गंभीर मामलों को ही डेडीकेटेड कोरोना अस्पताल में करें रेफर
सारण : कोरोना संक्रमण के ख़िलाफ़ आज पूरा विश्व जंग लड़ रहा है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण से राज्य भी अछूता नहीं है। संक्रमण के बढ़ते प्रसार ने सरकार के लिए अनेक चुनौतियाँ खड़ी की है। ऐसा देखा जा रहा है कि जिलों में कोरोना पॉजिटिव मरीज को सीधे डेडीकेटेड कोरोना अस्पताल में रेफर किया जा रहा है। इससे जिलों में बने आइसोलेशन सेंटर की उपयोगिता नहीं रह जा रही है और डेडीकेटेड कोरोना अस्पतालों पर दबाव दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। इसे देखते हुए विभाग के अपर सचिव कौशल किशोर ने पत्र द्वारा सभी जिलों के सिविल सर्जन को दिशानिर्देश जारी किया है। जिसमें बताया गया है कि विभाग को पूर्व में सूचित करने के बाद ही केवल गंभीर कोरोना मरीजों को डेडीकेटेड कोरोना अस्पताल में रेफर किया जाना है।
तीन सदस्यों की कमिटी का किया गया गठन :
पत्र के माध्यम से बताया गया है कि जिले से सामान्य कोरोना पॉजिटिव केसेज को डेडीकेटेड कोरोना अस्पताल में रेफर करने की स्थिति पर नियंत्रण करने के लिए डॉ. नवीन चन्द्र प्रसाद, निदेशक प्रमुख( रोग नियंत्रण, लोक स्वास्थ्य, पारामेडिकल) स्वास्थ्य सेवाएं बिहार सरकार की अध्यक्ष्ता में तीन सदस्यों की कमिटी का गठन किया गया है. सिविल सर्जन को निर्देशित किया गया है कि कोरोना पॉजिटिव मरीजों को आइसोलेशन सेंटर में रखना सुनिश्चित करें। यदि किसी कोरोना मरीज की चिकित्सीय स्थिति गंभीर हो और ऐसा लगे की उसे रेफर करने की जरुरत है तो उक्त मरीज का विस्तृत मेडिकल हिस्ट्री अंकित करते हुए डॉ. नवीन चन्द्र प्रसाद की अध्यक्ष्ता में गठित कमिटी के विचार हेतु ईमेल आईडी [email protected] पर मेल करना होगा. कमिटी द्वारा अगर रेफर करने का निर्णय लिया जाता है तत्पश्चात सिविल सर्जन मरीज को कमिटी के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए मरीज को रेफर करने की कार्यवाही करनी होगी।
ये हैं गठित समिति के सदस्य :
- डॉ. नवीन चन्द्र प्रसाद, निदेशक प्रमुख( रोग नियंत्रण, लोक स्वास्थ्य, पारामेडिकल) स्वास्थ्य सेवाएं बिहार सरकार
- डॉ. शिव चन्द्र भगत, अपर निदेशक, स्वास्थ्य सेवाएं, बिहार सरकार
- डॉ. उमेश प्रसाद वर्मा , अपर निदेशक, स्वास्थ्य सेवाएं, बिहार सरकार
आइसोलेशन सेंटर में हो कोरोना मरीजों को रखने की पहल :
पत्र के माध्यम से यह सन्देश देने का प्रयास किया गया है कि विभिन्न जिलों में बने आइसोलेशन सेंटर में ही कोरोना मरीजों को रखकर उनका उपचार किया जाये. अगर किसी मरीज की चिकित्सीय स्थिति गंभीर नजर आये तभी उक्त मरीज को डेडीकेटेड कोरोना अस्पतालों में रेफर दिए गए दिशानिर्देशों का अनुपालन करते हुए किया जाये. इससे कोरोना के लिए चिन्हित अस्पतालों पर दबाव कम होगा और मरीजों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सीय सुविधा मिल सकेगी।
कोरोना के लिए लिए गए 90 सैंपल की जांच रिपोर्ट निगेटिव
