औषधीय व सुगंधीय पौधों की खेती कर किसानों को नई दिशा प्रदान कर रहे आनंद व प्रभात
चंपारण : मोतिहारी जिला स्थित बंजरिया प्रखंड के किसानों द्वय ने औषधीय और सुगंधीय पौधों की खेती करके किसानों को नई दिशा प्रदान कर रहे हैं। परम्परागत खेती से किसानों को खेती जहां नुकसान का जरिया बनता जा रहा है, वहीं आंनद कुमार और प्रभात रंजन ने किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के तरीकों को धरातल पर उतार दिया है।
बंजरिया प्रखंड के बकुलहरा निवासी प्रभात रंजन ने एमबीए की पढ़ाई करने के बाद टाटा कम्पनी के सीएमसी लिमिटेड में एचआर के पद पर कार्यरत थे। अच्छी तनख्वाह और आराम की जिंदगी छोड़ उन्होंने अन्नदाताओं की भाग्य सवारने की कसम खाई। उन्होंने एचआर की पद को छोड़ अपने ग्रामीण और चाचा आंनद कुमार जो गन्ना के प्रभेद के नवाचार प्रगतिशील हैं के साथ मिलकर औषधीय और एरोमेटिक खेती को करने की ठानी। ऊक्त दोनों किसानों ने मोतिहारी प्रखंड के चन्द्रहिया गांव में 10 एकड़ जमीन को वर्ष 2018 में लीज पर लेकर खेती आरंभ करने लगे। जिसमें मेंथा (मिंट), लेमनग्रास, खस और वनतुलसी(पंजाबी तुलसी) की नवाचार किसानी कर रहे हैं।
सहायक निदेशक उद्यान डॉक्टर श्रीकांत और कृषि विज्ञान केंद्र के निदेशक अरविंद सिंह की उपस्थिति में लेमनग्रास की हार्वेस्टिंग की गई। उक्त अवसर पर संग्रामपुर प्रखंड के प्रगतिशील किसान और औषधीय व सगन्धीय पौधों के विपणन के जानकार विजय शंकर ठाकुर ने बताया कि मेंथा की लागत खर्च प्रति एकड़ 16 हजार रूपये आता है। जिसमें प्रति एकड़ 50 किलोग्राम अर्क निकलता है। जिसका बाजार भाव वर्तमान में 1070 रुपये प्रति किलोग्राम है। वहीं खस की लागत खर्च प्रति एकड़ 55 हजार रुपये आता है। जिससे प्रति एकड़ फसल के हिसाब से 10 से 14 किलोग्राम अर्क निकलता है। जिसका बाजार भाव वर्तमान में 14 हजार 500 रुपये प्रति किलोग्राम है।
वहीं लेमनग्रास की लागत खर्च 18 हजार प्रति एकड़ आता है। जिसका उत्पादन प्रति एकड़ 100 किलोग्राम होता है। जिसका बाजार भाव वर्तमान में 1100 रुपये प्रति किलोग्राम है। जिसे एकबार रोपने के बाद 5 वर्ष तक कटाई की जाती है। वहीं वनतुलसी(पंजाबी तुलसी) की लागत खर्च 5 हजार रुपए प्रति एकड़ आता है। जो 90 दिनों में तैयार हो जाता है। जिससे प्रति एकड़ 30 किलोग्राम अर्क निकाला जाता है। जिसकी वर्तमान बाजार भाव 1 हजार रुपए प्रति किलोग्राम है। वनतुलसी के सूखे पत्तों की भी मांग है । अगर अर्क नहीं निकाला जाय तो सूखे पत्तों की भी अच्छी कीमत मिल सकती है।ऊक्त अवसर पर डॉक्टर श्रीकांत ने बताया कि पूर्वी चंपारण जिले में औषधीय और एरोमेटिक की खेती 200 हेक्टेयर भूखंड पर की जा रही है।
उन्होंने बताया कि उपरोक्त औषधीय और एरोमेटिक की खेती करने वाले नवाचार किसानों को प्रति हेक्टेयर 20 हजार रुपए प्रोत्साहित राशि दी जाती है। उन्होंने बताया कि जिन किसानों को भी ऐसी खेती करनी है वे जिला हार्टिकल्चर कार्यालय में आकर संपर्क कर सकते हैं। उक्त अवसर पर केवीके प्रमुख अरविंद कुमार ने कहा कि आनंद कुमार और प्रभात रंजन द्वारा की जा रही खेती को देखकर मन प्रसन्न हो गया है। दोनों किसानों ने अन्य किसानों को औषधीय और सगन्धीय पौधों की खेती करने के लिए प्रेरित कर रहें हैं।
