दो दुकानदारों में हुई झड़प, चार लोग घायल
सारण : डोरीगंज थाना क्षेत्र के डोरीगंज गांव में दो दुकानदारों के बीच जमकर मारपीट में दोनों पक्ष से चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी लोगों को आनन-फानन में परिजनों के द्वारा छपरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां सभी घायल व्यक्तियों का इलाज चल रहा है।
यह मामला तब हुआ जब भिखारी चौधरी अपने दुकान के सामने से घेर रहे थे। उसी समय उनके पड़ोसी दुकानदार गिरने से मना किया जिसको लेकर दोनों लोगों के बीच कहासुनी हो गई कहासुनी देखते ही देखते मार में तब्दील हो गया जिसमें दोनों पक्ष से दो-दो लोग घायल हो गए आनन-फानन में परिजनों के द्वारा छपरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां सभी लोग का इलाज चल रहा है इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है पुलिस मामले की जांच कर रही है।
प्राइवेट स्कूलों को चालू करने की अनुमति नहीं मिलने से नाराज़ शिक्षकों ने किया प्रदर्शन
सारण : प्रोग्रेसिव प्राइवेट स्कूल ऑर्गेनाइजेशन एंड किड्स वेलफेयर ट्रस्ट सारण के तत्वाधान में आज पूरे जिले के प्राइवेट स्कूलों के निदेशकों, संचालकों, प्राध्यापकों और शिक्षकों ने काला बिल्ला लगाकर प्रदर्शन किया। शिक्षकों की नाराजगी इस बात को लेकर है कि सरकार परिवहन से लेकर सरकारी कार्यालयों को संचालन कर रही है । साथ ही साथ सरकारी विद्यालयों का संचालन करा है । लेकिन प्राइवेट स्कूलों को नहीं खोलने दे रही है।
इससे प्राइवेट स्कूलों में काम करने वाले शिक्षक और उनके कर्मी भुखमरी के कगार पर पहुंच चुके हैं । कई शिक्षकों ने तो आत्महत्या तक कर ली है। संगठन के अध्यक्ष सियाराम सिंह, महासचिव जमाल हैदर, उपाध्यक्ष संजय कुमार समेत अन्य ने सरकार से अभिलंब प्राइवेट स्कूलों को खोलने की मांग की है। कम से कम सप्ताह में हर दिन एक कक्षा के संचालन की अनुमति मांगी है ।
अध्यक्ष ने सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि आज केवल सारण जिले में 16 हजार से अधिक प्राइवेट शिक्षक भुखमरी के कगार पर पहुंच चुके हैं। उनके बच्चों का पढ़ाई बाधित है। उनका भोजन बाधित है। साथ ही साथ वे अपने परिवार के बीमार माता-पिता और बच्चों को भी इलाज नहीं करा पा रहे हैं । महासचिव जमाल हैदर ने कहा कि यदि सरकार अविलंब निर्णय नहीं लेती है तो संगठन आक्रामक रुख अख्तियार करेगा। वहीं उपाध्यक्ष संजय कुमार ने कहा कि सरकार प्राइवेट स्कूलों में हमेशा के लिए ताला लगाने का मन बना चुकी है। और लाखों लोगों के पेट पर लात मारने का काम करने का प्रयास कर रही है। संगठन यह बर्दाश्त नहीं करेगा और पूरे राज्य में संगठन का विस्तार करते हुए इस आंदोलन को उग्र रूप देगा ।
जिले के मढौरा , इसुआपुर ,गरखा रिविलगंज, नगरा, छपरा सदर, छपरा नगर ,जलालपुर ,बनियापुर ,लहलादपुर ,पानापुर, सोनपुर , मकेर समेत अन्य प्रखंडों में हजारों के शिक्षकों ने अपने स्कूल परिसर में ही काला बिल्ला लगाकर प्रदर्शन किया। इस आंदोलन के बाद संगठन ने निर्णय लिया है कि अब जिला मुख्यालयों से प्रखंड मुख्यालय में धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। आर पार की लड़ाई सरकार से लड़ी जाएगी। अध्यक्ष सियाराम सिंह ने कहा कि प्राइवेट स्कूलों को ना तो किसी प्रकार का क्षतिपूर्ति अनुदान दिया गया है और ना ही किसी तरह का पैकेज। ऐसे में प्राइवेट स्कूल में काम करने वाले शिक्षक व कर्मी कहां जाए। उन्होंने नीतीश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि चुनाव में सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
