4 सितंबर : मधुबनी की मुख्य ख़बरें

0
swatva samachar

अब जिला में ही उपलब्ध होगी आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट

  • सदर अस्पताल के सभा कक्ष में जल्द अधिष्ठापित होगी आरटीपीसीआर मशीन.

मधुबनी : जिले में कोरोना संक्रमित का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की ओर से इससे बचाव को लेकर हर संभव प्रयास किया जा रहा है तथा जांच में तेजी लाने के लिए नए नए उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार सदर अस्पताल में आरटी पीसीआर लैब अधीस्थापित किया जाएगा। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव कौशल किशोर ने पत्र जारी कर निर्देश दिया है, जिसके अनुसार आगामी 15 दिन में इस लैब को स्थापित करना है। आवश्यक मशीन के उपकरण का अधीस्थापन बीएमएसआईसीएल द्वारा किया जाएगा। इस क्रम में बुधवार को बीएमएसआईसीएल के अभियंता द्वारा सदर अस्पताल में स्थल का निरीक्षण किया गया।

नशा मुक्ति केंद्र के सभाकक्ष में स्थापित होगा आरटीपीसीआर लैब

सदर अस्पताल प्रभारी अधीक्षक डॉ. डीएस मिश्रा ने बताया, बिहार में ऐसा पहली बार हुआ है कि आरटीपीसीआर लैब मेडिकल कॉलेज से बाहर किसी जिले में स्थापित किया जा रहा है। जिले के सदर अस्पताल नशा मुक्ति केंद्र भवन के अवस्थित सभा कक्ष में आरटी पीसीआर लैब स्थापित किया जाएगा। जारी पत्र के अनुसार लैब के लिए 1200 स्क्वायर फीट स्थान की आवश्यकता है। इस चिन्हित स्थल की जानकारी से बीएमएसआईसीएल तथा स्वास्थ्य विभाग को अवगत करा दिया गया है।

swatva

आरटीपीसीआर कोरोना जांच की पुष्टि करने में है अधिक कारगर:

डॉ. डीएस मिश्रा ने बताया, कोरोना के संभावित मरीजों की पुष्टि में यह लैब सबसे अधिक सक्षम एवं विश्वसनीय लैब है। इस बात की पुष्टि आईसीएमआर भी करती है। लैब के स्थापित हो जाने से पटना को सैंपल भेजे जाने में लगने वाले समय तथा संसाधन की बचत हो सकेगी

आरटीपीसीआर टेस्ट क्या है :

कोरोना वायरस की जांच का तरीका है। इसमें वायरस के आरएनए की जांच की जाती है। आरएनए वायरस का जेनेटिक मटीरियल है। जांच प्रक्रिया में नाक एवं गले के तालू से स्वैब लिया जाता है। ये टेस्ट लैब में ही किए जाते हैं। जांच रिपोर्ट आने में 06 से 24 घंटे का समय लगता है।

निःशुल्क मेडिकल कैंप का हुआ आयोजन

मधुबनी : बिहार संस्कृति मंडल,ट्राइडेंट सेवा व पूर्वाचल लोकहित मंडल के तत्वावधान में राघेपुर पंचायत में निःशुल्क मेडिकल कैम्प का आयोजन किया गया।इसमें बड़ी संख्या में आसपास के ग्रामीणों ने भाग लिया। लगभग 425 लोगों को शिविर में निःशुल्क उपचार व निःशुल्क दबाई दिया गया। ट्राइडेंट सेवा के प्रदेश अध्यक्ष विवेकानन्द ठाकुर ने कहा कि क्षेत्रों में लगातार मेडिकल कैम्प का आयोजन किया जा रहा है।

संगठन गरीब एवं जरूरतमंद लोगों को समय-समय पर शिविर लगाकर सहयोग करती है।सेवानिवृत मेजर श्री आर एस तिवारी एवम उनके पुत्र विकाश तिवारी (अक्षयपात्र फाउंडेशन ) ने जगह जगह पर हो रहे मेडिकल कैंप और खाद्य सामग्री वितरण की सराहना की और कहा नर सेवा ही नारायण सेवा है उसका उदाहरण संगठन ने प्रस्तुत किया है,औऱ वर्तमान समय में कंधा से कंधा मिलाकर संगठन जमीनी स्तर पर काम कर रही हैं।दवा,खाद्य सामग्री बांटने के लिए बिना थके काम कर रही है और यथाशक्ति सुनिश्चित कर रही है कि बाढ प्रभावित कमजोर वर्ग के लोगों को खाद्य साम्रगी तथा दवाएं मिल सके।

