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नवादा बिहार अपडेट

3 अगस्त : नवादा की मुख्य ख़बरें

मनरेगा के तहत किया गया पौधारोपण

नवादा : जिले के अकबरपुर प्रखंड बलिया बुजुर्ग, बकसंडा व फतेहपुर पंचायतों में शनिवार को मनरेगा योजना के तहत वृक्षारोपण किया गया। पीओ चंद्रशेखर आजाद ने बताया कि अकबरपुर हाट पर  निर्मल कुमार सिंह के निजी जमीन में एक यूनिट वृक्षारोपण किया गया। जिसमें गंभार, सागवान, अमरुद, जामुन, आम समेत विभिन्न प्रजाति के पेड़ लगाये गये हैं। जबकि फतेहपुर मोड़ स्थित जीवन ज्योति पब्लिक स्कूल के प्रांगण में बीडीओ मो. नौशाद आलम सिद्धिकी, सीओ ओमप्रकाश भगत, पीओ चंद्रशेखर आजाद ने मनरेगा के तहत वृक्षारोपण किया। मौके पर जेई सुनील कुमार, पीटीए नीरज कुमार, मुखिया प्रतिनिधि नरेश मालाकार, मुखिया सुबोध सिंह, पीआरएस विरेन्द्र कुमार आदि लोग मौजूद थे।

तिलैया जंक्शन को मिला आरक्षण काउंटर की सुविधा

नवादा : पूर्व मध्य रेल अन्तर्गत दानापुर मंडल के किउल-गया रेलखंड पर स्थित तिलैया जंक्शन को मिला आरक्षण काउंटर। तिलैया से चारो दिशाओ के लिए रेलवे की सुविधा रेल मंत्रालय उपलब्ध कराया है। इतना महत्वपूर्ण जंक्शन होने के बाद भी यहां आरक्षण काउंटर नही था। वर्षो से आरक्षण काउंटर की मांग इस क्षेत्र की जनता के द्वारा किया जा रहा था।

गया-किउल रेलखंड पर पड़ने वाला यह जंक्शन वर्षो से उपेक्षित था। रेल विभाग ने यहां से राजगीर के लिए लाइन बिछाया। उसके बाद झारखण्ड राज्य के कोडरमा के लिए लाइन बिछाने का कार्य शुरू कर इसकी महत्ता को बढ़ा दिया। नवादा के तत्कालीन सांसद सह वेगूसराय के सांसद केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने किउल-गया रेलखंड का विद्युतीकरण करवाया साथ ही साथ सांसद के प्रयास से इस रेलखंड का दोहरीकरण कार्य भी प्रगति पर है। तिलैया से राजगीर तक का बिद्युतीकरण भी उन्हीं का देन है। उस समय भी मांग उठी थी तिलैया जंक्शन पर आरक्षण काउंटर का। उन्होंने आश्वासन दिया लेकिन यहां से दूसरे क्षेत्र से सांसद बन गए। उनके अधूरे कार्य को पूरा करने का नवादा के युवा सांसद चंदन सिंह ने बीड़ा उठाया और आज लोगो की मांग को पूरा कर दिखाया।

नवादा से सांसद बनने के बाद मीडिया को बताया था कि गिरिराज सिंह के अधूरे कार्य को पूरा करेंगे। मौके पर हिसुआ विधायक अनिल सिंह, दानापुर के मंडल रेल प्रबंधक रंजन कुमार ठाकुर उपस्थित थे।

कार्यक्रम के पश्चात अपने सम्बोधन में सांसद चंदन सिंह ने विकास के अपने वादों को पुनः दोहराया। लोगो की मांग कामाख्या एक्सप्रेस का ठहराब तथा श्रमजीवी एक्सप्रेस को तिलैया तक लाने की बात पर कहा कि सोमबार को जाकर बात कर पूरा प्रयास करेंगे। डीआरएम ने भी पूरा सहयोग देने की बात कही।

अस्पताल के इर्द-गिर्द पसरा गंदगी का ढेर

नवादा : जिले के नारदीगंज प्रखण्ड क्षेत्र में एक मात्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है नारदीगंज। पूरे प्रखण्ड वासियों के उपचार का यही एक साधन है। वह भी कुव्यवस्था से भरा पड़ा है। 30 बेड वाले इस अस्पताल में मात्र 8 बेड ही रोगियों के लिए उपलब्ध है। उसमें भी किसी भी बेड पर बेडसीट नहीं रहता है।

