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नवादा बिहार अपडेट

29 जुलाई : नवादा की मुख्य ख़बरें

बिजली समस्या को ले ग्रामीणों ने कार्यालय का किया घेराव

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला में इन दिनों लगातार बिजली आपूर्ति में हो रही गड़बड़ी से नाराज़ सैकड़ों लोगों ने विद्युत आपूर्ति केंद्र में जमकर हंगामा कर नारेबाजी किया।

गोलियों की तड़तड़ाहट से एक बार फिर गूंज उठा नवादा का सिरदला

प्रखंड के चौगांव, नरौली, रवियो, जंघौल एवम् लौंद के सैकड़ों लोगों ने बुधवार को बिजली आपूर्ति में गड़बड़ी होने से नाराज़ होकर हंगामा कर बिजली एस डी ओ एवम् एस्कुटी इंजियर से बिजली सप्लाई में सुधार लाने की मांग किया है। इधर जेई आलोक कुमार ने बताया कि ग्यारह हजार सप्लाय में फॉल्ट रहने के कारण आपूर्ति में समस्या उत्पन्न हो रही है।

कार्यालय घेराव करने में राजीव कुमार, चंदन कुमार, हपु सिंह, शंकर सिंह, मनीष सिंह, शैलेश कुमार, पंकज सिंह, गुआनी सिंह, नरेश सिंह, महेश कुमार, नवीन सिंह, रंजय सिंह, मुकुन कुमार, राकेश कुमार, पिटर सिंह, सुनील सिंह, संजय सिंह, दिलीप कुमार, कुंदन सिंह, मनोज सिंह, कारू सिंह समेत सैकड़ों लोगों ने बताया की सुधार नहीं हुआ तो रजौली अनुमंडल बिजली कार्यालय का घेराव किया जाएगा।

कागजों में सिमट कर रह गया घेराबंदी का आदेश, 72 घंटे बाद भी नहीं हुई बैरिकेडिंग

नवादा : जिले में लगातार फैल रहे कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए जिलाधिकारी के आदेश पर कई इलाकों को सील कर कंटेनमेंट जोन बनाने का निर्देश दिया गया है।

डीएम ने सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी और अंचलाधिकारी को जिला भर में 61 कन्टेनमेंट जोन बनाकर घेराबंदी करने का आदेश दिया था. लेकिन तीन दिन गुजर जाने के बाद भी सदर प्रखंड अंतर्गत चयनित मोहल्ले की घेराबन्दी नहीं की जा सकी है।

सभी बीडीओ-सीओ को दिया आदेश

जिलाधिकारी ने सभी बीडीओ-सीओ और थानाध्यक्ष को आदेश दिया है कि वो अपने प्रखंडों में चयनित कन्टेनमेंट जोन की घेराबन्दी करें और वहां दंडाधिकारी प्रतिनियुक्ति कर पुलिस बल और चौकीदार को लगाएं। साथ ही इन क्षेत्रों में सेनेटाइजेशन का कार्य शीघ्र पूरा करने को कहा गया है। ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।

किसी भी चयनित मोहल्ले में नहीं हुई बेरिकेडिंग:

बता दें कि जिले के शहरी इलाकों में कोरोना संक्रमितों की संख्या सबसे अधिक है। ऐसे में शहर के लोगों के लिए खतरा अधिक है। बावजूद प्रशासन की ओर से आदेश जारी होने के तीन दिन बाद भी मोहल्ले को सील नहीं किया गया है और न ही कोई दंडाधिकारी या पुलिस बल को तैनात किया गया है।

शहर के इन मोहल्ले में है संक्रमित, बनाए जाने हैं कन्टेनमेंट जोन:

शहर के कई इलाकों में भारी संख्या में कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए हैं। राजेन्द्र नगर में (34), नवीन नगर (18), पुलिस लाइन (42), न्यू एरिया(21), मिर्जापुर(18), पोस्टमार्टम रोड(8), पुरानी बाजार (15), स्टेशन रोड (9), एसपी कोठी(13), गोला रोड(17), मालगोदाम(9), हरिश्चंद्र स्टेडियम(4), मेन रोड (3), नवादा प्रखंड(37) कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए हैं। संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है । जिसको देखते हुए डीएम ने इन इलाकों में कन्टेनमेंट जोन बनाने का आदेश दिया है।