हर मोर्चे पर विफ़ल दिख रही बिहार सरकार
सारण : पानापुर, बिहार सरकार के सारे दावे धरातल पर विफल नजर आ रहे है, चाहें बेरोजगारों को रोज़गार देने का विषय हो या किसानों को फ़सल क्षति पूर्ती की भरपाई हो। सरकार स्थिति के अनुसार घोषणा तो बड़ी बड़ी कर देती है, लेकिन उसको धरातल पर लाने में पूरी तरह से विफ़ल है। आज युवा साथी व मज़दूर रोज़गार को लेकर दर-बदर भटकत रहे हैं।
उक्त बातें मुखिया संगम बाबा ने पानापुर के टोटहा पंचायत के चिमनपुरा यादव टोला, कोइरी टोला, पासवान टोला, मलिकाना हरिजन टोला, मलिकाना यादव टोला, धेनुकी पंचायत के लगुनी गांव के मुस्लिम टोला, यादव टोला, नोनिया टोला, हरिजन टोला, बनिया टोला, सतजोड़ा पंचायत के खरवट हरीजन टोला, चकिया पंचायत के करचोलिया गोसाई टोला, बेलौर पंचायत के मुरलीमठ गोसाई टोला समेत एक दर्जन से अधिक टोलों में जनसंपर्क व राहत सामग्री वितरण करते वक्त कहीं ।
वहीं मुखिया संगम बाबा ने बताया कि लॉकडाउन लगने के बाद सरकार युवाओं व मजदूरों को हूनर के आधार पर रोज़गार देने के लिए स्किल मैपिंग कराई थी लेकिन सरकार व अधिकारियों के उदासीनता के कारण आज मजदूर बिहार से पुनः पलायन कर रहें है। सरकार को मजदूरों को पलायन रोकने के लिए कारगर क़दम उठाना चाहिय।मौके पर विभिन्न गांवों में जवाहर गिरी,अमित सिंह, रोहित भगत, गुड्डू कुमार, रामशंकर राय, राकेश राय, विकाश यादव, मुकेश यादव, जवाहर राय, संतोष राय, राजू राम, सुनील राम,मनोज सिंह, साहेब गिरी, अंकित गिरी, ब्रह्मा गिरी, रामशंकर गिरी,दीपक सिंह, हरी गिरी, विजेंद्र यादव, मौजूद थें।
कोरोना जाँच के लिए लगाया गया निःशुल्क जाँच शिविर
सारण : रिविलगंज प्रखंड के अंतर्गत ग्राम मेथवलिया पंचायत भवन पर गुरुवार को निःशुल्क कोरोना जांच शिविर का उद्घाटन रिविलगंज प्रखंड प्रमुख सह भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य डॉ राहुल राज ने किया। यह जांच शिविर अरुण जी की अध्यक्षता में लगा। शिविर के माध्यम से स्वस्थ कर्मियों द्वारा लगभग सैकड़ों लोगो जांच की गई जिसमें सभी का जांच निगेटिव आया। उद्घाटन के बाद खुद उन्होंने अपना जांच कराया साथी लोगों से आग्रह किया कि ज्यादा से ज्यादा लोगों ने जांच करवाएं ताकि आप अपने परिवार समाज को सुरक्षित रखे। सरकार कि जो भी योजना हो उसे पंचायत स्तर तक लागू करने का प्रयास करता हूं।
उन्होंने कहा कि पंचायत क्षेत्र के विकास एवं जनमानस की सुरक्षा व्यवस्था बहाल करना पहली प्राथमिकता है। आज पूरा विश्व इस कोरोना महामारी से से जूझ रहा है। डॉ राहुल राज ने लोगों से अपील कर कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें एवं चेहरे पर मास्क लगाए तथा साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें कोरोना की कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत चिकित्सक से जांच कराये तथा इस मौके पर जांच कराने आए हुए लोगों के बीच मास्क वितरण किया गया ।मौके पर स्वास्थ्य प्रबंधक अरुण कुमार, बीसीएम धनंजय कुमार सिंह, मुखिया अमित कुमार सिंह, वार्ड सदस्य प्रमोद सिंह, रोहित कुमार सिंह, पप्पू सिंह, भीम राय, सूरज महतो, दिलीप कुमार सिंह, पप्पू कुमार अन्य लोग उपस्थित थे।
