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बिहार अपडेट मधुबनी

30 अप्रैल : मधुबनी की मुख्य ख़बरें

क्वारंटाइन सेंटरों को दुरुस्त करने का डीएम ने दिया निर्देश

मधुबनी : कोरोना वायरस से निपटने के लिए देश भर में लागू लॉकडाउन को एक महीने से ज्यादा समय हो गया है। ऐसे में देश के अलग-अलग राज्यों में फंसे हुए मजदूरों को प्रदेश सरकारें लाने की दिशा में सक्रिय हो गई हैं।

03 मई के बाद देश के विभिन्न इलाकों से प्रवासी मजदूरों के बिहार पहुंचने की संभावना के मद्देनजर जिलाधिकारी डॉ० निलेश रामचन्द्र देवरे ने सभी अनुमंडल व प्रखंडों के वरीय प्रभारी पदाधिकारियों को निर्देशित किया है, कि अनुमंडल व प्रखण्ड स्तर पर बने क्वारंटाइन सेंटर का अनुश्रवण करते हुए यह सुनिश्चित करा लें कि उक्त केंद्रों पर साफ- सफाई/शौचालय/ पेयजल एवं प्रकाश की समुचित व्यवस्था है कि नही। चूँकि प्रवासी मजदूर अधिक संख्या में मधुबनी जिला में वापस आ सकते है, उस हिसाब से आवश्यक तैयारी पूरी करने के लिए सभी संबंधित अधिकारियों को निदेशित किया गया है।
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने हेतु बाहर से आने वाले सभी प्रवासी मजदूरों/ लोगों का निबंधन करते हुए उनका सैंपल लेकर तथा उन्हें 14 दिन तक क्वॉरेंटाइन में रखने के बाद ही होम क्वॉरेंटाइन में भेजा जाएगा।जिला पदाधिकारी के निदेश के आलोक में आज जयनगर अनुमंडल व प्रखण्डों के वरीय प्रभारी अधिकारियों के द्वारा अनुमंडल व प्रखण्ड स्तर पर बने क्वारंटाइन सेंटर का निरीक्षण किया गया। शौचालय एवं पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु पीएचईडी के कनीय अभियंताओं को निदेशित किया गया।

कम राशन बांट रहे डीलरो

मधुबनी : जिले में डीलरों द्वारा लोक डाउन में सोशल डिस्टेंसिंग का धज्जियां उड़ा रही है। सरकार एवं जिला पदाधिकारी द्वारा देते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान में रखते हुए वितरण करने का सख्त आदेश दिया गया हैं, एवं प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत प्रत्येक राशन कार्ड धारियो को मुफ्त में 5 किलो अनाज देना हैं। लेकिन कुछ डीलर अपनी मनमानी कर पदाधिकारियो एवं सरकार की सख्त आदेशो का उल्लंघन करते हुए आदेशों की धज्जियां उड़ाने की मामला प्रकाश में आई हैं।

मामला मधुबनी जिला कि बिस्फी प्रखंड के सिंघिया पश्चिमी पंचायत के डीलर सुशील मिश्रा का हैं। जहाँ देखा गया है, कि सोशल डिस्टेंसिंग का धज्जियां उड़ाते हुए डीलर सुशिल मिश्रा नही तो माक्स लगाएं थे, और न हीं तो ग्लोप्स वितरण के दौरान सैनिटाइजर भी नहीं था। और अनाज वितरण की जा रही थी। वहीं मौके पर देखा गया कि सोशल डिस्टेंसिंग का कोई पालन नहीं कर रहें थे जैसे तैसे अनाज वितरण कर रहें थे, और नहीं तो सोशल डिस्टेंसिंग का कोई व्यवस्था की गई थी जब डीलरों का इस तरह का असुविधा दिखी जायेगी तो आम लोग की करेंगे। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि डीलर सुशील मिश्रा के द्वारा सरकार एवं पदाधिकारियों के सख्त आदेशो को तार-तार कर धज्जियां उड़ाने में लगे हैं और कोरोना जैसी महामारी को दावत दे रहे हैं।

वहीं लोगों ने बताया कि प्रखण्ड क्षेत्र के बलहा पंचायत के डीलर किशोरी पासवान, बिस्फी पंचायत के उदय यादव सहित कई डीलर के द्वारा आनाज वितरण में कटौती किया जा रहा हैं।

