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दरभंगा बिहार अपडेट

30 सितंबर : दरभंगा की मुख्य ख़बरें

कॉलेजों में डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने में विश्वविद्यालय देगा साथ

दरभंगा : कॉलेजों के प्रधानाचार्य एकेडमिक लीडर होते हैं। आपने लीडरशिप बाहर से नहीं बल्कि उसी संस्थान की वर्षों की सेवा से प्राप्त की है जहां आप कार्यरत रहे हैं । लीडरशिप की बुलंदियों तक पहुंचाने का कार्य एक दिन का नहीं होता है बल्कि लीडरशिप तो उभरता है । नेतृत्व की उच्चतम गुणवत्ता अदृश्य होती है। उक्त बातें आज सभी अंगीभूत महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों की ऑनलाइन बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रो सुरेंद्र प्रताप सिंह ने अपने सम्बोधन में कही ।

उन्होंने प्रधानाचार्यों को महाविद्यालय का एकेडमिक लीडर संबोधित करते हुए अभिनंदन किया और कहा कि आज की बैठक का उद्देश्य मात्र आपसे आभासी विमर्श ( भर्चुअल ईंट्रेक्सन ) करना था। शीघ्र ही हम आपके साथ फेस टू फेस बैठक करेंगे तथा आपकी समस्या से रूबरू होंगे । उन्होंने बताया कि सुधार की प्रक्रिया दो से पांच परसेंट इंक्रीमेंटल रेट से की जा सकती है ।अगर हम इस तरह से अपनी गति को बढ़ा दें तो पांच साल की अवधि में हम कम से कम दस से पच्चीस प्रतिशत तक सुधार ला सकते हैं।

नैक के सात इंडिकेटर्स के बत्तीस स्टेपों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि आज से ही आप इन बत्तीस में से कुछ स्टेपों पर कार्य आरंभ कर दें। वित्तीय के साथ सामाजिक एवं शैक्षणिक ऑडिट की महत्ता पर भी उन्होंने प्रकाश डाला । न्यू एजुकेशन पॉलिसी की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि उसमें आउटकम पर जोर दिया गया है। प्रधानाचार्यों को उन्होंने निर्देश दिया कि अपने महाविद्यालय के लिए यदि आप डिप्लोमा/ सर्टिफिकेट कोर्स चलाने का प्रस्ताव लाते हैं तो विश्वविद्यालय आपके साथ मदद करने के लिए तैयार रहेगा । कुलसचिव डा मुश्ताक अहमद ने बैठक का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन किया।

स्थायी कुलपति के योगदान से विश्वविद्यालय की धीमी पड़ी गति ने पकड़ी रफ़्तार

दरभंगा : कोविड-19 एवं लाकडाउन के फलस्वरूप विश्वविद्यालय की धीमी पड़ी कार्यप्रणाली ने स्थायी कुलपति के योगदान से गति पकड़ लिया है। कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र कुमार सिंह ने बिना समय गंवाए विश्वविद्यालय के गतिविधियों की जानकारी लेने के साथ साथ लम्बित कार्यों का निष्पादन आरंभ कर दिया है। आज 01.30 बजे अपराह्न कुलपति महोदय की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय सभागार में हुई नामांकन समिति में स्नातक प्रथम खंड शैक्षिक सत्र 2020-21 के लिए नामांकन की प्रक्रिया आरंभ करने का निर्णय लिया गया। अध्यक्ष छात्र कल्याण द्वारा‌ तैयार किए गए नामांकन सिड्यूल को अनुमोदित किया गया।

अध्यक्ष छात्र कल्याण डा एस पी सुमन ने बताया कि स्नातक प्रथम खंड में नामांकन हेतु आनलाइन आवेदन की प्रक्रिया 01 अक्टूबर से प्रारंभ होगी। नामांकन हेतु औपबंधिक मेधा सूची 21 अक्टूबर को प्रकाशित होगी । औपबंधिक सूची पर अभ्यर्थी आनलाइन आपत्ति 22 अक्टूबर एवं 23 अक्टूबर को दर्ज कर सकते हैं। नामांकन हेतु प्रथम चयन सूची का प्रकाशन 27 अक्टूबर को , प्रथम चयनित सूची से महाविद्यालयों में नामांकन दिनांक 28-10-2020 से 05-नवंबर तक लिए जाएंगे। दिनांक 06 नवंबर से दीक्षारम्भ के साथ वर्ग संचालन आरंभ किए जाएंगे। बैठक में कुलसचिव डा मुश्ताक अहमद, संकायाध्यक्ष विज्ञान प्रो शीला, संकायाध्यक्ष बाणिज्य प्रो डी पी गुप्ता, विभागाध्यक्ष भौतिकी प्रो एन एन चौधरी, प्रधानाचार्य एम आर एम कालेज डा अरविंद कुमार झा, पूर्व अध्यक्ष छात्र कल्याण प्रो रतन कुमार चौधरी,सी एम कालेज अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ अवनी रंजन सिंह उपस्थित थे। अध्यक्ष छात्र कल्याण के धन्यवाद ज्ञापन के साथ बैठक समाप्त की गई।