शिविर का उद्घाटन डॉ. रविन्द्र चौधरी,डॉ.सलेंद्र झा ने किया।गोविंद कुमार चौधरी, गुलाब साह, केशव झा,मुकुंद झा,आदि लोगों ने शिविर को सफल बनाने में सहयोग किया।

जिले में मनाया जाएगा पोषण माह, तैयारी पूरी

  • 30 सितम्बर तक मनाया जाएगा पोषण दिवस

मधुबनी : कुपोषण मुक्त समाज निर्माण को लेकर सरकार पूरी तरह संकल्पित एवं सजग है और बढ़ रहे कुपोषण की शिकायत पर विराम लगाने के लिए पोषण माह आयोजन के तहत लोगों को जागरूक करने का निर्णय लिया गया। ताकि कुपोषण मुक्त समाज का निर्माण हो सकें। कुपोषण माह के तहत होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों का जिले के विभिन्न इलाकों में तमाम गतिविधियाँ शुरू हो चुकी है। इसका समापन आगामी 30 सितम्बर होगी।

कार्यक्रम का सफल संचालन के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार जिला पदाधिकारी को पत्र जारी कर आवश्यक निर्देश दिए हैं। साथ ही कार्यक्रम का सफल संचालन के लिए मुस्तैदी के साथ हर आवश्यक कार्य व गतिविधियाँ पर नजर बनाए रखने को कहा। पत्र के माध्यम से भेजे गये निर्देश में कहा गया है कि कुपोषण की दर में सुधार लाने के लिए भारत सरकार द्वारा पोषण प्राइम मिनिस्टर ओवरआर्किंग स्कीम फॉर हॉलिस्टिक नॉरिशमेंट कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है।इसके तहत अतिगंभीर कुपोषित बच्चों की पहचान, रेफरल एवं प्रबंधन, स्तनपान को बढ़ावा, गृह आधारित नवजात की देखभाल, सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा, राष्ट्रीय कृमिमुक्ति कार्यक्रम, विटामिन ए खुराक अभियान, आइएफए अनुपूरण, टीकाकारण व ग्रामीण स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस के आयोजनों को क्रियान्वित किया जाना है।

गृहभेंट कार्यक्रम की तर्ज पर मनाया जाएगा पोषण माह

डीआईओ डॉक्टर एस. के. विश्वकर्मा ने बताया कि पूरे माह चलने पर पोषण माह से संबंधित सभी गतिविधियाँ गृहभेंट कार्यक्रम की तर्ज पर होगी। ताकि अधिक से अधिक लोगों को इसकी जानकारी मिल सके और वह कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आगे आ सकें। इसके लिए आईसीडीएस व स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों द्वारा घर-घर जाकर लोगों को जागरूक किया जाएगा।

अति कुपोषित बच्चे को किया जाएगा चिन्हित कर मुहैया कराया जायेगा इलाज

पोषण माह के दौरान ऑगनबाड़ी सेविका, आशा समेत अन्य कर्मियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में अति कुपोषित बच्चे को चिन्हित किया जाएगा। जिसके बाद उन्हें समुचित इलाज के लिए जागरूक की जाएगी और इलाज के लिए सरकारी अस्पताल तक लाने के लिए सहयोग किया जाएगा। दरअसल सामान्य बच्चे के सापेक्ष अति कुपोषित बच्चे में 9 से 11 गुणा मृत्यु का खतरा अधिक होता है।

स्तनपान पर दिया जाएगा बढ़ावा:

इस दौरान गर्भवती एवं धातृ महिलाओं व उनके परिजनों को स्तनपान से होने वाले लाभ की जानकारी देकर स्तनपान के बढ़ावा पर बल दिया जाएगा। इस दौरान हर लोगों बच्चे के जन्म के बाद छः माह तक सिर्फ और स्तनपान कराने के लिए जागरूक की जाएगी।