उद्यान पदाधिकारी एवं प्रखंड कृषि पदाधिकारी की लापरवाही से किसान परेशान

मधुबनी : बिस्फी प्रखंड क्षेत्र के कुछ पंचायतों में ओलावृष्टि एवं वर्ष बारिश है हुए भारी उद्यान फसल आम, सब्जी एवं बचे हुए रवि फसल गेहूं की फसलों का भारी नुकसान का सामना किसानों को भुगतना पड़ रहा है। जिसका सर्वेक्षण कार्य कृषि समन्वयक एवं किसान सलाहकारों के द्वारा किया गया परंतु उद्यान पदाधिकारी और कृषि पदाधिकारी के बीच के संबंधों को लेकर यहां के किसानो का रिपोर्ट जिला स्तर के पदाधिकारियों को सुपुर्द अभी तक नहीं की गई है। पदाधिकारियो के विवाद में किसान पिसा रहें हैं। इस कारण से किसान में भारी आक्रोश है। कई किसानों ने बताया कि मेरे आम के बगीचों में एक भी आम नहीं बचा है लगे हुए गेहूं पानी में भेजने के कारण दाना में बीज जरमीनेशन हो गया, परंतु पदाधिकारियों के गलत रवैया के करण प्रखंड क्षेत्र के किसान बहुत परेशान हैं। बगल के प्रखंड बेनीपट्टी एवं रहिका में फसल क्षति उद्यानिकी मुआवजा हेतु रिपोर्ट जिला को दिया गया, परंतु बिस्फी उद्यान पदाधिकारी और प्रखंड कृषि पदाधिकारी के घोर लापरवाही के कारण अभी तक जिला को रिपोर्ट जीरो किया है, जो अफसरशाही का घोतक है। जिससे लोगो में काफी आक्रोश हैं।

जेसीबी से खोदे गये गढ़े में डूबने से एक युवक की मौत

मधुबनी : जिले के बेनीपट्टी थाना के कछरा गांव में तालाब में जेसीबी से खोदे गये गढ़े में डूबने से मो. उसमान के 19 वर्षीय पुत्र मो. फैजान की मौत हो गयी। वहीं दो अन्य युवक सोनू और इंतियाज बाल बाल बच गये। प्राप्त सूचना अनुसार तीनों युवक तालाब में स्नान करने गया था, जहां निकलने के दौरान फैजान उस गढ़े के पानी में डूब गया और दो अन्य युवक कैसे भी करके बाहर निकल गया। शोर शराबा होने पर स्थानीय लोग जुटे और तालाब में खोजबीन कर युवक को बाहर निकाल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बेनीपट्टी लाया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। फैजान 5 भाई एक बहन में सबसे बड़ा था। इधर परिजनों ने शव को पोस्टमार्टम कराने से साफ इंकार कर दिया है।

वहीं बेतौना पंचायत के पूर्व मुखिया सह पैक्स अध्यक्ष प्रभात कुमार कर्ण और सरपंच प्रतिनिधि शौकत अली नूरी मृतक के घर पर पहुंच कबीर अत्येष्टि योजना का राशि देने का प्रयास किये, तो परिजनों ने वह भी लेने से मना कर दिया। घटना की सूचना पुलिस को दी गयी है, पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।

लोगों को जागरूक कर पूर्व सैनिक ने बांटे फेस मास्क व साबुन

मधुबनी : वैश्विक महामारी बन चुके कोविड-19 नोबल कोरोना वायरस के प्रति सचेत करने और स्वच्छता के लिए जागरूकता के उद्देश्य से खजौली विधानसभा के कोरहिया गाँव के समीप हथियाही बिरौल गाँव के लोगों के बीच फेस मास्क ओर लाइफबॉय साबुन का वितरण करते डोर-टू-डोर करते हुए समाजसेवी पूर्व सैनिक बबलू कुमार गुप्ता ने ग्रामीणों के बीच जाके उनको इस वायरस से सावधान रहने को आगाह किया।

उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि हमारे प्रधानमंत्री ने जो कहा है, और जो दिशा-निर्देश हमें सरकार के तरफ से मिले हैं, उनका पालन हम सभी को शत-प्रतिशत करना है। सोशल डिस्टेंस बनाये रखना है, ओर अधिक जरूरत नही हो तो घर से बाहर बिल्कुल नही निकलें।

हमारे देश मे कंपलीट लॉक डाउन की बात श्री मोदी जी ने कही है, उसको मानने के अलावा दूसरे कोई वैकल्पिक रास्ते भी नही है हमारे सामने, सो हमसभी को इसका पालन करना चाहिए। उन्होंने इस मौके पर उनके बीच फेस मास्क ओर लाइफबॉय साबुन भी घर जाकर सभी को बांटा।

