अलविदा की नमाज़ पढ़ने मस्जिदों में जुटा रोजेदारों का हुजूम
आमस/गया : रमजानुल मुबारक के आखिरी जुमा यानी अलविदा की नमाज शुक्रवार को रोजेदारों ने अफसोस के साथ विभिन्न मस्जिदों में अदा किया। अलविदा की नमाज अदा करने काफी संख्या में नमाजी मस्जिदों में इकट्ठा हुए थे। अलविदा माहे रमजान के आखिरी जुमा को करार दिया गया है। जो मुसलमान रोजा नहीं रखते वह तो हंसी खुशी अलविदा की नमाज अदा करते हैं लेकिन जो मुसलमान रोजेदार हैं वह अफसोस और गम के आंसू के साथ नमाज अलविदा पढ़ते हैं। रोजेदार मोमिन अलविदा की नमाज के वक्त मस्जिदों में जारों कतार रोते हैं। रोजेदारों को गम इस बात का रहता है कि अब रमजान का मुबारक दिन कुछ दिन ही शेष रह गया है। क्या पता अगले साल इस महीना को देख पाऊंगा या नहीं। जुमा की नमाज के बाद इफ्तार के वक्त रोजेदार मस्जिदों में सोच में पड़ जाते हैं कि यह मुबारक महीना हम लोगों के बीच से अब जुदा हो रहा है। अलविदा के दिन की खुशी भी ईद जैसी होती है। लेकिन अलविदा का महत्व रोजेदार ही जानते हैं। बहरहाल शुक्रवार को यहां विभिन्न मस्जिदों में अलविदा की नमाज अदा की गई।
अनवर हुसैन सोनी