एनडीए के पक्ष में है जनता का रूझान : जितेंद्र स्वामी
सारण : सारण प्रमंडल हमारी राजनीतिक कर्मभूमि है। भारतीय जनता पार्टी का शीर्ष नेतृत्व जिस विधानसभा सीट से टिकट देगी उसी सीट से मैं चुनाव लड़ूंगा। उक्त यह बातें भाजपा के वरीय नेता व कुँअर वाहिनी के अध्यक्ष जितेंद्र स्वामी ने मांझी के बलिया मोड़ पर पत्रकारों से बातचीत के क्रम में कहीं। वे अपने काफिले के साथ यूपी के विंध्याचल मन्दिर में पूजन करने जाने के क्रम में बलिया मोड़ पर थोड़ी देर के लिए रुके थे। उन्होंने कहा कि एनडीए गठबंधन के पक्ष में बिहार की जनता अपना मन बना चुकी है तथा आसन्न बिहार विधान सभा चुनाव में गठबंधन दो तिहाई बहुमत हासिल करेगा।
उन्होंने कहा कि सिवान के दरौंदा तथा सारण के एकमा विधान सभा क्षेत्र के कार्यकर्ता लगातार उनसे चुनाव मैदान में उतरने का आग्रह कर रहे हैं। इससे पहले बलिया मोड़ पहुंचने पर रणविजय सिंह उर्फ धड़ाका सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। माँझी विधानसभा से अपनी लोकप्रियता के दम पर विधानसभा की उम्मीदवारी के लिए कमर कस चुके हैं विजय प्रताप सिंह उर्फ चुन्नू वे लगातार दूसरी बार माँझी भाग 3 से जिला पार्षद हैं। बता दें कि मांझी के इतिहास में इनके पहले कोई दुबारा जिला पार्षद नही हुआ है और न उपाध्यक्ष बना है।
चुन्नू ने बताया कि वे लगातार माँझी विधानसभा क्षेत्र में गांव- गांव दौरा कर लोगों से संपर्क कर रहे हैं। जनता का भरपूर स्नेह और आशीर्वाद मिल रहा है। अगर कोई पार्टी टिकट देती है तो ठीक है अन्यथा मुझे जनता पर पूरा भरोसा है। उनका कहना है कि जनता ने अगर मौका दिया तो मैं समाज के गरीब व पिछड़े लोगों को उनका वाजिब हक दिलाने का पूर्ण सहयोग करूँगा। मांझी क्षेत्र की मुख्य समस्या शिक्षा, स्वास्थ्य व सड़क की है। जिसके समाधान के लिए आज तक किसी ने ध्यान नही दिया है। मांझी का चहुंमुखी विकास के लिए मैं चुनाव में कूदने को तैयार हूं। बता दें कि विजय प्रताप सिंह उर्फ चुन्नू सिंह ने अपने कार्य के बदौलत एक क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बरकरार रखी है। जिन्हें नजरअंदाज नही किया जा सकता।
र्वरक बीज एवं कीटनाशक विक्रेता संघ ने अपनी मांगों को ले निकाला विरोध मार्च
सारण : सारण जिला उर्वरक बीज एवं कीटनाशक विक्रेता संघ द्वारा अपनी विभिन्न मांगों को लेकर निकाला गया विरोध मार्च जिसमें उर्वरक बीच एवं कीटनाशक दवा विक्रेता सामिल थे। सामिल प्रदर्शनकारियों द्वारा फर्जी जांच बंद करो, कालाबाजारी कहना बंद करो और निलंबित लाइसेंस बहाल करो आदि विभिन्न स्लोगन युक्त तख्ती लेकर विरोध मार्च निकाला गया।
विरोध मार्च विभिन्न सड़क मार्ग से होते हुए बाजार समिति प्रांगण स्थित जिला कृषि पदाधिकारी के कार्यालय तक पहुंचा। तदोपरांत विक्रेता संघ के प्रतिनिधि मंडल ने जिला कृषि पदाधिकारी के सामने अपनी मांगे रखीं। समाचार लिखे जाने तक प्रतिनिधि मंडल और जिला कृषि पदाधिकारी के बीच बातचीत जारी थी।
वीडियो संदेश के माध्यम से किया जा रहा लोगों को जागरूक
- न करें कोरोना को मात दे चुके लोगों से भेदभाव