इस मौके पर गुप्ता ने ग्रामीणों को कहा कि बहुत जरूरत होने और ही घर से बाहर निकालें, ओर मास्क लगाएं एवं घर से बाहर जाने-आने के क्रम में हाथ को बढ़िया से धोएं ओर साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें।
उन्होंने ग्रामीणों से उनके घर-घर जाके कहा कि ये एक महामारी बन चुका है हर जगह में, इसलिए अपने यहां भी हम इसके प्रभाव से बचने के लिए इससे बच कर रहें। क्योंकि अभी तक इसकी वैक्सीन या इससे निपटने की दवा का ईजाद नही हुआ है।।

उन्होंने कहा कि जो भी आदमी ऐसे कोरोना के लक्षण में दिखे तो तुरंत उंसको नजदीकी अस्पताल भेजें अन्यथा घर में ही खुद बंद होकर दूसरों में इसको फैलने से रोकें। आपको बता दें कि बबलू गुप्ता वर्ष 2019 में झंझारपुर से लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं, और 2020 में खजौली विधानसभा से भावी प्रत्याशी भी हैं।
इससे पहले वो कई खजौली विधानसभा के दर्जनों प्रखंड के गाँव में जाकर फेस मास्क ओर साबुन इत्यादि चीजों का वितरण कर चूके हैं।

हालांकि स्थानीय लोगों में अपने विधायक के प्रति भारी रोष ओर गुस्सा भरा हुआ है, की संकट की इस घड़ी में भी वो राहत तो दूर की बात सुध लेने को भी न आये और किसी लोगों का कॉल रिसीव कर रहे हैं। ऐसे में खजौली विधानसभावासियों में भारी गुस्सा दिखाई पड़ा वर्तमान खजौली विधायक के प्रति।

हालांकि इस वैश्विक महामारी से पहले भी बब्लू गुप्ता जी खजौली विधानसभा के विभिन्न कई विद्यलयों एवं मदरसों में जाके स्कूल के बच्चों के बीच उनके उत्साहवर्धन के लिए कुछ कॉपी,पेंसिल, रबर,कटर एवं कलम का वितरण करते रहे हैं।

जन अधिकार पार्टी ने कोटा में फंसे छात्रों की परिस्थिति पर व्यक्त की संवेदना

मधुबनी : पार्टी कार्यालय में सोशल डिस्टेंस के साथ कोटा में फसे बिहार के छात्र छात्राओं के हित को लेकर बिहार सरकार द्वारा अनसुनी करने के खिलाफ संवेदना व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि किसी भी परिस्थिति में लाया जाए क्योंकि बिहार सरकार अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है। छात्रों को अन्य राज्यों में राशन सामग्री एवं अन्य किसी प्रकार की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाती है। ऐसे विकट परिस्थिति में छात्र-छात्राएं की जीवन संकट मे हैं। इसी अनसुनी के खिलाफ जन अधिकार पार्टी के राज्य स्तरीय आंदोलन राज्य के बाहरी छात्रों को फंसे को लाने के लिए सोशल डिस्टेंस एवं अन्य नियमों को पालन करते हुए की जा रही थी, परंतु निकम्मी सरकार के द्वारा जन अधिकार छात्र परिषद के सभी अनशन कारियों को अरेस्ट कर लिया गया 72 घंटे के अंदर निर्णय ले कोटा में फंसे छात्रों के हित को लेकर और जन अधिकार छात्र परिषद को बाइज्जत बरी की जाए।

आज कोटा सहित देश भर में फसे बिहार के छात्र-मजदूरों-कामगार को बिहार वापस लाने के लिए सोशल डिस्टनसिंग बना सरकार का विरोध कर रहे थे। जन अधिकार छात्र परिषद के उपाध्यक्ष एवं पटना यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष मनीष यादव, युवा परिषद के महासचिव विनय यादव, JACP के महासचिव आदित्य मिश्रा, लवकुश को ग्रिफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। जन अधिकार छात्र परिषद के सभी साथी कल दिनांक 29-04-2020 को लॉक डाउन का पालन करते हुए राज्यभर में जो साथी जहा है, वही से मुह या बाह पर काला पट्टी बांध या काला टी-शर्ट पहन गूंगी बाहरी सरकार के विरोध करेंगे। हम बिहार के आम जन समुदाय से भी आग्रह करने की बात कहा।

