मंगुराहा में गलादबा कर विवाहिता की हत्या
- दहेज प्रताड़ना में हत्या की आशंका
चंपारण : मोतिहारी, गोविंदगंज थाना के मंगुराहा गांव में मंगलवार की देर रात को गला दबा कर एक विवाहित महिला की हत्या कर साक्ष्य छुपा देने का मामला प्रकाश में आया है। मृतका सोनेलाल राम के पुत्र सुनिल राम की पत्नी की बताई जाती है।
हत्या के पीछे दहेज प्रताड़ना का मामला बताया जाता है। ग्रामिणों की सूचना पर चौकीदार ने गोविंदगंज थाना पुलिस को सूचना दे दी है। गोविंदगंज थाना प्रभारी ने बताया कि सूचना मिलने पर मामले की जांच के लिए पुलिस टीम भेज दी गई है। वहीं मृतका के बेतिया जिला के मझौलिया थाना स्थित रतनमाला गांव मायके में ग्रामिणों ने सूचना भेज दी है। वहीं इस घटना के बाद मृतका के ससुराल वाले फरार बताए जाते हैं।
केसरिया प्रखंड कार्यालय परिसर समेत गांवों में घूसा बाढ़ का पानी
- बाढ के पानी से नगर पंचायत के कई वार्ड जलमग्न
चंपारण : केसरिया प्रखंड क्षेत्रों में हुई बारिश से नदियों का जलस्तर फिर बढ़ गया है। गंडक नदी के तट पर बसा गांव सहित केसरिया प्रखंड मुख्यालय में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। इस बार की बाढ़ से केसरिया प्रखंड क्षेत्र सहित नगर में भी बाढ़ की स्थिति अब गंभीर बनी हुई है। इलाके में अभी स्थिति सामान्य नहीं होने से बाढ़ पीड़ितों की परेशानी बढ़ी हुई है।
यहां बता दें कि केसरिया नगर पंचायत के लगभग सभी वार्ड में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है।नगर पंचायत वार्ड नं 0-06,07,04,03,11,10 वार्ड में बाढ़ का पानी तबाही मचा रही है। करीब दो हजार लोग बाढ़ से प्रभावित है। नपं में बहुत से लोग अपना घर छोड़ कर ऊंचे स्थान पर डेरा डाल दिए है। वहीं प्रखंड मुख्यालय में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। प्रखंड परिसर स्थित पशु चिकित्सालय, मनरेगा भवन, एफसीआई गोदाम, में भी बाढ़ के पानी में डूबा हुआ है। वहीं हर रोज करोड़ों का राजस्व प्राप्त करने वाला अवर निबंधन कार्यालय भी बाढ़ से प्रभावित है।
यहां तक कि नपं के रास्ते पर बाढ़ का पानी चढ़ जाने से नपं कर्मियों को अपने दफ्तर में आने जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि लगातार बारिश के कारण जल स्तर में आई बढ़ोतरी से पूरा केसरिया जलमग्न हो गया है। कोविड़-19 के महामारी के कारण केसरिया में डा. भी काफी सहमे हुए हैं। वहीं दूसरी तरफ डा. राजन कुमार का युवराज हॉस्पिटल भी बाढ़ से प्रभावित है।प्रखंड क्षेत्र सहित नगर पंचायत भी बाढ़ ग्रस्त हो चूका है।सभी मुख्य मार्ग पर पानी उपट कर बह रहा है।जिससे आवागमन भी काफी बाधित है।
अशरफ
बकरीद की नमाज अपने-अपने घरों में ही पढ़ें
- बकरीद और रक्षाबंधन को लेकर शांति समिति की हुई बैठक
चंपारण : रक्सौल, देश भर में मुस्लिम धर्मावलंबियों द्वारा मनाए जाने वाले बकरीद पर्व और रक्षाबंधन को लेकर पर्व के पूर्व स्थानीय थाना परिसर के मिटिंकक्ष में एसडीएम आरती के नेतृत्व में डीएसपी संजय कुमार झा की उपस्थिति में शांति समिति की बैठक हुई। इस दौरान सबसे पहले उपस्थित जनप्रतिनिधियों व गणमान्यों के बीच कोविद-19 से बचाव हेतु जागरूक किया गया।