शनिवार की सुबह अपने मरीजों को दिखाने आये पचेया निवासी रविंद्र सिंह, दलेलपुर निवासी अरविंद कुमार और पड़रिया निवासी सतेंद्र कुमार ने बताया कि इस अस्पताल में सरकार के द्वारा सभी व्यवस्था की गई। लेकिन अस्पताल के प्रभारी डॉक्टर के द्वारा ध्यान नहीं दिए जाने के कारण यहाँ का व्यवस्था गड़बड़ चल रहा है।

अस्पताल में दो एम्बुलेंस है। लेकिन चालू अवस्था मे एक है। एक एम्बुलेंस हमेशा खराब ही रहता है। अस्पताल के पीछे में गंदगी का ढेर लगा हुआ है। जिसका सफाई नहीं किया जा रहा है। गंदगी से इतना बदबू आता है कि स्वस्थ इंसान भी यहाँ बीमार हो जाएगा।

इस संबंध में पूछे जाने पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि अस्पताल में सभी 30 बेड उपलब्ध है। 8 बेड सामान्य वार्ड में लगा हुआ है। शेष बचे बेड को ओपीडी और प्रसूता वार्ड में लगाया गया है। अस्पताल का एक एम्बुलेंस खराब है, एक एम्बुलेंस से काम लिया जा रहा है। खराब एम्बुलेंस का इंजन से लेकर बॉडी तक खत्म हो गया है। जिसे बनाने के लिए नवादा भेजा गया है।

उपेक्षा का दंश झेल रहा शिव दानी इंटर विधालय

नवादा : शिव दानी इंटर विधालय, गोपालपुर बरसों से बुनयादी समस्याओ बिजली, पानी बिल्डिंग, शौचालय, चारदीवारी तक नहीं है। तख़्त बदली ताज बदला निजाम बदला लेकिन इंटर विधालय की तकदीर तस्वीर नहीं बदली। ना तो जनप्रतिनिधि ने सुधि ली ना एडुकेशन विभाग।

स्कुल के अर्धनिर्मित भवन बनी लेकिन विधालय में ग्रामीण चरवाहा विधालय के रूप में परिणत है ग्रामीण पालतु जानवर बांधते हैं। लाखो की आवादी में बसा इंटर विधालय गोपालपुर में समस्या मुँह बाएं खड़ी है।

स्कुल के छात्र छात्राओं ने जिला प्रशासन खुद डीएम कौशल कुमार जिला एडुकेशन अधिकारी हिसुआ विधायक सहित अन्य जन प्रतिनिधियों से फरियाद लगाते हुए विधालय में बॉउंड्री ,सौचालय पेयजल बिजली बिल्डिंग अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की है।

वर्ष 1965 में स्वीकृत लगभग दस एकड़ जमीन के साथ शिक्षा जगत में सूबे में अपनी पहचान रखने वाला यह विद्यालय तीन ओर से कमरों से घिरा है। सभी कमरे जर्जर हो चुके हैं। ये सभी स्थापना काल के ही बने हैं। उनकी मरम्मत कभी कराई ही नहीं गई। उत्तरी हिस्से के अधिकांश कक्षों का प्रयोग कार्यालय के कार्यों के लिए किया जाता है।

संसाधन की कमी है, मगर शिक्षण कार्य में लापरवाही यहां कोई नहीं करता। सभी साथी अपने दायित्वबोध को समझते हैं। हमने इसके लिए वरीय पदाधिकारियों को लिखा, मगर कोई सकारात्मक पहल नहीं हुई, अविनाश कुमार प्रधानाचार्य।

विदेशी शराब के साथ तीन कारोबारी गिरफ्तार

नवादा : बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बाद भी शराब का धंधा जारी है । आए दिन नवादा में शराब आने का सिलसिला है जारी । पकड़े जाने पर भी धंधेबाज अपनी करतूत से बाज नहीं आ रहें हैं।

शनिवार की सुबह मुख्यालय से आईं टीम के साथ नवादा उत्पाद विभाग की टीम ने  रजौली थाना क्षेत्र के बिहार झारखंड  सीमा पर समेकित जांच चौकी पर गहन वाहन जांच के दौरान तीन यात्री बस को जांच किया। जांच के दौरान तीन शराब धंधेबाज को 20 लीटर विदेशी शराब और 12 लीटर वियर के साथ दबोच लिया। गिरफ्तार शराब धंधेबाजों के विरुद्ध नई उत्पाद अधिनियम के विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेज दिया गया।