लॉकडाउन व सोशल डिस्टेसिंग के पालन करने का दिया निर्देश

मधुबनी : जिले में पांच कोरोना पोजेटिव मरीज के मिलने के बाद जयनगर अनुमंडल प्रशासन विशेष हरक्कत में आयी, तथा जयनगर से आने जाने वाले सभी चेकपोस्टो पर निगरानी बढ़ा दी है। जयनगर एसडीएम शंकर शरण ओमी व डीएसपी सुमित कुमार के नेतृत्व में प्रशासन के अधिकारी बारी बारी कर सभी चेकपोस्टो पर जाकर आने जाने वालो के स्थिति का जाऐजा लेते हुये सख्त निगरानी का निर्देश दिया। उन्होंने बिना आवश्यक कार्य वाले व्यक्ति पर सख्ती बरतने तथा विभिन्न जगहों पर सोशल डिस्टेसिंग पालन में कोताही बरतने वालो पर सख्ती बरतने का निर्देश दिया है। ताकि कोरोना संकट के इस दौर में किसी तरह का भूल न हो, तथा लोग सुरक्षित रहे।

एसडीएम व डीएसपी ने बाइक समेत विभिन्न वाहनों की गहन चेकिंग तथा हेलमेट नही पहनने वालो पर जुर्माना वसूले की बात पोस्ट पर तैनात अधिकारी को कहा। उन्होंने थानेदार को शहर में विभिन्न आवश्यक वस्तु के दुकानो पर सोशल डिस्टेसिंग पालन को लेकर सख्ती बरतने का निर्देश दिया। साथ ही शहर में सुबह व शाम बिना काम ग्रुपबाजी तथा सोशल डिस्टेसिंग उलंघन वालों पर कारवाई करने का निर्देश दिया है। एसडीएम ने लोगों से अपील किया कि हर हाल में लॉक डाउन व सोशल डिस्टेसिंग मेंटेन करे, ताकि अपने समेत सभी कोरोना संकट से सुरक्षित रहे।

क्वारंटाइन सेंटर में नप प्रशासन करा रहे भोजन की व्यवस्था

मधुबनी : जिले के भारत-नेपाल बॉर्डर से सटे जयनगर अनुमंडल मुख्यालय के नजदीक रेफरल अस्पताल में 33 सन्दिग्ध लोग विगत एक सप्ताह से क्वारंटाइन में है। बुधवार को 3 व्यक्तियो को अस्पताल से छुट्टी कर दी गई है, बचे 33 संदिग्ध लोगों को सिर्फ स्कैनिंग की गई है। वहीं, चिकित्सको का कहना है की कोरोना का लक्षण पाये जाने की स्थिति में संदिग्ध का सैम्पल भेजा जाता है, जिसमें से एक का भी सैम्पल जांच के लिये नही भेजा गया है।
अस्पताल में उनको देख रेख के लिये किसी प्रकार की सुरक्षा की व्यवस्था नही की गई है।

नगर पंचायत प्रशासन एवं अन्य समाजसेवी लोग भोजन प्रदान कर रहे है। दिन का भोजन नगर पंचायत प्रशासन के द्वारा दिया जा रहा है। वहीं, नगर पंचायत के कार्यपालक अधिकारी अमित कुमार ने बताया की शाम में भी भोजन दिये जाते है। वही कई अन्य समाजसेवी लोग हर रोज दिन भर सुबह से शाम तक अपने निर्धारित समय पर उन सभी को भोजन का पैकेट प्रदान करते है। इसके अलावा लॉक डाउन के समय से ही लॉक डाउन में फंसे लोगो, गरीब एवं असहायों को भोजन प्रदान कर रहे है।

कहते है अधिकारी :

एसडीओ शंकर शरण ओमी ने बताया की हाई स्कूल को भी क्वारंटाइन में तब्दील की जा रही है, ताकि जरूरत पड़ने पर इसका उपयोग किया जा सके। कोरोना को लेकर प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है।

कंटाइंमेंट ज़ोन में पहुंचाए जाएंगे दूध

मधुबनी : जिला में 5 कोरोना संक्रमित मरीज़ मिलने के बाद जिला प्रशासन ने संक्रमित व्यक्तियों के क्षेत्र को कंटेन्मेंट एरिया घोषित कर दिया है। कंटेन्मेंट एरिया में आने जाने वाले सभी मार्गों पर बैरिकेडिंग कर सील कर दी गई है। किसी भी व्यक्ति को बिना अनुमति के अंदर आने-जाने नहीं दिया जा रहा है। उक्त क्षेत्र में लोगों को सुरक्षित रखने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से पूरी मुस्तैदी बरती जा रही है। मुस्तैदी और सख्ती के बीच जिला प्रशासन द्वारा इस बात का ख्याल रखा जा रहा है कि कंटेन्मेंट एरिया (रेड जोन) में सिमटी जिंदगियों को किसी चीज की कमी महसूस नहीं हो।