अति कुपोषित बच्चे का रिपोर्ट तैयारी करेगी एएनएम:

इस दौरान क्षेत्र पाए जाने वाले अति कुपोषित बच्चे की एएनएम द्वारा एक फार्म भरकर रिपोर्ट तैयारी की जाएगी। जिसमें बच्चे का पूरा पता भरा जाएगा। जैसे कि नाम, माता-पिता का नाम, नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र/उप केंद्र, ऑगनबाड़ी कोड संख्या, गाँव व पंचायत का नाम समेत अन्य जानकारियाँ प्राप्त कर फार्म में भरा जाएगा।

साफ-सफाई को लेकर भी किया जाएगा जागरूक

इस दौरान क्षेत्र के लोगों को साफ-सफाई को लेकर भी जागरूक किया जाएगा और बच्चे का स्वस्थ शरीर निर्माण को लेकर पोषण मंत्र दिया जाएगा। ताकि हर हाल में कुपोषण मुक्त समाज का निर्माण हो सकें।

लक्षणों की पहचान कर किये जायेंगे रेफर:

बीमार, सुस्त दिखाई देने वाले, स्तनपान न करने वाले या भूख की कमी, दोनों पैरों में सूजन, सांस का तेज चलना, छाती का धंसना, लगातार उल्टी व दस्त होना, मिर्गी या चमकी आना, तेज बुखार, शरीर ठंडा पड़ना, खून की कमी, त्वचा पर घाव एवं उपरी बांह की गोलाई 11.5 सेंटीमीटर से कम आदि लक्षणों की जांच कर इन बच्चों को स्वास्थ्य केंद्र या पोषण पुर्नवास केंद्र रेफर करना है।अतिगंभीर कुपोषण के शिकार बच्चों के अभिभावकों को नियमित आयरन और फॉलिक एसिड की गोली, छह माही विटामिन ए सीरप एवं अल्बेंडाजोल टैबलेट की खुराक पर परामर्श भी देना है.

पोषण पुर्नवास केंद्र रहेंगे क्रियाशील:

सभी पोषण पुर्नवास केंद्र क्रियाशील रहेंगे और कोविड 19 प्रोटेक्शन प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अतिगंभीर कुपोषित बच्चों का गुणवत्तापूर्ण उपचार सुनिश्चित किया जाना है।उपचार के बाद डिस्चार्ज बच्चों को फोन के का माध्यम से फॉलोअप भी करना है।

गृह भ्रमण कर शिशु एवं माता की होगी जांच:

पोषण माह के दौरान आशा द्वारा गृह आधारित नवजात की देखभाल कार्यक्रम के तहत अपने संबंधित क्षेत्र में नवजात के घर का भ्रमण कर शिशु एवं माता की जांच तथा पोषण संबंधी सलाह दिया जायेगा।

अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रम भी होंगे आयोजित:

पत्र में बताया गया है कि 16 सितंबर से 29 सितंबर तक सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा, विटामिन ए खुराक अभियान चलाया जायेगा। आशा लाभार्थियों की सूची तैयार कर उन्हें आवश्यक खुराक देंगी। 6 से 59 माह तथा 5 से 10 वर्ष के बच्चों, किशोर, किशोरियों तथा गर्भवती महिलाओं में एनीमिया के रोकथाम के लिए आइएफए सिरप, आइएफए की गुलाबी, नीली व लाल गोली की उपलब्धता लाभार्थी तक सुनिश्चित कराना है। सत्र स्थलों पर शत प्रतिशत प्रतिरक्षण सुनिश्चित किया जाना है. नियमित टीकाकरण के साथ आशा, आंगनबाड़ी सेविका, एएनएम, स्वयं सहायता समूह, महिला मंडल , पंचायती राज के प्रतिनिधि कुपोषण, एनीमिया, स्वच्छता आदि पर चर्चा करेंगे। इन सभी गतिविधियों की सूचना पोषण अभियान डैशबोर्ड पर उपलब्ध कराना है।