बता दें जिले में इन दिनों कोलकाता व झारखंड से नवादा आने वाले यात्री वाहनों से शराब लाने का धंधा जारी है। ऐसे में शराब की बिक्री धङल्ले से की जा रही है। ऐसा पुलिस व उत्पाद विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से होने की बातें बताई जा रही है।

फुटपाथी दुकानदारों ने नगर पंचायत कार्यालय का किया घेराव

नवादा  : जिले के हिसुआ नगर पंचायत विश्वशांति चौक पर बलपूर्वक अतिक्रमणकारियों को भगाने के विरोध में शनिवार को फुटपाथी दुकानदारों द्वारा हिसुआ नगर पंचायत कार्यालय का घेराव किया गया। स्थायी दुकान की मांग एवं जिला परिषद के दुकानों को फुटपाथियों के नाम आवंटन करने की मांग किया जा रहा है। आरोप है कि शुक्रवार को अतिक्रमण हटाने के नाम पर गरीबों का आशियाना कबाड़ कर हजारों रुपए की संपत्ति का नुकसान किया गया है जिससे गरीब फुटपाथ पर रह रहे लोगों को परेशानी खड़ा हो गया है। ऐसे में उनके व परिवार के समक्ष रोजगार की समस्या उत्पन्न हो गयी है।

विस्थापितों ने वैकल्पिक व्यवस्था होने तक दुकान लगाने की अनुमति नहीं देने पर किसी भी वक्त विश्वशांति चौक को अनिश्चितकाल के लिये जाम करने की चेतावनी दी है।

जान भले ही चली जाए, बिना पर्ची के नहीं होगा इलाज

नवादा  : जान भले ही चली जाए, पर बिना पर्ची कटाए इलाज नहीं होगा जी, हां कुछ ऐसा ही नियम-कायदे है सामुदायिक स्वास्थ्य पकरीबरावां का। चाहे मरीज कितना भी सीरियस क्यों न हो, बिना पर्ची कटाए किसी भी कीमत पर डॉक्टर उसे हाथ नहीं लगाएंगे।

दरसअल शुक्रवार को पकरीबरावां प्रखंड के पोकसी निवासी देवेंद्र प्रसाद को बहुत जोर की बुखार लगी थी। मरीज की हालात काफी गंभीर थी। परेशान परिजन आनन-फानन में उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पकरीबरावां लेकर आए। मरीज को डॉक्टर के पास लेकर गए, परंतु डॉक्टर ने इलाज करने से मना कर दिया।

डॉक्टर ने परिजनों को पहले पर्ची कटाने को कहा। कॉउंटर पर ज्यादा भीड़ होने के कारण परिजन मरीज को देखने की फरियाद डॉक्टर से लगाते रहे, परंतु डॉक्टर ने एक न सुनी। इस दौरान सीएचसी पहुंचे रालोसपा के प्रखंड अध्यक्ष राजेश कुमार की मदद से परिजन उसे चिंताजनक स्थिति में नवादा ले गए।

गौर करने की बात तो यह भी है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पकरीबरावां में डाक्टर की मनमानी चरम पर हैं। उनकी मर्जी के हिसाब से ही मरीजों का इलाज होता है इन दिनों ऐसा ही देखने को मिल रहा है।

डॉक्टर्स की जब मर्जी होती है, इलाज करते हैं नहीं मर्जी होने पर मरीजों को कभी डांट कर भगा देते हैं, तो कभी पुर्जा कटाने के नाम पर जान-बूझकर देर करते हैं। इससे पहले भी रात में इलाज कराने पहुंचे पकरीबरावां के शिक्षक रूपेश कुमार को बिना इलाज कराए ही लौटना पड़ा था। उन्हें निजी क्लिनिक में इलाज कराना पड़ा था।

गौरतलब हो कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति बिल्कुल नाजुक है। यहां चिकित्सकों को रोस्टर के अनुसार कभी भी इलाज करते देखा नहीं जाता है। जिस चिकित्सक का रोस्टर में नाम होता है वैसे चिकित्सक के बारे में जब भी जानकारी लेने का प्रयास किया जाता है तो पता चलता है कि रोस्टर से हटके दूसरे चिकित्सक रोगियों का इलाज कर रहे हैं।