सेवानिवृति पर चतुर्थवर्गीय कर्मी को दी गई विदाई

दरभंगा : कुंवर सिंह महाविद्यालय के चतुर्थवर्गीय कर्मी श्री रामाश्रय सिंह अपनी 62 साल की आयु पूरा करने के पश्चात सेवानिवृत्त हुए प्रधानाचार्य डॉ मो रहमतुल्लाह उनको पाग चादर फूल और जैकेट देकर सम्मानित किया इस मौके पर डॉ अशोक कुमार सिंह प्रोफेसर एसएम जफर और कुंवर सिंह महा परिवार के सभी सदस्य गण उपस्थित थे सभी ने उनके लंबी आयु एवं स्वस्थ रहने की दुआ दी।

विश्वविद्यालय की उपलब्धियां ही उसकी पहचान : कुलपति

दरभंगा : किसी विश्वविद्यालय की पहचान उस विश्वविद्यालय के विभागों द्वारा प्राप्त की गई उपलब्धियों से होती है। प्रयोगशाला से भूमि ( लैब टू लैंड) तक पहुंचने की आवश्यकता है। सार्वजनिक सम्पर्क, जनता से जुड़ाव, अन्तर्विषयक अनुसंधान एवं विस्तार गतिविधियों ( एक्सटेंशन एक्टिविटीज) के आधार पर ही हम विश्वविद्यालय हेतु निर्धारित मानक को प्राप्त कर सकते हैं।

उक्त बातें आज 11.30 बजे पूर्वाह्न विश्वविद्यालय मुख्य भवन स्थित सभागार में संकाय के संकायाध्यक्षों, विश्वविद्यालय विभागाध्यक्षों, स्ववित्तपोषित संस्थानों के निदेशकों, स्नातकोत्तर अध्ययन वाले महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों की बैठक को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो सुरेंद्र प्रताप सिंह ने कही। उन्होंने भारतीय दर्शन के चरैवेति चरैवेति को उद्धृत करते हुए कहा कि हमें लक्ष्य को पाने के लिए निरंतर आगे बढ़ते रहना होगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि विश्वविद्यालय के कुलपति के नाते मैं भी आपके साथ गति से चलूंगा।

विश्वविद्यालय में होने वाले आगामी नैक की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए प्रो सिंह ने इसकी तैयारी हेतु कार्य करने को कहा एवं कई युक्तियां साझा की। योगदान के एक सप्ताह के भीतर कुलपति प्रो सुरेंद्र प्रताप सिंह ने विश्वविद्यालय को मुकाम पर पहुंचाने हेतु बैठकों का दौर आरम्भ कर दिया है।इसी कड़ी में कल विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों की बैठक हुई थी जिसमें उन्होंने कई आवश्यक निर्देश दिया था। आज संकायाध्यक्षों , विभागाध्यक्षों, निदेशकों एवं स्नातकोत्तर अध्ययन वाले महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों की बैठक हुई। कल सभी अंगीभूत महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों की आनलाइन बैठक होगी।
आरंभ में कुलपति ने सबों का अभिनन्दन किया एवं एक एक कर सबों से परिचय के साथ साथ अपने -अपने विभागों की स्थिति , उपलब्धियां , चल रहे शोध परियोजनाओं एवं शोध से संबंधित गतिविधियों की जानकारी ली।

बैठक में प्रो शीला संकायाध्यक्ष विज्ञान,प्रो डी पी गुप्ता संकायाध्यक्ष बाणिज्य ,प्रो पुष्पम नारायण संकायाध्यक्ष ललित कला संकाय सी एम विज्ञान महाविद्यालय ,आर के कालेज मधुबनी,एम आर एम कालेज दरभंगा के प्रधानाचार्य ,सी एम कालेज के प्रभारी प्रधानाचार्य ,ए पी जे ए के महिला प्रोद्योगिकी, दूरस्थ शिक्षा निदेशालय, पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान तथा विदेशी भाषा संस्थान के निदेशक एवं सभी विभागों के विभागाध्यक्ष उपस्थित थे। बैठक का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव डॉ मुश्ताक अहमद ने किया।

मुरारी ठाकुर