सारण : जिला में कोरेना पॉजिटिव पाए गए व्यक्तियों के निकट सम्पर्क में आनेवाले एवं उनके परिजनों की जांच के लिए लिएगए सभी 90 सैंपल निगेटिव पाए गए हैं। अमनौर,रिविलगंज एवं बसाढ़ी से संबंधित मामलों के कुल 90 सैंपल जाँच के लिए भेज गया था जिसमे सभी की रिपोर्ट निगेटिव आया है। इसुआपुर, अमनौर या मांझी प्रखंड के मामलों में 456 सैंपल जाँच के लिए भेजे गए थे जिसमे चार व्यक्तियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। जिसमे से एक व्यक्ति ठीक होकर घर चला गया।
जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के द्वारा कोरोना संक्रमण की आशंका को देखते हुए विभिन्न कोषांगों का गठन कर पदाधिकारियों को जो टास्क दिया गया था,जिला प्रशासन उस पर खरा उतरता नजर आ रहा है। बिहार के अन्य जिलों में जिस प्रकार एक ब्यक्ति से अनेक ब्यक्ति संक्रमित हुए हैं वह चेन सारण जिला में नही दिख रहा है।यह जिलाधिकारी के मार्गदर्शन और पदाधिकारियों की प्रतिवद्धता का प्रतिफल है कि सारण जिला में प्रशासन कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने में सफल रहा है।
जिलाधिकारी ने प्रारम्भ में हीं कोरोना के संक्रमण को रोकने की जो कार्य योजना बनाई उसमे सबसे अधिक ततपरता को प्राथमिकता दी गयी।जिला में जैसे ही पॉजिटिव मामले सामने आ रहे हैं। उस पर तक्षण क्वेरेन्टीन की कार्रवाई करते हुए प्रभावित व्यक्ति के सम्पर्क वाले ब्यक्तियों की पड़ताल कर वैसे सभी ब्यक्तियों को आइसोलेशन में रखा जा रहा है और उन सभी का सेम्पल जांच कराया जस रहा है।इस तरह की त्वरित कार्रवाई किये जाने के कारण हीं सारण जिला प्रशासन कोरोना के संक्रमण को रोक पाने में सफल हो पा रहा है।जिला प्रशासन का यह प्रयास है कि आगे भी वेहतर कार्य योजना के साथ कोरोना संक्रमण की चेन पर रोक लगाई जाय जिलाधिकारी ने कहा है कि लोग अनुशासित रहकर लौकडाउन का पालन करें, अनावश्यक घरों से नही निकले।कोरोना का संक्रमण एक ब्यक्ति का दूसरे ब्यक्ति के सम्पर्क में आने से होता है इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करें।
जरूरतमंदों के बीच राहत सामग्री का किया वितरण
सारण : युवा प्रगति क्लब भगवानपुर हाट के नेतृत्व में भगवानपुर प्रखंड के विभिन्न गांव में कोविड-19, महामारी के इस विकट परिस्थिति में सदस्यों एवं पदाधिकारियों द्वारा राहत सामग्री का वितरण मंगलवार से शुरू किया गया। राहत सामग्री में क्लब के द्वारा 5 किलो आटा, 5 किलो चावल आलू, सरसों, तेल, साबुन आदि वितरित किया जा रहा है। वितरण का कार्य भगवानपुर हाट पुरानी बाजार से शुभारंभ भारतीय मीडिया संघ के बिहार प्रमुख डॉ उमाशंकर साहू के द्वारा किया गया। तत्पश्चात सारी पट्टी महादलित बस्ती में 20 परिवारों को राहत सामग्री उपलब्ध कराया गया।
इस कड़ी में गोपालपुर पंचायत के गोपालपुर ग्राम 10 परिवारों को अरुआ के 10 परिवारों को महमदपुर पंचायत के रामपुर में 15 परिवारों को तथा सोन्धानी पंचायत के 10 परिवारों को राहत सामग्री उपलब्ध कराया गया। इस अवसर पर क्लब के अध्यक्ष आनंद शर्मा ने कहां कि यह राहत वितरण कार्यक्रम प्रखंड के विभिन्न गांव में आवश्यक एवं जरूरतमंद परिवारों के बीच चलाने का लक्ष्य हैं। क्लब के सभी सदस्यों उत्साह है। इस दौरान सामाजिक दूरी का भी ख्याल रखा गया।