मधुबनी जिला पदाधिकारी डॉ० निलेश रामचन्द्र देवरे ने कंटेन्मेंट एरिया के बच्चों, बुजुर्गों, मरीज जो दूध पर ही आश्रित हैं। उनके लिए दूध उपलब्ध कराने का निदेश दिया है। जिसके आलोक में मधेपुर प्रखण्ड के करहारा, झंझारपुर के पिपरौलिया एवं नरार में प्रशासन के द्वारा दूध की सुलभ आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है।

लोगों को पुलिस ने उपलब्ध कराया फल-दूध व सब्जी

मधुबनी : जिले के झंझारपुर, प्रखंड के पिपरौलिया पंचायत में दो कोरोना के मरीज मिलने के बाद गाँव को पूरी तरीके से सील कर दिया गया है। घरों को सेनेटराइज किया गया है। ऐसे में लोगों को खाने-पीने में परेशानी हो रही थी। गाँव सील होने के बाद से खाने-पीने के समान फल,साग-सब्जी वाले गाँव के अंदर नहीं जा पा रहे थे। परेशानी को देखते हुए अररिया ओपी थानाध्यक्ष जितेन्द्र सहनी ने हमेशा के तरह एकबार फिर दरियादिल दिखाते हुए गाँव में फल,दूध,साग और सब्जि का व्यवस्था करवाये और उन्होंने कहा की मेरी पहली प्राथमिकता है की लोगों को ज्यादा परेशानी न हो और आसानी से खाने-पीने का समान मिले। पुलिस लगातार ड्यूटी कर रही है, जब से कोरोना का केस मिला है। प्रशासन सख्त है, लेकिन उसी सख्ती के बीच पुलिस का मानवीय चेहरा भी देखने को मिला है, जिसे खूब सराहा जा रहा है।

वहीं, अररिया ओपी थानाध्यक्ष जितेन्द्र सहनी का जब से अररिया ओपी थाना में पोस्टींग हुआ है। उन्होंने लोगों को अपने अनोखे कार्यों से लोगों को दिल जीतते रहें हैं, और एक बार फिर ग्रामीणों को फल,दूध,साग और सब्जी उपलब्ध कराकर लोगों का दिल जीत लिये हैं। पुलिस और पब्लिक के बीच थानाध्यक्ष ने गजब का विश्वास पैदा किये हैं, जिससे थाना क्षेत्रों में अमन,चैन और शांति का माहौल है। लोगों में पुलिस के प्रति नजरिया बदला है। पुलिस न केवल हमारा रक्षक है, बल्कि अच्छे मित्र भी हैं।

कोरोना संक्रमित इलाकों में हुई अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति

मधुबनी : जिले में चार स्थानों से करोना वायरस से पॉजिटिव पांच व्यक्ति मिल चुके हैं। इनमें एक महिला सिपाही समेत दो महिला एवं तीन पुरुष शामिल हैं। जिन चार स्थानों से कोरोना पॉजीटिव महिला या पुरुष मिला है, उन सभी को इपिसेंटर एवं कंटेनमेंट जोन घोषित कर तीन किमी परिधि को सील कर दंडाधिकारियों की भी प्रतिनियुक्ति कर दी गई है। मधुबनी नगर परिषद क्षेत्र स्थित प्राथमिक विद्यालय गंगासागर, भौआड़ा कंटेनमेंट जोन में घरों की संख्या 13,287 एवं व्यक्तियों की संख्या 53,248 है। इस कंटेनमेंट जोन में गंगासागर निधि चौक, रामकृष्ण पुरम कालोनी, मोर्चा टोला राम चौक, बरदीवन, कंटाही, बारी टोल, कुर्मी टोल, लक्ष्मीसागर, हवाई अड्डा क्षेत्र, चकदह, मंसूरी टोला, कोतवाली चौक,महासेठी मोहल्ला, मेहतर टोला, बिजली कालोनी, ईद मोहम्मद चौक, सिघिनियां चौक, महथा सागर, गोवापोखर, मल्लाह टोला, चमनटोली, जेपी कालोनी, हनुमान नगर कालोनी, स्टेडियम रोड, सूरतगंज, स्टेशन मोहल्ला, आयाची नगर, नोनिया टोली, भूप नारायण सिंह कालोनी, तिरहुत कालोनी, बसुआरा चौक, झखराही, सहुआ, कैटोला चौक, श्रीपुरहाटी आंशिक, बाटा चौक, नगर थाना, मूसानगर एवं जलधारी चौक को शामिल किया गया है। इस जोन के नोडल पदाधिकारी रहिका के प्रखंड कल्याण पदाधिकारी चंचल कुमार बनाए गए हैं।

