3 अगस्त : दरभंगा की मुख्य ख़बरें

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प्रशासनिक भवन प्रथम को मिला वॉकओवर

दरभंगा : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के 47वें स्थापना दिवस पर आज प्रशासनिक भवन द्वितीय एवं भू संपदा विभाग के बीच मैच खेला गया। खेल के मध्यान में भू संपदा विभाग अंक के आधार पर बढ़त बनाए हुए था परंतु प्रशासनिक भवन द्वितीय के खिलाड़ियों ने कठिन संघर्ष के बाद मैच दुसरे हाफ के बाद 2 अंक से जीत लिया। कठिन मुकाबले में दोनों टीम का स्कोर 29 और 27 के रहा। आज के मैच के अतिथि अवकाश प्राप्त पीटीआई, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय, दरभंगा के मदन राय थे। खिलाड़ियों के हौसला अफजाई के लिए कुलसचिव कर्नल निशीथ कुमार राय, खेल पदाधिकारी प्रो. अजय नाथ झा, खेल विभाग के चंद्रकांत झा,  अशोक कुमार कर्ण, सुमित झा आदि ने खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाया।

दूसरा मैच दूरस्थ शिक्षा निदेशालय और प्रशासनिक भवन प्रथम के बीच होना था प्रशासनिक भवन प्रथम के खिलाड़ियों के नहीं आने के कारण दूरस्थ शिक्षा निदेशालय को वॉकओवर दिया गया। अब तक के मैच में अंक के आधार पर दूरस्थ शिक्षा निदेशालय सबसे आगे है। कल का मैच आज के विजेता और दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के बीच नागेंद्र झा मैदान में 5:00 बजे से मैच होना है।

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संस्कृत शिविर के दूसरे दिन छात्रों ने जाना संस्कृत का महत्व

दरभंगा : मिथिला विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर संस्कृत विभाग में चल रहे दस दिवसीय संस्कृत संभाषण शिविर के दूसरे दिन संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष तथा परीक्षा नियंत्रक डॉ विनय कुमार मिश्र ने संभाषण शिविर में आकर सरल एवं सुबोध संस्कृत वाक्यों के द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को संस्कृत भाषा की महत्ता एवं संस्कृत में वार्तालाप की विधि का वर्णन किया।

डॉ विनय कुमार मिश्र ने संस्कृत भाषा की विशिष्टता को रेखांकित करते हुए कहा कि संस्कृत के वाक्यों में शब्दों को किसी भी क्रम में रखने से उसके अर्थ में परिवर्तन नहीं होता है, जबकि अंग्रेजी, हिंदी आदि अन्य भाषाओं में शब्दों के क्रम बदलने से अर्थ का अनर्थ हो जाता है। अंतरिक्ष में जाने वाले शब्द के टूटे हुए क्रम का भी अर्थ संस्कृत भाषा में आसानी समझ लिया जाता है। इसीलिए नासा ने वैज्ञानिकों की एक टीम को संस्कृत सीखना अनिवार्य किया है।

प्रोफेसर बोआ नंद झा ने अपने अमेरिका प्रवास के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि वहां भी संस्कृत सिखाने के लिए इसी तरह वस्तु-परिचय एवं प्रदर्शन- विधि का प्रयोग किया जाता है।उन्होंने शिविर में छात्रों की झिझक को दूर करने के लिए छोटे-छोटे संस्कृत वाक्यों के अभ्यास की प्रशंसा की तथा द्विवचन प्रयोग के बिना एकवचन में ही व्यवहारिक संस्कृत बोलने की सहजता पर बल दिया। इस अवसर पर विभागीय अध्यक्षा डॉ नीरजा मिश्रा, पूर्व संस्कृत विभागाध्यक्ष प्रोफेसर रामनाथ सिंह, पूर्व संस्कृत-अध्यक्ष डॉ कृष्णचंद्र सिंह तथा सीएम कॉलेज के संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ आरएन चौरसिया आदि सहित 50 से अधिक प्रशिक्षणार्थियों ने आज के शिविर में भाग लिया।

शिविर प्रशिक्षक अंशु कुमारी ने संस्कृत में सरल वार्तालाप की विधि बताते हुए एकवचन के प्रयोग की विभिन्न जानकारियां दी। इस क्रम में उन्होंने संज्ञा, सर्वनाम तथा विशेषण युक्त वाक्यों का छात्र- छात्राओं के बीच आपसी अभ्यास कराया।

कोर्स वर्क की परीक्षा 11 को, 10 तक भरा जाएगा फॉर्म

दरभंगा : संस्कृत विश्वविद्यालय में पीएचडी से पूर्व आयोजित छह मासीय शोध प्रविधि पाठ्यक्रम यानी कोर्स वर्क की परीक्षा 11 अगस्त को मुख्यालय में दो पालियों में होंगी। इसके लिए परीक्षा आवेदन देने की तिथि भी घोषित कर दी गयी है।

उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकांत ने बताया कि पीआरटी उत्तीर्ण छात्र पांच व छह अगस्त को निर्दण्ड फॉर्म भर सकते हैं। इसी तरह सात व आठ को सामान्य दण्ड एवं नौ व 10 अगस्त को विशेष दण्ड के साथ परीक्षावेदन दिया जा सकता है। उधर, परीक्षा नियंत्रक डॉ विनय कुमार मिश्र ने इस आशय की सूचना जारी करते हुए कहा कि कोर्स वर्क चार अगस्त को पूरा हो रहा है एवं परीक्षा की तैयारी कर ली गई है।

मुरारी ठाकुर

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