राहत सामग्री वितरण के पूर्व स्थानीय भगवानपुर हाट के अंचलाधिकारी के आदेशानुसार विभिन्न क्षेत्रों में सामाजिक दूरी का ख्याल रखते हुए आगे भी काम जारी रहेगा। इसकी जानकारी संगठन के कोषाध्यक्ष मुकेश चौधरी दिया। इस अवसर पर संगठन के पूर्व अध्यक्ष मुन्ना चौधरी, महासचिव मुना गुप्ता,युवा नेता अशोक महतो, विद्यासागर रतन, बृजेश कुमार अमर आजाद, धर्मेंद्र कुमार, सुनील कुमार ,प्रदीप गुप्ता सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।
न्यायिक पदाधिकारियों ने पीएम केयर में दिए 1.41 लाख
सारण : वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण की रोकथाम लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण उत्पन्न संकट लड़ाई में न्यायिक पदाधिकारियों ने एक लाख 41 हजार रुपए का योगदान पीएम केयर में अपने वेतन का अंश दान किया है। व्यवहार न्यायालय प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार जिला एवं सत्र न्यायाधीश कृष्ण कांत त्रिपाठी के नेतृत्व मे सोमवार को जिला न्यायालय के सभी न्यायिक पदाधिकारीयो ने अपने अपने वेतन का अंशदान करते हुए प्रधानमंत्री राहत कोष में एक लाख 41 हजार रुपए का योगदान भारतीय स्टेट बैंक के माध्यम से किया है।
कोरोना मरीज मिलने पर गांव गया सील
सारण : जिले के माँझी प्रखण्ड के सरयूपार गाँव के एक व्यक्ति के कोरोना वाइरस से संक्रमित होने की सूचना पर जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के निर्देश के आलोक में गाँव के तीन किमी की परिधि को सील कर दिया गया है। इस क्षेत्र को कांटेन्मेंट जोन घोषित किया गया हैं। सरयूपार गाँव के दक्षिण में गोबरही, उत्तर में भरहोपुर(एकमा) और पूरब में शीतलपुर तथा तथा पश्चिम में एकडेंगवा तक की सीमा को जो ग्राम के तीन किमी की परिधि में है, को कंटेन्मेंट जोन घोषित किया गया है। तीन किमी की परिधि अंतर्गत सभी निजी/सार्वजनिक प्रतिष्ठान एवं मार्गों को अगले आदेश तक बंद करने का निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है। किसी भी व्यक्ति को इस क्षेत्र से न तो बाहर जाने की इजाजत दी जाएगी और न ही किसी व्यक्ति को बाहर से अंदर आने की इजाजत दी जाएगी। जिलाधिकारी के द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी, माँझी को निर्देशित किया गया है कि समस्त आवागमन मार्गों को संबंधित मुखिया एवं वार्ड सदस्य के सहयोग से पूर्णतः लॉक करते हुए आवागमन अवरुद्ध की जाए। यदि किसी व्यक्ति द्वारा कंटेन्मेंट जोन से बाहर पलायन किया जाता है अथवा बाहर से अंदर प्रवेश किया जाता है तो उनके विरुद्ध नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाय।
जिलाधिकारी के द्वारा इस पूरे क्षेत्र को सेनेटाइज करने का निदेश दिया गया है। इसका दायित्व डॉ. दिलीप कुमार सिंह जिला वैक्टर बॉर्न रोग नियंत्रण पदाधिकारी मो0 7717781085 को दिया गया है। जिलाधिकारी के द्वारा कंटेन्मेंट जोन के भीतर सभी परिवारों को गहन निगरानी में रखने का निदेश देते हुए कहा गया है कि प्रत्येक परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य परीक्षण कर विहित प्रपत्र में प्रतिवेदन उपलब्ध करायी जाय। कंटेन्मेंट जोन के भीतर की सभी दुकान बंद रहने के कारण प्रखण्ड आपूर्ति पदाधिकारी माँझी को निदेश दिया गया है कि आवश्यक उपभोक्ता वस्तुओं यथा चावल, दाल, गेहूँ, हरी सब्जी