कलुआही प्रखंड के नरार वार्ड नंबर : दो राजपूत टोल कंटेनमेंट जोन में घरों की संख्या 5,684 एवं व्यक्तियों की संख्या 34,104 है। इस कंटेनमेंट जोन में पुरसौलिया, बरदेपुर, मधुबनी टोल, नरार उत्तर, नरार पश्चिम, नरार कोठी, नवटोली, कालिकापुर, कांगर टोल, भरतपट्टी एवं मेना टोल शामिल हैं। इस जोन के नोडल पदाधिकारी कलुआही के प्रखंड कृषि पदाधिकारी नागेन्द्र कुमार को बनाया गया है। उक्त संबंध में सदर एसडीओ सुनील कुमार सिंह ने दिया है। प्रतिनियुक्ति अधिकारी इन इलाकों के डिस इंफेक्शन प्रक्रिया के लिए पूरी तरह जिम्मेदार होंगे।

लॉकडाउन में श्राद्ध का भी बदला तरीका, होम डिलेवरी कर कराया भोज

मधुबनी : जिले में कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए जारी लॉकडाउन ने लोगों की जिंदगी ही बदल दी है। कई ऑनलाइन शादियाें की खबरें आईं। अब एक खबर श्राद्ध की भी है। मधुबनी के झंझारपुर में मृतात्‍मा की शांति के लिए श्राद्ध के बाद लॉकडाउन के कारण सामूहिक भोज नहीं दिया जा सका। तब स्‍वजनों ने आमंत्रित लोगों के घरों तर भोजन पहुंचा दिया। इस प्रक्रिया के दौरान फिजिकल डिस्‍टेंसिंग व स्‍वच्‍छता का पूरा ध्‍यान रखा गया।

लॉकडाउन में पिता श्राद्ध के लिए निकाला यह रास्‍ता मिली जानकारी के अनुसार झंझारपुर प्रखंड के बेलराही गांव निवासी कमलेश ठाकुर के पिता का बीते दिनों निधन हो गया। लॉकडाउन के कारण अंतिम संस्‍कार में गिनती के लोग ही जा सके। आगे श्राद्ध कर्म के बाद सामूहिक भोज कराने की इच्‍छा थी, जिसे पूरा करने के लिए यह रास्‍ता निकाला गया।

लोगों के घरों में ही पहंचा दिया श्राद्ध भोज का खाना कमलेश ठाकुर ने कहा कि लॉकडाउन व फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए श्राद्ध का भोज देना था। लोगों को बुलाना संभव नहीं था। इसलिए परिवार ने फैसला किया कि भोजन सामग्री बनाकर सबों के घरों में पहुंचा दी जाए। ताकि भीड़ नहीं लगे और फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके। कर्म कांड के दौरान भी फिजिकल डिस्‍टेंसिंग का पालन श्राद्ध भोज के पहले कर्म कांड के दौरान भी फिजिकल डिस्‍टेंसिंग के नियम का पालन किया गया। पंडित और नाई सहित कर्मकांड में शामिल सभी लोगाें को पहले सैनिटाइजेशन की प्रक्रिया से भी गुजरना पड़ा। फिर, मास्‍क लगाकर कर्मकांड किया गया। नहीं फैली गंदगी, पहले लग जाता था कचरे का अंबार इस श्राद्ध की ,खास बात यह रही कि गंदगी नहीं फैली। कोरोना काल से पहले ऐसे भोज के बाद कचरे का अंबार लग जाता था, लेकिन भोजन की होम डिलेवरी से गंदगी नहीं फैली है।

क्वारंटाइन सेंटर में हुई एक महिला की मौत

मधुबनी : जिले के क्वारंटाइन सेंटर में कैंसर पीड़ित महिला की मौत बासोपट्टी प्रखंड के झिटकोहिया क्वारंटाइन सेंटर में रह रहीं एक महिला की बुधवार को मौत हो गई है। वह कैंसर पीड़ित थी। दिल्ली के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। वहां चिकित्सकों के जवाब दे दिए जाने पर स्वजन उन्हें एंबुलेंस से गांव ले आए थे। गांव अाने की सूचना के बाद उन्हें क्वारंटाइन सेंटर ले आया गया था।