वहीं यह निर्देश दिया कि इस बार बकरीद की नमाज मस्जिद में नहीं पढ़कर उसे अपने-अपने घरों में ही पढ़ना है और आपस में ही इसे मना लेना है। ताकि सभी लोग सुरक्षित रह सकें। जबकि रक्षाबंधन के बारे में भी कहा गया कि इसे घरेलू स्तर तक ही मनाया जाए। इस अवसर पर कोई भी कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जा सकते हैं। मौके पर इंस्पेक्टर अभय कुमार,अंचलाधिकारी विजय कुमार, के साथ मुखिया नयाब आलम, मुखिया पति रामविनय सिंह पार्षद व उनके प्रतिनधियों में प्रेमचंद कुशवाहा, रवि गुप्ता, कुंदन सिंह, कन्हैया सर्राफ, फकरुद्दीन आलम के साथ युवा नेता समसुद्दीन आलम आदि उपस्थित थे।
अनिल कुमार
बांध मरमती के समय प्रशासन चुप,बाढ़ के समय बढ़ जाती बेचैनी
- दो करोड़ की लागत से चंपारण तटबंध की हुई थी मरम्मत
चंपारण : संग्रामपुर, जिस समय चंपारण तटबंध की विभागीय मरम्मती कार्य शरू होती हैं अनुमंडल और प्रखण्ड के पदाधिकारी लोंगों की शिकायत के वावजूद देखने तक नहीं आते। और ज्योही गंडक नदी अपनी उग्र रूप दिखाने लगती हैं तो सभी अधिकारियों की बेचैनी बढ़ जाती हैं। इसका प्रमाण प्रखण्ड के इजरा से लेकर डुमरिया तक देखने को मिल रहा।
यहां बांध से महज एक से दो सौ मीटर की दूरी से संवेदक ने मिट्टी कटाई करके बांध की मरम्मती कर चलते बने। आज जब बाढ़ आई है तो पूरा प्रशासनिक महकमा बेचैन हैं। कारण की बांध के बगल में मरम्मती के लिए हाल ही में हुए मिट्टी कटाई से बने गड्ढे में गंडक का पानी जगह बनाकर बांध को हिलाने डुलाने में लगा हैं। साथ ही गंडक तटवर्ती लोगो द्वारा बांध पर रखे जाने वाले खरही, मवेशी बंधने का काम सालों भर रहता हैं जिस पर सुरक्षा में लगे विभागीय लोग पूरी तरह सुस्त रहते हैं। जिससे खरही के माध्यम से चूहे बांध में बिल बना कर नष्ट करते हैं, और गंडक नदी में पानी आते ही बांध की स्थिति बिगड़ने लगती हैं। हाल ही लगभग दो करोड़ की लागत से चंपारण तटबंध की मरम्मती कार्य गोपालगंज के एक संवेदक द्वारा कराया गया था।
जबकि, उसके द्वारा बांध के बगल से जेसीबी मशीन से मिट्टी कटाई करके बांध पर डाला जा रहा था तो स्थानीय दियरा विकास समिति के अध्यक्ष अरुण कुमार तिवारी ने मरम्मती कार्य मे हो रही कोताही की जानकारी विभागीय पदाधिकारियों को दी गई थी।लेकिन, इस पर कार्रवाई की कौन कहे कोई पूछने तक नही आया। लेकिन, जब वर्तमान में गंडक नदी बांध पर पानी का दबाव है तो दिन रात विभागीय पदाधिकारियों की टोली बेचैन होकर बांध के निगरानी में दिन रात जुटी हैं। यही निगरानी यदि मरमती के समय की गई होती तो शायद यह दिन देखने को नहीं मिलता। जल संसाधन विभाग के एसडीओ जनार्दन पासवान से जब पूछा गया तो उनका कहना था कि संवेदक ने उन्हें बताया था कि मरम्मती के लिए मिट्टी बांध के बगल से उठाने का प्राक्कलन था। इसलिए ऐसा हुआ। जबकि जल संसाधन के एक वरीय पदाधिकारी ने नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि किसी भी बांध की मरम्मती के लिए बांध के बगल से मिट्टी काटने का नियम ही नहीं हैं। अब यह सवाल उठता है कि आखिर बांध के बगल से हुई मिट्टी की कटाई का खमियाजा आज आम जन भुगतेंगे या पदाधिकारी ? यह जांच का सबसे बड़ा विषय है।