इत्यादि उन पंचायतों के जन वितरण प्रणाली विक्रेता के माध्यम से पैकेट तैयार करा कर डोर टू डोर वितरित करायें। उप समाहर्ता भूमि सुधार, सदर छपरा और अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, सदर छपरा को इस कार्य का सतत अनुश्रवण करने का निदेश दिया गया है। कंटेन्मेंट जोन की परिधि समाप्त होने से अगले सात किमी की परिधि को बफर जोन घोषित किया गया है। प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं आंचलाधिकारी को निदेश दिया गया है कि बफर जोन में पड़ने वाली सभी पंचायतोंध्गाँवो में प्रतिदिन तकलीफ वाले रोगियों की सूचना प्राप्त करेंगे। मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सारण को निदेश दिया गया है कि संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए सभी व्यक्तियों को जिला में निर्धारित किये गये आइसोलेशन एवं क्वेरेन्टाइन सेन्टर में में रखवायेंगे एवं उनका नियमित रूप से जाँच करवायेंगे। उपयुक्त आदेश के समस्त कार्यों को सुनिश्चित करने हेतु अमित कुमार उप विकास आयुक्त सारण 9431 8183 62 एवं जयप्रकाश नारायण जिला परिवहन पदाधिकारी सारण, सह वरीय प्रभारी पदाधिकारी माझी प्रखंड 9934 951466 को , प्राधिकृत किया गया है। उनके सहयोग हेतु मांझी प्रखंड के कनीय अभियंता मनरेगा एवं प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा की प्रतिनियुक्ति भी की गई है।
लूट के मामलों में वांछित अपराधी गिरफ़्तार
सारण : भेल्दी थाना पुलिस ने एक अपराधी को कई मामलों में वांछित अपराधी को गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार लूट के कई मामलों में वांछित अपराधी को भेल्दी थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। एसपी हरकिशोर राय ने बताया कि अपराधी के पास से एक लोडेड देशी पिस्टल तथा एक एंड्राइड मोबाइल सेट बरामद किया गया है। अपराधी की पहचान कुमार गौरव के रूप में की गई है। जो सोनपुर थाना क्षेत्र के जहांगीरपुर गांव का रहने वाला बताया जाता है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
जरूरतमंदों को उपलब्ध कराया गया सूखा राशन
सारण : व्यवहार न्यायालय के जिला एवं सत्र न्यायाधीश कृष्णकान्त त्रिपाठी के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार सारण और श्री प्रकाश ऑर्नामेंट्स ग्रुप के द्वारा संयुक्त रूप से सदर प्रखंड अंतर्गत मौना मुहल्ला में कोरोना विषाणु महामारी से बचाव हेतु जागरूकता अभियान चलाया गया। साथ ही जरूरतमन्दों के बीच कच्चा राशन सामग्री का वितरण भी किया गया। ज्ञातव्य हो कि विगत कुछ दिनों से जिला विधिक सेवा प्राधिकार सारण और श्री प्रकाश ऑर्नामेंट्स ग्रुप के द्वारा शहर के अलग अलग क्षेत्रों में जरूरतमन्द लोंगों के बीच कच्चा राशन का वितरण किया जा रहा है। साथ ही कोरोना से बचाव को ले जानकारी दी जा रही है।
जल संसाधन विभाग की टीम ने परसा प्रखंड का किया दौरा
