पटना: बिहार सरकार के ग्रामीण विकास एवं संसदीय कार्य विभाग श्रवण कुमार ने रविवार को फेसबुक लाइव के माध्यम से कोरोना महामारी से उत्पन्न संकट एवं इसके बढ़ते संक्रमण के खतरों तथा इस महामारी का सामना करने हेतु बिहार सरकार द्वारा चलाये जा रहे कार्यक्रमों के सम्बन्ध में राज्य की जनता के समक्ष अपनी बातों को रखा।
उन्होंने बताया कि इस महामारी ने लोगों के आम जीवन के साथ-साथ सामाजिक, आर्थिक एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रतिकूल परिस्थितियाँ उत्पन्न की है। देश में इसके बढ़ते संक्रमण को रोकने हेतु सरकार द्वारा विभिन्न चरणों में लॉकडाउन एवं अनलॉक जैसे उपाय किये गये। लॉकडाउन के कारण हमारी दिनचर्या के साथ-साथ हमारे जीवन शैली में परिवर्त्तन आया। समाज के सभी आय वर्ग के लोगों के सामने गंभीर आर्थिक समस्या उत्पन्न हो गयी।
मंत्री ने पुनः बताया कि सरकार द्वारा कोविड-19 के संक्रमण से बचाव हेतु सुरक्षात्मक उपायों के साथ-साथ कई रोजगारपरक गतिविधियाँ आरम्भ की गयी, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए लोगों को रोजगार उपलब्ध काराया जा सके।
श्रवण कुमार ने मनरेगा के बारे में बताया कि राज्य के सभी ग्राम पंचायतों में मनरेगा का कार्य प्रारम्भ हैं। जिसमें लगभग 4 लाख मजदूर कार्य कर रहे हैं। पौधा रोपण की दिशा में भी अपेक्षित प्रगति हो रही है तथा हम उपलब्धि की ओर अग्रसर है।
प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) अन्तर्गंत वित्तीय वर्ष 2016-17 एवं वित्तीय वर्ष 2017-18 में कुल 11 लाख 76 हजार 617 आवास के निर्माण का लक्ष्य निर्धारित था। जिसमें लगभग 9 लाख आवास पूर्ण किये जा चुके हैं। इसी प्रकार वित्तीय वर्ष 2019-20 में कुल 13 लाख 2 हजार 259 आवास के निर्माण का लक्ष्य निर्धारित था, जिसमें लगभग 3 लाख आवास पूर्ण किये जा चुके हैं शेष आवास निर्माण की प्रक्रिया चल रही है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में 7 लाख 82 हजार 102 आवास के निर्माण का लक्ष्य है इस दिशा में तेजी से कार्य किये जा रहे हैं।
बिहार सरकार ने कोविड-19 की आपदा को अवसर में बदलने के उद्देश्य से इस विपरीत परिस्थिति में भी एक मजबूत स्वास्थ्य प्रणाली विकसित करने पर जोर दिया तथा स्वास्थ्य के क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं में सुधार के साथ-साथ दवा, मेडिकल उपकरण एवं अन्य क्षेत्रों को मजबूत करने हेतु कई योजनाऐं प्रारम्भ किये गये ।