सहारा इंडिया एजेंट ने की आत्महत्या
मधुबनी : महराजगंज वार्ड नम्बर-13 से एक सनसनीखेज घटना सामने आ रही है। जहाँ एक सहारा इंडिया के एजेंट पुरूषोंतम पंजियार (35) ने आत्महत्या कर ली है। परिजनो की सुचना पर नगर थाना की पुलिस मौके पर पहुँच कर छानबीन कर रही है।
घटनास्थल से मृतक पुरुषोत्तम पन्जियार का लिखा हुआ सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिसमे मृतक ने लिखा है कि सहारा इंडिया में जमा पैसे को लेकर उपभोक्ता कें द्वारा प्रेशर बनाने को वह सहन नही कर पा रहा था। जिसके कारण वह आत्महत्या कर रहा है, इसमे मेरे परिवार का कोई कसूर नही है। हमें माफ करेंगें एवं मेरे परिवार को तंग नही करेंगें।
मृतक कें भाई रविशंकर पन्जियार ने बताया की भाभी ईलाज हेतु दिल्ली गई हुई है। उनके नही रहने के कारण रोज की तरह खाना उनके कमरे मे देकर सोने चला गया। सुबह उठा तो देखा की भैया का दरवाजा अभी तक बंद है, तो दरवाजा पीटकर उनको उठाने लगा लेकिन दरवाजा नही खुलने की स्थिति मे झांक कर देखा तो भैया पंखा मे रस्सी से फंदा लगाकर लटक रहे थे। तब हमने परिवार कें और सदस्य के साथ पुलिस को सुचना दी। भैया के ऊपर सहारा इंडिया कें पेमेंट को लेकर काफी प्रेशर था। लोग काफी तंग कर रहे थे, और सहारा इंडिया रकम दे नही रही थी जिसे भैया सहन नही कर सके और आत्महत्या कर लिया।
गौरतलब है कि इन दिनो सहारा इंडिया की वितीय हालत काफी खराब है, जिस कारण उपभोक्ता को राशि देने मे टाल-मटोल एवं अन्य योजनाओ मे राशि लगाने का दबाव डालती रहती है। जिससे उपभोक्ता को समय पर राशि नही मिलने पर काम मे बाधा उत्पन्न होती है आर्थिक परेशानी अलग होती है।
आत्महत्या की खबर से घर के परिजनो मे कोहराम मचा हुआ है। मृतक की एक छोटी बच्ची भी है। खबर मिलते ही मृतक की पत्नी दिल्ली से मधुबनी के लिए निकल गई है।
इस संबंध में नगर थाना अध्यक्ष अरुण कुमार राय ने बताया कि पुलिस हर एक बिंदु की बारीकी से जाँच कर रही है। मृतक की पत्नी के आने के बाद और भी विस्तृत जानकारी मिलने की उम्मीद है।
भारतीय मित्र पार्टी ने किया भारत बंद का समर्थन
मधुबनी : भारतीय मित्र पार्टी ने भारत बंद का समर्थन किया है, बिस्फी के कठेला चौक पर जनसभा को संबोधित किया। खिरमा बाजार समिति दरभंगा सभा को संबोधित करते भारतीय मित्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष धनेश्वर महतो ने कहा योगी आदित्यनाथ के उस बयान का निंदा किया, और कहा आजादी की लड़ाई में एक झांसी की रानी लड़ी थी अंग्रेजो के खिलाफ इस काले कानून के खिलाफ करोड़ों झांसी की रानी आज रोड पर है। क्या होगा अमित शाह और मोदी और योगी आदित्यनाथ का समय रहते यदि इस काले कानून को वापस नहीं लिया गया, तो मोदी जी कहते हैं कि मेरा क्या है मैं फकीर हूं झोला उठाकर चल दूंगा तो निस्संदेह इन को सत्ता से बाहर जाना ही होगा। दुनिया के सभी देशों में भारत का नाम बदनाम करने का काम यह राहु केतु की जोड़ी ने किया है। देश के प्रधानमंत्री कहना सबका साथ सबका विश्वास यह बिल्कुल झूठा है। यदि मोदी जी सबका साथ देते तो आज करोड़ों मुसलमान दलित महादलित ओबीसी आज रोड पर नहीं होते।
मैं फिर से सरकार को जिताना चाहता हूं उस समय रहते संभल जाइए वरना पांच राज्यों में आप की हार हुई है दिल्ली भी आप हारेंगे और बिहार भी आप हारेंगे यह तय है।
इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष ललित कुमार सिंह अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के मोहम्मद इम्तियाज उर्फ उर्फ भोला, जिला अध्यक्ष राजेश कुमार महतो, प्रखंड अध्यक्ष मालिक यादव, मोहम्मद आलम, मोहम्मद जावे, जय प्रकाश चौधरी, राम लखन महतो, मोहम्मद नूरेन, मोहम्मद अनवर उर्फ चांद एवं सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।