उन्होंने मौके पर हार्वेस्टिंग कर रहे ट्रैक्टर चालक को आवश्यक निर्देश भी दिया। जिससे हार्वेस्टिंग करने में आसानी होने लगी। उक्त अवसर पर बंजरिया प्रखंड बीटीएम सह बीएचओ मंतोष कुमार, एटीएम अजय कुमार, प्रखंड किसान सलाहकार समिति के अध्यक्ष ब्रजकिशोर पांडेय, समिति के सदस्य आंनद कुमार, आलोक चन्द्र, प्रगतिशील किसान ईश्वर चन्द्र सिंह, अचलदेव सिंह, विजय ठाकुर, सुरेंद्र साह सहित अन्य उपस्थित थे।
राजन दत्त द्विवेदी
अंतर्राज्यीय बाइक गिरोह का पर्दाफाश, गिरोह सरगना किंग पिंग को पुलिस करेगी गिरफ्तार: किरण जाधव
- बगहा पुलिस ने 07 बाइक के साथ 07 बाइक चोरों को दबोचा
चंपारण : बेतिया, जिला के बगहा पुलिस की कार्रवाई में बिहार और यूपी अंतर्राज्यीय बाइक गिरोह का पर्दाफाश किया है। बगहा के नवागत पुलिस अधीक्षक किरण कुमार जाधव विगत 31 अगस्त 2020 को चोरी हुई एक बाइक मामले की तफ्तीश के दौरान इस गिरोह का पता चला। एसपी बगहा किरण जाधव ने यह ठान लिया कि बाइक चोरी, लूट और छीनने की घटना को अंजाम देने वाले गिरोह को क्षेत्र में नहीं रहने देंगे। उसके बाद उन्होंने गुरूवार को बाइक चोरी करने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए, 07 बाइक चोरी गिरोह के छंटे सदस्यों को दबोच लिया है।
इस दौरान बगहा पुलिस ने 07 बाइक भी बरामद किया है। एसपी किरण कुमार जाधव ने नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई में बिहार-यूपी के विभिन्न शहर से पुलिस को चकमा देकर चोरी की घटना को अंजाम देता रहा। मास्टर (की) चाभी के सहारे पार्क की गई बाइक को उड़ा गिरोह के शातिर चोर धंधा को संचालित करते रहे। बगहा एसपी के हवाले से खबर है कि उपर्युक्त गिरोह चोरी करने के लिए लग्जरी गाड़ियो का उपयोग करते रहे। पुलिस के अनुसार “किंग पिंग” सफ़ेदपोश गिरोह के सदस्य स्कॉर्पियो और बोलेरो जैसी गाड़ियों से शहर में पहुँचकर बाइक लेकर चम्पत होते रहे हैं।
चोरों का सरगना जगह के साथ चोरी का टिप्स देता रहा। इस गिरोह का कार्यक्षेत्र बिहार के अतिरिक्त उत्तर प्रदेश के कुशीनगर, देवरिया, गोरखपुर, महाराजगंज तक रहा है। बगहा पुलिस के कप्तान किरण कुमार जाधव ने ऐलान किया है कि जिन लोगों की बाइक चोरी हुई है, उन्हें मोबाइल पर सूचना दी जाएगी। एसपी किरण कुमार जाधव ने पत्रकारों को बताया कि चोरी की घटना के तुरंत बाद पुलिस को सक्रिय कर छापादल बनाया गया। जिन्होंने काफी परिश्रम किया, तत्पश्चात पुलिस को उपर्युक्त सफलता मिली। एसपी श्री जाधव का कहना है कि गिरोह के किंग-पिंग पर पुलिसिया कार्रवाई जारी है। बगहा एसपी किरण कुमार जाधव ने छापादल में शामिल पुलिस टीम के सभी पुलिसकर्मी पुरस्कृत किये जायेंगे।
अवधेश कुमार शर्मा
वैश्विक बीमारी काल विधानसभा चुनाव को ले प्रशासन गंभीर
- सुगौली चीनी मिल का डीएम व एसपी ने लिया जायजा
चंपारण : वैश्विक बीमारी काल में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर जिला प्रशासन गंभीर नजर आ रहा। ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का सही से पालन कराते हुए निर्वाचन कार्य की प्रक्रिया को स्वच्छ एवं निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराया जा सके।
इसी क्रम में जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक एवं एसपी नवीन चंद्र झा के साथ प्रशासनिक टीम ने निर्वाचन के तैयारी को लेकर सुगौली प्रखंड क्षेत्र का दौरा करते हुए निर्वाचन के दृष्टिकोण से सुगौली चीनी मिल के प्रशासनिक भवन एवं कार्यालय भवन का भी जायजा लिया। इस दौरान डीएम ने चीनी मिल के इथेनाल प्लांट का निरीक्षण किया। वहीं हरसिद्धि में बने एचपीसीएल के गैस बॉटलिंग प्लांट का भी निरीक्षण किया। डीएम के भ्रमण के दौरान अनुमंडल पदाधिकारी प्रियरंजन राजू, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, गोपनीय शाखा के विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, बीडीओ, सीओ एवं अन्य प्रशासनिक पदाधिकारी मौजूद थे।