जिले में अब तक 1230 कोरोना पॉजिटिव मरीज:

जिले में लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इज़ाफ़ा हो रहा है। अब तक कुल 1230 कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। जिनमें से 1018 स्वस्थ होकर अपने-अपने घर लौट चुके हैं। फिलहाल 212 केस एक्टिव हैं।

बाईक चोर गिरोह ने उड़ाई बाईक

नवादा : जिले में मोटर साईकिल चोरी कि घटना रूकने का नाम नहीं ले रहा है । ताजा मामला हिसुआ थाना क्षेत्र का है जहां गिरोह के सदस्यों ने बस्ती विगहा बाजार से मंगलवार की शाम मोटर साईकिल उड़ा चलता बना ।

बताया जाता है कि ओड़ो निवासी लक्ष्मी नारायण का पुत्र संजीव कुमार मोटर साईकिल से बस्ती विगहा आया । मोटर साईकिल खड़ी कर दुकान के अंदर सामान खरीदने गया । जब वह सामान खरीद वापस लौटा तो मोटर साईकिल नहीं देख हक्का -बक्का रह गया । संजीव के बयान पर थाना में अज्ञात के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी है ।

चोर गिरोह के सदस्य इतने शातीर है कि वह मोटर साईकिल की चोरी भी करता है और हर वार पुलिस की नजर से बचा रहता है । बताया जाता है कि गिरोह के सदस्य किसी दिन शहरी क्षेत्र तो कभी ग्रामीण शहरी क्षेत्र या गाॅव में चोरी की घटना को अंजाम देता है । स्थान बदल -बदल कर घटना को अंजाम देने से गिरोह के सदस्य हर बार मोटर साईकिल चोरी कर निकल जाता है । मोटर साईकिल चोरी की बढती घटना क्रम पुलिस प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है।

सड़क हादसे में दो युवकों की मौत

नवादा : राजमार्ग संख्या 31पर नगर थाना क्षेत्र के जीवनदीप विद्यालय के पास मंगलवार को पथ दुर्घटना में मृत दो युवकों की पहचान कर ली गयी है । इसके साथ ही पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा दिया गया ।

मृत युवक मुफसिल थाना क्षेत्र के जैसिन बीघा गाँव के दशरथ यादव के पुत्र उपेंद्र यादव ,व दुसरा युवक नगर थाना क्षेत्र के ननौरा गाँव के बाल्मीकि पासवान के पुत्र गौतम पासवान के रूप में हुई है ।

दोनों युवक पहचान जिसमे दशरथ यादव के 40 साल के पुत्र उपेंद्र यादव ,मुफसिल थाना क्षेत्र के जैसिन वीघा गाँव के रहने वाले थे। बही दुसरा युवक की पहचान नगर थाना क्षेत्र के ननौरा गाँव के बाल्मीकि पासवान के 35 साल के पुत्र गौतम पासवान के रूप में पुलिस ने पुष्टि की। पुलिस ने दो युवकों को शव पोस्टमाटर्म करवाकर परिजन को सौप दिया है। पुलिस ने दो युबको की जान लेने वाली लॉरी को पथरा इंग्लिस के पास किया जप्त कर लिया है।

दुकान का ताला तोड़कर चोरों ने उड़ाए लाखों के सामान

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली थाना क्षेत्र के हरदिया पंचायत की सेक्टर डी में राजामार्ग 31 के किनारे स्थित दीपक जेनरल स्टोर का ताला तोड़कर चोरों ने एक लाख रुपये से ज्यादा का माल उड़ा लिया। दुकानदार कृष्णा पंडित के पुत्र दीपक कुमार ने बताया कि रात में वह अपनी दुकान बंद कर घर चला गया था।अगले दिन सुबह जब वह दुकान खोलने आया तो गेट में ताला लगा हुआ नहीं मिला। जिससे उसे दुकान में चोरी होने की आशंका हुई। जब वह दरवाजे को धकेला तो वह अंदर की ओर खुल गया। अंदर जाने पर सारा सामान यहां-वहां बिखरा हुआ दिखाई दिया। जिसके बाद उसने रजौली थाने को सूचना दी। सूचना के बाद थाने के एसआइ गिरधारी सहनी दल बल के साथ पहुंचकर घटना की तहकीकात की।