राष्ट्रिय स्तर पर रिकार्ड कायम करेगा जदयू का वर्चुअल सम्मेलन : रामप्रीत मंडल

मधुबनी : 7 सितम्बर को जदयू का वर्चुअल सम्मेलन देश स्तर पर एक रिकार्ड कायम करेगा। डिजिटल प्लेटफार्म पर होनेवाले इस सम्मेलन के माध्यम से पिछले 15 वर्षो के शासनकाल में नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार द्वारा बिहार में किये गये ऐतिहासिक विकास कार्यों की जानकारी बिहारबासियो के बीच प्रस्तुत किया जायेगा।

मधुबनी जिले के झंझारपुर के जदयू सांसद आर०पी० मंडल ने मधुबनी नगर परिषद के बिवाह भवन में आयोजित जदयू के जिला स्तरीय समीक्षात्मक सह विस्तारित बैठक में कही।इस मौके पर पत्रकारों का भी सम्मान किया गया।

जदयू जिला अध्यक्ष अब्दुल कैयूम की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में वर्चुअल सम्मेलन की तैयारियों की समीक्षा की गयी, एवं जिला स्तर पर बनाये गये बिभिन्न पार्टी पदाधिकारियों के बीच मनोनयन पत्र भी वितरित किये गये।

सांसद श्री मंडल ने वर्चुअल सम्मेलन को लेकर अपने बिभिन्न सुझाव देते हुए कहा कि वे झंझारपुर लोकसभा क्षेत्र के साथ साथ पूरे जिले में अधिकाधिक भागीदारी का संकल्प व्यक्त किया। पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रोफेसर महेंद्र सिंह ने इस निश्चय संवाद सह सम्मेलन की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डिजिटल प्लेटफार्म पर रैली करनेवाले नीतीश कुमार देश के पहले मुख्यमंत्री है, जिनकी सोच और नीतियां हर परिस्थिति में एक उदाहरण साबित होता आया है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान करते हुए कहा कि इस सम्मेलन को सफल बनाने के लिए जी-जान से जुट जायें। जिला के संगठन प्रभारी डॉ० अंजित चौधरी ने जिला के सभी 21 प्रखंडों में निश्चय संवाद की तैयारियों की सफलता का दावा करते हुए कहा कि नीतीश कुमार के सफल नेतृत्व को आगे बढाने के लिए इस सम्मेलन की महत्ता देश स्तर पर स्थापित की जायेगी।

वहीं, डा० चौधरी ने बूथ तथा पंचायत स्तर पर तैयारी करने का आह्वान किया। वहीं, मधुबनी जिला अध्यक्ष अब्दुल कैयूम ने जिला स्तर पर तैयारियों की जानकारी देते हुए कहा कि जिला के सभी 399 पंचायतों में सभी 3357 बूथों पर मुख्यमंत्री जी के संवाद को सुनने की व्यवस्था की जा रही है। जिला अध्यक्ष ने प्रमुख शहरों तथा चौक चौराहो पर प्रोजेक्टर एलईडी टीवी मोबाइल जैसे संसाधनों से सम्मेलन को सफल बनाया जायेगा।

प्रदेश जदयू के वरिष्ठ नेता तथा अलीनगर दरभंगा के प्रदेश प्रभारी प्रफुल्ल कुमार ठाकुर एवं युवा जदयू के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रंजीत कुमार झा ने कहा कि इस डिजिटल सम्मेलन के माध्यम से नीतीश कुमार जी का मान सम्मान विश्व स्तर पर स्थापित किया जायेगा।

उक्त बैठक के अंत में पूर्व राष्ट्रपति डॉ० प्रणव मुखर्जी के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। इस बैठक में बरिष्ठ नेता दोरिक पूर्वे, डा० अमरनाथ झा, नीरज झा, डा० शिवकुमार यादव, राजकिशोर साफी, प्रभात रंजन, राजेन्द्र मंडल, सुनील यादव, चुल्हाईा कामत, उषा देवी(प्रखंड प्रमुख,खजौली)अनारो देवी, विक्रमशिला देवी, सीमा मंडल, सोनी कुमारी, सरिता देवी, भीमशंकर मंडल, जहीर परसौनवी, जावेद अनवर, वीणा कुशवाहा, अविनाश सिंह गौड, संतोष प्रभाकर, रजा अली, फूलदेव यादव, अनूप कश्यप, संतोष झा, प्रकाश सिंह, कपिलदेव राय, विजय राम, महेंद्र कामत, विष्णुदेव चौधरी, राधेश्याम यादव, सुभाष ठाकुर, राजेन्द्र मिश्र, संतोष चौधरी, जीवछ झा, राघव चौधरी, पंकज चौधरी, बलराम मंडल, मधुबनी जिला मीडिया सेल जिलाध्यक्ष आलोक कुमार, इफ्तिखार जिलानी, देवचंद्र सिंह, दीपक चौधरी, राजू चौधरी, कमल नारायण सिंह, फूलदेव यादव, विकास झा, आदि उपस्थित थे।

