नदी में डूबने से मासूम की मौत
बक्सर : साथियों संग खेलते हुए नदी में नहाने के क्रम में नौ वर्षीय मासूम की डूबने से मौत हो गई । डूबने की ख़बर मिलने पर आस-पास के लोग बचने के लिए दौड़े पर तब तक देर हो चुकी थी और बच्चे की मौत हो गई।
बक्सर में मिला कैमूर के युवक का शव, सनसनी
मासूम का शव ग्रामीणों ने चौसा अस्पताल लाया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। ग्रामीण यादव मोड़ स्थित मुफस्सिल थाने पहुंचे। जहां से बच्चे को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया। ग्रामीणों ने बताया प्रदीप यादव बनारपुर गांव के दीपक यादव का पुत्र था। दोपहर में साथियों संग कर्मनाशा नदी के किनारे बने बाल संरक्षण गृह के पास चला गया। वहीं नहाने के दौरान यह दुर्घटना हो गई।
परीक्षा का विरोध करने सड़क पर उतरे कांग्रेसी
• केन्द्र सरकार का प्रतीकात्मक पुतला किया आग के हवाले
बक्सर : जेईई व नीट परीक्षा का विरोध करने शुक्रवार को कांग्रेस सड़क पर उतर आई। उसने लॉकडाउन की भी परवाह नहीं की और शहर में प्रदर्शन किया। शहर में नारे लगाते हुए पार्टी नेताओं ने सरकार का पुतला जलाया। हालांकि पार्टी नेता पुस्तकालय रोड से आगे नहीं बढ़े।
वहीं सरकार के प्रतीकात्मक पुतले को आगे के हवाले कर दिया। पार्टी के जिलाध्यक्ष तथागत हर्षवद्र्धन ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार छात्रों के प्रति असंवेदनशीलता दिखा रही है। वह सारी हदें पार कर गई है।प्रतिदिन 75 हजार से अधिक कोरोना के नये केस देश में मिल रहे हैं। ऐसे में छात्रों को बगैर किसी योजना के सरकार भीड़ जमा करने पर मजबूर कर रही है। केन्द्र की सरकार लकवाग्रस्त हो गई है। हम इसका पुरजोर विरोध करते हैं। विरोध कार्यक्रम में धनजी पांडेय, बजरंगी मिश्रा, राजर्षी राय, साधना पांडेय, संजय यादव, अनुराग राज त्रिवेदी, विरेन्द्र राय, विनय ओझा, अभिषेक, श्रीमन राय, संजय दूबे, विशाल खरवार, रामाकांत चौबे, ललन दुबे, अभिमन्यु मिश्रा, जमाल अली, निशांत कुमार आदि मौजूद रहे।
नौका परिचालन पर लगी रोक, गंगा को लेकर रेड अलर्ट जारी
- बढ़ते जलस्तर को देखते हुए एसडीओ ने जारी किया निर्देश
बक्सर : गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जिला प्रशासन ने गंगा घाटों पर धारा 144 लगा दी है। इसकी वजह रही चौबीस घंटे के दौरान हुई दो घटनाएं। चौसा के पास गंगा में नाव का पलटना और बनारपुर में किशोर का डूब जाना। इन हालात को देखते हुए सदर एसडीएम कृष्णकांत उपाध्याय ने शुक्रवार को आदेश जारी किया।कोई भी श्रद्धालु स्नान, पूजा के लिए गंगा घाटों पर न जाएं।
क्या नाली में बह गए पांच सौ करोड़ ?
साथ ही सरकारी नौका को छोड अन्य किसी तरह की नाव नहीं चलेगी। चाहे वह मछली मारने वाले मल्लाह ही क्यों न हों। स्नान करने पर लगे प्रतिबंध में वैसे लोगों को थोड़ी राहत दी गई है। जो दाह संस्कार के उपरांत गंगा स्नान करने जाते हैं। लेकिन, उन्हें भी सुरक्षा उपायों को ध्यान में रखकर स्नान करना होगा।
चंद्रकेतु पांडेय