बताया जाता है कि रीता देवी (50) को सोमवार की संध्या दिल्ली से लेकर लोग गांव पहुंचे थे। उनके आने की सूचना प्रशासन को स्क्रीनिंग में मिली। इसके बाद पुलिस प्रशासन ने उन्हें झिटकोहिया विद्यालय में बनाए गए क्वॉरंटाइन सेंटर में रहने के लिए कहा। प्रशासन की बात मानते हुए रीता के पति प्रमोद झा व अन्य लोग क्वारंटाइन सेंटर में ही रह रहे थे। अाज उनकी यहीं मौत हो गई। इसकी जानकारी बीडीओ मनीष कुमार सिंह, सीओ सुमन सहाय व थानाध्यक्ष इंदल यादव को हुई।

सभी ने वरीय पदाधिकारियो से वार्ता के बाद चार लोगों से उनका अंतिम संस्कार करने की अनुमति दी। वहीं अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले चारों लोगों को भी क्वारंटाइन सेंटर में रहने को कहा गया। बीडीओ ने बताया कि महिला कैंसर सी पीड़ित थीं। उसी से उनकी मौत हुई है। हालांकि, दिल्ली से उनके साथ आने वाले सभी लोगों को 14 दिनों तक क्वारंटाइन सेंटर में रहना होगा।

जरूरतमंदों को कॉल पर सहायता मुहैया कराई

nawada newsमधुबनी : वैश्विक महामारी कोविड-19, नोवेल कोरोना वायरस के मद्देनजर पूरे देश में सम्पूर्ण लॉक डाउन है। ऐसे में आवश्यक ओर इमेरजेंसीय सेवाओं के अलावा सब कुछ बाधित है। यहाँ तक कि किसी भी तरह की सवारी गाड़ी या हवाई यात्रा इत्यादि सब कुछ एहतियातन बंद रखा गया है। ऐसे में जो लोग कहीं बाहर गए हुए हैं वो वहीं फॅस गए हुए हैं। ऐसे में उनको अब कई तरह की दिक्कतें का सामना करना पड़ रहा है। ऐसा ही एक मामला मधुबनी जिले के जयनगर में हुआ, जिसमें मुंबई से आये एक परिवार के पैसे खत्म हिबे के उपरांत उनको सामान की जब जरूरत पड़ी तब जरूरतमंद लोगों ने जयनगर अनुमंडल पदाधिकारी श्री शंकर शरण ओमी ने उनके फ़ोन पर रिस्पांड करते हुए बाहर होने की बात कही।

अनुमंडल कर्मी के द्वारा उनके द्वारा मांगे गए चीजों का उनके तक पहुंचाने की बात कही। और तुरंत ही एक घंटे के बाद अनुमंडल कर्मी राजेश कुमार के हाथों उस जरूरतमंद परिवार तक पहुंचाया गया। ऐसा होने से उस परिवार को बहुत खुशी और अच्छा लगा कि इस लॉक डाउन में इतने बड़े पदाधिकारी ने एक कॉल पर उनकी सहायता की ओर दवा,दूध और बिस्कुट भिजवाया। इस तरह ओर भी कई परिवार इस तरह का सहयोग अनुमंडल पदाधिकारी से प्राप्त कर रहे हैं। वहीं लोग इसकी प्रशंशा करते हुए कह रहे हैं कि ऐसे पदाधिकारी पर गर्व है हमें। हालांकि जयनगर अनुमंडल पदाधिकारी शंकर शरण ओमी खुद भी बहुत एक्टिव हैं और हर मोर्चे पर खुद आगे आके लोगों की मदद ओर सहायता करते रहे हैं।

किसानों के लिए मुआवजा के मुद्दे पर एमएसयू ने सरकार को घेरा

मधुबनी : मिथिला स्टूडेंट यूनियन के प्रदेश प्रवक्ता शशि अजय झा ने आज सरकार से मांग किया है कि प्रदेश के किसान कोरोना के कारण पहले से मार झेल रहे थे,खेती-बाड़ी का काम इस वैश्विक महामारी के कारण बुड़ी तरह प्रभावित था रही सही कशर बारिश एवं ओला वृष्टि ने किसानों की रबी फसल की काफी नुकसान पहुँचा कर पूरा कर दिया।

