4 अगस्त : मधुबनी की मुख्य ख़बरें

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गोलीकांड के मुख्य आरोपी सहित आठ पिस्टल, बाईक व मोबाइल के साथ गिरफ्तार

मधुबनी : पिछले महीने बांसोपट्टी में हुए गोली कांड में पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने गोली कांड मामले के मुख्य आरोपी सहित आठ अन्य को पिस्टल बाइक व मोबाइल के साथ गिरफ़्तार किया है।

एसपी डॉक्टर सत्यप्रकाश ने अपने कार्यालय प्रकोष्ठ में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया की बांसोपट्टी में 26 जुलाई को देवेंद्र शर्मा को गोली मारकर जख्मी कर दिया गया, जिनकी मृत्यु ईलाज के क्रम मे हो गई थी। इस संबंध में बांसोपट्टी थाना मे विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर अभीयुक्तो की गिरफ्तारी हेतु सुमित कुमार अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी जयनगर के नेतृत्च में कई थानों के थानाध्यक्ष को मिलाकर छापामारी टीम गठित कर छापेमारी की गई।

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छापेमारी के क्रम मे अभीयुक्त अजीत दास को गिरफ्तार कर पूछताछ किया गया जिसमे यह बात सामने आई की मृतक का भतीजा बच्चू शर्मा डेढ़ लाख रुपैया में हत्या करने के लिये अजीत दास को सुपारी दिया था।

अजीत दास के निशानदेही पर घटना मे संलिप्त अन्य आठ अपराधियों को छापामारी कर गिरफ्तार किया गया एवं अपराधी अजीत दास के द्वारा घटना करने के बाद घटना मे प्रयुक्त पिस्टल को समीर सिंह को रखने क़े लिये दे दिया था जिसे बरामद कर लिया गया साथ ही इन अपराधियों से घटना में प्रयुक्त बाईक के साथ 06 मोबाईल को पुलिस ने बरामद किया है। एसपी डॉक्टर सत्यप्रकाश ने बताया की छापेमारी टीम के सभी पुलिस पदाधिकारियों एवं कर्मियों को पुरस्कृत किया जायेगा।

सुशांत सिंह राजपूत मामले में सीबीआई जांच की अनुशंसा सरकार की ऐतिहासिक पहल : प्रफुल्ल ठाकुर

मधुबनी : प्रसिद्ध दिवंगत कलाकार सुशांत सिंह राजपूत मामले में महाराष्ट्र पुलिस का रवैया अनुचित है। इस मुद्दे पर नीतीश सरकार द्वारा सीबीआई जांच की अनुशंसा निश्चित रूप से एक दूरदर्शी कदम साबित होगी।

बिहार प्रदेश जदयू के वरिष्ठ नेता सह अलीनगर दरभंगा के बिधानसभा चुनाव प्रभारी प्रफुल्ल कुमार ठाकुर ने बिहार सरकार के सीबीआई जांच की अनुशंसा को बिहार के 11 करोड़ जनता के भावन के अनुकूल बताते हुए कहा है, कि मुंबई पुलिस का जांच के नाम पर गैर जिम्मेदाराना रबैया तथा मुंबई पुलिस द्वारा बिहार के एस०पी० विनय तिवारी को जबरदस्ती कोरेनटाइन करना इस बात को साबित करता है, कि मामले में कही-न-कही वहां के सीएम उद्भव ठाकरे सरकार की संलिप्तता है।

आधुनिकता के दौर में भी ट्रेंड कर रहा मधुबनी पेंटिंग से सुसज्जित कपड़े

जदयू नेता ने इस मुदे पर कांग्रेस एवं राजद के शीघ्र नेतृत्व के रबैये की आलोचना करते हुए कहा कि आनेवाले समय में कांग्रेस को इसका खामियाजा भुगतना पडेगा।

भाकपा कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री का पुतला फूंका

मधुबनी : मधवापुर प्रखंड क्षेत्र के बिशनपुर पंचायत अंतर्गत पकड़शाम गांव में भाकपा (माले) कार्यकर्ताओं ने जिले को बाढ़ प्रभावित व पूरे उत्तर बिहर को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित करने व तत्काल प्रभाव से राहत कार्य चलाने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला फूंका।

भाकपा माले कार्यकर्ताओं ने उत्तरी और पूर्वी बिहार के सभी जिलों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित करने, कोरोना लॉक डाउन से तबाह मज़दूर-किसानों के ऊपर आयी दूसरी बड़ी तबाही को देखते हुए सभी बाढ़ प्रभावित परिवारों को 25-25 हज़ार रुपये की सहायता राशि तत्काल देने, पानी से घिरे गांव-टोलों और ऊंची जगहों पर शरण लिए परिवारों के लिये ड्राई फ़ूड पैकेट्स और पानी की व्यवस्था जरिए, एवं मवेशियों के लिये पर्याप्त चारे की व्यवस्था, नाव पर्याप्त संख्या में उपलब्ध हो, तथा चलंत मेडिकल सेन्टर ज़िला परिषद क्षेत्र के स्तर पर हो,सभी किसानों और बटाईदारों को 20 हज़ार रुपये प्रति एकड़ फसल क्षति मुआबजा दिए जाने, सभी खेत मज़दूरों, ग्रामीण मज़दूरों और प्रवासी मज़दूरों को मासिक 7500 रुपये का बेरोजगारी भत्ता दो।

बाढ़ की लगातार तबाही झेल रहे उत्तर-पूर्वी बिहार के दलित-गरीबों के लिये दो मंजिला पक्का मकान देने की योजना दिल्ली-पटना की सरकार बनाये, बाढ़-सूखा से मुक्ति के लिये मुकम्मल योजना बनाओ, बाढ़ राहत के सुचारू अभियान चलाने को लेकर तत्काल सर्वदलीय बैठक बुलाया जाने की मांग को ले मुख्यमंत्री का पुतला फूंका।

इस पुतला दहन कार्यक्रम में मधवापुर प्रखंड माले सचिव कामेश्वर राम, अशेशर पासवान, राम प्रसाद सदाय, होरिल सदाय, जय शंकर सदाय, दिनेश सदाय, बिपत्ती देवी, मालती देवी, संगीत देवी सहित लगभग एक सौ माले कामरेडों ने भाग लिया।

सरकारी कर्मी व पुलिसकर्मी भी हो रहे कोरोना पॉजिटिव

मधुबनी : खुटौना प्रखंड के ललमनियां थाना क्षेत्र के बीते दिनों ललमनियां पुलिस द्वारा पकड़े गए हथियार एवं अन्य घातक हथियारों के साथ एक साथ 12 अपराधियों के पकड़े जाने एवं जेल भेजने से पूर्व सभी को कोरोना की जांच करवाई गई थी, जिसमे एक अपराधी को पॉजिटिव रिपोर्ट आने से ललमनियां थाने की सभी पुलिसकर्मियों में दहशत का माहौल है।

बता दे की थाने के दो चौकीदार को उक्त संक्रमित अपराधी से संपर्क में आने से कोरोना पॉजिटिव आया और उसने से एक चौकीदार के घर के सदस्य के लोगो के संपर्क ने आने से परिवार के उसके अलावा पांच सदस्य को कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी प्राप्त हुई है।

बीते दिनों खुटौना प्रखंड के दो कर्मी एक सीएचसी कर्मी, व्यपारी, इठ भट्ठा मजदूरों में लगातार कोरोना पॉजिटिव मिलने से लोगो में दहशत व्याप्त है। मिली जानकारी के मुताबिक खुटौना सीएचसी में मार्च से लेकर 2 अगस्त तक कुल 439 व्यक्तियो की ब्लड सैंपल लिया गया था, जिसमे 63 लोग कोरोना पॉजिटिव मिला है।

स्वास्थ्य प्रबंधक मनीष झा द्वारा दिए गए आंकड़ों के मुताबिक अब यह भी रैपिड एंटाइजिंन टेस्ट 19 किट से जांच प्रारंभ कर दी गई है, जिससे जांच कर्मियों को जांच करने में आसानी हो रही है। और मात्र 30 मिनट के अंदर परिणाम दे दिया जाता है।

जारी है बाढ़ का कहर, डूबने से एक बच्चे की मौत

मधुबनी : धौंस नदी का जलस्तर फिर बढ़ गया है। बेनीपट्टी प्रखंड के करहारा, बररी, विशनपुर व समदा पंचायत में एक बार फिर स्थिति बिगड़ने लगी है। इन इलाकों में पिछले इक्कीस दिनों से लोग बाढ़ की विभीषिका झेल रहे हैं। सोइली पुल से पानी उतर चुका था, लेकिन जलस्तर बढ़ने के कारण एक बार फिर पुल पर पानी चढ़ गया है। लोगों का आवागमन पूरी तरह ठप है। प्रशासन की ओर से अब तक इन इलाकों में सामुदायिक किचन की व्यवस्था शुरू नहीं हो पाई है। वहीं, झंझारपुर में कमला-बलान खतरे के निशान से 0.90 मीटर ऊपर बह रही है।

बाढ़ के पानी में डूबने से बालक की मौत

बिस्फी प्रखंड क्षेत्र के जगवन पूर्वी पंचायत के मनीराबाद गांव निवासी मो० गयासुद्दीन के 14 वर्षीय पुत्र मो० रियाज की पानी में डूबने से मौत हो गई। बताया जाता है कि मो० रियाज सड़क किनारे से जा रहा था।, पांव फिसलने के कारण सड़क के नीचे बाढ़ के पानी में गिर पड़ा। अधिक गहराई होने के कारण पानी से निकल नहीं पाया, और डूबने से उसकी मौत हो गई। स्थानीय मुखिया शहनाज बेगम ने इस बात की सूचना पतौना ओपी पुलिस को दी।

सूचना मिलते ही ओपी अध्यक्ष विजय पासवान ने वहां पहुंचकर शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल, मधुबनी भेज दिया। मौत की खबर सुनते ही परिवार में कोहराम मच गया है।

बाढ़ पीड़ितों के लिए दो साल में बनवाएंगे 10 लाख मकान : यशवंत सिन्हा

मधुबनी : समाजवादी जनता दल (डेमोक्रेटिक) दो वर्षों के भीतर बिहार में बाढ़ पीडि़तों के लिए दस लाख मकान बनाएगा। प्रत्येक परिवार को दो बेडरूम का मकान उपलब्ध कराया जाएगा।

उपर्युक्त घोषणा देश के पूर्व वित्त मंत्री सह पूर्व विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा ने झंझारपुर एनएच किनारे मधुवन होटल में प्रेसवार्ता के दौरान की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार भले अपनी पीठ थपथपाए, लेकिन देश की आर्थिक हालत बद से बदतर है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार बाढ़ और कोरोना, दोनों में बुरी तरह विफल साबित हुई है।

पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि बिहार में प्रतिवर्ष बाढ़ आती है, लेकिन सरकार बाढ़ रोकने के लिए सही कदम नहीं उठा रही है। बाढ़ रोकने के जो उपाय हो रहे हैं, वह काली कमाई का जरिया बना हुआ है। यहां के शासन का प्रशासन पर नियंत्रण नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार अगर बाढ़ नहीं रोक सकती, सुरक्षात्मक तटबंध नहीं बना सकती, तो कम से कम बाढ़ के समय पीडि़तों को रखने की तो व्यवस्था करे, लेकिन बिहार में ऐसा नहीं हो रहा है। अधिकांश पीडि़त आबादी एनएच पर शरण लिए हुए है।

उन्होंने कहा कि बिहार सरकार का बजट सवा दो लाख करोड़ रुपये का है। पीडि़तों के दस लाख मकान बनाए जाने पर दो हजार करोड़ की राशि खर्च आएगी, लेकिन इस योजना को सजद (डी) भीख मांगकर भी दो वर्षों में पूरा करेगी।

उन्होंने कहा कि हमारा गठबंधन बिहार विधानसभा के चुनाव में मजबूती से उतरेगा। वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि लोग वर्चुअल रैली कर रहे हैं। हमलोग सीधे जनता से संवाद कर रहे हैं। लोगों की पीड़ा में हम उनके साथ हैं। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताया।

इस प्रेसवार्ता के दौरान बिहार के पूर्व मंत्री नागमणि के अलावा संगठन के डॉ. सत्यानंद शर्मा, अफाक रहमान भी साथ थे। इससे पूर्व प्रबोध चंद्र दास ने दोनों पूर्व मंत्री का मिथिला परंपरा अनुसार पाग-दोपट्टा से सम्मान किया।

राधा-कृष्णा मंदिरों मे पाँच दिवसीय झूलनोत्सव का हुआ समापन

मधुबनी : नगर के लहेरियागंज स्थित मंगल भवन बूबना मंदिर राधा कृष्णा मंदिर एवं राम जानकी मंदिर बड़ा बाजार मे चलने वाले पांच दिवसीय झूलनोत्सव का समापन हो गया।

हर वर्ष धूमधाम से मनाये जाने वाले झूलनोत्सब का कार्यक्रम को इस बार कोरोना वायरस को लेकर किये गये लॉकडाउन का काफी असर देखा गया। इसे लेकर भक्तों मे थोड़ी मायूसी जरूर दिखी, लेकिन उत्साह बना रहा। बिना कोई विशेष कार्यक्रम किये हुये ही पाँच दिनों तक चलने वाला झूलनोतस्व कार्यक्रम का समापन हो गया।

इस दौरान मंदिरों के पुजारियों के द्वारा ही पूरे विधि विधान से झूलनोतस्व का कार्यक्रम संपन्न किया गया। मंदिरों को आकर्षक तरीके से सजाया गया तो राधा-कृष्ण का अलौकिक श्रृंगार कर झूले पर झुलाये गये। झूलन के दौरान विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। वहीं राधा कृष्णा की प्रतिमा को पंचोपचार पूजन कर झूले पर आसीन करके झूला झुलाया गया।

इस दौरान कई मंदिरों मे ताले लगे हुये भी देखें गये, और आम लोगो के प्रवेश पर मंदिर कमीटियो के द्बारा प्रतिबंध रखा गया। झूलनोत्सव के दौरान मंदिर के पुजारियों के द्वारा भक्तों को कोरोना वायरस से बचाने के लिये भगवान से कामना की गई।

होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड-19 संक्रमित मरीज की आशा कर रही फॉलो अप

•350 संक्रमित मरीजों का कर चुकी फॉलो अप
•संक्रमित मरीजों की स्थिति बिगड़ने पर पीएचसी को करें सूचित
•कोरोना संक्रमण से लोगों को कर रही जागरूक।

मधुबनी : वैश्विक महामारी कोविड-19 के खिलाफ छिड़ी जंग में चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी के साथ-साथ आशा कार्यकर्ता भी अपने कर्तव्यों का बखूबी निर्वहन रहे हैं। दिन रात कोरोना की लड़ाई में वह अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। इसी कड़ी में फील्ड स्तर पर आशा कार्यकर्ता द्वारा होम आई सोलेशन में रह रहे लोगों का नियमित फॉलो अप भीबकिया जा रहा है।आशा कार्यकर्ता जिले के सभी 21 प्रखंडों में 350 से अधिक होम आइसोलेशन में रह रहे मरीज का निगरानी कर चुकी हैं,जिसे स्वास्थ्य विभाग के द्वारा प्रतिदिन रिपोर्ट तैयार कर पोर्टल पर अपलोड कर स्वास्थ्य विभाग पटना को भेज दिया जाता है। विदित हो की स्वास्थ्य विभाग द्वारा बिना लक्षण वाले मरीजों को उनके निजी आग्रह पर होम आइसोलेशन की सुविधा उपलब्ध करवा रही है। होम आइसोलेशन की सुविधा उन्हीं मरीजों को मिल रही है जिनमें मधुमेह, हृदय रोग, रक्तचाप जैसी बीमारी ना हो।

होम आइसोलेशन की शर्ते:

•घर में होम आइसोलेशन की सुविधा उपलब्ध हो।
•दो कमरा और दो शौचालय होना चाहिए।
•नियमित रूप से अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा।
•कोरोना से संबंधित किसी भी प्रकार का लक्षण आने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करना होगा। ताकि इलाज की समुचित व्यवस्था की जा सके।
•सैंपल देने के दस दिनों बाद होम आइसोलेशन समाप्त हो जाएगा। बशर्ते उनमें कोरोना का कोई लक्षण नहीं हो।
•होम आइसोलेशन में रह रहे व्यक्ति को निर्धारित प्रपत्र में एक घोषणा पत्र जिलाधिकारी को देना होगा।

गृहभ्रमण कर कोरोना संक्रमित मरीज का कर रहे फॉलो अप एवं लोगों को कर रही जागरूक:

जिला सामुदायिक उत्प्रेरक नवीन दास ने बताया आशा कार्यकर्ता अपने क्षेत्र में गृहभ्रमण कर ऐसे कोरोना संक्रमित मरीज जो होम आइसोलेशन में है उनका नियमित फॉलो अप ही कर रही है। साथ ही उचित सलाह मरीज को दे रही हैं। मरीज की स्थिति बिगड़ने पर पीएचसी को सूचित भी कर रही हैं। साथ ही अपने क्षेत्र में लोगों को सुरक्षा का विशेष ख्याल रखने के लिए कोविड-19 से बचाव की आवश्यक जानकारी दे रही हैं। आशा द्वारा मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करने,सोशल-डिस्टेसिंग का पालन करने समेत अन्य आवश्यक बचाव को लेकर जानकारी दी जा रही है।

स्वास्थ्य विभाग के साथ बैठक में जिलाधिकारी ने भी कोरोना संक्रमित मरीजों का फॉलो अप करने का दिया निर्देश:

सोमवार को स्वास्थ्य विभाग के साथ बैठक में जिलाधिकारी डॉ निलेश रामचंद्र देवरे ने मरीजों के पॉजिटिव आने पर काउंसिलिंग करने का निर्देश पीएचसी प्रभारी को दिया। होम आइसोलेट मरीजों से प्रतिदिन दो बार बात करने एवम् उनको मेडिसिन किट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। साथ ही आशा एएनएम से उन होम आइसोलेट मरीजों का फॉलो अप लेने का भी निर्देश दिया। ब्लॉक स्तर पर कोराना के लक्षण वाले मरीजों को रखने के लिए आइसोलेशन वार्ड चिन्हित करने का निर्देश प्रखंड विकास पदाधिकारी एवम् प्रभारी चिकित्सा पदाधकारी को दिया। साथ ही अनुमंडल पदाधिकारी को अपने अनुमंडल में इन कार्यों की मॉनिटरिंग करने का आदेश दिया।

सिविल सर्जनडॉ सुनील कुमार झा ने बताया होमआइसोलेशन मरीजों के निगरानी तथा उचित परामर्श देने के लिए आशा एवं एएनएम को निर्देश दिए गए हैं मरीज के स्थिति बिगड़ने पर पीएचसी को सूचित करने का निर्देश दिया गया है.

होम आइसोलेशन के दौरान इन 12 बातों का रखे खास ध्यान

मधुबनी : कोरोना वायरस के प्रकोप से पूरी दुनिया प्रभावित है। इस घातक वायरस से संबंधित मामलों के आंकड़ों में प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है। कोरोना काल में मानसिक भ्रम और तनाव जैसी समस्याओं में भी इजाफा हो रहा है। संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ जाने की वजह से होम आईसोलेशन को एक वैक्लिप माध्यम की तरह देखा जा रहा है। ऐसे में लोगों को होम आइसोलेशन में जरूरी मापदंडों का अनुसरण करते हुए मरीजों को रहने की सलाह दी गयी है। साथ ही होम आइसोलेशन के दौरान मरीज भी डॉक्टर के द्वारा बताए गए दिशा-निर्देशों का पालन कर रहे हैं। इन सब के बावजूद भी होम आइसोलेशन के दौरान कई बातों का ख्याल रखना चाहिए। होम आइसोलेशन के दौरान का स्वास्थ्य का ख्याल रखना चाहिए।

होम आइसोलेशन के दौरान इन बातों का रखें ख़्याल:

सदर पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ उमाशंकर प्रसाद ने बताया कोरोना एक गंभीर बीमारी है। मगर सावधानी और समझदारी से इसको हराया जा सकता है। अगर किसी का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आता है, तो घबराने की बिल्कुल जरूरत नहीं है। कोरोना के मामूली और हल्के लक्षण वाले मरीज करीब 17 दिन तक अपने घर में होम आइसोलेशन में रहकर और नियम पालन करके बिल्कुल ठीक हो सकते हैं। बस इस बात का बहुत ख्याल रखना है कि होम आइसोलेशन के दौरान अपने डॉक्टर के निर्देशों का सख्ती से पालन करना है, और उसके साथ संपर्क बनाए रखना है।

आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करें:

सबसे पहले मोबाइल पर आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करें और उसमें लोकेशन ट्रैकिंग ऑन जरूर रखें। 24 घंटे नोटिफिकेशन भी ऑन रखें।

ट्रिपल लेयर मेडिकल मास्क का इस्तेमाल करें:

इसमें हमेशा ट्रिपल लेयर मेडिकल मास्क का इस्तेमाल जरूर करें।इसका उपयोग 8 घंटे से ज्यादा नहीं करें।मास्क को बदलते रहें और अगर गंदा हो जाता है तो फेंक दें।सोडियम हाइपो-क्लोराइड सॉल्यूशन का प्रयोग करके मास्क को स्वच्छ बनाएं उसके बाद कूड़ेदान में फेंके।अलग टॉयलेट का इस्तेमाल करें।कोरोना मरीज अलग टॉयलेट का इस्तेमाल करें।उनकी स्वच्छता का बहुत ध्यान रखें।टॉयलेट को भी सैनिटाइज करते रहें।बस अपने कमरे में ही रहें।