अभिनंदन
बिहार-यूपी की लाइफ लाइन एनएच 28 के डुमरियाघाट पुल पर कल से धीमी गति में शुरू होगा वाहन परिचालन
- युद्ध स्तर पर एनएचआइ की टीम कर रही मरम्मत कार्य
चंपारण : मोतिहारी, बिहार-यूपी की लाइफ लाइन पर एनएच 28 के डुमरियाघाट पुल पर कल 29 जुलाई से धीमी गति में वाहनों का परिचालन शुरू हो सकता है। इसके एनएचआइ की टीम युद्ध स्तर पर पुल के एप्रोच पथ की मरम्मत कार्य में जुटी है। इस संबंध में जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक के निर्देश पर पीडी एनएचएआइ (दरभंगा) ने डुमरिया घाट पुल एनएच 28 को प्राथमिक तौर पर मरम्मती कर आवागमन के लायक बना दिया है । उक्त पुल पर अब धीमी गति से वाहन पास करेगी । यह डुमरियाघाट पुल गोपालगंज जिला समेत इस्ट-वेस्ट काेरिडोर को जोड़ती है ।यह पुल उत्तर- पूर्व को जोड़ने के साथ पूरे भारतवर्ष में इस सड़क मार्ग से जाया जाता है ।
राजन दत्त द्विवेदी
घटिया सड़क व नाला निर्माण के विरोध में लोगों ने किया प्रदर्शन
- कार्यपालक पदाधिकारी ने कार्रवाई का दिया आश्वासन
चंपारण : रक्सौल, शहर के पंकज चौक के समीप नगर परिषद् के द्वारा कराये जा रहे नाला व सड़क निर्माण कार्य में अनियमितता का आरोप लगाते हुए मुहल्लेवासियों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बताया कि नगर परिषद् के द्वारा जिस नाला व सड़क का निर्माण कराया जा रहा है, उसमें संवेदक के द्वारा भारी अनियमितता बरती गयी है। मंगलवार को प्रदर्शन के दौरान ब्रह्मदेव पटेल, गगनदेव पटेल, रामदेव पटेल, राजेन्द्र प्रसाद, सुदामा प्रसाद, अजय कुमार आदि ने बताया कि सड़क निर्माण में सोलिंग की जगह सीधे ईट लगा दिया गया है।
ईट भी इतनी घटिया गुणवता का लगाया गया है, जिसे छूने मात्र से ही ईट टूट जा रही है। नाला निर्माण में भी अनियमितता हुई है। अब जब सड़क को ढालने की बात है तो घटिया किस्म की लोकल मिट्टी युक्त बालू का प्रयोग किया जा रहा है। लोगों ने कहा कि ऐसी सड़क बनने से कोई फायदा नही होने वाला है, इसलिए हमलोग इसका विरोध कर रहे है। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने संवेदक पर आरोप लगाया कि सोमवार को संवेदक के द्वारा यह धमकी दी गयी है कि वह जैसा काम कर रहा है, उसको करने दिया जाये। यदि विरोध होगा तो वह इतना काम करके अपना पैसा उठा लेगा और आगे का काम भी नहीं करेगा। जिसके बाद अब लोग आक्रोशित है और मांग की है कि प्राक्कलन के अनुसार सड़क का निर्माण कार्य पूर्ण किया जाये। अन्यथा की स्थिती में चरणबद्ध आंदोलन किया जायेगा।
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बताया कि नगर परिषद् के कार्यपालक पदाधिकारी को भी इसकी जानकारी दी गयी है। इधर, इस पूरे मामले पर पूछे जाने पर पार्षद पन्ना देवी के पुत्र संजय कुमार ने बताया कि पूरे नगर परिषद् में ऐसे ही काम हो रहा है। इस संबंध में पूछे जाने पर नप के कार्यपालक पदाधिकारी गौतम आनंद ने बताया कि मैं जेई को स्थलगत जांच के लिए भेजा रहा हूँ। मानक के अनुसार यदि काम नहीं होगा तो संवेदक पर कार्रवाई होगी।
अनिल कुमार