दुकानदार ने बताया कि 40 से 50 पैकेट चावल, 10 बोरा दाल, 200 ग्राम के मसाले का 200 पैकेट, 5 टीन सरसो तेल की चोरी की गई है। दुकानदार ने बताया कि चोरों के द्वारा हमारे दुकान से एक लाख रुपये से ज्यादा के सामानों की चोरी कर ली गई है। दुकानदार ने घटना को लेकर रजौली थाने को आवेदन देकर चोरी गए सामानों की बरामदगी एवं चोरों की गिरफ्तारी की गुहार लगाई है। गौरतलब है कि थाना क्षेत्र में चोरी की घटनाएं रूकने का नाम नहीं ले रही है। ऐसा लगता है चोरों में पुलिस का खौफ खत्म हो चुका है।

चोरों के हौसलें इतने बुलंद है कि वो आए दिन नई नई जगहों पर घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस को चुनौती दे रहे हैं। पुलिस चाह कर भी चोरों पर नकेल नहीं कस पा रही है। लॉकडाउन के दौरान पिछले कुछ माह से रजौली के कई इलाके चोरों से आतंकित हैं। होटल, घर, दुकान के अलावा आम लोग तक सुरक्षित नहीं रह गए हैं। सुरक्षा के तमाम दावों के बाद भी पुलिस चोरी रोकने में पुलिस विफल हो रही है।

पिछले कुछ महीनों से चोरों का आतंक इतना बढ़ गया है कि शहर समेत ग्रामीण क्षेत्रों में भी लगभग आधा दर्जन से ऊपर चोरी की घटना को अंजाम देकर गायब हैं। जिसे पुलिस आज तक ढूंढ नहीं पाई है और ना ही चोरी की संपत्ति को रिकवर कर पाई है। पुलिस का खौफ नहीं होने के कारण चोर आसानी से शहर में चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। जिससे शहर की कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठ रहे है। थानाध्यक्ष सुजय बिद्यार्थी ने बताया कि चोरी की घटना को लेकर आवेदन मिला है। मामले की जांच की जा रही है।

अपराधियों ने वाहन सवार से की लूटपाट, दहशत फैलाने के लिए की फायरिंग

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला -रजौली मुख्य मार्ग 70 परणा डावर तीखी मोड़ पर दर्जनों अज्ञात अपराधियों ने बन्दूक की नोक पर वाहन सवार से लूट पाट की घटना को अंजाम दिया । दहशत फैलाने के लिए हवाई फायरिंग की। पुलिस पहुंचने के पूर्व सभी फरार होने में सफल रहा । इस बावत थाने में प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच आरंभ की है।

पीड़ित बिनोद सिंह के बयान पर एफ अाई आर दर्ज कर अपराधियों की खोजबीन में आरंभ की है। घटना रात्रि करीब 12 बजे की है। जब वाहन लेकर गया से सिरदला की ओर आ रहा था। घटना के बाद पुलिस गश्त की पोल खुल गई है ।

बकरीद की तैयारियों में जुटे लोग, निम्न व मध्य वर्ग के लोगों के लिए फिकी रहेगा त्योहार

  • ईदगाहों व मस्जिदों में सामूहिक नमाज पढने पर संशय बरकरार

नवादा : मुसलमानों के सबसे प्रमुख त्‍योहारों में से एक बकरीद, जिसे मीठी ईद के ठीक 2 महीने के बाद मनाया जाता है। यह कुर्बानी को याद रखने और उसे सलामी देने का त्‍योहार है। बकरीद को ले संपन्न लोगों ने तैयारियां शुरू कर दी है । बाजारों में इससे संबंधित सामग्री की खरीदारी आरंभ कर दी गयी है ।