कांग्रेस पार्टी ने बेरोजगार हुए वकील, पुजारी व अन्य युवाओं के लिए फण्ड की उठाई मांग

मधुबनी : बिहार में कोरोना वायरस के मद्देनजर लॉक डाउन लगाया गया है, जिस कारण गरीब, निर्धन ओर असहाय लोगों के सामने भुखमरी की नौबत आ गयी हुई है। ये लोग तो मांग कर भी अपना पेट भर लेते हैं, पर कुछ ऐसे भी वरुग के लोग है, जो मांग भी नही सकते और इस लॉक डाउन में बेरोजगार बन गए हैं।

इस वर्ग में पुजारी, पंडित एवं वकील के पेशे से जुड़े लोग हैं, जो मांग भी नही सकते हैं और न ही इस कोरोना काल मे पैसा कमा सकते हैं। इस बाबत कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने बिहार सरकार से अपील करते हुए कहा कि इन वर्ग के लोगों का ख्याल रखते हुए एक विभाग बनाये या फण्ड पास करे, ताकि इनलोगों के जीवन यापन हो सके। क्योंकि ये जो वरुग है इनका जीवन यापन का साधन एकमात्र ही है, जो कोरोना के कारण बंद है। और ये वर्ग हाथ फैलाने में असमर्थ है। इसलिए मैं अपील करते हूँ बिहार सरकार से की इन सब जैसों के लिए फण्ड दिया जाए।

रालोसपा ने ‘शिक्षा सुधार सप्ताह को लेकर की बैठक

मधुबनी : नगर स्थित कुशवाहा छात्रावास में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के जिलाध्यक्ष महेंद्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में होनेवाली शिक्षा सुधार सप्ताह को लेकर पार्टी के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओ की बैठक हुई।

उक्त बैठक को सम्बोधित करते हुये वक्ताओं ने कहा बिहार की बदहाल शिक्षा में बदलाव एवं जागरूकता को लेकर शिक्षा सुधार सप्ताह मनाया जायेगा, जो दिनांक 7सितंबर 2020 से 13 सितंबर 2020 तक चलाया जायेगा।

बिहार में शिक्षा अपने सबसे खराब हालत में है। नीतीश सरकार ने बिहार मे बिहार में लगातार गिरते शिक्षा के स्तर को सुधारने का कोई प्रयास नही किया। साईकिल, पोशाक व वजीफा बांटकर वोट का सौदा किया। साधन सम्पन्न लोग निजी शिक्षा या बिहार के बाहर की व्यवस्था पर निर्भर है। गरीब परिवार के बच्चे खिचड़ी खाकर जी रहे है। शिक्षा के सभी मापदंडों पर हमारा बिहार लगातार गिरता गया। छात्र बेहाल है, अभिभावक मूक दर्शक बना दिये गये है।

राष्ट्रीय लोक समता पार्टी शिक्षा के मामले को लेकर हमेशा प्रयत्नशील रहती आई है। गरीब घर के बच्चों के सपनों को साकार करने का एकमात्र जरिया है की चुनाव सामने है। ऐसे ही अवसरों के लिये मताधिकार आपके हाथो में संविधान द्वारा दिया गया औजार है, जिसका सोच-समझकर प्रयोग करक़े आप अपने बच्चों का भविष्य बदल सकते है।

मधुबनी नगर थानाध्यक्ष का हुआ तबादला, विदाई समारोह में किया गया अभिनंदन

मधुबनी : नगर थानाध्यक्ष अरुण कुमार राय का तबादला समस्तीपुर में हो गया। उनका नगर थाना में चार वर्षो का कार्यकाल रहा। अच्छी पुलिसिंग एवं सामाजिक कार्यो में भीं इनका योगदान भुलाया नही जा सकता। इन्होने आम जनों में एक अमिट छाप छोड़ रखी है।