27 बोरा पीडीएस का चावल व 8 बोरा गेहूं जब्त, प्राथमिकी

नवादा : जिले के अकबरपुर थानाध्यक्ष ने शुक्रवार की सुबह अकबरपुर ककोलत पथ पर श्रीपत गांव के समीप छापामारी कर कालाबाजारी के लिए ले जाया जा रहा 2 7 बोरा चावल व 08 बोरा गेहूं जब्त किया है। इस क्रम दो मजदूरों को हिरासत में लिया गया जिससे पूछताछ के बाद मुक्त किया है। जब्त चावल को वाहन समेत थाना लाया गया है। इस बावत आपूर्ति पदाधिकारी के बयान पर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच आरंभ की है। बिक्रेता फरार होने में सफल रहा है।

थानाध्यक्ष मोहन कुमार ने बताया कि गश्ती के क्रम में श्रीपत गांव के पास पिकअप वाहन नम्बर बी आर 02 जी ए 3882 पर पांती पंचायत कुहिलागां के जन वितरण बिक्रेता हृदयनारायण सिंह द्वारा अकबरपुर के व्यवसायी किशोरी साव के लिये बेचे गये चावल व गेहूं को गुप्त सूचना के आलोक में जब्त किया था।

सूचना के आलोक में पहुंचे आपूर्ति पदाधिकारी सरोज कुमार द्वारा जांच में पीडीएस का चावल व गेहूं होने की पुष्टि के साथ ही उनके बयान पर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच आरंभ की है।

बता दें इसके पूर्व कुहिला के उपभोक्ताओं द्वारा जन वितरण बिक्रेता पर चावल-गेहूं व किरासन तेल कालाबाजारी की शिकायत अधिकारियों से किये जाने के बावजूद किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होने से मनोबल बढता जा रहा था। कार्रवाई व जब्ती से आरोपों की पुष्टि हुई है।

प्राथमिकी दर्ज होने के पूर्व संबंधित अधिकारियों ने अपने स्तर से बिक्रेता को बचाने  का भरपूर प्रयास किया गया, लेकिन थानाध्यक्ष के अङियल रवैये के कारण किसी की एक न चली तथा अन्ततः प्राथमिकी दर्ज कराने को मजबूर होना पड़ा। इस प्रकार प्राथमिकी दर्ज होते ही हाई वोल्टेज ड्रामा का अंत हो गया।

गौरतलव हो कि इसके पूर्व 09 जून को थानाध्यक्ष ने कस्बा पचरूखी बाजार में पीडीएस बिक्रेता रंजन कुमार के गोदाम से टाटा 407 वाहन पर कालाबाजारी के लिए लोड करते गेहूं को जब्त किया था। अधिकारियों के ना चाहते हुए भी थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई थी। तब से बिक्रेता अबतक फरार चल रहा है। इस प्रकार दो माह के अंदर यह दूसरी घटना है जब सजग पुलिस के कारण दूसरी बार पीडीएस का चावल व गेहूं बरामद होने से अधिकारियों की संलिप्तता की पोल खुली है। फिलहाल बिक्रेता फरार है जिसकी खोज पुलिस द्वारा की जा रही है।

सरकारी जमीन पर बनाया पीडीएस दुकान

नवादा : जिले के पकरीबरावां प्रखंड के दुधेला गांव के जनवितरण दुकानदार नरेश पासवान के द्वारा मनमानी तरीके से जमीन को कब्जा कर पीडीएस का पक्का दुकान पाइन पर बना दिये जाने से गांव के नाली-निकासी के पानी को अवरुद्ध कर दिया है। जिसके कारण गांव के 60-70 घरों का पानी अवरुद्ध हो गया है। डीलर की बढ़ती वर्चस्व के कारण कोई भी अपना मुंह खोलना मुनासिब नहीं  समझते। अगर कोई मुंह खोल दी तो उसकी खैर नही। जिसके कारण कोई भी ग्रामीण इस डीलर की शिकायत कंही भी नहीं करते। नाली के पानी की निकासी अवरुद्ध होने के कारण उन्हें नाली के पानी से होकर गुजरना पड़ता है। बरसात के दिनों में तो यह पथ तालाब जैसा हो जाता है।

जानकारी के अनुसार इस समस्या से निजात दिलाने को लेकर जनप्रतिनिधियों ने पहलकर मनरेगा से पिछले वर्ष लगभग 5 लाख रुपए की राशि से नाला निर्माण की योजना को पास करवाया। पंरतु डीलर की मनमानी व अड़ियल रवैया को छोड़ने को तैयार नही है। इतना ही नहीं डीलर की मनमानी उस हद को भी पार कर दिया जब उस स्थल पर बिजली विभाग के गाड़े हुए दो पोल को भी मकान के अंदर कब्जा कर लिया है। जिसके कारण बिजली की समस्या उतपन्न होने पर मिस्त्री को पोल पर चढ़ने में कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है।

ग्रामीण इसो भय के कारण उनकी अनियम वितरण की शिकायत तक करना मुनासिब नहीं समझते हैं। परिणाम है कि उनकी मनमानी बढती जा रही है।

दिखा बकरीद का चांद, बारह अगस्त होगा बकरीद

नवादा : त्याग और बलिदान के लिए प्रेरित करने वाला त्योहार ईद-उल-अजहा (बकरीद) का त्यौहार आगामी बारह अगस्त को पूरी अकीदत के साथ मनाया जाएगा। इसका बिहार झारखंड उड़ीसा के मुसलमानो की सबसे बड़ी एदारा इमारत ए शरिया के काजी ए शरियत अब्दुल जलील कासमी और प्रसिद्ध खानकाह ए मुजिबिया के प्रबंधक हजरत मौलाना मिन्हाजुद्दीन कादरी मुजीबी ने अधिकारिक रूप से एलान करते हुए कहा की ईद उल अजहा यानी बकरीद का चाँद नवादा समेत प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में नजर आया है।

बारह अगस्त को ईद उल अजहा यानि बकरीद की नमाज अदा की जाएगी। बकरीद के चाँद देखे जाने के बाद मुसलमान भाइयो ने एक दुसरे को बकरीद की मुबारकबाद देने में जुट गये।

इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक 12वें महीने जिल-हिज्जा की 10 तारीख को बक़रीद मनाई जाती है। क़ुरबानी का पर्व बकरीद को ईद उल जुहा,  ईद उल अजहा भी कहा जाता है। त्याग और बलिदान का यह त्योहार कई मायनों में खास है और एक विशेष संदेश देता है।

इस दिन बकरे की बलि दी जाती है, लेकिन इसके पीछे मकसद ये समझाने की होती है कि हर इंसान अपने जान-माल को अपने भगवान की अमानत समझे और उसकी रक्षा के लिए किसी भी त्याग या बलिदान के लिए तैयार रहे।

क्यों मनाई जाती है ईद-उल-जुहा (बकरीद) और क्या है कुर्बानी : हजरत इब्राहिम द्वारा अल्लाह के हुक्म पर अपने बेटे की कुर्बानी देने के लिए तत्पर हो जाने की याद में इस त्योहार को मनाया जाता है।

अल्लाह हजरत इब्राहिम की परीक्षा लेना चाहते थे और इसीलिए उन्होंने उनसे अपने बेटे इस्माइल की कुर्बानी देने के लिए कहा। हजरत इब्राहिम को लगा कि कुर्बानी देते समय उनकी भावनाएं आड़े आ सकती हैं, इसलिए उन्होंने अपनी आंखों पर पट्टी बांध ली थी। जब उन्होंने पट्टी खोली तो देखा कि मक्का के करीब मिना पर्वत की उस बलि वेदी पर उनका बेटा नहीं, बल्कि दुम्बा (कुछ परंपराओं में भेड़) था और उनका बेटा उनके सामने खड़ा था।

तब से ही विश्वास की इस परीक्षा के सम्मान में दुनियाभर के मुसलमान इस अवसर पर अल्लाह में अपनी आस्था दिखाने के लिए जानवरों की कुर्बानी देते हैं।

क़ुरबानी के बाद इसका गोश्त तीन बराबर हिस्सों में बांटा जाता है। एक हिस्सा गरीबों के लिए, एक हिस्सा रिश्तेदारों और मिलने-जुलने वालों के लिए और एक हिस्सा अपने लिए होता है। जिस तरह से ईद पर गरीबों को ईदी दी जाती है, ठीक उसी तरह से बकरीद पर गरीबों के बीच सौगात उपलब्ध कराया जाता है।