3 अगस्त : बक्सर की मुख्य ख़बरें

0
बक्सर की मुख्य ख़बरें

कोरोना अपडेट 53 नए मामलों के साथ आंकड़ा पहुंचा 1179

  • पुराना भोजपुर, बलिहार व चौगाई बना हॉटस्पाट

बक्सर : कोरोना संक्रमण जिले में थमता नहीं दिख रहा है। आज सोमवार को जारी सूचना के अनुसार जिले में कुल 53 नए संक्रमण के मामले सामने आए है। हालांकि, पिछल तीन दिनो में आज का यह सबसे कम आंकड़ा है। इसके साथ ही जिले के कुल मरीजों की संख्या 1179 पर पहुंच गई है।

डुमरांव का पुराना भोजपुर, सिमरी का बलिहार, नावानगर का गोविंदपुर गांव एवं चौगाई प्रखंड मुख्यालय नए हॉटस्पाट बने हैं। वहीं बक्सर के बाबा नगर से सर्वाधिक केस सामने आए हैं। इसके अलावा अन्य प्रखंड़ों में भी कुछ केस मिले हैं। इस प्रसार पर अंकुश लगाने के लिए प्रशासन अपनी तरफ से लगातार काम कर रहा है। लेकिन, जब तक लोग सजग नहीं होंगे। प्रशासन हर व्यक्ति को बान्ध कर रख नहीं सकता। सख्ती बढ़ाई जाती है,तो लोग तानाशाही का आरोप लगाते हैं। बीमारी फैलती है, तो प्रशासन को अक्षम बताते हैं। लेकिन, आरोप प्रत्यारोप धीरे-धीरे समाज को खतरे की तरफ धकेल रहा है। इस लिए हर किसी की जिम्मेवारी है। वे सजग हो और दूसरे को भी जागरूक करें।

swatva

घर से दवा लेने निकले छात्र का मिला शव

बक्सर : घर से दवा के लिए निकला छात्र जब काफी देर तक घर नहीं लौटा तो परिजनों की चिंता बढ़ी और वे उसकी खोजबीन शुरू कर दी। बाद में परिजनों ने इसकी सूचना नावानगर थाने को दी।

खरवनिया गांव निवासी आयुष दवा लेने के लिए साइकिल से केसठ के लिए निकला पर काफी देर के बाद जब छात्र घर वापस नहीं लौटा तो परिजनों ने खोजबीन शुरू कर दी। देर शाम बसौली गांव के समीप एक जगह उसकी साइकिल और चप्पल मिली। पुलिस व परिजनों ने जब आसपास तलाशी की तो छात्र का शव पानी में मिला।

उसे बाहर निकालने पर मुंह से झाग और फिर खून आने लगा। यह देखकर परिवार वाले दंग हो गए। परिजनों ने हत्या का आरोप लगया है, पुलिस इस मामले में जाँच शुरू कर दी है।

घटना रविवार की है, सोमवार को उसका पोस्टमार्टम कराया गया। परिजनों ने बताया आयुष की उम्र 17-18 वर्ष के लगभग थी। वह पॉलिटेकनीक की पढ़ाई कर रहा था। सुपौल कालेज में दाखिला था। पटना में रहकर पढ़ रहा था। लॉकडउन के दौरान घर वापस आ गया था। उसकी हत्या क्यूं की गई। यह सवाल सबके जेहन में कौंध रहा है। घटना स्थल के समीप खड़ी अवस्था में साइकिल और एक जगह से चप्पल बरामद किया गया है। इस पूरी घटना में एक सवाल और भी है। केसठ के समीप का रहने वाला युवक औद्योगिक थाना के बसौली गांव क्यूं आया ? वैसे यहां की पुलिस मामले को आत्महत्या बता रही है।