एसडीएम के निष्पक्ष जांच व न्याय के आश्वासन के बाद धरना समाप्त
मधुबनी : अपर थानेदार व सीओ पर अविश्वास के खिलाफ 21 दिनों से धरना पर बैठे राजदेव दास ने आज बुधवार को एसडीएम के निष्पक्ष जाँच व न्याय के आश्वासन के बाद धरना समाप्त किया।
अनुमंडल कार्यालय के सभागार में एसडीएम शंकर शरण ओमी की अध्यक्षता में सीमांकन को ले 21 दिनों से धरना पर बैठे राजदेव दास से वार्ता हुई, जिसमें निष्पक्ष जांच व न्याय के आश्वासन के बाद धरना समाप्त हुआ। एसडीएम श्री ओमी ने कहा कि विवाद से जुड़ी दोनो पक्षो के कागजातों का संबंधित विभागों से जांचोपरांत समस्या का निदान किया जाऐगा। उन्होंने तीन महीने का समय दिया है। तब तक विवादित जमीन पर धारा 144 की प्रक्रिया अपनाई जाऐगी। कागजातों को कमलानहर प्रमंडल मुजफ्फरपुर, भूअर्जन दरभंगा व मधुबनी से जांच करायी जा रही है। कि किस पक्ष का दावा सही है? साथ ही आवश्यकता पड़ी तो उक्त जमीन के आसपास की करीब पांच बीधा जमीन की भी पूरी पेमाईस करायी जाऐगी, ताकि किसके पास कितना जमीन है। ओर किनका जमीन बांध में चला गया है। इस बैठक में राजदेव दास ने एसडीएम व डीएसपी की अध्यक्षता में जांच कराने पर अपना विश्वास जताया।
बता दें कि पीड़ीत राजदेव ने अपने जमीन का सीमाकंन व घेराबंदी को लेकर पछले 21 दिनों से धरना पर बैठे थे। उनके द्वारा डीएम शीर्षत कपिल अशोक से भी गुहार लगाते हुये कहा कि अपर थानेदार सह एसएचओ एसएन सारंग व सीओ पर विश्वास नही है। इसके जगह किसी वरीय निष्पक्ष पदाधिकारी से न्याय दिलाया जाए। तथा एसडीएम व डीएसपी सुमित कुमार के पहल पर न्याय के आश्वासन के बाद धरना समाप्त हुआ। इस बैठक में जयनगर सीओ संतोष कुमार, जयनगर अपर थानेदार एसएन सारंग, जयनगर सीआई उपस्थित थे।
कोरोना वायरस को ले अस्पताल प्रबंधन अलर्ट
मधुबनी : कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए भारत सरकार अलर्ट है। इंडो-नेपाल बॉडर पर स्थित जयनगर अस्पताल प्रबंधन अलर्ट पर है। इसके अतिरिक्त इंडोनेपाल बॉडर पर दोनो देश के सशस्त्र जवान भी अलर्ट पर है। जवान रूटिन चेकिंग के साथ अपने-अपने इलाके में अस्पतालों में कोरोना वायरस के संदिग्धों की भी टोह ले रहे है।
हालांकि जयनगर में कोरोना वायरस के फ़िलहाल कोई रोगी नहीं मिले है। अनुमंडल अस्पताल के प्रभारी डीएस डॉ कुमार रौनित ने बताया कि कोरोना वायरस के रोगी की शिकायत नही मिली है। उन्होंने बताया कि उक्त वायरस के सम्भावित स्थिति से निपटने के लिए अस्पताल प्रबंधन अलर्ट है। इधर प्राईवेट नर्सिग होम के डा० मुकेश महासेठ ने बताया कि कोरोना वायरस का एक भी रोगी नही आयी है।
बता दें कि कारोना वायरस के चीन से लौटे बिहार के तीन संदिग्ध मेडिकल छात्र के मिलने से स्वास्थ्य महकमा में हरक्कत देखी गयी है।
इंडो-नेपाल के खुले सीमा रास्ते भी कारोना वायरस के रोगियों के आने की सम्भावित स्थित के बावत एस०एस०बी० भी नजर रख रही है। चिकित्सको के अनुसार कोरोना वायरस संक्रमित वायरस बताया जाता है। इसके लिए लोगो में जागरूकता की आवश्यकता है, ताकि चीन से आने वाले सीमावर्ती नेपाल के लोग वायरस से संदिग्ध रोगी में चिकित्सा के लिए बॉडर रास्ते बिहार के रास्ते भारत आ सकते है।
चिकित्सा प्रभारी के खिलाफ दिया धरना
मधुबनी : खुटौना प्रखंड मुख्यालय परिसर में पीएचसी प्रभारी डॉ० बिजय मोहन केसरी के खिलाफ एक दिवसीय शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया। खुटौना प्रखंड से सटे लदनियाँ प्रखंड के डुब्ब्घाट पथराही के समाजसेवी व जननायक कर्पूरी ठाकुर विचार मंच के पंचायत संयोजक कुसुम लाल मंडल के नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