सारण : जल संसाधन मंत्री संजय झा के निर्देश पर जल संसाधन विभाग की टीम गोपालगंज से सीधे परसा विधानसभा क्षेत्र के परसा प्रखंड के बलिगांव गांव के सपर पहुंची। ज्ञात हो कि तीन दिन पहले ग्रामीणों ने सांसद राजीव प्रताप रूडी से गांव में गंडक नदी के किनारे हो रहे कटाव के बारे में चिंता व्यक्त की थी और कहा था कि अगर कटाव को नहीं रोका गया तो कभी भी अप्रिय घटना हो सकती है। जिसको सांसद राजीव प्रताप रुडी ने गंभीरता से लेते हुए जल संसाधन मंत्री संजय झा से बात कर तुरंत कार्य चालू करवाने के लिए बोले जिसको मंत्री संजय झा ने गंभीरता से लेते हुए मंगलवार को अपने विभाग के टीम को भेजा। जिसमें मुख्य अभियंता ओमप्रकाश अम्बरकर कार्यपालक अभियंता विनोद कुमार भाजपा प्रदेश कार्य समिति सदस्य सह सांसद प्रतिनिधि राकेश कुमार सिंह के साथ स्थल पर पहुंच कर जायजा लिया और बताया कि तीन से चार दिन बाद मरमती का कार्य शुरु हो जायगा। जिसमें मुख्य रूप से परसा पूर्वी मंडल अध्यक्ष संजय चौबे महामंत्री संतोष शर्मा संजय सहनी सहित आदि लोग मौजूद थे। जिससे ग्रामीणों में खुशी का माहौल हो गया और ग्रमीणों ने सांसद राजीव प्रताप रूडी और जल संसाधन मंत्री संजय झा की इस कार्य के लिए सरहाना कि और बताया कि हमारे सांसद छेत्र में हमेसा जनहित के कार्य मे लगे रहते हैं और ग्रामीणों ने संसद रुडी जी के प्रति आभार प्रकट किया और धन्यवाद दिया।
राजीव प्रताप रुडी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से क्षेत्र का लिया जायज़ा
सारण : स्थानीय सांसद राजीव प्रताप रुडी ने कोविड 19, महामारी के दौरा जारी लॉकडाउन में भी नियमों का पालन करते हुए डिजिटल तकनीक के माध्यम से सारण की जनता के हितों का ख्याल रख रहे है। सांसद रुडी की नियमित विडियो कांफ्रेंसिंग द्वारा बैठक में आज आपदा सह ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव श्री प्रत्यय अमृत भी मौजूद थे। बैठक में प्रधान सचिव के अलावे विधायक सीएन गुप्ता, पूर्व विधायक प्रेम रंजन पटेल, मंटू सिंह, ज्ञानचंद मांझी, सारण के जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन, बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता विवेकानन्द, सोनपुर और मढ़ौरा के अनुमंडलाधिकारी समेत जिला के अन्य अधिकारी व जिला भाजपा के अनिल सिंह, जिला प्रवक्ता धर्मेन्द्र चौहान, इंजीनियर सत्येन्द्र कुमार, राकेश सिंह, निरंजन शर्मा सहित 70 कार्यकर्ता उपस्थित थे। आपदा और ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि हृदय में बसे छपरा से उनका पुराना नाता है, इसी कारण जिले से जुड़ा जब कोई भी मामला उनके संज्ञान में आता है तब पुरानी यादें ताजा हो जाती है।
उन्होंने कोविड महामारी में सांसद कंट्रोल रूम द्वारा नागरिकों की हर समय, हर तरह की सहायता को बेहतरीन बताते हुए सराहना की। श्री प्रत्यय ने सारण समेत बिहार राज्य में काम करने वाले चिकित्सकीय व्यवस्था से जुड़े सभी कोरोना वीरों के अथक प्रयास को सलाम करते हुए बधाई दी और कहा कि आज इन सभी के सम्मिलित प्रयास और बल पर ही कोरोना की लड़ाई में यहां तक पहुंचे है। प्रधान सचिव श्री प्रत्यय ने बताया कि सारण में मास्क, सेनेटाईजर से लेकर पीपीई किट तक की कोई कमी नहीं है। हर दिन शाम को जिलाधिकारी से वीसी के माध्यम से उनकी बैठक होती है। जिलाधिकारी सेन बेहतरीन काम कर रहे है। उन्होंने जिलाधिकारी से कहा कि यदि सारण में किसी प्रकार की कोई समस्या आये तो वे सीधा मुझसे संपर्क कर सकते है। सांसद रुडी की कुशल