अलग-अलग सड़क दुर्घटना में तीन घायल

बक्सर : सड़क दुर्घटना में रविवार को तीन युवक घायल हो गए। सूचना के अनुसार यह दुर्घटनाएं अलग-अलग थाना क्षेत्रों में हुई। पहली घटना शहर के बाइपास रोड में हुई। डुमरांव से अपने गांव राजपुर थाना के खिरी जा रहे तेजनरायण पाल का पुत्र राकेश पाल (23) की बाइक ट्रक से भिड़ गई। घायल को स्थानीय लोगों ने उपचार के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया। स्थानीय लोगों ने ट्रक को घेर लिया। पुलिस ने उसे जब्त कर लिया है।दूसरी घटना इटाढ़ी थाना क्षेत्र में हुई। दो युवक बाइक से जा रहे थे। तभी उन्हें पिकअप ने टक्कर मार दी। गंभीर रुप से घायल दोनों युवकों को सदर अस्पताल लाया गया। उनमें इटाढ़ी का राज कुमार (20) पुत्र राजु चौधरी एवं ताजपुर गांव का छोटू कुमार (22) पुत्र द्वारिका चौधरी शामिल हैं। अस्पताल सूत्रों के अनुसार गंभीर घायलों को बेहतर उपचार के लिए रेफर कर दिया गया है।

कोरोना को हराने के लिए बचाव के नियमों का करें पालन : एसपी

बक्सर : लॉकडाउन का विस्तार 16 अगस्त तक किया गया है। इसका सीधा अर्थ है। स्थिति सामान्य नहीं हुई। इस लिए आप स्वयं नियमों का अनुपालन करें। अन्यथा बेवजह बाहर निकलना नुकसानदायक हो सकता है। मास्क का प्रयोग स्वयं की सुरक्षा के लिए करें। न कि पुलिस के डर से। क्योंकि पुलिस लॉकडाउन में कार्रवाई करेगी। पूछने पर एसपी उपेन्द्रनाथ वर्मा ने बताया पिछले माह 17 से 31 जुलाई तक चले अभियान में मास्क नहीं पहनने वालों से बतौर जुर्माना 84 हजार 450 रुपये वसूले गए हैं।साथ ही वाहन परिचालन में नियमों की अनदेखी करने वालों से 7 लाख 54 हजार 900 रुपये। उन्होंने आगे कहा, सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिया गया है। लॉकडाउन में किसी तरह की ढील न दें। जो नियम हैं, उसका सख्ती से अनुपालन करें। वहीं दूसरी तरफ डीएम अमन समीर ने भी जिला प्रशासन के अधिकारियों को लॉकडाउन में सख्ती बरतने का आदेश दिया है। इस लिए सभी को इस बात का ध्यान रखना चाहिए। जो दिशा निर्देश कोविड की रोकथाम के लिए दिए गए हैं। उसका पालन अवश्य करें।

शिक्षकों को आर्थिक गुलाम बना रही सरकार : संघ

बक्सर : शिक्षकों को पिछले तीन माह से वेतन नहीं मिला। नियोजित शिक्षक तो पहले हड़ताल पर थे। उस अवधि का भी बहुतों को वेतन नहीं मिला है। ऐसी स्थिति में सरकार शिक्षकों को आर्थिक गुलाम बनाना चाहती है। यह बातें शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष केशव सिंह ने कहीं हैं। उनकी बातों का हवाला देते हुए शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के मीडिया प्रभारी और जिला शिक्षक संघ के कोषाध्यक्ष शिवजी दुबे ने कहा कि स्थिति बहुत विकट है।सरकार मीडिया में प्रचार करती है। वेतन मद में दिया गया आवंटन। लेकिन, सच कुछ और होता है। तीन माह बाद एक माह का वेतन दिया जाता है।

उन्होंने बताया कि आज रविवार को वीडियो संवाद के माध्यम से शिक्षक नेताओं ने आपसी विमर्श किया। जिसमें प्रदेश अध्यक्ष समेत सभी जिलों के पदाधिकारी शामिल हुए। सबने इस विकट स्थिति पर चर्चा करते हुए कहा सरकार कोरोना काल में सर्वेक्षण, नामांकन और अब चावल वितरण जैसा कार्य करा रही है। ऐसे में शिक्षकों का बीमा कराया जाए। बैठक में जिलाध्यक्ष संजय उपाध्याय, सचिव अशोक कुमार समेत गैर जिलों के पदाधिकारी भी शामिल हुए।

चंद्रकेतु पांडेय

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here