मंत्र का पैगाम क्षेत्र के किसानों को दिया है।
बेनामी प्रसाद कहना है कि आज कीटनाशक दवा, रासायनिक खाद, हाइब्रीड बीज का इस्तेमाल किए जाने के कारण पर्यावरण की सुरक्षा पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है।
वहीं इस विधि से प्राप्त खाद्यान्न मानव स्वास्थ्य को भी हानि पहुंचाता है। इस विधि से खेती करने पर धरती की नमी को हानि पहुंचती है। साथ ही भू-जल भी नीचे जा रहा है। पर्यावरण की सुरक्षा के लिए देशी खेती को अपनाने की आवश्यकता है। इसके लिए लोगों को देशी खाद एवं कीटनाशक का प्रयोग खेती में करनी चाहिए। देशी खाद और कीटनाशक का निर्माण सामग्री किसानों के घरों में ही आसानी से उपलब्ध हो जाता है। ऐसे देशी खाद एवं कीटनाशक के प्रयोग से प्रोटीन युक्त पैदावार के साथ ही खेत की मिट्टी को भी हानि नहीं पहुंचता। वे इसपर लगातार काम कर रहे हैं। उनकी कोशिश होगी कि अधिकतर खेती जैविक हो।
68 साल के जीवन काल में तकरीबन सात हजार पौधे लगाने वाले बेनामी अगले वर्ष तक इस आंकड़े को दस हजार करना चाहते हैं। किसानों को पौधा लगाने के लिए प्रेरित करते हैं। वे पर्यावरण की सुरक्षा के लिए आत्मा के माध्यम से यहां के किसानों को देशी खेती के प्रति जागरूक करने के लिए कार्यक्रमों व सेमिनारों का आयोजन कराएंगे। किसानों की टीम बना कर उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने तेज़ की तैयारी
मधुबनी : मधुबनी डीएम डॉ० नीलेश रामचंद्र देवरे के निर्देश के आलोक में एसडीओ शैलेश कुमार चौधरी ने बुधवार को कमला बलान दायां तटबंध का निरीक्षण किया। एसडीओ के साथ बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल संख्या-दो के कार्यपालक अभियंता शरद कुमार भी मौजूद थे। एसडीओ अनुमंडल के बनौर से दक्षिण तक अपनी सीमा में गए। लौटते हुए वे गोपलखा, नरूआर एवं लखनौर प्रखंड के मदनपुर रतौल से आगे तटबंधों का निरीक्षण किया।
एसडीओ ने बताया कि बांध पर वाहनों का परिचालन अभी नहीं हो सकता। यानि, आपातकालीन स्थिति में अगर बांध टूटा तो प्रशासनिक गाड़ियों को बांध से धड़ल्ले से आने-जाने में परेशानी होगी।
उन्होंने कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया है कि बांध पर उपजे खत-पतवार को साफ कराकर परिचालन के लायक बनाया जाए। उन्होंने कहा कि वे कार्यपालक अभियंता के साथ मिलकर संयुक्त जांच प्रतिवेदन डीएम को समर्पित करेंगे।
एसडीओ ने यह भी कहा कि बाढ़ को रोकने हेतु बाढ़ नियंत्रण विभाग कार्य कर रहा है। बीते वर्ष की बाढ़ में आई तबाही वाले स्थल नरूआर व गोपलखा में बांध भरा जा रहा है। यह अंतिम चरण में है। उक्त जगहों पर सीट पाईल भी लगाने का काम प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि कार्यपालक अभियंता ने निरीक्षण के दौरान जानकारी दी कि बाढ़ निरोधक कार्य हर हाल में 20 जून तक पूरा कर लिया जाएगा।
एसएसबी ने विश्व पर्यवरण दिवस पर किया पौधरोपण
मधुबनी : विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर 18वीं वाहिनी SSB राजनगर के द्वारा परिहरपुर, राज कैम्पस और सभी सीमा चौकी में करीब 500से अधिक पौधे लगाए। जिसमे सभी प्रकार के फलदार वृक्ष, छायादार वृक्ष और फूल के पेड़ शामिल है।
यह पौधरोपण सीमा सुरक्षा बल के कार्यवाहक कमांडेंट अरविंद वर्मा के नेतृत्व में किया गया, जिसका मकसद पर्यावरण दिवस के अवसर पर वृक्ष लगाकर पर्यावरण को शुद्ध करना और आने वाले समय में फल, फूल और छाया से सम्बंधित लाभ प्राप्त करना है। इस कार्यक्रम में कार्यवाहक कमांडेंट के अलावा डॉ० बृजेश सिंह, उप-कमांडेंट प्रणव शुक्ला, मनीराम राय, इंस्पेक्टर प्रदीप मण्डल और बटालियन तथा सीमा चौकी के करीब एक सौ से अधिक जवान शामिल थे।
सड़क दुर्घटना में दो लोगों की हुई मौत
मधुबनी : जिला के लौकहीं थानांतर्गत नवटोली फूलपरास रोड पर बाईक दुर्घटना में सुपौल निवासी दो व्यक्तियों की मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने बताया की विष्णु मंडल अपनी पुत्री की शा़दी के लिये अपने साढू के साथ वर देखने के बाद अपने बाईक से वापस अपने घर जा रहे थे।
अचानक फूलपरास नवटोली रोड के पर किसी अज्ञात वाहन के द्वारा बाईक मे टक्कर मार दी गई और मौके से अज्ञात वाहन फरार हो गया। सूचना के बाद लौकहीं थाना के द्वारा दोनों घायलों को फूलपरास अनुमंडलीय अस्पताल मे भर्ती कराया गया, जहाँ डाक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये मधुबनी सदर अस्पताल के भेज दिया।
दोनों साढू की असमय हुई सड़क दुर्घटना मे दर्दनाक मौत से दो परिवारो मे गम का पहाड़ टूट गया है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। यह किसे पता था की पुत्री की शा़दी के वर तलाशने के लिये वे जाएँगे, और सड़क दुर्घटना मे काल के ग्रास मे समा जाएँगे।
सुमित राउत