सारण : जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने के संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। जैसे-जैसे तेजी से जांच हो रहा है वैसे वैसे पॉजिटिव मरीजों की संख्या में लगातार कमी भी देखी जा रही है। लेकिन इन सबके बीच कोरोना संक्रमण से उबर चुके व्यक्तियों को सामाजिक भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है। इसको लेकर विभाग की ओर से लगातार जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर हो रहे सामाजिक भेदभाव के प्रति लोगों को जागरूक करने की एक पहल शुरू की है।
वीडियो के माध्यम से कोरोना संक्रमण से उबर चुके व्यक्तियों के साथ भेदभाव नहीं करने का संदेश दिया गया है। उसमे बताया गया है, कोरोना संक्रमण से उबर चुके व्यक्तियों के साथ सामाजिक भेदभाव नहीं करें बल्कि उनके और उनके परिवारों के प्रति सहानुभूति रखें। कोरोना संक्रमण भी एक आम बीमारी की तरह है इससे ठीक हो चुके व्यक्तियों से कोई खतरा नहीं रहता है। इसलिए उनके साथ भेदभाव नहीं करना चाहिए। यह भी नहीं भूलना चाहिए कि कोरोना संक्रमण से अधिकतर व्यक्ति स्वस्थ हो रहे हैं। लगातार स्वस्थ होने वालों की संख्या बढ़ रही है।
वीडियो के माध्यम से दिया गया संदेश:
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर भेदभाव के खिलाफ जागरूकता फैलाने की पहल शुरू की है । इस वीडियो में एक कार्यालय के कर्मचारी और उसके बॉस आपस में बातचीत कर रहे हैं… “कर्मी कहता है- सर, सुना है सुनिल कोविड-19 से ठीक होने के बाद वापस से काम शुरू कर रहा है, बॉस- हां सही है सुना है.. कर्मी- उसको कोई अलग कमरा दे दीजिएगा और खाना भी वहीं खायेगा। बॉस- तुम्हे भी तो एक साल पहले टायफाइड हुआ था तो क्या तुम सबके साथ नही खाते थे। यह भी एक आम बीमारी की तरह है। ठीक होने के बाद बीमार से कोई खतरा नहीं है।”
6 फीट की दूरी और मास्क जरूरी:
कोविड-19 के संक्रमण से बचने के लिए 6 फीट की दूरी और मास्क का उपयोग बहुत ही जरूरी है। इसलिए मास्क का उपयोग अवश्य करें। एक दूसरे के बीच 6 फीट का शारीरिक दूरी भी अपनाएं। आपकी सुरक्षा पूरी तरह से आपके हाथों में है। इसलिए अपनी आंख नाक और मुंह को छूने से बचे। अपने हाथ को साबुन और पानी से नियमित तौर पर अच्छी तरह से धोएं।
कोविड-19 अनुरूप व्यवहारों को हर समय पालन करें:
सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने बताया, कोविड-19 रूप व्यवहारों को हर समय पालन करें और अपने आसपास के लोगों के लिए एक सुरक्षित वातावरण बनाएं। करोना की रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक करना हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी है। कोविड-19 से स्वयं को सुरक्षित रखने का सबसे महत्वपूर्ण उपाय है कि हम सफाई से रहे, मास्क लगाएं और सभी से 2 गज की दूरी बनाकर रखें।
सम्मानजनक व्यवहार जरूरी: सीएस
सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने बताया, किसी व्यक्ति के संक्रमित हो जाने के बाद उनके साथ सामाजिक भेदभाव हो रहा है तो यह गलत है। समाज में इस तरह का व्यवहार नहीं होना चाहिए। संक्रमित के ठीक होने के उपरांत उनसे सम्मानजनक व्यवहार हो। प्रायः देखा जा रहा है कि उन्हें बीमारी फैलाने का जिम्मेवार ठहराकर सामाजिक बहिष्कार किया जा रहा है यह भी गलत है। इसके कारण लोग अपनी समस्याएं छिपाते है। इसलिए किसी भी व्यक्ति के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए।