सांसद ने की घरों में रह लॉकडाउन का पालन करने की अपील
नवादा : सांसद चंदन सिंह अपने संसदीय क्षेत्र नवादा पहुंचे। उन्होंने सदर अस्पताल पहुंच कर तैयारियों का जायजा लिया।
उन्होंने आइसोलेशन वार्ड समेत अन्य सुविधाओं की भी पड़ताल की। इसके बाद सिविल सर्जन डॉ. विमल प्रसाद सिंह से विभिन्न बिदुओं पर जानकारी हासिल की।
सदर अस्पताल के बाद सांसद समाहरणालय पहुंच कर डीएम यशपाल मीणा से भी मुलाकात की और लॉकडाउन के मद्देनजर उठाए गए कदम की जानकारी हासिल की। सांसद ने कहा कि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां संतोषप्रद हैं। लेकिन कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन का पालन करना बेहद जरुरी है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि सभी लोग अपने-अपने घरों में रहें। शारीरिक दूरी का पालन करें। काफी आवश्यक होने पर घर से बाहर निकलें। बार-बार खरीदारी के नाम पर बाहर न निकलें।
उन्होंने बताया कि वे अपने सांसद मद से एक करोड़ रुपये दे चुके हैं। जिससे मास्क, सैनिटाइजर समेत अन्य आवश्यक उपकरणों की खरीदारी हो सकेगी और जिलेवासियों को लाभ मुहैया कराया जा सकेगा। इसके अलावा एक लाख रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष में प्रदान कर चुके हैं।
जिला स्वास्थ्य विभाग को फिलहाल आइसीयू युक्त एंबुलेंस किराए पर उपलब्ध कराया गया है।
उन्होंने बताया कि इस एंबुलेंस पर एक माह में तीन लाख रुपये किराया है, जिससे वे खुद वहण करेंगे। सांसद ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहारी मजदूरों ने दिल्ली को सजाने का काम किया, लेकिन वहां के मुख्यमंत्री ने उन्हें भ्रमित कर वापस भेज दिया ।
आइसोलेशन सेंटर पर सरकारी दावे दिख रहें खोखले
- खाना भी घर से दे रहे परिजन, लोगों में निराशा
नवादा : दोपहर के ठीक 12 बजे थे। जिले के रोह प्रखंड क्षेत्र के विद्यालय कुंज स्थित आइसुलेशन वार्ड पहुंचा। स्कूल परिसर में पहले से ड्यूटी निभा रहे किसान सलाहकार उदय कुमार से मुलाकात हुई। उन्होंने आइसुलेशन वार्ड में रह रहे जयपुर बबरु से आये कुंज निवासी सुरेंद्र यादव व मुन्ना यादव स्कूल के बेंच पर सोये हुये थे। देखते ही उठकर बैठा। पूछने पर बताया कि अभी तक नाश्ता भी नही मिला है। क्योंकि घर के लोग सुबह में ही किसी किसान के मसूरी की कढ़ाई करने गए हुये हैं। जब वे काम के बाद घर आयेंगें। तब खाना बनेगा। इसके बाद खाना आएगा।
इतने में मुखिया पति सरजन राम अपनी बाइक से पहुंचते हैं। पूछने पर बताया कि वार्ड में मात्र दो लोग ही रह रहे हैं। जिसके कारण दो लोगों का खाना बनाना संभव नहीं है। अखबार प्रतिनिधि जब पूछते हैं कि आपने राशन की व्यवस्था क्यों नहीं किया। तब उन्होंने कुछ भी जबाब नहीं दिया। इतने में सुरेंद्र यादव की पत्नी रेखा देवी 12: 20 में अपनी बेटी रिंकी कुमारी के साथ खाना लेकर पहुंचती है। आते ही उपस्थित लोगों पर बरस पड़ी। उसका आरोप था कि हमारा पति चार दिन से आइसुलेशन वार्ड में है। पर एक दिन भी सरकार की ओर से खाना की व्यवस्था नहीं किया गया है। और न तो हमलोगों की सुरक्षा के लिए कुछ दवा दी गई है। उसने अपने पति के लिए दाल-भात के अलावा चोखा व आम के अचार लाई थी।
सुरक्षा व्यवस्था नदारद- आइसुलेट किये गए दोनों लोगों के लिए चौकीदार कमलेश पासवान को लगाया गया है। ये भी दो दिनों से ड्यूटी पर नहीं आया है।
इस संबंध में पूछने पर उपस्थित पदाधिकारी किसान सलाहकार उदय कुमार ने बताया कि वह बीमार है जिसके कारण ड्यूटी पर नही आया है। अब सवाल यह उठता है कि जब आइसुलेट किये गए लोगों के लिए कोई व्यवस्था ही सेंटर पर नही है तो, सरकार बड़े बड़े दावे क्यों कर रही है?
संक्रमित महिला के साथ यात्रा करने वाले भाई-बहन का लिया सैंपल
नवादा : गया की कोरोना पॉजिटिव महिला के साथ विमान में सफर करने वाले भाई-बहन सैंपल जांच के लिए लिया गया । दोनों नवादा नगर के नारदीगंज रोड गढपर मुहल्ले के रहने वाले हैं। गया के एसएसपी ने नवादा जिला पदाधिकारी यशपाल मीणा को पत्र भेजकर इस संबंध में सूचित किया था। सूचना के आलोक में जिला प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई कर सैंपल लेकर जांच के लिए पटना भेजा है ।
बताया जाता है कि गया के गुरूद्वारा रोड की अवनीश भदानी की 40 वर्षीय पत्नी स्मिता भदानी ने दिल्ली से गया के लिए 22 मार्च को विमान संख्या ए 1 433 सीट नम्बर 5 ई से यात्रा की थी। उसी संक्रमित महिला के साथ नगर के गढपर मुहल्ले के शशिकला देवी पति सुनील कुमार के पुत्र सुमित राज 19 व श्वेता बिभोर 23 ने यात्रा की थी। सूचना के आलोक में प्रशासन ने दोनों भाई- बहन का सैंपल लेकर जांच के लिए पटना भेजा है ।
वित्तीय प्रभार नहीं मिलने से सीएचसी प्रभारी को परेशानी
नवादा : जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नरहट में चिकित्सा प्रभारी डॉ. शैलेन्द्र नारायण के अवकाश पर चले जाने के कारण डॉ. ओमप्रकाश कुमार को चिकित्सा प्रभारी बनाया गया है। लेकिन कई दिनों के बाद भी वित्तीय प्रभार नहीं दिए जाने के कारण नए प्रभारी को अस्पताल के आवश्यक कामों को निपटाने में परेशानी हो रही है।
चिकित्सा प्रभारी डॉ. ओमप्रकाश कुमार ने बताया कि पूर्व प्रभारी डॉ. शैलेन्द्र नारायण द्वारा वित्तीय प्रभार नहीं सौंपने के कारण परेशानी हो रही है। कोरोना वायरस महामारी आपदा घोषित हो गया है। अस्पताल में कोरोना के संदिग्धों की जांच की जा रही है। इस दौरान सुरक्षा के लिए सैनिटाइजर, मास्क इत्यादि की आवश्यकता है। वित्तीय प्रभार नही होने के कारण काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शुक्रवार तक सीएचसी में 627 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि सभी संदिग्धों को मेडिकल चेकअप के बाद एहतियातन 14 दिनों तक आइसोलेशन वार्ड में रहने की सलाह दी गई है। स्वास्थ्य विभाग भी इन सभी लोगों पर नजर रख रही है।
जिले में लॉकडाउन को मिलने लगा गर्म मौसम का भी साथ
नवादा : जागरुकता और सख्ती के बीच लॉकडाउन को मौसम के तल्ख मिजाज का साथ मिलने लगा है। कड़ी धूप की वजह से लोग अब घरों से निकलने में परहेज करने लगे हैं। लिहाजा सड़कों पर सन्नाटा पसरने लगा है। दोपहर के वक्त बाजार में काफी कम भीड़ देखी गई। वहीं वेंडिग जोन में भी सब्जियों और फलों की खरीदारी के लिए लोगों की कम भीड़ देखी गई। पिछले दिनों की तुलना में काफी कम लोग वेंडिग जोन में खरीदारी करते नजर आए।
इधर, प्रचार वाहन से लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। लोगों से घरों में रहने की अपील की जा रही है तो नए वेंडिग जोन के बारे में जानकारी दी जा रही है। सदर एसडीएम अनु कुमार व एएसपी अभियान कुमार आलोक घूम-घूमकर लॉकडाउन की स्थिति का जायजा लेते रहे।
सदर एसडीएम ने क्वारंटाइन सेंटर का लिया जायजा
सदर एसडीएम अनु कुमार ने सुबह पार नवादा गया रोड स्थित मिल्लत मुसाफिर खाना और शालीमार होटल में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर का जायजा लिया। इस दौरान क्वारंटाइन हुए लोगों से आवश्यक पूछताछ भी की। इस दौरान पता चला कि काफी संख्या में बाहरी लोग मुसाफिर खाना पहुंच कर क्वारंटाइन हुए लोगों से हालचाल ले रहे हैं। इस पर एसडीएम ने गहरी नाराजगी प्रकट की और कहा कि बाहरी लोगों से किसी भी सूरत में नहीं मिलना है।
जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा। बता दें कि क्वारंटाइन सेंटर में कुल 21 लोग भर्ती हैं।
पकरीबरावां मदरसा में ठहरे दस जमाती जांच के लिए भेजे गए सदर अस्पताल
नवादा : जिले के पकरीबरावां प्रखंड मुख्यालय के मस्जिद गली में एक मदरसे में ठहरे हैदराबाद के 10 तब्लीगी जमातियों को जांच के लिए सदर अस्पताल, नवादा भेजा गया। प्रशासनिक सुरक्षा के बीच सभी को एंबुलेंस से नवादा ले जाया गया।
बीएचएम विश्वजीत देवगन ने बताया कि पकरीबरावां में शुरुआती जांच में कोरोना से संबंधित कोई ऐसे लक्षण नहीं पाए गए। एहतियात के तौर पर उन्हें जांच के लिए सदर अस्पताल, नवादा भेजा गया है। गौरतलब है कि पकरीबरावां के जामा मस्जिद गली स्थित एक मदरसे में बाहरी लोगों को ठहरे होने की सूचना पर पकरीबरावां के लोगों के कान खड़े हो गए थे।
सूचना के बाद स्थानीय प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी की स्वास्थ्य जांच की थी। बाद में वरीय पदाधिकारी सुनील सिन्हा ने सभी को सदर अस्पताल नवादा ले जाकर जांच करवाने को कहा था। निर्देश के बाद स्थानीय प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम सक्रिय हुई और सभी को जांच के लिए नवादा ले गई।
अब देखना यह है कि इन जमातियों की जांच रिपोर्ट निगेटिव होती है अथवा पॉजिटिव।