Swatva Samachar

Information, Intellect & Integrity

अरवल बिहार अपडेट

31 जनवरी को अरवल के प्रमुख समाचार

नप की बैठक में बढ़ाया गया पार्षदों का भत्ता

अरवल : नगर परिषद अरवल की मासिक बोर्ड की बैठक मुख्य पार्षद नित्यानंद सिंह की अध्यक्षता में हुई। इस दौरान कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा के बाद कई आवश्यक निर्णय लिए गए। नगर परिषद क्षेत्र में सहारिया समृद्धि उत्सव मनाए जाने के लिए प्रस्ताव पारित किया गया। इसके लिए स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को आवास, शौचालय, जन धन योजना एवं सभी सरकारी योजना की जानकारी कैंप लगा कर दी जाएगी। सभी वार्ड सदस्यों को सरकारी योजनाओं का लाभ एवं जानकारी आम लोगों तक पहुंचाने के लिए सुनिश्चित करने को कहा गया। बैठक में मुख्य पार्षद का मानदेय 45,000, उप मुख्य पार्षद का 40,000, सशक्त स्थाई समिति के सदस्य का भता 35000 एवं वार्ड पार्षद का भत्ता 30000 प्रतिमाह करने का निर्णय लिया गया। इसकी संपुष्टि हेतु विभाग को भेजने का भी निर्णय लिया गया। खनकुलीपुर वार्ड नंबर 9 में पार्क के निर्माण के लिए सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया। साथ ही नगर परिषद क्षेत्र में स्वच्छता एवं नल जल के चलाए जा रहे कार्यक्रम की समय-समय पर जांच करने और जितने भी कार्य किए जा रहे हैं उसकी रिपोर्ट तैयार कर कार्यालय को सौंपने का प्रस्ताव पारित किया गया। बैठक में उप मुख्य पार्षद ज्योति कुमार, पार्षद सुरेश चौधरी, बिंदा देवी, कार्यपालक पदाधिकारी दिनेश राम सहित अन्य पदाधिकारी एवं वार्ड पार्षद शामिल थे।

राज्य साक्षरता प्रेरक संघ ने निकाला विरोध मार्च

अरवल : बिहार राज्य साक्षरता प्रेरक संघ गोप गुट से संबंध इकाई द्वारा आज अरवल में विरोध मार्च निकाला गया। इसका नेतृत्व जिला अध्यक्ष अरुण कुमार ने किया। प्रदर्शन में शामिल लोग सरकार विरोधी नारा लगा रहे थे। साथ ही सरकार की वादाखिलाफी को लेकर आक्रोश भी प्रकट कर रहे थे। कहा गया कि अगर हमारी मांग नहीं माना जाएगी तो हम साक्षरता प्रेरक और समन्वयक आने वाले चुनाव में सरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे। विरोध प्रदर्शन निकाल रहे प्रेरक संघ द्वारा जहानाबाद मोड़ पर सभा भी किया गया जिसे संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि प्रेरक समन्वयक का चयन शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव के आदेश पर किया गया था। जिसमें आरक्षण के नियम का भी पालन किया गया। चयन की प्रक्रिया 2011 में हुई और 2015 में आदेश निकाला गया कि संविदा पर चयनित प्रेरक को नियमित किया जाएगा लेकिन हमें नियमित करने के बजाय 2018 में हमें सेवा विस्तार भी नहीं दिया गया। उल्टा हमें सेवा से ही हटा दिया गया। जो हमारे साथ नाइंसाफी है। साथ ही 18 माह का वेतन भुगतान भी नहीं किया गया। वक्ताओं ने कहा कि सरकार की इस नाइंसाफी के खिलाफ हम चुप नहीं बैठेंगे। हमारी लड़ाई जारी रहेगी। प्रदर्शनकारियों ने मांग किया कि हमारी सेवा नियमित की जाए और बकाया 18 माह का वेतन भुगतान किया जाए। प्रतिनिधि मंडल द्वारा जिला पदाधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा गया। विरोध प्रदर्शन में संजय कुमार सिंह, सुभाष शर्मा, अंजू कुमारी, प्रमोद कुमार, मंजू कुमारी सहित सैकड़ों लोग शामिल थे।

कदाचार मुक्त परीक्षा को सरकार कृत संकल्पित : शिक्षा मंत्री

अरवल : राज्य में कदाचार मुक्त परीक्षा लेने के लिए सरकार कृत संकल्पित है इसके लिए सभी डीएम एवं एसपी को निर्देश दिया गया है। उक्त जानकारी राज्य के शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा ने आज अरवल परिसदन में दी। उन्होंने कहा कि गत वर्ष कदाचार मुक्त परीक्षा हुई थी जिसे लेकर अब छात्र-छात्राएं भी मानसिक रूप से तैयार हो गए हैं कि कदाचार मुक्त परीक्षा में शामिल होना है। दो वर्ष पहले बिहार में कदाचार करते जो फोटो वायरल हुआ था, उससे बिहार के लोगों की बदनामी हुई थी। उसके बाद राज्य सरकार के मुखिया नीतीश कुमार ने इस पर बड़ा निर्णय लिया था। इसका परिणाम है कि गत वर्ष से कदाचार मुक्त परीक्षा हो रही है। एक सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि जिस तरह से अरवल जिले की छात्राओं को कुर्था तथा कुर्था की छात्राओं की अरवल में परीक्षा ली जा रही है, उससे अभिभावकों के साथ—साथ छात्राओं को भी परेशानी बढ़ गई है। इस अवसर पर जिला शिक्षा पदाधिकारी को बुलाकर मंत्री ने पूछा जिस पर उन्होंने कहा कि अब समय कम रह गया है। पहले जानकारी देते तो बदलाव किया जा सकता था। इस मौके पर जदयू जिलाध्यक्ष दयानंद सिंह, युवा जिला अध्यक्ष राम किशोर वर्मा, पूर्व ज़िलाअध्यक्ष जितेंद्र पटेल, रवि कुशवाहा, कामेश्वर सिंह, अभय कुमार जहानाबाद जदयू के पूर्व जिला अध्यक्ष जयप्रकाश नारायण चंद्रवंशी उपस्थित थे।
राहुल हिमांशु