इस मौके पर नगर के नागरिकों के द्वारा नगर थाना प्रभारी अरुण राय का विदाई समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें इनके कार्यकाल की लोगो ने जम कर सराहना कि लोगों ने कहा कि बहुत ही कम ऐसे पदाधिकारी होते है, जो जन-जन तक अपनी योग्यता और व्यवहार से लोगो के दिलो में जगह बना पाते है। लोगो ने कहा थाना से आम लोगो को इनके द्वारा जोड़ना इनकी उत्कृष्ट कार्यशैली को दर्शाता है।

राष्ट्रीय नाई महासभा मिथिला मधुबनी की ओर से छोटी बच्ची भूमि ठाकुर द्वारा थानाध्यक्ष को गणपति चित्रकला भेट की गयी, एवं मिथिला की परंपरा के अनुसार कई गणमान्य लोगो एवं संगठनों ने उन्हें पाग, माला एवं दोपट्टा से अभिनंदन कर उनको विदाई दी।

बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ ने किया शोक सभा का आयोजन

मधुबनी : स्वर्गीय रामपति यादव पंचायत शिक्षक प्राथमिक विद्यालय बलाट मुसहरी के आकस्मिक निधन हो जाने के उपरांत उनकी आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का शोक सभा का आयोजन प्राथमिक विद्यालय बलाट में किया गया।

इस शोक सभा का आयोजन जिला सचिव रामसरोवर भारती के अध्यक्षता में किया गया, जिसमें बासोपट्टी प्रखंड के शिक्षक शंभूनाथ सिंह,।शिव शंकर महतो, देव नारायण यादव, राम उदगार राम, दीपक कुमार, शिव कुमार उर्फ शंकर मेहता, गणेश राम, नवीन कुमार आदि शिक्षकों ने भाग लिया।

शिक्षक रामपति यादव के निधन पर शोक ब्यक्त करनेवालो में खजौली विधायक सीताराम यादव बीआरपी ललित कुमार यादव बिहार राज्य प्रारभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष संजीव कुमार कामत, जिला सचिव रामसरोवर भारती, प्रखंड अध्यक्ष देव नारायण यादव, शिव शंकर महतो, दीपक कुमार, शम्भुनाथ सिंह, राम उदगार राम, शिव कुमार, गणेश राम, नविन कुमार, राधा देवी मौजूद रहे।

50 दिनों से लगातार भूखो को करा रहे भोजन

  • अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन की खुब हो रही चर्चा

मधुबनी : माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन की शुरुआत पिछले 16 जुलाई को हुई थी, जिसका मकसद सड़क किनारे, रेलवे स्टेशन पर व शहरी क्षेत्र में भूखे लोगों को खाना उपलब्ध कराना है। पिछले 50 दिनों में एक भी दिन ऐसा नहीं हुआ, जिस दिन भूखों को खाना ना दिया गया हो। यह संस्था पिछले 50 दिनों से हर शाम शहर में घूम-घूम कर रेलवे स्टेशन, पटना गद्दी रोड, भेलवा चौक, यू-टर्न रोड, कमला पुल सहित अन्य जगह भूखे लोगों को लिए खाना देने का कार्य करती है।

गुरुवार को माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन के कार्यालय जो किसान भवन रोड में है, उसके 50 दिवस पूरे होने पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन के द्वारा किए जा रहे कार्यक्रम के बारे में स्थानीय मीडिया बंधुओं को जानकारी दी गईं।

सबसे पहले कार्यक्रम की शुरुआत प्रवीर महासेठ, अमित राउत, प्रशांत झा, संतोष कुमार सहित अन्य दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम की शुरूआत किया गया। वहीं शाम के कार्यक्रम में स्थानीय कई लोग एवं पत्रकार बंधुओं ने शिरकत किया।