कार्यनीति के संदर्भ में बात करते हुए प्रत्यय अमृत ने कहा कि सड़क विभाग हो या बिजली विभाग और आपदा मे, हर जगह हम सभी को हमेशा सांसद रुडी का मार्गदर्शन मिलता रहा है। किसी कार्य को करने के लिए उसकी कार्ययोजना और तदुपरांत गुणवत्तापूर्ण कार्य के लिए उसकी निगरानी करने का गुर हम सब ने सांसद रुडी से सीखा है। उन्होंने छपरा में किसी भी आवश्यक वस्तु की कमी न होने देने का आश्वासन देते हुए कहा कि यदि राशन वितरण में भी कहीं कोई अनियमितता मिलती है या किसी नागरिक को राशन प्राप्त नहीं हो रहा है तो उसकी सूची उपलब्ध कराने पर उसपर समुचित कार्रवाई की जायेगी।
उन्होंने बताया कि गुणवत्तापूर्ण बिजली की सुदृढ़ व्यवस्था कायम रखने के लिए इस विकट परिस्थिति में भी हमारी टीम काम कर रही है। छपरा जिले को लेकर कोई भी विषय मेरे संज्ञान में आयेगा तो उसका त्वरित निष्पादन किया जायेगा। प्रधान सचिव ने सांसद रुडी की योजना के संदर्भ में प्रबंधन कुशलता की सराहना करते हुए कहा कि ऐसा कोई दिन नहीं होता है जिस दिन छपरा सांसद फोन करके उनसे योजनाओं के संदर्भ में चर्चा नहीं करते है। बैठक में सांसद रुडी ने बिजली, सड़क, चिकित्सा, आपदा आदि में बेहतरीन व्यवस्था कायम करने के लिए जिलाधिकारी को यह कहते हुए कि आपका प्रोफाईल छोटा है पर काम बहुत बड़ा सराहना की। जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि जिले में राशन वितरण का काम लगभग 90 फिसदी हो चुका है और अब इस संदर्भ में कोई शिकायत भी नहीं मिल रही है। उन्होंने कहा कि अगले माह की तैयारी भी पूरी हो चुकी है और खाद्यान्न उपलब्ध हो चुका है जिसका वितरण 1 मई के बाद होगा। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की योजनानुसार सभी पात्र कार्डधारकों के खाते में 1000 की राशि भेजने की प्रक्रिया चल रही है। जिले में कुल 5 लाख राशन कार्डधारक है जिसमें से डेढ़ लाख राशन कार्ड ऐसे है जिनमें कोई न कोई गलती पाई गई है। उन सभी के लिए पंचायत स्तर पर जन वितरण प्रणाली के डीलर के साथ मिलकर उनका आधार कार्ड अपडेट करते हुए बैंक खाते से लिंक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सारण के एक लाख 20 हजार लोग जो राज्य के बाहर फंसे हुए है और जिनका बैंक का खाता और आधार कार्ड बिहार का है उनके खाते में राज्य सरकार के निर्णय अनुसार एक हजार रूपया भेज दिया गया है।
क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों को दिए ज़रूरी सामग्री
सारण : जिले के गरखा प्रखंड के सीओ मोहम्मद इस्माईल ने लाॅकडाउन की अवधि में प्रखंड के चैनपुर-भैसवारा मध्य विद्यालय में संचालित क्वारंटाइन पर आवासित सभी 7 लोगों को उनके जरूरत की चीजें उपलब्ध करायी गयी। पुरूषो को एक अदद लुंगी,धोती,गंजी एवं गमछा सहित सभी लोगों कोे स्टील की थाली, कटोरा,गलास तथा नहाने एवं कपड़ा धोने के लिए साबुन,शैम्पू, केस तेल,कंधी,ऐनक,टूथ पेस्ट एवं टूथ ब्रश उपलब्ध कराया गया। इस अवसर पर सीओ मोहम्मद इस्माईल ने सभी से खान-पान की व्यवस्था सहित कुशल क्षेम पूछा। सीओ ने कहा कि जब ये आवासित लोग वापस अपने घर को लौटेंगे तो दी गयी सभी सामग्री अपने साथ लेकर जाएँगे।इस मौके पर गरखा थाना अध्यक्ष अरविंद कुमार राम मौजूद थे।