इस अवसर पर हुई सभा में वक्ताओं ने प्रभारी डॉ० बिजय मोहन केशरी के मनमानी से लोगों को हो रही परेशानी की चर्चा की. उन पर गत वर्ष जून में दो परिवारों के बीच में मामूली सी मारपीट में एक पक्ष को नाजायज रकम लेकर जख्म प्रमाण पत्र देने और पुलिस को दिग्भ्रमित करके दूसरे परिवार को शारीरिक, आर्थिक एवं मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का गंभीर आरोप लगाया गया। उनके द्वारा लंबे समय से इसी तरह दर्जनों निर्दोष लोगों को भी जेल भेजवाने का गंभीर आरोप लगाया गया। उन्हें तुरत निलंबित किये जाने, उनके खिलाफ सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज किये जाने तथा उनकी संपत्ति की उच्चाधिकारियों से जांच कर उचित कार्रवाई किये जाने की मांग की गयी।
अंत में नाजायज कमाई की बदौलत दरभंगा में बन रहे उनके मान को जब्त किये जाने और उनके द्वारा निर्गत जख्म प्रमाण पत्रों की मेडिकल बोर्ड से जाँच कराये जाने सहित ग्यारह सूत्री मांगों का ज्ञापन बी०डी०ओ० आलोक कुमार को सौंपा गया। वहीं, बी०डी०ओ० ने मांगों के ज्ञापन को उच्च अधिकारी तक पहुँचाने का वादा किया।
इस मौके पर वक्ताओं में जय प्रकाश भारती, देवन्त पूर्वे, जिप सदस्य राम अशीष पासवान और प्रिंस कुमार सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल थे।
सरस्वती पूजा को लेकर जयनगर थाना परिसर में हुई शांति समिति की बैठक
मधुबनी : बसंत पंचमी के अवसर पर होने वाले सरस्वती पूजा को लेकर मधुबनी जिले के जयनगर थाना परिसर में जयनगर थानाध्यक्ष की अध्यक्षता में स्थानीय ग्रामीणों, जन-प्रतिनिधियों, विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के नेतृत्वकर्ता और बुद्धिजीवियों के साथ शांति समिति की बैठक हुई।
इस शांति समिति के बैठक में जयनगर थाना अपर थानाध्यक्ष सत्यनारायण सारंग ने सभी लोगों से अपील करते हुए शांतिपूर्ण ओर सौहार्दपूर्ण माहौल में पूजा करने का आवाहन किया, साथ ही किसी भी प्रकार के फूहड़ गाने ओर डीजे पर देर शाम के बाद बंद रखने की बात कही।
सभी लोगों ने इसको माना और कहा कि शांतिपूर्ण माहौल में ही पूजा की जाएगी। साथ ही मूर्ति-विसर्जन पूर्ण शांतिपूर्ण तरीके से करने को कहा गया। वहीं, डीजे को पूर्ण रूपेण बंद रखने को कहा गया है। इस मौके पर सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद थे।
इस गाँव में है एक मात्र माँ सरस्वती की अंकुरित प्रतिमा
मधुबनी : बेनीपट्टी के गम्हरिया गांव में मां अंकुरित सरस्वती माँ विराजमान हैं। यहां काफी दूर-दूर से यहां तक की पड़ोसी राष्ट्र नेपाल से भी लोग दर्शन और पूजा अर्चना के लिये पहुंचते हैं।
मधुबनी जिला मुख्यालय से 28 किलोमीटर की दूरी पर बेनीपट्टी प्रखंड के मनपौर पंचायत के गम्हरिया गांव में अंकुरित सरस्वती माता का स्थान है। यह जिले का एकमात्र सरस्वती मंदिर है, जहां पर मां शारदे अंकुरित रूप में विराजमान हैं। काले रंग के दिव्य शिलाखंड पर ढ़ाई फुट की अंकुरित मां सरस्वती की प्रतिमा हैं। जनश्रुति के अनुसार 1948 ई० में गम्हरिया गांव के डीह के निकट से मिट्टी खोदने के दौरान अंकुरित सरस्वती माता की प्रतिमा मिली थी। ग्रामीणों के सहयोग से प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा खुदाई स्थल के पास की गयीं। इसके बाद कुछ वर्ष पहले मंदिर का भव्य रूप से निर्माण किया गया, जो श्रद्धालुओं के लिये आस्था का केंद्र बना हुआ हैं। यहां प्रत्येक दिन भक्तों की हुजूम तो उमड़ती ही है, पर सरस्वती पूजा में काफी संख्या में जिले के विभिन्न भागों से यहां तक की पड़ोसी देश नेपाल के लोग पूजा एवं दर्शन के लिये पहुंचते हैं।
यहां 71 वर्षों से अंकुरित सरस्वती माता की पूजा धूमधाम से की जाती हैं। सरस्वती मंदिर में प्रत्येक दिन सुबह शाम पूजा, आरती एवं भव्य श्रृंगार होता है। सरस्वती पूजा के दिन अंकुरित सरस्वती माता को विधि-विधान से 56 प्रकार का भोग लगाया जाता हैं। बसंत पंचमी के अवसर पर हजारों लोगों की भीड़ यहाँ लगती है।
सुमित राउत