इस मौके पर युवा भारत विकास बोर्ड के मधुबनी जिला के अध्यक्ष ललन कुमार ने जमकर इस प्रयास की तारीफ की। उन्होंने कहा कि इस तरह के सामाजिक प्रयासों से भूखे लोगों को मदद मिल रही है। इन युवाओं को अन्य लोगों को प्रेरणा लेनी चाहिए, और आगे चलकर यह संस्था बृहद रूप लेगा। यह प्रयास ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच सके, इसके लिए उन्होंने शुभकामनाएं भी दी।

इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष प्रशांत झा ने बताया कि हमारा एक मात्र उद्देश्य है कि लॉक डाउन के दौरान जो हमने खाना खिलाने के कार्य शरू किया था, अब वो अनवरत चलता रहेगा। इससे नेक कार्य और कुछ भी नही हो सकता है।

वहीं, संतोष शर्मा ने बताया कि हमारे माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन का एकमात्र उद्देश्य है कि किसी भी तरह कोई गरीब हो भूखा है, उसको खाना खिलाया जाए, ताकि वो भूखा न सो पाए।

वहीं, पप्पू पूर्वे ने बताया कि हमारी संस्था माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन ने शुरू दिन से निःस्वार्थ भावना से लोगों को खाना खिलाने के पुण्य कार्य किया है, ओर ये कार्य अब अनवरत जारी रहेगा।

वहीं, संस्था के मुख्य संयोजक सह आयोजनकर्ता समाजसेवी अमित राउत ने बताया कि हम पिछले 50दिनों से लगातार पौष्टिक खाना पैक कर शहर के लगभग सभी जगहों पर जैसे कि रैलवे स्टेशन परिसर, शहीद चौक, पटना गद्दी चौक, भेलवा टोल, यू-टर्न सड़क, कमला पुल के दोनों छोड़ के तरफ निःस्वार्थ भावना से उच्च गुणवत्ता वाले भोजन के 100 पैकेट का वितरण किया करते हैं, और अब जनसहयोग मिलने से हमारा मनोबल बढ़ा है। आशा और उम्मीद के साथ शुरू किया हुआ ये नेक कार्य अब अनवरत जारी रहेगा। पिछले 50दिनों में काफी सहयोग लोगों से मिला है, अब ओर भी मिल रहे हैं।

वहीं शाम को खाना वितरण के समय रेलवे स्टेशन परिसर में रेल जीआरपी एवं रेल आरपीएफ के प्रभारी एवं अन्य जवानों को मिथिला परंपरा अनुसार पाग, माला ओर दोपट्टा से सम्मानित कर सहयोग बनाये रखने के लिए आभार जताया गया।

वैश्विक महामारी बन चुके कोविड-19 नोबल कोरोना वायरस के प्रति सचेत करने और स्वच्छता के लिए जागरूकता के उद्देश्य से खाना देते वक्त माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन के सदस्य लोगों के हाथ सेनेटाइज करवाकर एवं सोशल डिस्टेंसिनग का ख्याल रखते हुए उनको खाना देते हैं।

इस नेक कार्य मे प्रवीर महासेठ, राजेश गुप्ता, विजय नायक, अमित अमन, प्रशांत झा, अमित महतो, मनीष कुमार रोहिता, संतोष कुमार, पप्पू कुमार पूर्वे, जितेंद्र मंडल, लखन महासेठ, मिथिलेश महतो, विशाल नायक, मुकेश राउत, किशन महतो एवं अन्य लोग भी इसमें इनका सहयोग कर रहे हैं।

इसके अलावा शहर के चैम्बर ऑफ कॉमर्स, कैट संस्था, मिथिलांचल चैम्बर ऑफ कॉमर्स, ॐ जय माता दी सेवा समिति, नगर मंडल भाजपा परिवार, युवा कांग्रेस कमिटी, जदयू जयनगर परिवार, राजद जयनगर, युवा राजद जयनगर, मॉर्निंग वॉक ग्रुप, सूड़ी युवा मंच, भारत विकास परिषद, फटर्निटी ग्रुप, युथ इंडिया डेवलपमेंट बोर्ड एवं अन्य कई संस्थाओं एवं कई स्थानीय व्यापारियों एवं समाजसेवियों ने भी भोजन वितरण के समय आकर इनका हौसला अफजाई भी किया है।

सुमित राउत

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here