राजन दत्त द्विवेदी
दफ्तर में स्वच्छता का ख्याल रखते हुए सभी संचिका को व्यवस्थित रखें : डीएम
चंपारण : मोतिहारी, जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने आज समाहरणालय स्थित विभिन्न विभागों के कार्यालय का निरीक्षण करते लापरवाह कर्मचारियों को फटकार लगाई। कहा दफ्तर में स्वच्छता का ख्याल रखते हुए सभी संचिका को व्यवस्थित तरीके से रखें। अगर इसमें कोई कोताही या लापरवाही होगी तो सीधे कार्रवाई होगी।
डीएम ने इॊ दौरान जिला पंचायत राज कार्यालय, आईटी प्रबंधक कार्यालय, द्वितीय अपील कार्यालय, बंदोबस्ती कार्यालय, विशेष कार्य पदाधिकारी कार्यालय, स्थापना कार्यालय, एनआईसी कार्यालय, उप विकास आयुक्त कार्यालय एवं जिला अभिलेखागार का जायजा लिया। डीएम ने स्थापना उप समाहर्ता को क्षेत्र से कार्यालय में काम के बाबत आने वाल आम जनों को बैठने के लिए शेड एवं शौचालय का निर्माण कराने का निर्देश दिया। वहीं समाहरणालय परिसर में बिना मास्क के घूमने वाले का भी चालान काटने का निर्देश दिया। डीएम के औचक निरिक्षण से कर्मियों में हड़कंप की स्थिति रही।
गंडक के बांध टूटने के साथ बाढ़ में बह गई मछली पालक किसानों की मछलियां
- महाजनों से ली गई कर्ज व पट्टावाली की रकम चुकाने की सता रही है चिंता
चंपारण : संग्रामपुर, उत्तरी भवानीपुर में निहालु टोला के समीप टूटे चम्पारण तटबंध ने खेतिहर किसानों के साथ -साथ व्यापक पैमाने पर मछली पालन करने वाले किसानों की कमर तोड़ दी है। इस तरह आर्थिक संकट आया कि उन्हे महाजन के कर्ज की राशि पट्टेदार की देनदारी की चिंता उन्हें खाए जा रही है। तालाबों में रखी गयी मछलियां तो बाढ़ की भेंट चढ़ गई अब महाजनों से लिए गए कर्ज की भरपाई कैसे हो।
मत्स्य विभाग द्वारा भी इसके एवज में कुछ भरपाई की बाते नहीं कि जा रही हैं। फसल नुकसान की भरपाई की बात सपकार और अधिकारी कर भी रहे हैं पर मत्स्यपालकों के नुकसान की भरपाई की बात कोई नहीं सोंच रहा है। विभागीय पदाधिकारियो का कहना है कि इसमें विभाग कोई मदद नहीं कर सकता। उत्तरी भवानीपुर पंचायत के भवानीपुर मौजे टोला निवासी मोतीलाल सहनी का मछली पालन का काम पुस्तैनी हैं। लेकिन वर्ष 2017 से इनके द्वारा लगभग दस एकड़ लीज तो करीब दस एकड़ निजी भूमि पर तालाब खुदाई करवा कर व्यापक पैमाने पर मछली पालन का कार्य किया जाता हैं। लेकिन इस बाढ़ ने इस व्यवसाय में लगाई गई पूंजी ही समाप्त कर दी।
उनका कहना हैं कि इस वर्ष उनके द्वारा लगभग 20 से 25 लाख के मछली उत्पादन का लक्ष्य था और उसी अनुसार तालाबों में मछली बीज भी डाला गया था और उसके दाने पानी पर खर्च किया था। लेकिन रातों रात नदी की बाढ ने उनके इस व्यवसाय में लगाई गई पूंजी ही निगल गई। उन्हें यह चिंता सता रहा हैं कि महाजनों से ली गई कर्ज राशि व पट्टे पर ली गई तालाबों का भुगतान कैसे होगा। इनके द्वारा भवानीपुर के बरकुर्वा में लगभग पन्द्रह एकड़ में रोहू, कतला, ग्रासकाट आदि मछलियों का पालन किया जाता है। इस संबंध में प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी नवल किशोर सिंह से जानकारी मांगी गई तो उनका कहना था कि उनका काम फसलों के क्षति का आकलन करके विभाग को देना है।