इस्‍लामिक कैलेंडर में इसे ईद-उल-अजहा के नाम से जाना जाता है। जो कि इस्‍लामिक कैलेंडर के आखिरी महीने जु-अल-हिज्‍ज में मनाया जाता है। इस बार बकरीद 01अगस्त को मनाई जाएगी। दरअसल ईद का तारीख चांद का दीदार करने के बाद तय होती है। इसके आधार पर माना जा रहा है कि बकरीद 01 अगस्‍त को मनाया जाएगा । मगर इस बार अन्‍य त्‍योहारों की तरह ही कोरोनाकाल में बकरीद पड़ने से इस त्‍योहार का रंग भी फीका पड़ जाएगा।

सबसे प्‍यारी चीज को कुर्बान कर देने का पर्व बकरीद को मीठी ईद यानी ईद-उल-फितर के 2 महीने बाद मनाया जाता है। इस दिन मुस्लिम समुदाय के लोग बकरे की कुर्बानी देकर यह पर्व मनाते हैं।

बकरे की कुर्बानी देना ही सबसे अहम क्‍यों माना जाता है:

दरअसल यह त्‍योहार अपनी सबसे अजीज चीज को अल्‍लाह पर कुर्बान कर देने का पर्व है, लेकिन बकरे की कुर्बानी के पीछे एक ऐतिहासिक घटना है, इसलिए मुसलमानों में इस दिन बकरे की कुर्बानी को सबसे अहम माना जाता है।

इसलिए दी जाती है बकरे की कुर्बानी:

इस्लामिक मान्यताओं में हजरत इब्राहिम को अल्लाह का पैगंबर बताया जाता है। इब्राहिम ता उम्र दुनिया की भलाई के कार्यों में जुटे रहे। उनका जीवन जनसेवा और समाजसेवा में ही बीता। लेकिन करीब 90 साल की उम्र तक उनके कोई संतान नहीं हुई। तब उन्होंने खुदा की इबादत की और उन्हें चांद-सा बेटा इस्माइल मिला।

सपने में मिला यह आदेश:

इब्राहिम के सपने में खुदा का आदेश आया कि अपनी सबसे प्‍यारी चीज को कुर्बान कर दो। तो उन्‍होंने अपने सभी प्रिय जानवरों को कुर्बान कर दिया। फिर से उन्‍हें य‍ह सपना आया तो उन्‍होंने अपने बेटे को कुर्बान करने का प्रण लिया। तब उन्‍होंने खुद की आंख पर पट्टी बांधकर बेटे की कुर्बानी दी और बाद में पट्टी हटाकर देखा तो उनका बेटा खेल रहा था और अल्‍लाह के करम से उसके स्‍थान पर उनके बकरे की कुर्बानी हो गई। तभी से मान्‍यता है कि बकरे की कुर्बानी देने की परंपरा चली आ रही है। यह त्‍योहार इंसानियत पर अपने सबसे अजीज चीज कुर्बान कर देने का संदेश देते हैं ।

ऐसे शुरू हो जाती है कुर्बानी की कवायद:

कुछ मुस्लिम परिवारों में कुर्बानी के लिए बकरे को पालपोसकर बड़ा किया जाता है और फिर बकरीद पर उसकी कुर्बानी दी जाती है। वहीं जो लोग बकरे को नहीं पालते हैं और फिर भी उन्‍हें कुर्बानी देनी होती है उन्हें कुछ दिन पहले बकरा खरीदकर लाना होता है ताकि उस बकरे से उन्हें लगाव हो जाए।

ऐसे दी जाती है कुर्बानी:

इस दिन मुस्लिम समुदाय के लोग अल सुबह की नमाज अदा करते हैं। इसके बाद बकरे की कुर्बानी दी जाती है।
कुर्बानी के बाद बकरे के मीट तीन भागों में बांट दिया जाता है। एक भाग गरीबों के लिए, दूसरा भाग रिश्तेदारों में बांटने के लिए और तीसरा भाग स्वयं के लिए उपयोग का होता है ।

वैसे संपन्न लोगों द्वारा बकरीद की तैयारी आरंभ कर दी गयी है । बावजूद ईद की तरह बकरीद की सामूहिक नमाज ईदगाहों या मस्जिदों में पढे जाने की संभावना नहीं है । ऐसे में लोगों को घरों पर ही नमाज अदा करने की मजबूरी होगी ।