होम आइसोलेशन के दौरान मरीज का अलग कमरे में रहना बेहद जरूरी है। इससे घर के अन्य सदस्य संक्रमण से बचते हैं । अगर संक्रमित मरीज एकांत में रहता है तो वह भी जल्दी ठीक होता है और अपनी संपूर्ण ताकत खुद को ठीक करने में लगाता है।

इन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए-

  • कमरे की साफ-सफाई का ख्याल रखना।
  • रोजाना सही तरह से सैनिटाइज करना।
  • कमरे में रोशनदान होना और खिड़कियों को खुला रखना ताकि ताजी हवा आती रहे।
  • कपड़ों का रोजाना धुलना और धूप में सूखना।
  • हाथों को साबुन से ठीक तरह से धोएं या सैनिटाइजर से साफ करें।
  • साबुन से कम से कम 40 सेकंड तक अच्छी तरह से हाथ धोएं।
  • जिस तौलिए का इस्तेमाल कर रहे हैं उसको भी बहुत साफ रखें।
  • सैनिटाइजर से भी साफ करते रहें और अपने साथ हर समय इसको रखें।

डॉक्टर की सलाह जरूर लें-

अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लेते रहें।डॉक्टर द्वारा बताई गई सभी दवाइयों को नियमित रूप से लेते रहें।अगर आप अन्य बीमारियों से भी ग्रसित हैं तो उसकी दवाएं भी लेते हैं, मगर डॉक्टर की अनुमति से।रिकवरी पीरियड के दौरान आराम करें। कोरोना मरीज नशीले पदार्थों का सेवन ना करें।रिकवरी पीरियड के दौरान शराब न पिएं और धूम्रपान न करें।शरीर में किसी भी प्रकार से पानी की कमी न होने दें। भरपूर आराम करें और शरीर को तनाव और थकान से दूर रखें।

होम आइसोलेशन के दौरान मेंटल हेल्थ का ध्यान रखें।इस बीमारी के फोबिया से दूर रहें और कुछ भी नकारात्मक ना सोचें। कैसे खुद को जल्दी बेहतर कर सकतें हैं उस पर सोचें। कोरोना मरीज, मोबाइल और अन्य ऑनलाइन माध्यमों से अपने परिजनों और दोस्तों से बातचीत करते रहें। टीवी देखकर अपना समय व्यतीत करें,अच्छे- अच्छे कार्यक्रम देखें।

  • अकेलेपन की जगह क्रिएटिव वर्कआउट करें।
  • अकेले बिल्कुल भी घबराएं नहीं बल्कि अपने दिमाग को आराम दें और सकारात्मक ऊर्जा के साथ रहें।
  • उच्च प्रोटीन वाले भोजन के साथ फलों का सेवन करें।
  • रोजाना अपने तापमान और पल्स की जांच करें।
  • इसकी जानकारी अपने स्वास्थ्यकर्मी को नियमित रूप से देते रहें।
  • ऐसी किसी भी चीज का उपयोग ना करें जिससे तापमान बढ़े।
  • बिना स्वास्थ्यकर्मी की सलाह के कोई दवाई न लें।
  • अपने स्वास्थ्यकर्मी के साथ संपर्क में रहें।
  • कोई भी घरेलू नुस्खा बिना डॉक्टर की सलाह के न आजमाएं।
  • जैसा डॉक्टर बोलें, वो करें।
  • अपने प्रिस्क्रिप्शन के अनुसार कार्य करें।

अकेलापन महसूस हो तब इसके लिए ये सब कीजिए-

  • अच्छा संगीत सुनें।
  • व्यायाम करें।
  • अपने दोस्तों से बहुत बातचीत करें।
  • कलात्मक कार्यों में अपने समय को लगाएं।
  • हर नकारात्मक चीज से दूरी बना लें।
  • उन सब बातों और चीजों को छोड़ दें जो आपको मानसिक तकलीफ देती हों।
  • फिल्में देखें और छोटे बच्चों के क्रियाकलापों को ध्यान से देखें, उनसे बात करें।
  • सबसे महत्वपूर्ण, अपने लिए ऐसी परिस्थितियों से निकलने के लिए मदद हासिल करने का काम करें।

सुमित राउत

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