इस दोगुनी मार से किसान त्राहिमाम कर रहे है। कहीं किसानों की पूरी की पूरी फसल बर्बाद हो गई है| किसानों की फसल होने वाली नुकसानी में गेहूं/दलहनी तथा तेलहनी फसलें प्रमुख है। सभी राज्य सरकारों ने किसानों को ओलावृष्टि एवं अधिक बारिश से होने वाले नुकसान पर सहायता देने का आश्वासन दिया है। किसानों की फसल की हुए नुकसानी के लिए अलग–अलग राज्य सरकार अपने स्तर से कदम उठा रही है।

लेकिन बिहार सरकार द्वारा अभी तक कोई ठोस कदम नही उठाया गया है। दोहरी मार से किसान असहाय और विवश महसूस कर रहे है। कोरोना से पहले किसान भूख और चिंता से पहले मर जाएंगे। सरकार की यह नीति है कि जिन किसानों का फसल बीमा है, उन किसानों को फसल बीमा कम्पनी द्वारा कम समय में बीमा दिया जाएगा और जिन किसानों का बीमा नहीं उन्हें भी सरकार के द्वारा मदद दी जाएगी। लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि बिहार सरकार द्वारा बिहार के 23 जिलों के किसान को यह सहायता दिया जा रहा है लेकिन इन 23 जिलों में मधुबनी का नाम शामिल नही होना यह दर्शाता है कि यह सरकार मधुबनी विरोधी है। सरकार ने यहां के किसान को भगवान के भरोसे छोड़ दिया है। एमएसयू सरकार से मांग करती है कि अविलंब मधुबनी जिला को इस योजना में शामिल किया जाए अन्यथा हम किसानों के साथ सड़क पर उतरने के लिए मजबूर हो जाएंगे।

नवयुवक सेवा समिति ने ग्रामीणों व राहगीरों के बीच बांटे मास्क व साबुन

मधुबनी : वैश्विक महामारी बन चुके कोविड-19, नोवेल कोरोना वायरस से बचने हेतु लोगों को आगाह करते हुए नवयुवक सेवा समिति चचराहा द्वारा लोगों के बीच फेस मास्क और साबुन का वितरण ग्रामीणों और राहगीरों के बीच सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए किया गया।
नवयुवक लोगो को कोविड-19, नोवेल कोरोना वायरस से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंस का पालन करने सहित दो गज की दुरी बहुत है जरुरी। इन बातो को भी समझाए साथ ही इस वैश्विक महामारी से बचने के लिए अपने घरो में ही रहने की अपील किये और अति आवश्यक कार्य होने पर ही मास्क लगाकर बाहर निकलने का आग्रह किय।

इसमें मुख्य मार्गदर्शक की भूमिका में शिक्षक नेता देव नारायण यादव, जगदीश पूर्वे और शम्भू पूर्वे थे। इस वितरण के दौरान अहम भूमिका में चिकित्सक डॉ धनञ्जय प्रसाद उर्फ़ कुमार जी थे। वहीं, अन्य सहयोगी में विक्की, वीरू, राजन, चन्दन, काशिंद्र, अनिल, सुजीत, प्रमोद, कृष्णा, भूषण सभी सोशल डिस्टेंस बना कर अपनी भूमिका निभाए।

टेक होम राशन का हो रहा शत प्रतिशत वितरण

मधुबनी : जिले के रहिका में बाल विकास परियोजना पदाधिकारी के आदेश के बाद रहिका पंचायत में टेक होम राशन का वितरण किया गया। रहिका असरथपुर, हरिजन दलान केंद्र संख्या-13 की सेविका रूपम झा के द्वारा पोषक क्षेत्र में राशन का वितरण किया गया। इस राशन सामग्री में चावल, दाल, सोयाबीन सहित कई वस्तु शामिल हैं।

राशन वितरण में सोशल डिस्टेंस का पूरा ख्याल रखा गया। सेविका रूपम झा ने क्षेत्र के लोगो से कहा कि सभी लोग अपने अपने घरों में रहें ओर सोशल डिस्टेंस का पालन कीजिए बिना वजह घर से ना निकलें एवं प्रशाशन की तरफ से जो सुझाव दिया गया हैं उसका पालन कीजिए। वही पोषक क्षेत्र के लोगों ने कहा कि हमारे पोषक क्षेत्र में हर माह राशन का शत प्रतिशत वितरण किया जाता हैं।

सुमित राउत