मछली पालकों के नुकसान की भरपाई सरकार करे : विधायक
केसरिया विधायक डाॅ. राजेश कुमार ने कहा कि सरकार को मछली पालक किसानों के लिए भी क्षतिपूर्ति की व्यव्यस्था करनी चाहिए ताकि उन्हें भी राहत मिले। ताकि उनका मनोबल बढ़े। उत्तरी भवानीपुर की मुखिया निवेदिता कुमारी ने कहा कि मछली पालक भी किसान हैं। उनके नुकसान की भरपाई करनी चाहिए।
अभिनंदन
जल स्रोत संचयन के विभिन्न स्रोतों को सीमावर्ती क्षेत्र में करें विकसित : कुंदन कुमार
चंपारण : बेतिया, पश्चिम चम्पारण जिला के सीमावर्ती प्रखंड बगहा-02, रामनगर, गौनाहा, मैनाटांड़ एवं सिकटा में विभिन्न विकास एवं कल्याण योजनाओं का कार्यान्वयन “सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम” के तहत किया जाना है। इसके क्रियान्वयन के लिए जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार की अध्यक्षता में जिलास्तरीय स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हुई। जिसमें लगभग ₹121 करोड़ से कृषि, शिक्षा, खेल, स्वास्थ्य, सड़क/पुल से संबंधित विभिन्न (स्ट्रक्चर) संरचना निर्माण से संबंधित प्रस्ताव पर विचार-विमर्श की गई। डीएम ने कहा कि “सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम” अतिमहत्वपूर्ण योजना है।
इस अंतर्गत अंतराष्ट्रीय सीमा पर दुर्गम एवं सुदूर क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की आवश्यकता को विशेष योजना के माध्यम से पूरा किया जाना है एवं सीमावर्ती क्षेत्र में विभिन्न मद के माध्यम से आवश्यक आधारभूत संरचना का विकास सामाजिक सहभागिता से करना इसका मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि नेपाल सीमा पर स्थित भिखनाठोरी, भतुजला एवं आसपास के क्षेत्र में पानी की किल्लत से आमजन को परेशानी उठानी पड़ती है। उन क्षेत्र में विभिन्न जल स्रोतों का निर्माण आवश्यक है। इसके लिए प्रोजेक्ट -जल संचय के माध्यम से विभिन्न प्रकार के जल संचयन की व्यवस्था की जाएगी।
प्रोजेक्ट जल संचय से अत्यधिक हरियाली होगी। मनुष्य व जीवजंतुओं को पेयजल की कमी नहीं रहेगी। डीएम ने संबंधित पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि उन क्षेत्रों में बड़े-बुजुर्गों से विचार विमर्श कर पम्परागत जल स्रोत, जो अब लुप्त हो चुके हैं। उनकी जानकारी प्राप्त कर उनके जीर्णोंद्धार के लिए आवश्यक कार्रवाई करें। डिप्टी कमांडेंट को वाटर रिचार्ज टैंक निर्माण को स्थल का चयन शीघ्र करने, अवश्यकतानुसार चेकडैम का निर्माण भी कराने को कहा गया। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त अन्य कारगर उपाय करने की आवष्यकता है, जिससे लोगों को पानी के लिए परेशानियां नहीं झेलनी पड़ी। बैठक में जमुनिया को माॅडल विलेज के रूप में विकसित करने पर चर्चा हुई। साथ ही 10-12 छोटे-छोटे ग्रुप बनाकर “पत्तल इंड्रस्टिज”
के लिए अग्रेत्तर कार्रवाई करने का निर्देश डीएम ने दिया। जिला योजना पदाधिकारी आकाश ऐश्वर्य ने बताया कि सीमा प्रबंधन विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली के संचालित सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम अंतर्गत चार वर्ष प्रेसपेक्टिव एक्शन प्लान 2020-21 से 2023-24 जिलास्तरीय स्क्रीनिंग समिति से पारित होने के उपरांत अग्रेत्तर कार्रवाई को योजना एवं विकास विभाग, बिहार को भेजी जाएगी।
अवधेश कुमार शर्मा